बुधवार, 3 नवंबर 2021

सियासी मैदान में छोटे दल की ताकत

पूर्वांचल में खेला करने को बेताब दिख रहे उभरते सुरमा

अपना दल, सुभासपा, आप, वीआईपी, एआईएमएआईएम पर सभी की निगाहें  

वाराणसी 3 नवंबर (dil india)। उत्तर प्रदेश में चुनाव अधिसूचना भले ही अभी जारी न हुई हो मगर पूर्वांचल में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। चुनाव आचार संहिता लगने से पहले सभी सियासी दल अपनी बातें, अपना मुद्दा, जनता तक पहुंचाने के लिए बेताब है। कोई पेट्रोलियम पदार्थो की महंगाई, बेराज़गारी को मुद्दा बना रहा है तो कोई ईमानदारी, प्रदेश के सम्मान की बात कर रहा है। धर्म, जाति, पक्ष-विपक्ष के हमले शुरू हो गये हैं, जोड़-तोड़ और समीकरण बनाने की जद्दोजेहद जारी है। जनता को लुभाने के लिए रैलियां कर वादो का दौर अपने शबाब पर है। सत्ता बचाने व काबिज होने के लिए कोई भी दल कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता है। पूवार्चंल की लगभग 160 सीटों पर काबिज होने के लिए सत्ता व विपक्ष के बीच रस्सा कस्सी तेज हो गई है। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो समीकरण बनाने और बिगाड़ने में इस बार सबसे ज्यादा किरदार छोटे दल अदा करेंगे। वही बनायेंगे और बिगाड़ेंगे सियासी खेल। पूर्वांचल में अपना दल, अपना दल एस, सुभासपा, आप, वीआईपी, एआईएमएआईएम, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी पर सभी की निगाहें है।

जातीगत आधार पर बने छोटे-छोटे दल अपने वजूद को कायम करने के लिए समीकरण बनाने में लग गये है। समाजवादी पार्टी व सुभासपा ने गठबंधन करके पूवार्चंल की सियासत को जहां नया समीकरण का संकेत दिया है वहीं भाजपा की बी टीम का आरोप देश भर में झेल रहे एआईएमएआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी को भी झटका लगा है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अगुवा शिवपाल यादव और ओवैसी से लगातार ओमप्रकाश राजभर की बैठकें होना और फिर सपा से ओम प्रकाश राजभर का हाथ मिला लेना सियासत का नया पेंच कहा जा रहा है। सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि आने वाले दिन में सपा ओवैसी से भी हाथ मिला सकती है। क्यों कि छोटे-छोटे दल को साथ लेकर ही सपा प्रमुख अपनी सियासी महत्वकांक्षा पूरी करने की फिराक में हैं। ओम प्रकाश राजभर के आने से पूर्वांचल का राजभर वोट सपा के पाले में आ जायेगा और यादव, मुस्लिम वोट बैंक पहले से सपा के पाले में है। ओवैसी सपा के साथ आ जाते हैं तो संभव है कि सपा के पाले से जो थोड़ा बहुत मुस्लिम वोट खिसकने का डर है वो नहीं रहेगा। इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि अगर सपा ओवैसी के साथ जाते हैं तो भाजपा इसे हिन्दू-मुस्लिम का रूप देकर सियासी लाभ उठा सकती है। अखिलेश यह रिस्क संभव है कि न लें। शायद इसी लिए ओम प्रकाश राजभर और सपा में समझौता तो हो गया मगर ओवैसी का चेप्टर अभी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप

बिहार में एनडीए सरकार का हिस्सा, वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी कहते है कि हमारी केंद्र सरकार से मांग थी कि निषादों को आरक्षण मिले, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार नहीं दे सकी। मुकेश कहते हैं कि यूपी के विधानसभा चुनाव में जीतने के लिए नहीं, बल्कि योगी सरकार को हराने के लिए लड़ेंगे। ऐसे ही जातीय आधार पर बनी सुभासपा व निषाद पार्टी बीते 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ थी। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर विधायक बनने के बाद भाजपा सरकार में मंत्री भी थे मगर वहां सम्मान न मिलने के कारण उन्होंने मंत्री पद को ठोकर मार दिया। 

