शुक्रवार, 9 सितंबर 2022

Ananta chaturdashi पर निर्जला व्रत कर किया नमन पाठ

अनंतनाथ एवं पार्श्वनाथ का हुआ 108 रजत कलशों से महामस्तकाभिषेक 

दर्शन-पूजन को मन्दिरों में उमड़ी भीड़

 




Varanasi (dil india live)।अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर शुक्रवार को श्री 1008 अनंत नाथ एवं देवाधिदेव पार्श्वनाथ का 108 रजत कलशों से महामस्तकाभिषेक भक्तो ने किया। पर्युषण महापर्व के अन्तिम दिन जैन मंदिरो में दर्शन करने वाले भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान मुख्य आयोजन ग्वाल दास साहू लेन स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर में सकल समाज की उपस्थिति में सांय 4 बजे व्रतधारी शुध्द केशरिया वस्त्रों में इन्द्र के रूप में वाद्य यन्त्रो एवं शहनाई की मंगल ध्वनि के बीच सैकडों धर्मावलम्बीयों ने मंत्रोच्चार के साथ रजत पाण्डुक शिला के कमल सिंहासन पर विराजमान कर तीर्थंकर द्वय का पंचाभिषेक से महा मस्तकाभिषेक किया। 

जैन मतावलंबियों ने निर्जला व्रत रखकर नमन पाठ पढकर इच्छुक रसधारा, दुग्ध धारा, घृत धारा, केशर एवं शुध्द गंगा जल के 108 रजत कलशो से तीर्थंकरों का प्रक्षाल किया।इस नयनाभिराम दृश्य को देखने के लिए जैन धर्मावलम्बीयों की भारी संख्या मंदिरों में देखने को मिली। 

भाद्र शुक्ल पंचमी से चतुर्दशी तक दस दिवसीय पर्युषण पर्व पर प्राचीन परम्परा के अनुसार अंनत चतुर्दशी पर विभिन्न मन्दिरों मे जाकर पार्श्वनाथ जन्म भूमी भेलूपुर, सुपार्श्वनाथ कि जन्म स्थली भदैनी, श्रेयांस नाथ जन्म स्थली सारनाथ, चन्दा प्रभु जन्म स्थली चन्द्रपुरी चौबेपुर, नरिया, खोजंवा, मैदागिन, हाथीबाजार, मझवा, भदैनी, भाट की गली एवं चैत्यालयों में जाकर दर्शन-पूजन किया। धर्मावलम्बी अलग अलग समूह में परिक्रमा भी किया। 

तत्पश्चात मन्दिरों की वन्दना के बाद सायं श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर ग्वाल दास लेन पहुंचने पर महामस्तकाभिषेक मे शामिल हुए प्रातः से ही पंचायती मन्दिर में चौबीसी पूजन, देव शास्त्र, गुरु पूजा, विनय पाठ, अंनत नाथ पूजा, जिनेन्द्र पूजा, शांति पाठ आदि शहनाई ढोल की मंगल ध्वनि के बीच भक्तों ने किया। धर्मावलम्बी भादो मास में पड़ने वाले पर्युषण पर्व पर दस वृत्तियों का व्रत लेकर मन, वाणी एवं शरीर आत्मा को शुद्ध करते हुए कठिन तपस्या व साधना से मन शुध्दि, आत्म शुध्दि, उपवास, जपमाला, ध्यान, स्तुति, वन्दना इत्यादि अपने आत्मबल को जगाने के लिए करते है। 

अंनत चतुर्दशी के पावन अवसर पर श्रद्धालुओ ने पंचामृत में भिगोकर अंनत सूत्र को अपनी बांहो में बांधा। भगवान बांसपुजय जी का मोक्ष कल्याणक भी मनाया गया। अभिषेक के उपरांत शास्त्र प्रवचन एवं भगवनतों की आरती की गई। 

आयोजन में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर सी जैन, विनोद जैन, संजय जैन, प्रधान मंत्री अरूण जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, रत्नेश जैन, राजेश भूषण जैन, सौमित्र जैन उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...