मंगलवार, 7 सितंबर 2021

कातिल से कह दो अपना हर अरमां निकाल ले....


मुशायरे में शायरों का सम्मान, पेश हुआ कलाम

जब किसी का मकान जलता है, दूर तक आसमां जलता है

वाराणसी 7 सितंबर (दिल इंडिया लाइव)। उर्दू साहित्यिक व सामाजिक संस्था "अदब सराय" वाराणसी के तत्वाधान में एक अजीमुश्शान मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन रामनगर में किया गया। मुशायरे का आयोजन इंडियन प्रीमियर मुशायरा लीग 2021 ऑस्ट्रेलिया की विजय टीम की वाराणसी आमद पर स्वागत के रूप में किया गया। मुशायरे की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार और उस्ताद शायर ताजुद्दीन अशअर रामनगरी ने की व संचालन वरिष्ठ शायर जम जम रामनगरी ने किया।

       मुख्य अतिथि बेंगलुरु से तशरीफ लाए मशहूर शायर गुफरान अमजद व इलाहाबाद से तशरीफ लाए अफजल इलाहाबादी का स्मृति चिन्ह व शाल देकर सम्मानित किया गया,संस्था के अध्यक्ष आलम बनारसी, महासचिव शाद मशरकी, सचिव सावन शुक्ला, ने लोगों का स्वागत गुलदस्ता देकर किया।मुशायरे में शायरों ने बड़ी ही अच्छी अच्छी गजलें व नज्में पेश की, जिससे लोग सुनकर झूम उठे। इस मौके पर ताजुद्दीन अशअर रामनगरी ने सुनाया कि, कल्ब व जिगर के टुकड़े को जां निकाल ले, कातिल से कह दो अपना हर अरमां निकाल ले।

अफ़ज़ल इलाहाबादी ने कहा कि, मेरी तामीर मुकम्मल नहीं होने पाती, कोई बुनियाद हिलाता है चला जाता है।

हबीब बनारसी ने कहा, कुछ ऐसा कर हमारा हाफिजा कमजोर हो जाए, जबानी याद है तेरे सितम की दास्तां हमको।

सोहेल उस्मानी ने कहा,जब किसी का मकान चलता है, दूर तक आसमान जलता है।

अबू शहमा ने सुनाया जहां न कदर हो उर्दू जुबान की शहमा, वहां पे अपनी अपनी ग़ज़ल हम सुना नहीं सकते।

           देर रात तक मुशायरे का लोग आनंद उठाते रहे कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज कारी सलमान अजहर ने कुरान की तिलावत से किया जब की नाते पाक का नजराना ओवैस चंदौली ने पेश की,अंत में मुशायरे की अध्यक्षता कर रहे अशअर रामनगरी ने समापन का ऐलान किया ,मुशायरे में काफी संख्या में लोग मौजूद थे।

ललित डाक टिकट पर अपनी फोटो देख हुए प्रफुल्लित


डाक विभाग ने ओलंपियन ललित को किया सम्मानित

  •  पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने ओलंपियन ललित उपाध्याय को किया सम्मानित
  • डाक टिकट पर अपनी ही फोटो देखकर ललित हुए प्रफुल्लित
  • कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के थे ललित सदस्य

वाराणसी 7 सितंबर(दिल इंडिया लाइव)। भारतीय डाक विभाग द्वारा टोक्यो ओलंपिक-2020 में कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के सदस्य ललित उपाध्याय का विशेश्वरगंज स्थित प्रधान डाकघर, वाराणसी में वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मान किया गया। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने ओलंपियन उपाध्याय को शाल ओढ़ाकर और उनके चित्र वाली माई स्टैम्प भेंटकर सम्मानित किया। ललित की माँ रीता उपाध्याय, पिता श्री सतीश उपाध्याय और उनके कोच श्री परमानंद मिश्र को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। डाक टिकट पर अपना चित्र देखकर ललित और उनके परिजन बेहद प्रफुल्लित नजर आये और डाक विभाग का शुक्रिया अदा किया।

