गुरुवार, 3 फ़रवरी 2022

मतदानकर्मियों को सौंपी गई ‘आयुष रक्षा किट’



जिले में 5000 किट का हुआ निःशुल्क वितरण

चुनावकर्मियों को प्रशिक्षण देने के साथ स्वस्थ रहने पर भी दिया जा रहा ज़ोर

 वाराणसी, 03 फरवरी(dil India live)। विधानसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनको  प्रशिक्षण देने के साथ ही उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे और वह ड्यूटी के दौरान कोरोना से भी जंग लड़ सकें, इसके लिए उन्हें ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की जा रही है। क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने बताया कि उदय प्रताप कालेज में चल रहे चुनाव प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान तीन दिन  में लगभग पांच हजार मतदान कर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की गई है।

डा.भावना द्विवेदी ने बताया कि निदेशक आयुर्वेद प्रो. एसएन सिंह ने हाल ही में सभी क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि सभी फ्रंट लाइन वर्कर व चुनाव ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को आयुष रक्षा किट निःशुल्क प्रदान की  जाए। इस निर्देश के तहत यूपी कालेज में गुरुवार को लगभग 1700  मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ निःशुल्क प्रदान की  गई । इसके पूर्व मंगलवार व बुधवार को भी क्रमशः 1500  व 1800   आयुष रक्षा किट का वितरण मतदानकर्मियों को किया गया था। मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ के वितरण के साथ ही उन्हें इसके सेवन की विधि भी बतायी गयी। उन्हें समझाया गया कि यह उनके लिए कितना उपयोगी है।

 क्या है आयुष रक्षा किट  -च्यवनप्राश-180 ग्राम, आयुष काढा-100 ग्राम, संशमनी बटी-30 ग्राम, अणु तेल-10 मिली को आयुष रक्षा किट में शामिल किया गया है।

 *ऐसे करें इस्तेमाल-* डा. भावना द्विवेदी  के अनुसार आयुष आयुष रक्षा किट में शामिल च्यवनप्राश को एक चम्मच दिन में एक बार लेना चाहिए,   आयुष काढ़ा के तीन ग्राम को 150 मिली ग्राम पानी में उबालने के बाद उसे छानकर सेवन करना चाहिए। संशमनी बटी के दो टेबेलेट दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेना चाहिए। अणु तेल का दो ड्राप नाक में दो बार डालना चाहिए।

बाबू जगदेव प्रसाद की मनाई गई जयंती


वाराणसी 0३ फरवरी (dil India live)। वाराणसी स्वतंत्रता आंदोलन के नायक बिहार के पूर्व विधायक बाबू जगदेव प्रसाद की जयंती मानववादी विचार मंच एवं सारनाथ बौद्ध कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को सलारपुर  दीनापुर सीवेज प्लांट के समीप खेल मैदान में स्थापित प्रतिमा के समक्ष हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।

 इस अवसर पर वक्ताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में बाबू जगदेव प्रसाद द्वारा किए गए योगदान को याद किया इसके पूर्व  अतिथिगण सर्वश्री जगन्नाथ कुशवाहा बसपा नेता रवि मौर्या भारतीय किसान यूनियन वाराणसी इकाई के अध्यक्ष पूर्व प्रधान बच्चे लाल राजभर, पंचम मौर्या, पंकज , रामखेलावन राजभर प्रधानाचार्य शिवमूरत राजभर पूर्व प्रधान अमरनाथ , गजानंद , कांता , सुरेंद्र, सिंह मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला पंचायत के पूर्व सदस्य महेंद्र  मौर्य फौजी ने किया।

