सोमवार, 2 अगस्त 2021

वाराणसी का सबसे अच्छा इंटर कालेज


वाराणसी 02 अगस्त (दिल इंडिया लाइव)। वाराणसी का सबसे अच्छा इंटर कालेज कभी जय नारायण इंटर कालेज, रामापुरा हुआ करता था। यह कालेज उत्तर भारत का पहला इंटर कालेज था, इसे महाराजा जय नारायण घोषाल बहादुर ते 1818 में निर्माण कराया था। वक्त के सितम का यह इंटर कालेज भी शिकार हो आज अपने हाल पर आंसु बहा रहा है। वर्तमान में बंगाली टोला इंटर कालेज और क्वींस इंटर कालेज सबसे अच्छा यूपी बोर्ड का इंटर कालेज है।

इस सपा नेता पर हुआ था हमला

किशन यादव एडवोकेट के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग 

वाराणसी 02 अगस्त(दिल इंडिया लाइव)। लोहिया वाहिनी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं हरिचन्द्र महाविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष श्री कृष्ण चंद किशन एडवोकेट पर प्राणघातक हमले की कड़ी निंदा करते हुए जिला प्रशासन से तत्काल हमलावरों कि गिरफ्तारी की मांग की गई है। 

पता हो कि किशन यादव एडवोकेट ऊ.प.सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री श्री काली चरण यादव के दामाद है। सपा नेताओं एवं वरिष्ठ अधिवक्ताओ ने कबीर चौरा स्थित भी शिव प्रसाद गुप्त चिकित्सालय के वार्ड न. 5 के बेड न. 2 पर पहुंचकर घायल सपा नेता भी किशन चंद एडवोकेट के स्वास्थ की जानकारी ली और शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना की  है। अस्पताल में घायल को देखने वाले प्रमुख लोगो में  सर्व श्री बनवारी लाल यादव , डॉ उमाशंकर यादव , महेंद्र प्रसाद एडवोकेट, हरिनाथ 


मास्टर , अविनाश यादव, विक्की (पार्षद प्रतिनिधि ), राजेन्द्र यादव गांधी , शारदा गायक , वंशल सेठ ,  पन्नालाल (सारनाथ )सहित दर्जनों लोग रहे।

कल गाज़ीपुर में चलेगा मेगा टीकाकरण अभियान

लक्ष्य:  1 दिन में 53 हजार लोगों का होगा टीकाकरण

गाज़ीपुर 2 अगस्त (दिल इंडिया लाइव)। कोविड-19 वैक्सिनेशन इन दिनों पूरे देश मे युद्व स्तर पर किया जा रहा। इस कार्यक्रम में तेज़ी लेन के लिए 3 अगस्त को पूरे जनपद में मेगा टिकाकरण किया जाएगा। जिसको लेकर माइक्रोप्लान बना लिया गया है। अब तक जनपद में 7.77 लाख लोगो का टीकाकरण किया जा चुका है। अब तक किये गए टीकाकरण में 57674 लोगो का टीकाकरण कर ट्रामा सेंटर मोहम्दाबाद प्रथम स्थान पर है।

एसीएमओ डा. उमेश कुमार ने बताया कि इस मेगा टीकाकरण अभियान में सभी ब्लॉकों का लक्ष्य तय कर दिया गया है। जिसके सापेक्ष में वैक्सीन का आवंटन भी कर दिया गया है। जिसमे करंडा 3000, मनिहारी 3000, जमनिया 3000, मोहम्मदाबाद 3600,जखनिया 3600, देवकली  3500,सैदपुर 3600, भदौरा 3600,सुभकारपुर 3000 ,मिर्जापुर 3000, बाराचवर 3500,बिरनो 2800,गोड़उर 2600, कासीमाबाद 3600, मरदह 3000, रेवतीपुर 2600, अर्बन 2000 टीकाकरण करने का लक्ष्य दिया गया है इन सभी लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के साथ ही डेटा पोर्टल पर अपलोड करना है, यानी जब वैक्सीनशन का कार्य बंद हो तो अपडेशन भी पूरा होना चाहिए।अगले दिन के लिए नही छोड़ना है।

रविवार, 1 अगस्त 2021

10 जिलों से होकर गुजरेगी जन अधिकार चेतना यात्रा

6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस पर सारनाथ में होगा समापन

वाराणसी 1 अगस्त(दिल इंडिया लाइव)। सभी नागरिकों के लिए बेहतर एवं समान शिक्षा, उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं, सम्मानजक रोजगार और खेती किसानी की बेहतरी सुनिश्चित करने के अधिकार की मांग के समर्थन में सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट एवं एक देश समान शिक्षा अभियान के संयुक्त तत्वावधान में 7 दिवसीय जन अधिकार चेतना यात्रा का शुभारम्भ मुंशी प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर उनके पैतृक गांव लमही से किया।