गौरतलब है कि, ललित उपाध्याय टोक्यो जाने वाली हॉकी ओलम्पिक टीम में उत्तर प्रदेश से भी एकमात्र खिलाड़ी रहे। कार्यक्रम का संयोजन वाराणसी मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री राजन और सीनियर पोस्टमास्टर श्री चंद्रशेखर सिंह बरुआ द्वारा किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल श्री यादव ने कहा कि वाराणसी की धरा साहित्य, कला, संस्कृति, शिक्षा, अध्यात्म के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि खेल के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियों के लिए जानी जाती है। टोक्यो ओलंपिक में तीन बार की चैम्पियन जर्मनी को हराकर कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रूप में ललित उपाध्याय ने वाराणसी ही नहीं, अपितु पूरे देश का मान बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी और वे नए आयाम रचने को तत्पर होंगे। श्री यादव ने कहा कि, यह भी एक खूबसूरत संयोग है कि, मास्को ओलम्पिक (1980) में भारतीय हॉकी टीम को गोल्ड मेडल जिताने में वाराणसी के ही मो. शाहिद ने अहम भूमिका निभाई थी और अब टोक्यो ओलम्पिक में भी वाराणसी के ही ललित उपाध्याय ने हॉकी टीम को कांस्य मेडल जिताने में प्रमुख भूमिका निभाई। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन की बदौलत ही ओलम्पिक में 41 वर्ष बाद भारत ने हॉकी में पदक प्राप्त किया। पद्मश्री मो. शाहिद, विवेक सिंह व राहुल सिंह के बाद ललित उपाध्याय वाराणसी के चौथे ऐसे हॉकी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलम्पिक में देश का प्रतिनिधित्व कर सभी को गौरवान्वित किया।

ओलंपियन श्री ललित उपाध्याय ने अपने सम्मान से अभिभूत होकर सर्वप्रथम डाक विभाग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत की बदौलत कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। 41 वर्षों बाद भारतीय हॉकी टीम का ओलम्पिक में पदक जीतना बेहद आनंददायक और उत्साहवर्धक है। जिस तरह से वाराणसी और उत्तर प्रदेश में हॉकी का विकास हो रहा है, निश्चय ही अगले कुछ दिनों में यहाँ से और अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी निकलेंगे। बनारस के लोगों ने हमेशा मुझे बहुत प्यार और सम्मान दिया, यह पवित्र धरती मुझे सदैव कुछ नया करने की प्रेरणा देती है। उन्होंने युवाओं से कहा कि, सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। युवा खिलाड़ी बस अपने खेल, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छे से ध्यान दें, तभी तरक्की के रास्ते भी खुलेंगे।

भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के पूर्व चीफ कोच और ललित उपाध्याय के गुरु श्री परमानंद मिश्र ने कहा कि ललित आरम्भ से ही मेधावी और ऊर्जावान खिलाड़ी रहे हैं और ओलम्पिक की इस जीत के बाद उनसे और भी अपेक्षाएँ बढ़ गई हैं। पिता श्री सतीश उपाध्याय ने कहा कि, अच्छा लगता है जब लोग मुझे मेरे बेटे के नाम से पहचानते हैं। अब तो हम लोगों का सपना यही है कि अगली बार हॉकी में गोल्ड लेकर आएं।  

डाक विभाग के विभिन्न यूनियन पदाधिकारियों द्वारा भी श्री ललित उपाध्याय का सम्मान किया गया।  इनमें  जगदीश चंद्र शादेजा, सदस्य भारतीय डाक हॉकी टीम,  सुशांत कुमार झा,  नवीन कुमार श्रीवास्तव,  पंकज कुमार,  शत्रुघ्न नारायण सिंह, आदि शामिल हैं ।


इस अवसर पर वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर डाकघर अधीक्षक राजन, सीनियर पोस्टमास्टर  चंद्र शेखर सिंह बरुआ, वाराणसी पश्चिमी मंडल के डाकघर अधीक्षक कृष्ण चंद्र, सहायक निदेशक राम मिलन, संजय कुमार वर्मा, सहायक डाक अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव, सुरेश चंद्र, डाक निरीक्षक बलबीर सिंह, नरेश बारा, श्रीकांत पाल, वीएन द्विवेदी, सी. अनिथा, राजेंद्र यादव, राहुल कुमार, एसपी गुप्ता सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