ख्वाजा के दर पर चढ़ेगी काशी की तिरंगा चादर


वाराणसी ०३ फरवरी (dil India live)। काशी से ख्वाज़ा गरीब नवाज़ के दर पर तिरंगा चादर चढाने के लिए वकील अहमद के नेतृत्व में पिछले 28 साल से अकीदतमंद वाराणसी से निकलते है । 04 फरवरी को कैंट स्टेशन से मरुधर ट्रेन से ये जत्था रवाना होगी। उसी तिरंगे चादर को आज 03 फरवरी को लाट सरैय्या स्थित मस्ज़िद मखदूम शाह के आस्ताने पर अकीदतमन्दो के लिए खोली गयी। जिस में मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पार्षद हाजी ओकास अंसारी शामिल हुए। इस मौके पर हाजी ओकास अंसारी ने बताया की वकील अहमद के नेतृत्व में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ साहब को ये तिरंगा चादर पिछले 28 सालो से तमाम अकीदत मंदो के साथ एक जत्थे के साथ वाराणसी से ट्रेन से रवाना होती और ख्वाज़ा साहब को बड़ी शिद्दत के साथ इस तिरंगे चादर को चढ़ाते है, और वहा तीनो कुल करके ख्वाज़ा साहब के दरबार में मुल्क की तरक्की, लोगो के रोजगार में बरकत और मुल्क में अमन के लिए दुआ करते हैैं। हम अकीदतमन्दो  का चादर चढाने का ये सिलसिला लगातार चलता रहा है। आज इस मौके पर मौजूद हाजी ओकास अंसारी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, वकील , शेख रमजान, वर्मा, वसीम अकरम, बेलाल अहमद, , रमजान , रेशमा, मक़सूद, नुरूल, बाबू, तौफ़ीक़, अफज़ल शमसुद्दीन, मतीन आदि लोग मौजूद थे। 

अजमेर में ख्वाजा का उर्स शुरू

काशी से रवाना होगी तिरंगा चादर

वाराणसी 03 फरवरी (dil India live)।  हिन्दल वली सरकार मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी सरकार गरीब नवाज़ का उर्स अजमेर में शुरू हो गया है। 6 दिनों तक चलने वाले उर्स में शिरकत करने उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में जत्थे रवाना होना शुरू हो गए हैं, हालांकि उर्स कोरोना गाइड लाइन से ही मनाया जायेगा। 

उर्स को लेकर कई तरह की हिदायतें दी गई है। अजमेर के एडीएम सिटी राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के तहत ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स आयोजित करने को लेकर तैयारी की गई है। सभी जिम्मेदार विभागों के प्रमुखों को उर्स के संबंध में विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले 25 जनवरी को झंडे की रस्म अदा की गई थी। उर्स का आगाज  बुधवार को हो गया। उर्स का आगाज़ होते ही ज़ायरीन वहां पहुंचने लगे हैं। काशी के लाट सरैया में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ की चादर पार्षद हाजी ओकास अंसारी की अगुवाई में निकाली गई। इस दौरान तिरंगा चादर की ज़ियारत करने सभी मज़हब के लोग जुटे हुए थे। यह चादर विभिन्न रास्तों और शहरों से होते हुए अजमेर शरीफ पहुंचेंगी। ख्वाज़ा का उर्स छह दिनों तक हिन्दू-मुस्लिम दोनों की आस्था और अक़ीदत के साथ मनाया जाता है।

बुधवार, 2 फ़रवरी 2022

कोविड ने अपनों की ली जान वे दूसरों को बचाने के लिए चला रहे अभियान

लोगों को समझाते हैं : ‘हमने अपनों को खोया है, आप भी रहे सावधान, खुद की ही नहीं दूसरों की भी बचाए जान’


वाराणसी, 02 फरवरी (dil India live) । कोरोना संक्रमण के कारण हमने अपनों को खोया है। अच्छी खासी गृहस्थी को बिगड़ते देखा है। जरा सी लापरवाही हर किसी के लिए खतरनाक हो सकती है। बस जरूरत है टीके की दोनों खुराक लेने और कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करने की। यह कहना है उन लोगों का जिन्होंने कोविड की पहली और दूसरी लहर में अपनों को खोया है। कोविड की तीसरी लहर में ऐसे लोग खुद तो सतर्क हैं हीं दूसरों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं।

    गिलट बाजार निवासी प्रांजल अपने काम-धाम के बीच समय निकाल कर हर रोज मित्रों के साथ लोगों को कोविड से सतर्क रहने के लिए जागरुक करते हैं । वह लोगों को बताते हैं कि कोरोना की पहली लहर में किस तरह उन्होंने अपने पिता को खोया । उसके बाद किस तरह उनके परिवार ने परेशानियों को झेला । वह लोगों को समझाते है कि परेशानियों से बचने का एकमात्र उपाय सतर्कता है । कोविड टीका लगवाने के साथ ही अगर हम कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें, तो आप उस बड़ी मुसीबत से बच सकते है जिसे खुद उन्होंने झेला है।