ज्यादातर सीटों पर भाजपा

 कुछ गिनती की सीटें छोड़ दिया जाये तो पूर्वांचल की ज्यादातर सीटों पर भाजपा का ही कब्जा है। 2017 के चुनाव में तकरीबन सभी छोटे क्षेत्रीय दल भाजपा के साथ थे मगर अब समीकरण उससे इतर है। इस बार अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल को छोड़ दिया जाये तो तकरीबन सभी छोटे दल या तो सपा के साथ हैं या फिर अलग-थलग पड़े हैं। इस वक्त कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाली अपना दल एस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अलग-थलग ही है। संभव है कि दोनों दल चुनाव आते-आते अपना रुख स्पष्ट करें।

राजनीतिज्ञ विशेषज्ञ की जाने राय

राजनीति विशेषज्ञ डा. आरिफ कहते हैं कि पूर्वांचल में कही अगडे-पिछडे के आधार पर तो कही धर्म के आधार पर मतदान होता रहा है। अन्य मुद्दे गौड हो जाते है। हालांकि सर्भ दल चाहते है जातीय समीकरण ध्वस्त हो लेकिन चुनाव में प्रत्याशियों को चयन उनकी काबिलियत पर नही जातीगत आधार पर ही होता है। सपा, बसपा ही नहीं कांग्रेस और भाजपा भी जाति आधार पर उम्मीदवारों को मैदान में उतारते हैं। जाति समीकरण के चलते ही पूर्वांचल की सियासत में छोटे-छोटे दलों का उदय हुआ और आज छोटे दल ही समीकरण बनाते है और बिगाड़ते हैं।

हजयात्रियों को लेनी होंगी टीकों की दोनों खुराकें


हज पर जाने वाले करें ऑनलाइन आवेदन

फॉर्म भरने की आधिकारिक रूप से हुई घोषणा

 वाराणसी 3 नवंबर (dil india)।'इस बार सऊदी अरब और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए हज 2022 की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हज 2022 की अधिकृत घोषणा हो गयी है, इस के लिए 01 नवंबर से 31 जनवरी तक ऑनलाइन हज के फॉर्म भरे जायेंगे। भारत की हज 2022 की संपूर्ण प्रक्रिया 100 प्रतिशत ऑनलाइन डिजिटल होगी।'

हज 2022 में महामारी की स्थिति के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल-दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। इसी की तैयारी को ले कर हर साल की तरह इस साल भी पूर्वांचल हज सेवा समिति जो हाजियो के लिए निःस्वार्थ सेवा करती है, आज़िमीने हज का निःशुल्क ऑनलाइन फॉर्म भरने इंतेज़ाम किया है।

पूर्वांचल हज सेवा समिति के मुख्य कार्यालय में हुयी मीटिंग में समिति के अध्यक्ष हाजी रईस अहमद ने कहा कि "कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने हज व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण परिवर्तन एवं सुधार किया है। इनमें भारत एवं सऊदी अरब में आवास, सऊदी अरब में हज यात्रियों के ठहरने की अवधि, यातायात, स्वास्थ्य एवं अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं। और हम लोगों की पूर्वांचल हज सेवा समिति हमेशा की तरह इस साल भी हाजियों की खिदमत के लिए निःस्वार्थ लगी रहेगी हम लोगों ने निःशुल्क ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए 16 प्वाइंट बनाये है जिनके नाम और नम्बर इस प्रकार है :


1. तारिक हसन खान बब्लू, प्रधान कार्यालय खजुरी 9336911172

2. हाजी रईस अहमद, काजी सादुल्लापुरा, 8299617127

3. मौलाना रियाज़ अहमद ककादरी (कच्चिबाग) 9839878316

4. मो0 सलमान अदनान खान, पुलिस लाईन चौराहा, 9415269626

5. हाजी जुबैर अहमद.,रेवाड़ी तालाब, 7905935223

6. हाजी ओकास अंसारी, सरैयां, 8299137212

7. हाजी तलत महमूद, पण्डे हवेली मदनपुरा, 7753097286

8. हाजी साबिर अराफ़ात, ककरमत्ता, 9336910062

9. शमशुल अरफीन,  बजरडीहा, 9336016464

10. डा. मीनू  नईसड़क  9889978692

11. डा.अमीन, लल्लापुरा, 8318180498

12. हाजी बाबू, राजा बाजार, नदेसर, 9919431077

13. हाजी मुन्नू, लोहता, 9335484596

14. हाजी मो. सलीम KGN, हरतीरथ, 9839489431

15. हाजी अब्दुल क़ैय्यूम  उजाला फैब्रिक, सदर चौक मऊ, 9889287458

16. परवेज़ अहमद जोखू , चंदौली, 9807666833.