इस अवसर पर समाजवादी चिंतक अफलातून ने कहा चाहे जो भी सरकार सत्ता में आये लेकिन देश के सभी नागरिकों के लिए उच्चस्तरीय शिक्षा, सुलभ स्वास्थ्य, सम्मानजनक रोजगार (आजीविका) के अवसर और खेती किसानी के परेशानियों का मौलिक सवाल प्रायः अनुत्तरित ही है ऐसे में आम व्यक्ति अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा एवं परिवारजनों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवा दिला पाने के लिए जद्दोजहद कर रहा है, युवा वर्ग चाहे वह गांव का हो या शहर का आज रोजगार और आजीविका के अवसर खोजने के लिए भटकने को मजबूर है। सार्वजनिक क्षेत्र में आउट सोर्सिंग,  संविदा प्रणाली और सेवा प्रदाता कम्पनियों द्वारा ठेकेदारी पर काम लेने के बढ़ते चलन से पढ़े लिखे युवकों का शोषण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. खेती किसानी और स्वरोजगार में भी जोखिम दिनों दिन बढ़ रहा है।

आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि जन अधिकार चेतना यात्रा के माध्यम से हम सभी के लिए बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के अधिकार और खेती किसानी से जुड़े मुद्दे को आमजन की आवाज बनाना चाहते हैं जिससे ये सवाल तमाम राजनैतिक पार्टियों और चुनाव में आने वाले प्रत्याशियों तक पहुंचे और वे इसके प्रति संवेदनशील बन सकें सदन में जाने पर उनकी कोई जवाबदेही सुनिश्चित हो। यात्रा के संयोजक दीन दयाल सिंह ने बताया कि लमही (वाराणसी) से प्रारंभ होकर यात्रा गाजीपुर, मऊ,  बलिया,  देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, आजमगढ़, जौनपुर होते हुए हिरोशिमा दिवस पर 6 अगस्त को सारनाथ वाराणसी पहुंचेगी. इस दौरान यात्रा दल के साथी रास्ते में पड़ने वाले गावों, बस्तियों, कस्बो और शहरों में पर्चे, पोस्टर, स्टीकर, जन गीत, जन संवाद आदि के माध्यम से अपनी 4 सूत्रीय मांगो के पक्ष में समर्थन जुटाएंगे. यात्रा में 12 सदस्य शामिल हैं. जिनमे दीन दयाल, अजय पटेल, महेंद्र राठौर, मनोज कुमार, श्रद्धा पटेल, प्रियंका जायसवाल, अजय पटेल, दिव्या पांडेय, राजकुमार गुप्ता, सुरेश राठौर, अरविंद मूर्ति शामिल है।

इस अवसर पर राम जनम, चंचल मुखर्जी, प्रदीप सिंह, सूरज पांडेय, विनय सिंह, रमेश प्रसाद, केशव शरण , राजेश, हरीश पाल आदि उपस्थित रहे।

आखिर क्यों चिंता में हैं नज़ीर और कबीर के वंशज



बुनकर सरदारों ने अपने हालात पर जतायी चिंता

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी, चौदहो, पांचों के सभी सरदार साहेबान की एक खास बैठक चौदहो के सरदार मकबूल हसन अंसारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।  बैठक में सभी सरदार साहिबान ने वाराणसी से बुनकरों के पलायन करने पर जहां चिंता जतायी वहीं बुनकरों पर कमर तोड़ महंगाई व बेरोजगारी से जो असर हो रहा है उस पर आर्थिक तंगी के समय बुनकरों का बुरा हाल है। तमाम बिजली बकायों के चलते बुनकर बनारस से दूसरे जगहों को पलायन कर रहे हैं। बुनकर को रोकने के लिए सरकार ने कोई ठोस योजना नहीं बनाई तो बनारस से बनारसी सनद बर्बाद हो जाएगी। सभी सरदार साहिबान ने इसके लिए प्रदेश और केंद्र सरकार से मिलकर बुनकरों के लिए ठोस कदम उठाये, जिससे बुनकरों की समस्या का हल हो सके। बैठक में सरदार एकरामुद्दीन, बाईसी, सरदार मकबूल हसन अंसारी चोदहो, सरदार हाजी अली अहमद, तंजीम पांचों,  सरदार हाजी जिÞयाउल हसन तंजीम पांचो, हाजी अब्दुल वहीद, मौलाना अब्दुल अजीज, अब्दुल्लाह अंसारी, हाजी अब्दुल हमीद, हाजी सैयद हसन अंसारी, हाजी रिजवानुल्लाह, मौलाना नईम, हाजी रहमतुल्लाह आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन इसरत उस्मानी ने किया।