  प्रांजल बताते हैं कि पिता के निधन के बाद तो ऐसा लगा जैसे सबकुछ तहस-नहस हो गया । खुद के साथ ही बहनों की पढ़ाई कैसे होगी, परिवार का खर्च कैसे चलेगा यह चिंता रात-दिन सताने लगी थी । वह एक ऐसा संकट का दौर था जिसके बारे में सोच कर ही कलेजा कांप उठता है । उस समय पूरा परिवार कोविड से ग्रसित था। प्रांजल कहते है, कोविड के चलते हमने ऐसी परेशानियों को झेला है जिसका सामना ईश्वर करे किसी को न करना पड़े । यही कारण है कि वह उन्होंने अब दूसरों को सतर्क रहने के लिए इन दिनों अभियान चला रखा है ।भोजूबीर के रहने वाले अरविन्द भी इन दिनों कुछ ऐसा ही कर रहे है। पेशे से दवा व्यवसायी अरविन्द ने अपने बड़े पिता को कोविड की दूसरी लहर में खोया है। वह बीएलडब्लयू कारखाने के कर्मचारी थे। किसी और के घर में ऐसी विपदा न आये इसके लिए अरविन्द भी लोगों को कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं । अरविन्द बताते है कि अधिकांश लोग इस गंभीर बीमारी पर पूरे दिन चर्चा करते रहते है लेकिन जब मास्क लगाने या दो गज की दूरी का पालन करने की बात आती है तो वह खुद इस मामले में लापरवाह हो जाते है । ऐसे लोगों को भ्रम होता है कि कोविड दूसरों को तो होगा, उन्हें नहीं । अरविन्द बताते है कि वह लोगों को यही समझाने का काम कर रहे है कि कोविड किसी को भी हो सकता है । इसलिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी है। पहड़िया निवासी दिव्यांशू ने कोविड की दूसरी लहर में अपने पिता को खोया । पिता के न रहने पर अचानक आई परिवार की जिम्मेदारियों को उठाने के साथ-साथ ही दिव्यांशू ने भी कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए अभियान चला रखा है । वह सामने पड़े ऐसे हर व्यक्ति को रोकते और टोकते है जिन्होंने मास्क नहीं पहन रखा होता है । उसे मास्क के महत्व के बारे में समझाते हैं, इसके साथ ही अपने सामने आयी परेशानियों का हवाला देते हुए यह सभी को यह समझाते हैं कि मास्क पहनना सभी के लिए क्यों जरूरी है। अपने दोस्तों-मित्रों को फोन कर वह सभी से पूछते हैं कि उन्होंने कोविड का टीका लगवाया है या नहीं। न लगवाने वाले को जल्द से जल्द लगा लेने की सलाह देते हैं। दिव्यांशू का मानना है कि यदि हर व्यक्ति सजग हो जाए और टीकाकरण कराने के साथ ही कोविड नियमों का पालन करे तो कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है। उनका मानना है कि बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है, ऐसे में जरूरी है सभी को अपने स्तर पर ऐसे ही अभियान चलाने की जिससे कोविड़ पर विजय पायी जा सके।