फॉर्म भरने के लिए जो जरुरी कागज़ात 

1. पास्पोर्ट की मूल कॉपी

2. आधार कार्ड की मूल कॉपी

 3. पैन कार्ड की मूल कॉपी

4. फ़ोटो सफ़ेद बैकग्राउंड की

5. बैंक पासबुक या चेक प्रमुख हाजी के अकाउंट का

6. ब्लड ग्रुप

7. कोविड वैक्सीन की दोनों डोज़ की सर्टिफिकेट

8. प्रमुख हाजी का मोबाइल नम्बर

9. 300/ रूपये ऑनलाइन जमा करें या बैंक में हज कमेटी के एकाउंट में जमा की रसीद।

आज इस मीटिंग में प्रमुख रूप से मौजूद हाजी रईस एडोकेट, मौलाना रियाज़ अहमद कादरी, हाजी जुबैर, मो. सलमान खां अदनान, तारिक हसन खान, हाजी ओकास अंसारी, हाजी साबिर अराफ़ात, बाबू भाई, अख्तर हुसैन, अब्दुल क़ैय्यूम, रेयाज़ अहमद राजू आदि मेंबर मौजूद थे।

दादा मियां की मज़ार अकीदत का मरकज़

 शिवपाल यादव ने लगाई दादा मियां के दर पर हाजिरी


लखनऊ 2 नवंबर (dil india)। देश की गंगा जमुनी तहज़ीब और आपसी भाई चारगी का रंग मंंगलवार को दादा मियां की मजार पर देखने को मिला यहां मुस्लिम जितनी अकीदत से आये थे, उतनी ही शिद्​दत से हिंदू भी बाबा के दर पर सिर झुकाये नज़र आया। मौका था हजरत दादा मियां रहमतुल्लाह अलैह के सलाना का 114 वां उर्स का। पांच दिवसीय उर्स के मौके पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव भी उर्स में शिरकत करने मंगलवार को माल एवेंयू स्थित दरगाह शरीफ पर पहुँचे। शिवपाल यादव ने चादरपोशी की, मुल्क में अमन-मिल्लत की दुआएं मांगी। 

इससे पहले सूफी नूर मुहम्मद फसाहती अपने मुरीदों के साथ परचम लेकर आए। परचम कुशाई दरगाह के सज्जादा नशीन हजरत मुहम्मद शबाहत हसन शाह की सदारत और फरहत मियां व मिस्बा मियां की मौजूदगी में हुई। परचम कुशाई से पहले महफिले समा का आयोजन हुआ, जिसमें कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश किए। इस दौरान परचम कुशाई के महत्व के बारे में लोगों को बताया गया। 

इस मौके पर दरगाह शरीफ के सज्जादा नशीन हजरत मुहम्मद शबाहत हसन शाह ने खुशी का इजहार करते हुए माहे रबी अव्वल की मुबारकबाद पेश की और शासन व प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि सभी कार्यक्रमों में अपना पूरा सहयोग देने की कृपा करें। इस बार कोविड-19 को ध्यान रखते हुए और प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार उर्स मुबारक के सारे कार्यक्रमों को किया गया। 

मंगलवार, 2 नवंबर 2021

आयुर्वेद भगा सकता है कुपोषण

‘राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’  एवं धन्वंतरि जयंती मनी


वाराणसी, 2 नवम्बर (dil india)। आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग के तत्वावधान में  चौकाघाट स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में मंगलवार को ‘ राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’  एवं धन्वंतरि जयंती मनायी गयी। इस अवसर पर ‘पोषण में आयुर्वेद का महत्व’ विषयक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। संगोष्ठी में  क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने कहा कि  स्वस्थ समाज के लिए देश का कुपोषण मुक्त होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कुपोषण से मुक्ति में आयुर्वेद महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। 

डा. भावना द्विवेदी ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब कुपोेषण से लोगों की स्थिति गंभीर हो जाती थी |  इसमें अब तेजी से बदलाव आया है। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, के साथ ही हमारे आस-पास मिलने वाले औषधीय पौधों, साग-सब्जियों का प्रयोग कर आज हम कुपोषण पर काफी हद तक अंकुश लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पोषण के प्रति जागरुकता लाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग की ओर से लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। खास तौर पर महिलाओं और बच्चों को यह बताया जा रहा है कि वह अपने खान-पान में किस तरह से बदलाव लाएं जिससे उन्हें पोषक तत्व प्राप्त हों।