सोमवार, 6 सितंबर 2021

90 शिक्षकों का सम्मान, दिया गया प्रमाण पत्र और पुरस्कार


वाराणसी 6 सितम्बर (दिल इंडिया लाइव)। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सारनाथ में शिक्षक दिवस के अवसर पर 'शिक्षण उत्कृष्टता सम्मान' समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इसके लिए वाराणसी जनपद के सभी विकास खण्डों व नगर क्षेत्र के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हिन्दी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन विषय में उत्कृष्ट शिक्षण करने वाले कुल 90 शिक्षकों को सम्मानित करते हुए प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इन शिक्षकों का चयन संबंधित विकास खण्ड और नगर क्षेत्र के एआरपी के माध्यम से पूरी पारदर्शिता बरतते हुए किया गया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों द्वारा तीन-तीन मिनट का कक्षा-शिक्षण करते हुए वीडियो जमा करने के लिए निर्देशित किया गया था। इसके साथ ही साथ जिले के विभिन्न विकास खण्डों व नगर क्षेत्र में अकादमिक सहयोग प्रदान करने वाले 43 एआरपी व 3 एसआरजी राजीव सिंह, डॉ. कुंवर भगत सिंह और अखिलेश्वर गुप्त समेत दो डायट प्रवक्ताओं डॉ. हर गोविन्द पुरी और नरसिंह मौर्य को भी सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में शैक्षणिक गतिविधियों में विशेष अभिरुचि प्रदर्शित करने के लिए चिरईगाँव विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारी राम टहल तथा पिण्डरा विकास खण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी मंगरू राम को भी सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर सम्मानित होने वाले शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते हुए डायट प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ल ने कहा कि, "शिक्षक की भूमिका समाज में शैक्षिक रूप से गुणात्मक बदलाव लाने की है। हम सहयोग करने की संस्कृति विकसित करें और अपने विद्यालय को बेहतर बनाने के साथ-साथ आसपास के 10 अन्य विद्यालयों को भी बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों के शिक्षण कौशल उन्नयन में सहयोग करें। ऐसे प्रयास के माध्यम से ही पूरे वाराणसी जनपद को प्रेरक जनपद बनाने में मदद मिलेगी।" इस अवसर पर विभिन्न शिक्षकों ने शैक्षिक गुणवत्ता के लिए अभिभावकों का सहयोग लेने, प्रधानाध्यापक द्वारा सकारात्मक नेतृत्व करने, सहायक अध्यापकों को काम करने के लिए प्रेरित करने वाला माहौल उपलब्ध कराने तथा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मिलकर प्रयास करने और अकादमिक सुझावों के क्रियान्वयन पर जोर दिया।



काउंसलिंग से विवादों में लग रहा विराम, ‘फीडबैक’ का नुस्खा आ रहा काम

टूटने से बचा 168 परिवार, खत्म हुई रिश्तों में आई दरार


बिखरते रिश्तों को मजबूत बंधन दे रहा महिला सहायता प्रकोष्ठ 

वाराणसी 6 सितम्बर (दिल इंडिया लाइव) । बदलते सामाजिक ताने-बाने ने परिवार की मजबूत डोर पर भी चोट की है | मामूली विवाद में रिश्तों के टूटने का सिलसिला तेजी से बढ़ा है। ऐसे में शक, गलतफहमियां और संवादहीनता रिश्तों में आयी दरार को और भी बढ़ा देते हैं । ऐसे में परिवार के टूटने तक की नौबत आ पहुंचती है। ऐसे ही परिवारों को फिर से आमने-सामने बैठाकर उनकी गलतफहमियों को दूरकर फिर से रिश्ते की डोर को मजबूती देने में जुटा है महिला सहायता  प्रकोष्ठ |  कुछ इसी तरह के 168 परिवारों को इस वर्ष टूटने से बचाया है ‘महिला सहायता प्रकोष्ठ’ ने। वह भी महज कांउसलिंग के जरिए। इन सभी के दाम्पत्य जीवन में हुए विवादों में नौबत तलाक तक आ पहुंची थी। वह किसी भी सूरत में एक-दूसरे के साथ रहने को तैयार नहीं थे। 

