शनिवार, 2 अप्रैल 2022

चांद के दीदार संग रमज़ान का हुआ आगाज़

बनारस में चांद देखने उमड़ा लोगों का हुजुम 

  • रहमतों का महीना है रमज़ान


वाराणसी २ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। इंतजार का वक्त खत्म हो गया है। रहमत, बरकत और मगफिरत के महीने रमजान का आगाज़ चांद के दीदार संग हो गया। चांद के दीदार के साथ ही मस्जिदों में नमाजे तरावीह अदा की गई। इतवार को मुस्लिम पहला रोजा रखेंगे। इससे पहले २९ वीं शाबान के चांद के दीदार के लिए लोगों का हुजूम घरों, मस्जिदों व मैदानों में उमड़ा। लोगों ने चांद के दीदार संग अमन, मिल्लत व तरक्की की जहां रब से दुआएं मांगी वहीं सभी ने रमजान मुबारक का मैसेज एक दूसरे को भेज कर बधाईयां दी। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा।

रमज़ान के पहले रोज़े की तैयारियां देर रात तक चलती रही। रमज़ान महीने को काफी खास और पाक माना जाता है। इस पूरे महीने लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और रोजा रखते हैं। रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है। माना जाता है कि इसी महीने में पैगंबर मुहम्मद (स.) के सामने इस्लाम की पवित्र किताब कुरान नाज़िल हुई थी। दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय के लोगों को इस पाक महीने का इंतजार रहता है। रमज़ान के बाद ईद मनाई जाती है।

नवरात्र: शक्ति की भक्ति में लीन हुई काशी

प्रथम दिन शैलपुत्री देवी के दर्शन को उमड़ा सैलाब

वाराणसी (dil India live )।वासंतिक नवरात्र के प्रथम दिन आज अलईपुर इलाके में स्थित शैलपुत्री देवी मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ा। भोर से दर्शन करने वालों की कतार लग गयी थी। हजारों महिला-पुरुष संग युवा भी मातारानी की गगनभेदी जयकारे लगा देवी के दर्शन करते रहें।मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े बंदोबस्त किये गए थे।पुलिस संग मंदिर कमेटी के लोग भीड़ नियंत्रण में जुटे रहें।आसपास के क्षेत्र में मालाफूल,चुनरी नारियल के अलावा खिलौने,जलपान की सैकड़ो दुकानें सज गयी थी।चहुओर मेले जैसा नजारा दिखा।वहीँ दूसरी ओर नवगौरी के दर्शन पूजन के क्रम में  गायघाट स्थितमुख निर्मालिका गौरी का पूजन हुआ। कोरोना काल में विगत दो वर्षो के बाद नवरात्र में दर्शनार्थियों की अपार भीड़ हुई।शहर के दुर्गाकुंड स्थित दुर्गामंदिर, भदैनी स्थित नवदुर्गा, रामनगर स्थित दुर्गामंदिर आदि देवी मंदिरों में भक्त दर्शन पूजन में लीन दिखें। आसपास के ग्रामीण अंचलों में भी नवरात्र का उत्साह देखने को मिला। देवी मंदिरों में भक्तों की लम्बी कतार लगी थी। कई स्थानों पर मेले जैसा दृश्य दिखा। मंदिर परिसर में बज रहे देवी गीत पर श्रद्धालु झूमते नजर आये। 

नवरात्र के प्रथम दिन आज सड़को पर भोर से ही काफी चहल-पहल रही। मोटर-गाड़ी दौड़ते दिखे। लोग अपने वाहनों से दर्शन पूजन को मंदिर की ओर जाते दिखे।लक्ष्मीकुंड,शीतला मंदिर,संकठा मंदिर में भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही।