राजनीतिक दल के चुनाव घोषणा पत्र में इस समुदाय की तरक्की का संकल्प शामिल हो

मीट इण्डस्ट्री को कृषि उद्योग का दर्जा दिया जाए

आजादी के 75 साल बाद भी कुरैश समुदाय बदहाली का शिकार : ऑल इण्डिया जमीयतुल कुरैश

वाराणसी 02 फरवरी (dil India live) । आल इण्डिया जमीयतुल कुरैश उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद यूसुफ कुरैशी एडवोकेट, महासचिव चौधरी , अध्यक्ष यूथ विंग साजिद अहमद कुरैशी व यूथविंग प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी तौफीक कुरैशी के साझा बयान में कुरैशी बिरादरी से अपील की है। अपील में कहा है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव में अपने - अपने हलकों में उस पार्टी और उम्मीदवार को वोट करें जो पार्टी और उम्मीदवार कुरैश बिरादरी के कारोबार की तरक्की और जो कारोबाद बंद किया गया है उसको दोबारा खोलने के लिए ठोस आश्वासन दे। आले उमर कुरैशी ने कहा कि कुरैश बिरादरी के वोट उस सियासी पार्टी को मिलेंगे जो पूरे सूबे के तमाम जिलों में जरूरत के मुताबिक स्लॉटर हाउस , पशु वधशालाएं बनाने की गारण्टी दे। अपील में कहा गया है कि सियासी पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस बात को प्रमुखता से कहे कि वह सत्ता में चुनकर आने के बाद मॉडर्न स्लॉटर हाउस बनाएगी । मीट इण्डस्ट्री को कृषि उद्योग का दर्जा दिया जाए और कृषि उद्योग को मिलने वाली समस्त रियायतें भी दी जाएं । गोश्त की दुकानों के लाइसेंस देने एवं नवीनीकरण प्रक्रिया का सरलीकरण करें ताकि गोश्त की दुकानों के नए लाइसेंस व रिन्यूअल आसानी से किए जा सके। ए.आई.जे. के ने चिंता जताते हुए कहा कि कुरैश बिरादरी के साथ निरंतर सौलेता व्यवहार हो रहा है । फैक्ट्रीयां , मीट प्लॉट जबरन बन्द कर दी गई हैं , सरकार ने लाखों लोगों को बेरोजगार बना दिया , उन्हें एक - एक निवाले का मोहताज बनाकर सड़क पर पैदल कर दिया । मीट प्लांट को चालू करने की राह में हज़ारों अड़चनें पैदा कर दी गई हैं । कुरैश बिरादरी को परेशान करने के लिए लाइसेंस और रिन्यूवल प्रक्रिया में पुलिस प्रशासन और तमाम विभागों का अनावश्यक हस्तक्षेप कर दिया गया है । इसका दुष्परिणाम ये हुआ कि डी . एम . की अनुमति के बगैर किसी भी जगह स्लॉटर हाउस , पशु मीट पलांट को चलाने की इजाजत नहीं दी जाती । जब तक किसी जिले के कलेक्टर , पुलिस और दीगर प्रशासन के अधिकारी एनओसी न दें , पॉल्यूशन बोर्ड भी एन.ओ.सी. नहीं देता है । कहा , हम उम्मीद करते हैं कि तमाम सियासी पार्टियां कुरैश बिरादरी की दिक्कतों को समझते हुए उन्हें दूर करने का बीड़ा उठाएगी । उत्तर प्रदेश में कुरैश बहुत बड़ी आबादी है । उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों के अन्दर मुस्लिम आबादी का करीब २० से ५० : कुरैशी बिरादरी का प्रतिनिधित्व है । ज्यादातर लोगों का रोजगार मांस के कारोबार से जुड़ा हुआ है । मीटर प्लांट का शत - प्रतिशत उत्पादन एक्सपोर्ट किया जाता है जिससे मुल्क की इकॉनामी और करेंसी का फायदा होता है । उत्तर प्रदेश सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों के चलते कुरैश बिरादरी का सारा कारोबार चौपट हो गया है । बिरादरी के लोग सियासी पार्टियों से अपील करें कि वह अपने एजेंडों , मेनिफेस्टों में हमारे कारोबार को चालू कराने की गारण्टी दें । हमें रोजगार दें और जो बेरोजगार किए गए हैं उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाए । कारोबार को सुचारू रूप से चलाने के लिए औपचारिकताएं कम से कम , जटिलताओं को कम करके प्रक्रिया आसान किया जाए । ताकि बेरोजगार हुए लोग रोजगार हासिल कर सके और बन्द पड़ी फैक्ट्रियां चालू हो सके । ताकि लाखों की तादाद में जो मजदूर बेरोजगार हुए हैं वह रोजगार में लग सके और हर जिले के अन्दर लोगों को अपनी मर्जी से हलाल गोश्त खाने को मिल सके । ऐसा तभी संभव होगा जब प्रत्येक जिले के अंदर माडर्न स्लाटर हाउस बनाए जाएंगे । ऑल इण्डिया जमीयतुल कुरैश उत्तर प्रदेश ने कुरैश बिरादरी की आवाह्न करते हुए कहा कि जो पार्टियां हमें ठोस आश्वासन न दें , हमारी मदद न करें या हमसे वादा न करें ऐसे लोगों , पार्टियों का बेझिझक बायकॉट करें । जो पार्टियां कुरैश बिरादरी की तकलीफ को दिल से महसूस करती है और सुलझाने के लिए मज़बूत इच्छा शक्ति रखती है । हमारा संगठन ७५ जिलों में सक्रिय है , हमारे जिला अध्यक्ष व पदाधिकारी , सियासी पार्टियों , उनके जिम्मेदार ओहदे दारान और प्रत्याशियों से सम्पर्क करेंगे। साझा बयान में साफतौर से कहा कि सियासी पार्टियां अपने - अपने चुनाव घोषणा पत्र में कुरैश समुदाय की तरक्की का संकल्प शामिल करें । गौवंश तस्करी और वध के झूठे आरोप में सूबे की जेलों में कुरैश बिरादरी के हज़ारों निर्दोष लोग सालों से कैद हैं , उनके परिवार भुखमरी का शिकार है । मांस के कारोबार पर पुलिस प्रशासन ने रोक लगा दिया है । कुरैश बिरादरी के अधिकांश लोगों की आमदनी बन्द हो गयी है इस वजह से उनके बच्चों की स्कूल , कालेजों की फीस जमा नहीं हो पा रही परिणाम स्वरूप बच्चों के नाम स्कूल से कट गए । गौवंश वध के संदिग्ध मामलों को फास्ट ट्रैक अदालतों में चलाकर त्वरित निर्णय लिया जाए, निर्दोषों और बेगुनाहों को जेल से आज़ाद किया जाए। ताकि वो समाज में सिर उठाकर स्वाभिमान के साथ जी सकें। कहा, सियासी पार्टी के लिखित आश्वासन के बाद ही ऑल इण्डिया जमीयतुल कुरैश उत्तर प्रदेश उक्त पार्टी को समर्थन देने के सम्बन्ध में विचार करेगा।