आयुर्वेद एक जीवन पद्वाति


संगोष्ठी की मुख्य अतिथि व आयुर्वेद महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डा. नीलम गुप्त ने कहा कि आयुर्वेद एक जीवन पद्धति है। आयुर्वेद हमें खाना-पीना, रहना और सभी के सुख की कामना करने का संदेश देता है। कोरोना काल में आयुर्वेद ने अपनी उपयोगिता साबित कर दी है। लोगों में आयुर्वेद के प्रति काफी विश्वास बढ़ा है। अब हम आयुर्वेद के जरिए कुपोषण को भी देश से दूर भगाने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि उपभोक्तावादी संस्कृति में खान-पान के लिए बाजारू चीजों पर हमारी निर्भरता बढ़ी है। हमें इससे दूर होना पड़ेगा। यह तभी संभव है जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए जागरूक होगा। संगोष्ठी में डा. पुष्पांजली, डा. सनातन राय, डा. कुंवर अंकुर सिंह, डा. प्रीति गुप्ता,डा. विजय राय, डा. मनीष, डा. विनय मिश्र ने भी विचार व्यक्त किये। संचालन डा. रमन ने व डा. उमाशंकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

बड़ौदा यूपी बैंक द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह


भ्रष्टाचार के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने पर ज़ोर

वाराणसी 2 नवंबर(dil india) आरएसएमटी में बड़ौदा यूपी बैंक द्वारा आयोजित भ्रष्टाचार जागरूकता उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार झा ने कहाकि हमें अपने जीवन में भ्रष्टाचार के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए कभी भी इसमें सम्मिलित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति में भ्रष्टाचार एक बाधा है। नवीन श्रीवास्तव, मुख्य प्रबंधक, क्षेत्रीय कार्यालय ने भ्रष्टाचार को एक अभिशाप बताते हुए कहा कि हमारे नागरिको को भारतीय मूल्यों एवंं संस्कृति को अपने नागरिकों में आत्मसात करते हुए एक उत्कृष्ट मानव बनने पर जोर देना चाहिए। इसके परिणामस्वरूप, भ्रष्टाचार का स्वतः ही उन्मूलन हो जाएगा। कार्यक्रम में सभी विधार्थियों को भ्रष्टाचार के विरुद्ध शपथ दिलायी गयी। इसके साथ ही कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता एवं प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता आयोजित की गयी। उत्कृष्ट विधार्थियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का आयोजन बड़ौदा यूपी बैंक मीरापुर बसही शाखा के कुशल प्रबंधन में वरिष्ठ प्रबंधक श्री विकास पांडेय के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर विपणन अधिकारी श्री राजीव कुमार मलिक भी मौजूद थे। 

इस दौरान डा. अमन गुप्ता ने स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती गरिमा आनंद ने किया। इस अवसर पर विमल कुमार, विनय कुमार, सुजीत सिंह, डॉ. बृजेश कुमार यादव, आनंद मोहन पांडे, अनुराग सिंह, रामेश्वरी सोनकर इत्यादि उपस्थित थे।

भगवान धन्वंतरि के कलश से छलका आरोग्य सुख समृद्धि

अमृतरूपी प्रसाद पाने को श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

दर्शनार्थियों ने अमृतकलश हस्ताय सर्वभय कोरोना विनाशाय सर्वरोगनिवारणाय ॐ धन्वंतराये नमः का किया किया उद्दघोष