दाम्पत्य जीवन में  विवादों से त्रस्त अधिकतर  महिलाएं  शिकायत लेकर महिला सहायता प्रकोष्ठ पहुंचती हैं । शिवपुर की रहने वाली एक महिला की शिकायत  थी कि उसके पति ने  मारपीट कर घर से निकाल दिया है और वह अब उसे रखने को भी तैयार नहीं है। दोनों पक्षों को जब आमने-सामने बैठाया गया तो पता चला कि मामूली विवाद में नाराज होकर वह महिला दिल्ली में रहने वाली  सहेली के यहां चली गयी थी। पति गुमशुदगी दर्ज करा कर उसे खोजने में परेशान था। पति का कहना था कि वह दिल्ली क्यों गयी जबकि उसका मायका पड़ोस में ही था। नाराजगी ही थी तो  मायके भी जा सकती थी। दोनों पक्षों को समझा कर विवाद खत्म करा दिया गया। महिला अब अपने ससुराल में रह रही है और उसका परिवार टूटने से बच गया। गायघाट की रहने वाली एक महिला ने प्रकोष्ठ में शिकायत की थी कि उसके पति का किसी से  प्रेम सम्बन्ध है जिसके कारण वह उसे प्रताड़ित करते हैं । जब दूसरे पक्ष की बात भी सुनी गयी तो पता चला कि  विवाद की जड़ महिला का बार - बार मायके जाना है। समझाने पर पति-पत्नी मिलजुलकर रहने को तैयार हो गये। रामकटोरा की रहने वाली एक महिला  ने आरोप लगाया कि उसके पति घर का खर्च नहीं देते। पूरा पैसा नशे  में उड़ा देते हैं । प्रकोष्ठ ने महिला के पति को बुलाया और तय कराया कि वेतन का एक हिस्सा घर के खर्च के लिए पत्नी को देगा। दोनों पक्षों को समझौता कराकर उन्हें घर भेज दिया।

 महिला सहायता प्रकोष्ठ की प्रभारी  नीलम सिंह* बताती हैं कि अमूमन हर रोज ही महिलाएं पारिवारिक विवादों को लेकर आती हैं। इनमें कुछ विवाद तो सीधे पति-पत्नी के बीच के होते हैं  जबकि अधिकतर  परिवार वालों द्वारा लगाये गये आरोप-प्रत्यारोप के चलते विकराल रूप ले चुके होते है।  कुछ मामले शक या गलतफहमियों के चलते भी इस कदर बिगड़ चुके होते हैं  कि परिवार बिखरने की स्थिति में होता है। नीलम सिंह बताती हैं कि शिकायत मिलने के बाद हमारा पहला प्रयास होता है कि मामले का निस्तारण आपसी सहमति से हो जाए। इसके लिए हम दोनों पक्षों को एक साथ बैठाते हैं । दोनों पक्षों की बातों को सुनने के बाद उनकी समस्या के समाधान का रास्ता उन्हें सुझाया जाता है। कांउसलिंग का यह नतीजा होता है कि अधिकतर  मामलों में दोनों पक्ष सुलह-समझौते के लिए राजी हो जाते हैं  और परिवार टूटने  से बच जाता है। जब समझौते की सभी कोशिशें नाकाम हो जाती हैं  तभी हम ऐसे मामलों में मुकदमा दर्ज कराते हैं।

 अब तक 633 शिकायतें

महिला सहायता प्रकोष्ठ में इस वर्ष अब तक कुल 633 शिकायतें प्राप्त हुई। इनमें 237 मामले पहले से ही न्यायालय में विचाराधीन थे। 168 मामलों को सुलह-समझौते से सुलझा लिया गया जबकि दोनों पक्षों के राजी न होने पर 39 मामलों में मुकदमा दर्ज कराया गया। 189 ऐसे भी मामले रहे जिसमें शिकायतकर्ता शिकायत करने के बाद दोबारा नहीं आयी अथवा उसने कार्रवार्इ न करने की इच्छा जतायी।

 संरक्षक  की भी भूमिका

महिला सहायता प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी केवल समझौता कराने तक ही सीमित नहीं है। वह समझौता करने वाली महिला के लिए ‘गार्जियन’ की भूमिका भी निभा रहा। इसके लिए प्रकोष्ठ ‘फीडबैक’ का भी नुस्खा  आजमा रहा है । महिला सहायता प्रकोष्ठ की प्रभारी नीलम सिंह बताती हैं  कि समझौते के बाद प्रकोष्ठ के लोग ऐसे सम्बन्धित परिवारों का फीडबैक भी लेते रहते हैं । शिकायत करने वाली महिला को भविष्य में कोई दिक्कत न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाता है।



रविवार, 5 सितंबर 2021

काशी के लाल विशाल पांडेय के परिवार को भी सरकार ने ठगा: कांग्रेस

मांग: विशाल पांडेय की प्रतिमा लगे, गली में शहीद के नाम पर द्वार बने

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि काशी के लाल शहीद विशाल पांडेय के शव के सामने भाजपा सरकार के कई मंत्री, विधायक ने परिवार से वादा किया था कि सांस्कृतिक संकुल चौकाघाट में शहीद विशाल पांडेय की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, विशाल पांडे के घर कि गली के मुख्य द्वार पर विशाल पांडे द्वार बनाया जाएगा, गली की मरम्मत की जाएगी लेकिन आज ढाई वर्ष बीत गए सरकार का वादा पूरा नही हुआ।