शुक्रवार, 1 अप्रैल 2022

काशी पंचकर्म एवं आयुर्वेद का बनेगा हब

आयुष मंत्री  का स्वागत


वाराणसी 1 अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मंंत्री दयाशंकर मिश्र "दयालु" के पदभार ग्रहण ग्रहण करने के बाद प्रथम नगर आगमन पर आयुष परिवार की तरफ से औपचारिक स्वागत किया गया। स्वागत करने वालो क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा.भावना द्विवेदी तथा विश्व आयुर्वेद परिषद के पदाधिकारी डा. कमलेश द्विवेदी (राष्ट्रीय सम्पर्क प्रमुख), डा. उमेश दत्त पाठक (कोषाध्यक्ष एवं प्रभारी औषधि निर्माता प्रकोष्ठ), डा. मनीष मिश्र (शिक्षक प्रकोष्ठ प्रभारी) डा. शैलेन्द्रसिंह , कौशलेंद्र कुमार सिंह एवं डा. राजीव शुक्ला ने कार्यकर्ताओ सहित मुलाकात की। इस अवसर पर आयुष मंत्री ने कहा कि योग के साथ आयुर्वेद भी केन्द्र एवं राज्य सरकार की प्राथमिकता में है और प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देशन में उत्तर प्रदेश और विशेष रुप से काशी पंचकर्म एवं आयुर्वेद का हब बनेगा।

इस अवसर पर आयुष मंत्री ने विश्व आयुर्वेद परिषद द्वारा अगामी 22 से 24 अप्रैल तक भोपाल मध्यप्रदेश मे आयोजित होने वाले राष्ट्रीय आयुर्वेद युवा महोत्सव संयोजनम्-2022 का पोस्टर तथा परिषद की नवसंवत्सर की डायरी का विमोचन किया।

रमजान मुबारक: चांद दिखा तो होगा रमज़ान का आगाज़

कल चांद रात, उमड़ेगी चांद देखने वालों की भीड़

रहमतों, बरकतों का महीना है रमज़ान


वाराणसी ०१ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। रहमत, बरकत और मगफिरत के महीने रमजान में अब महज़ कुछ ही वक्त रह गए हैं। कल चांद रात है, अगर चांद दिखा तो माहे रमज़ान का शनिवार की रात नमाज़े तरावीह के साथ आगाज़ हो जाएंगा, इतवार को मोमिनीन पहला रोज़ा रखेंगें, अगर चांद नहीं दिखा तो इतवार को चांद रात और सोमवार को पहला रमज़ान होगा। दरअसल हिजरी कैलेंडर में २८, ३१ तारीख का कोई वजूद नहीं है। हिजरी महीना चांद पर आधारित है। इसलिए कभी २९ दिन का तो कभी ३० दिन का होता है। इसलिए हर साल तकरीबन १० दिन इस्लामी पर्व पहले आ जाता हैं। रमज़ान की तैयारियां अंतिम चरण में है। कल चांद देखने मोमिनीन मस्जिदों, मैदानों और घरों की छतों पर एकत्र होंगे। चांद के दीदार के साथ ही तय होगा कि रमज़ान कब से शुरू होगा।

रमज़ान महीने को काफी खास और पाक माना जाता है। इस पूरे महीने लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और रोजा रखते हैं। रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है। इस साल रमजान का महीना 2 या 3 अप्रैल से शुरू होगा। इसी महीने में पैगंबर हज़रत मुहम्मद (स.) के सामने इस्लाम की पाक किताब कुरान नाज़िल हुई थी। दुनिया भर में मुस्लिम इस पाक महीने का इंतजार करते है। रमज़ान के बाद ईद की खुशियां मनाई जाती है।

मशहूर शायर कारी शाहबुद्दीन के वालिद का इंतेकाल

कल जुमे बाद होंगे सुपुर्दे ख़ाक

वाराणसी ३१ मार्च (दिल इंडिया लाइव)। मशहूर शायर हाफ़िज़ कारी शाहबुद्दीन के वालिद (पिता) अमीर बेग का आज इंतेकाल हो गया है। वो अपनी जिंदगी के १०० वर्ष मुकम्मल कर चुके थे। कल जुमे की नमाज के बाद सोनभद्र के घोरावल सिथत आबाई कब्रिस्तान में सुपुर्दे ख़ाक किया जाएगा।