वाराणसी 02 नवंबर (dil india)। धनतेरस के अवसर पर आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि जन्मोत्सव को धन्वंतरि निवास में पूरे विधि विधान एवं धूमधाम से मनाया गया। कार्तिक कृष्ण मंगलवार को धनतेरस के    शुभलग्न मुहूर्त दोपहर में भगवान का आयुर्वेदिक दवाओं, रत्नो, औषधि युक्त लताओं तिनकों के साथ हिमालय एवं विदेशों से मंगवाए गए विभिन्न प्रकार के सुगन्धित फूलों से श्रृंगार किया गया। भगवान को विभिन्न प्रकार के पकवान,फल एवं मिठाईयों  का भोग लगाकर पांच ब्राह्मणो ने पूरी विधि विधान से वैदिक मन्त्रों का उच्चारण कर पूजन अर्जन करते हुए भगवान से सम्पूर्ण मानव जाति को कोरोना रूपी महामारी से मुक्ति की कामना के लिए वरदान माँगा। राजवैद्य स्व. पंडित शिव कुमार शास्त्री के तीनों पुत्रों राम कुमार शास्त्री नंदकुमार शास्त्री एवं समीर कुमार शास्त्री प्रपौत्र उत्पल कोमल शास्त्री, आदित्य एवं मिहिर ने भगवान की आरती कर सभी के लिए मंगलकामना की। इस वर्ष कोरोना से सुरक्षा की दृष्टि से भगवान धन्वंतरि के अष्ट धातु की प्रतिमा को धन्वंतरि निवास के खुले मैदान में स्थापित किया गया था जिससे सुरक्षा की दृष्टि से बेरीकेटिंग कर श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हाथों को सेनिटाइज कर मंदिर प्रांगण में भेजा गया जिससे दूर से हीं सभी दर्शनार्थियो को भगवान का दर्शन हो सके। श्रद्धालुओं को आसपास का पूरा वातावरण विभिन्न प्रकार के खुशबुओं से भगवान के विराजमान होने की अनुभूति हो रही थी। श्रद्धालुओं ने भगवान धन्वंतरि के स्वरुप से निकलता तेज आभामण्डल की किरण को ही भगवान का आशीर्वाद रूपी अमृत को प्राप्त करने की अनुभूति कर अपने को निरोग एवं अपने पारिवारिक जनों के स्वस्थ होने की कामना का वरदान माँगा। धन्वंतरि दरबार के द्वार पर शहनाइयों की मंगलध्वनि चारों ओर गूंज रही थी। सुरक्षा को लेकर पुलिसबल बेहद सजग दिखे। सभी श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य का खजाना आरोग्यसुख  अमृतरूपी प्रसाद का वितरण किया गया।

  उक्त अवसर पर श्री सद्गुरुश्री महाराज, महाराजश्री  श्री गोपाल मंदिर,  जिले के मंत्री गणों एवं आला अधिकारिओं सहित समाजसेवी एवं विधायक अजय राय, मनोज जायसवाल, सर्वेश नारायण, आरपी सिंह, पवन सिंह सहित काशी के गणमान्य व्यक्तियों ने भगवान धन्वंतरि दरबार में हाजिरी लगायी।

सोमवार, 1 नवंबर 2021

मशहूर आलिमे मौलाना कमरुद्दीन का इंतकाल

सुल्तान क्लब ने जताया गहरारा अफसोस


सुल्तान क्लब के पूर्व कोषाध्यक्ष मौलाना अब्दुल्लाह को पितृ शोक

वाराणसी (dil india)। शहर बनारस की मशहूर शख्सियत सरदार मौलाना कमरुद्दीन साहब का लंबी बीमारी के बाद रविवार रात्रि 9:30 बजे, 78 वर्ष की उम्र में काजीसादुल्लाह पुरा स्थित आवास पर इंतकाल हो गया। इनके निधन से शिक्षण और सामाजिक संस्थाओं में शोक की लहर दौड़ गई। सामाजिक संस्था "सुल्तान क्लब" की आकस्मिक अफसोस बैठक संस्था के कार्यालय में संस्थाध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक की अध्यक्षता और महासचिव एच हसन नन्हें के संचालन में आयोजित हुई।

          अफ़सोस बैठक में मौलाना कमरुद्दीन को खिराजे अकीदत पेश करते हुए सदस्यों ने कहा कि मौलाना कमरुद्दीन साहब बेहतरीन ताजिर के साथ बड़े ही मिलनसार और अच्छे व्यवहार के इंसान थे,आप जैतपुरा धननीपुरा के सरदार की भी जिम्मेदारी बखूबी निभाते रहे,लोगों के अंदर आपने एक अलग पहचान बनाई थी,आपके इंतकाल से समाज में जो क्षति हुई है उसकी पूर्ति कठिन है,आपने अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ा है।

मौलाना कमरुद्दीन साहब की नमाजे जनाज़ा, सिटी गर्ल्स इंटर कालेज में उनके पुत्र मौलाना अब्दुल्लाह ने सोमवार को दिन में अदा कराई,और चौकाघाट धोभैयां स्थित अबाई कब्रास्तान में सैकड़ों लोगों के बीच सुपुर्द ख़ाक किया गया। सुल्तान क्लब की अफ़सोस बैठक में अध्यक्ष डाक्टर एहतेशामुल हक, उपाध्यक्ष अजय कुमार वर्मा, महबूब आलम, महासचिव एच हसन नन्हें, सचिव मुस्लिम जावेद अख्तर, कोषाध्यक्ष शमीम रियाज़, हाफिज मुनीर, अबुल वफा अंसारी, मुख्तार अहमद, अब्दुर्रहमान, मुहम्मद इकराम, नसीमुल हक, इरफान, इत्यादि थे।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...