इसी क्रम में 28 अगस्त से महानगर कांग्रेस कमेटी की ओर से क्रमबद्ध तरीके से हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है आज उनके आवास से लेकर सड़क तक कांग्रेस जनों ने सफाई कर झाड़ू लगाकर श्रमदान किया। इस मौके पर महानगर कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि अब सरकार शहीदों के साथ भी धोखाधड़ी और छल कपट कर रही है उन्होंने कहा कि ढाई वर्ष से आज तक सरकार ने अपना कोई वादा पूरा नहीं किया है यह सरकार जब शहीदों के साथ इस तरह का बर्ताव कर रही है आम जनता को इनसे क्या उम्मीद होगी।


  राघवेंद्र चौबे ने कहा कि यदि सरकार अपने वादे को पूरा नहीं कर पा रही है तो संस्कृत संकुल में हम कांग्रेसी जनों को एक जगह आवंटित की जाए जिससे हम कांग्रेस जनों के साथ साथ वाराणसी के आम जनमानस से भीख मांग कर संकुल में शहीद की प्रतिमा स्थापित कर सकें और उस गली का मुख्य द्वार शहीद विशाल सिंह के नाम एवं गली का चौड़ीकरण सफाई मरम्मत करने को कटिबद्ध है।

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री अजय राय, महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, महानगर कांग्रेस उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, शैलेंद्र सिंह, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह, मनीष मारोलिया, मनीष चौबे, चंचल शर्मा, रंजीत तिवारी, रोहित दुबे, विनीत चौबे आदि ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई।

शनिवार, 4 सितंबर 2021

बेसिक शिक्षा की सौ अध्यापिकाओं को मिला ‘शक्ति योद्धा’ सम्मान

नारी के सम्मान से ही समाज में आएगी खुशहाली: सीमा



वाराणसी, 4 सितम्बर (दिल इंडिया लाइव) । समाज के हर क्षेत्र में ‘नारी शक्ति’ के सम्मान व सुरक्षा के प्रति सोच में परिवर्तन लाना बहुत ही आवश्यक है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और उन्हें अपनी अलग पहचान मिल रही है। ऐसे में जन-जन तक यह संदेश जाना चाहिए कि वह महिलाओं के प्रति अच्छा व्यवहार करें। जब नारी खुशहाल होगी तो परिवार भी खुशहाल होगा । ऐसे ही खुशहाल परिवारों से समाज और देश में खुशहाली आएगी। राज्य सभा सदस्य सीमा द्विवेदी ने उक्त विचार शनिवार को केराकतपुर स्थित वाराणसी पब्लिक स्कूल में शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या ‘मिशन शक्ति’ के तहत आयोजित अध्यापिकाओं के सम्मान समारोह में व्यक्त किए। इस समारोह में बेसिक शिक्षा की सौ अध्यापिकाओं को ‘शक्ति योद्धा’ सम्मान से नवाजा गया।

        सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए सांसद सीमा द्विेदी ने कहा कि भारतीय समाज शुरू से ही नारी शक्ति का सम्मान करता रहा है। प्रभु श्रीराम के नाम से पहले माता सीता का नाम लिया जाता है। नारी शक्ति का इतिहास त्याग और बहादुरी से भरा पड़ा है। यही कारण है कि भारतीय समाज में नारी को देवीतुल्य माना जाता है। वर्तमान दौर में भी नारी शक्ति हर क्षेत्र में अपने कामयाबी का परचम लहरा रही है। नारियों का मान-सम्मान सुरक्षित रहे इसके लिए प्रदेश सरकार ‘मिशन शक्ति’ अभियान चला रही है। इसके तहत अपने क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने वाली बेसिक शिक्षा की अध्यापिकाओं को सम्मानित करते हुए उन्हें काफी खुशी मिल रही है।

      समारोह में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह महिलाओं का सम्मान करे। महिलाओं को भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए। कार्यक्रम के प्रारम्भ में विद्यालय के निदेशक अमित पाण्डेय ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में काशी विद्यापीठ ब्लाक से 20, सेवापुरी, अराजीलाइन, हरहुआ, पिण्डरा, बड़ागांव, चोलापुर, चिरईगांव से दस-दस के अलावा नगर क्षेत्र से दस अध्यापिकाओं को ‘शक्ति योद्धा’ सम्मान प्रदान किया गया।