गुरुवार, 31 मार्च 2022

शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते: विरेन्द्र सिन्हा

रज़िया सुल्ताना का सम्मान और विदाई समारोह सम्पन्न 


वाराणसी ३१ मार्च (दिल इंडिया लाइव)। चिराईगांव विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय सरायमोहाना की प्रधानाध्यापिका श्रीमती रज़िया सुल्ताना की सेवानिवृत्ति होने पर उनका सम्मान और विदाई समारोह,विद्यालय परिसर में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष जनार्दन प्रसाद की अध्यक्षता व प्रताप नारायण सिंह के संचालन में सम्पन्न हुआ। धन्यवाद ज्ञापन श्री अनुपम कुमार गुप्ता ने दिया।

       इस अवसर पर मुख्य अतिथि, राज्य संदर्भ दाता समूह के सदस्य राजीव कुमार सिंह ने कहा कि रज़िया जी एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ नेतृत्वकर्ता रही हैं। अपने नौ साल के कार्यकाल में आपने विद्यालय को पस्ती से बुलंदी की ओर अग्रसर किया है। मैडम आज भले ही अपनी सेवा से निवृत हो रही हैं लेकिन उम्मीद है कि अपने कुशल मार्गदर्शन से हमे दिशा निर्देश देती रहेंगी। एक मार्गदर्शक और समाज सेवक के रूप में हमेशा क्रियाशील रहेंगी।सहायक अध्यापक श्री सदगुरू शरण चतुर्वेदी ने कहा कि मैडम का हम सभी सहायक स्टाफ के प्रति व्यवहार एक मां की तरह रहा है, साथ ही आप छात्र-छात्राओं को भी स्नेह प्रदान करती रही हैं। उनका कुशल नेतृत्व हम लोगों के लिए एक ऐसा पदचिन्ह छोड़ कर जा रहा है जिस पर चलने के लिए हम सभी कृत संकल्प हैं। ग्राम प्रधान वीरेन्द्र सिन्हा ने कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत नहीं होता है वह स्वयं दीपक की तरह जलकर पूरे समाज को रोशनी प्रदान करता है,भले ही रज़िया सुल्ताना जी आज यहां से जा रही हैं, मगर उनसे हमारा, इस गांव का नाता हमेशा बना रहेगा।

इस अवसर पर विद्यालय परिवार की ओर से सेवानिवृत प्रधानाध्यापिका रज़िया सुल्ताना को उपहार एवम स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।


       


  इस अवसर पर एसआरजी राजीव कुमार सिंह, ग्राम प्रधान वीरेंद्र सिन्हा, जनार्दन प्रसाद, अनुपम कुमार गुप्ता, अनुराधा भार्गव, सदगुरू शरण चतुर्वेदी, प्रताप नारायण सिंह, शकील अहमद अंसारी, महबूब आलम, शशिप्रभा, विनोद कुमार यादव, अरविंद कुमार यादव, हेमंत कुमार मौर्य, बीनू, मधुलिका आदि मौजूद थीं।

बुधवार, 30 मार्च 2022

हैलो… मैं एसएनसीयू से बोल रहा हूं, आप का बच्चा स्वस्थ है?

इलाज ही नहीं अभिभावक की भी भूमिका निभा रहा एनएनसीयू 

डिस्जार्च होकर घर पहुंचने के बाद भी लिया जाता है शिशु का हाल 

बच्चे के सम्पूर्ण विकास पर एक वर्ष तक रखी जाती है नजर 

वाराणसी 30 मार्च(dil India live ). हैलो मैं एसएनसीयू (सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट) से बोल रहा हूं। आप का बच्चा स्वस्थ है न, जरूरत हो तो बताइएगा, हम आपकी सेवा में हर पल तत्पर हैं। बच्चे के स्वास्थ का ख्याल रखिएगा....और हमें भी अवगत कराते रहिएगा । गौराकला-चिरईगांव निवासी राज मिश्र के मोबाइल पर जब यह कॉल आयी तो उन्हें एक बार तो यकीन ही नहीं हुआ कि डिस्चार्ज होकर घर पहुंचने के बाद भी अस्पताल वाले उनके लाडले का इस तरह से भी ख्याल रखेंगे। 