जानिये चुनाव तक क्या क्या है प्रतिबंधित

विधानसभा चुनाव के दौरान रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल / बाइक/ वाहन रैली तथा जुलूस 11 तक प्रतिबन्धित 

वाराणसी  (dil India live)। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सचिव, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार तथा 05 राज्यों, जहाँ विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की प्रक्रिया गतिमान है के मुख्य सचिव एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ कोविड की वर्तमान एवं अनुमानित स्थिति, सम्बन्धित राज्यों में वैक्सिनेशन के प्रथम एवं द्वितीय डोज आदि पर गहनतापूर्वक विचारोपरान्त रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैली तथा जुलूस 11 फरवरी, 2022 तक प्रतिबन्धित रहेंगे।

       आयोग द्वारा 01 फरवरी, 2022 से समस्त चरणों के लिए राजनैतिक दलों एवं निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों को अधिकतम 1000 व्यक्तियों (वर्तमान क्षमता 500 व्यक्तियों के स्थान पर) अथवा मैदान की क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा नियत सीमा, जो कम हो, तक भौतिक रूप से मीटिंग्स की अनुमति प्रदान की गई है। आयोग द्वारा डोर-टु-डोर कैम्पेन की सीमा में वृद्धि कर दी गई है। अब डोर-टु-डोर कैम्पेन के तहत 10 व्यक्तियों के स्थान पर 20 व्यक्तियों के साथ (सुरक्षा कर्मियों को छोड़कर) प्रचार किया जा सकता है। आयोग द्वारा राजनैतिक दलों हेतु अधिकतम 500 व्यक्तियों (वर्तमान में अनुमन्य 300 व्यक्तियों के स्थान पर) अथवा हाल की क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (SDMA) द्वारा अनुमन्य सीमा के अन्तर्गत इन्डोर मीटिंग की अनुमति प्रदान की गई है।आयोग द्वारा राजनैतिक दलों एवं निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों से कोविड अनुरूप व्यवहार एवं दिशा- निर्देशों तथा निर्वाचन सम्बन्धी समस्त गतिविधियों के दौरान आदर्श आचार संहिता के समस्त निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने की अपेक्षा की है। 

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...