इनको मिला सम्मान-

काशी विद्यापीठ ब्लाक-सरिता राय, आराधना दुबे, अमृता सिंह, अंजूलता सिंह, ऊषा सिंह, कुसुमलता सिंह, मीना यादव, नीलम राय, नीलिमा सिन्हा, ममता मिश्रा, पूर्वा विक्रय, आरती गुप्ता, कविता बतास, निधि कंवल, अंजू चौबे, तृप्ति अग्रवाल, प्रतिभा सिंह, श्रद्धा शुक्ला, संचिता पाण्डेय, मधुलिका पाण्डेय।

हरहुआ ब्लाक-नीतू सिंह, सीमा यादव, दीपशिखा सिंह, प्रियंका सिंह, पद्मा मिश्रा, रंजना तोमर,सुषमा सिंह, स्वाती सिंह, अमिता सिंह, पूजा कुशवाहा।

सेवापुरी ब्लाक-सुनीता दीक्षित, मुकुल मौर्या, सुप्रिया तिवारी, नीलम केशरी, खुशबू माहेश्वरी, रश्मिलता त्रिपाठी, शशिदेवी, रेनू गुप्ता, स्मृति श्रीवास्तव, डा. सुधा।

अराजीलाइन ब्लाक-श्वेता राय, योगमाया लड्ढा, तूबा असीम, वेणू अग्रवाल, स्मृति प्रकाश, परमा विश्वास,शैलबाला मिश्रा, प्रतिभा सिंह, सुधा रानी, गीता गुप्ता।

पिण्डरा ब्लाक- दी्िप्त सिंह, रेनु सिंह, प्रिति सोनकर, मंजू मौर्या, वंदना सिंह, प्रियंका शर्मा, अल्का मालवीय, प्रतिमा कुमारी चौबे, सरिता शर्मा, अनीता जैसल।

बड़ागांव ब्लाक- नितिशा पाण्डेय, निशा सिंह, सुष्मिता भारतीय, अंजना कुमारी,  पूजा सिंह, ज्योति द्विेदी, रागिनी पाण्डेय, अर्चना सिंह, सीमा तिवारी, रचना गुप्ता। चोलापुर ब्लाक-आरती सोनकर, सरिता कुमारी, पूनम यादव, सरिता देवी, लता सिंह, डा. सुमान चौबे, सौम्या सिंह, कविता दूबे, सुप्रिया सिंह, संध्या सिंह।

चिरईगाँव ब्लाक-रीना गौतम, प्रति भारती, अल्का वाजपेयी, अर्चना सिंह, मनीषा सिंह, अनीता शुक्ला, प्रीति शुक्ला, अर्चना, नमिता सिंह, दिव्या रस्तोगी।नगर क्षेत्र-अनुराधा सिंह, सुनीता पाण्डेय, माधुरी कुमारी, सरोजबाला मानस, आरती सिंह, मीता उपाध्याय, हेमपरभा उपाध्याय, मनीषा रानी, डा. अल्का, ज्योति सिंह।

शुक्रवार, 3 सितंबर 2021

इमरान प्रतापगढ़ी का होगा भव्य स्वागत



6 को लखनऊ कूच करेंगे कांग्रेसजन

  • परिवर्तन संकल्प सम्मेलन में करेंगे सभी शिरकत
  •  कांग्रेस कार्यालय नेहरू भवन में होगा ऐतिहासिक स्वागत

 वाराणसी 3 सितम्बर (दिल इंडिया लाइव)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी के प्रथम लखनऊ आगमन पर कांग्रेस कार्यालय नेहरू भवन लखनऊ में उनका ऐतिहासिक स्वागत उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम की टीम करेगी।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के महासचिव हसन मेंहदी कब्बन कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव के साथ-साथ वाराणसी मिर्जापुर प्रभारी शाहिद तौसीफ ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में कहा कि 6 सितंबर को लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्वागत के साथ साथ परिवर्तन संकल्प सम्मेलन भी होगा। कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए वाराणसी से भी भारी संख्या में कांग्रेस जन 6 सितंबर को लखनऊ की ओर कूच करेंगे और प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर स्वागत एवं परिवर्तन संकल्प सम्मेलन को भारी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर यादगार बनाएंगे। तैयारी के सिलसिले में वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में लगातार बैठकों का दौर जारी है

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...