   राज मिश्र बताते हैं कि जन्म के समय काफी कम वजन का होने के कारण उन्होंने अपने बेटे को राजकीय महिला जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया था। लगभग एक माह तक चले उपचार के बाद स्वस्थ हो जाने पर बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी। घर पहुंचने के दूसरे रोज ही एसएनसीयू से आये कॉल से एक बारगी तो उन्हें घबराहट हुर्इ पर वास्तविकता  का पता चलने पर उन्होंने अस्पताल कर्मियों के इस व्यवहार को सराहते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। 

           एसएनसीयू प्रभारी एवं वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ मृदुला मल्लिक बताती हैं कि दरअसल एसएनसीयू से डिसचार्ज होने वाले प्रत्येक शिशु के स्वास्थ्य और उसके विकास पर पूरे एक वर्ष तक नजर रखना और जरुरत के अनुसार चिकित्सकीय सलाह देना भी हमारी जिम्मेदारियों का एक हिस्सा है। इसके तहत ही एसएनसीयू से शिशु के अभिभावको को कॉल कर बच्चे की सेहत के बारे में पूछताछ की जाती है। इतना ही नहीं शिशु को एसएनसीयू में बुलवाकर उसके स्वास्थ्य का परीक्षण भी किया जाता है। 

           एसएनसीयू और अभिभावकों के बीच एक सेतु का काम करने वाले डेटा आपरेटर (डीओ) अजीत कुमार मिश्र बताते है जब कोई शिशु ठीक होकर घर जाने लगता है तब उसके अभिभावकों का पूरा विवरण हम दर्ज कर लेते हैं। शिशु के घर पहुंचने के ठीक दूसरे दिन हम उसके अभिभावक को फोन कर उनसे बच्चे की स्थिति की जानकारी लेते है। साथ ही उन्हें सलाह देते हैं कि वह अपने क्षेत्र की आशा, एएनएम अथवा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अथवा नजदीकी स्वास्थ्य केन्द् के सम्पर्क में रहकर बच्चे की स्थिति से उन्हें अवगत कराते रहे। उसी रोज पुनः शाम को फोन कर यह जानते हैं कि उन्होंने उन लोगों से सम्पर्क किया या नहीं। पुनः यह प्रक्रिया तीसरे, सातवें, चौदहवें के साथ ही 21वें व 28वें रोज की जाती है। साथ ही इसका पूरा विवरण दर्ज किया जाता है। इस दौरान अगर यह पता चल जाता है कि शिशु की हालत ठीक नहीं है तो उसे एसएनसीयू में बुलवाकर जरूरत के अनुसार उसका उपचार किया जाता है। इतना ही नहीं डिसचार्ज होकर घर जाने के बाद प्रत्येक शिशु को एक वर्ष के भीतर कुल पांच बार एसएनसीयू में बुलवाकर उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इस दौरान यह देखा जाता है कि बच्चे का विकास सामान्य रूप से हो रहा है या नहीं। अजीत मिश्र बताते हैं कि इस तरह एक वर्ष के भीतर हम प्रत्येक बच्चे से कुल 12 बार सम्पर्क में रहकर उसके स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखते हैं। वह बताते है कि वर्ष 2020 में डिसचार्ज होने वाले शिशुओं में 399 के सम्पर्क में हम पूरे वर्ष रहे। इसी तरह वर्ष 2021 में डिसचार्ज हुए 580 शिशुओं में 440 बच्चों से बराबर सम्पर्क बनाये रखा। इस वर्ष अब तक 94 बच्चे यहां से डिसचार्ज हो चुके है जिनमें 43 से सम्पर्क बनाया जा चुका है।

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...