शनिवार, 31 जुलाई 2021

जातिवाद, क्षेत्रवाद से परे समूचे राष्ट्र के उन्नायक रहे लोकमान्य तिलक - शैलेष तिलक

डीएवी में वेबिनार में तिलक के प्रपौत्र ने ररवा विचार


वाराणसी, 31 जुलाई(दिल इंडिया लाइव)। डीएवी पीजी कॉलेज के इतिहास विभाग के तत्वावधान में महान क्रांतिकारी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 100 वीं पुण्यतिथि पर उनके जीवन एवं विचारों पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता लोकमान्य तिलक के प्रपौत्र शैलेष श्रीकांत तिलक ने कहा कि उनके दैहिक अवसान के सौ वर्ष बाद भी तिलक के विचार उतने ही प्रांसगिक है जितने ब्रिटिश साम्राज्य मे थे। अंग्रेजी शिक्षा पद्धति से अलग राष्ट्र के प्रति जागृति लाने वाली शिक्षा नीति की बुनियाद उन्होंने ही सबसे पहले रखी। उनका मत था कि लोकशिक्षा के जरिए ही समाज में बदलाव लाया जा सकता है। उनकी पत्रकारिता ने भी लोगों के दिल में क्रांति का बीजारोपण किया। उनकी मुखर लेखनी अंग्रेजी हुकुमत की ऑखों में सदैव किरकिरी बनी रही। शैलेष तिलक ने यह भी कहा कि तिलक जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद से परे समूचे भारत राष्ट्र के वह उन्नायक है जिन्होंने सिर्फ समाज के लिए जीवन समर्पित किया।

विशिष्ट वक्ता महाराष्ट्र के वरिष्ठ पत्रकार अरविन्द गोखले ने कहा कि तिलक के जीवन को किसी सीमा से बांध कर नही देखा जा सकता है। तिलक ध्यान योगी और कर्म योगी दोनों ही रहे। समाज में व्याप्त कुरितियों के खिलाफ उनकी लड़ाई में विधवा लड़कीयों को शिक्षित कर उन्हें स्वावलम्बी बनाने की सोच उनके विराट व्यक्तित्व की गवाही देता है। उन्होंनें कहा कि काशी उनके लिए श्रद्धास्थल के समान रही और 1906 के राजघाट के कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने वह यहॉ आये।

अध्यक्षीय सम्बोधन में प्राचार्य डॉ. सत्यदेव सिंह ने कहा कि लोकमान्य तिलक अपने विचारों, कार्यो, सर्मपण और त्याग की भावना से देहावसान के 100 वर्ष बाद भी सबके विचारों में जिन्दा है। तिलक ने जिस प्रकार से स्वराज को अपना जन्मसिद्ध अधिकार बतलाया वह आज भी हमारे अन्दर आत्मचेतना की भावना जागृत करती है। महात्मा गांधी से पूर्व तिलक ही राष्ट्रीय एकता के ध्वजवाहक रहे, उनके द्वारा शुरू किया गया गणपति पूजन और उनकी पत्रकारिता ने सदैव देश को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया।

इस अवसर पर प्रो. आर.पी.पाठक, प्रो. बिन्दा परांजपे, प्रो. मानवेन्द्र पुण्डीर, डॉ. राजकुमार, डॉ. घनश्याम दूबे, डॉ. सतीश कुमार ंिसंह आदि प्रबुद्धजनों ने भी तिलक के जीवन दर्शन पर विचार व्यक्त किया। संयोजन डॉ. विनोद कुमार चौधरी, संचालन डॉ. शोभनाथ पाठक, डॉ. प्रतिभा मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संजय कुमार सिंह ने दिया।

राष्ट्रीय आयुष मिशन का प्रशिक्षण

भारतीय चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार पर जोर 


गाजीपुर (दिल इंडिया लाइव)। राष्ट्रीय आयुष मिशन स्थानीय समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा एवं ए एन एम प्रशिक्षण की शुरुआत भदौरा ब्लॉक के स्वास्थ अधीक्षक डा.  हारून के कर कमलों द्वारा कराया गया। चिकित्सा अधिकारी डा. राकेश रोशन ने प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए प्रचार  प्रसार पर करने पर जोर दिया उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को आयुर्वेद एवं योग में स्वास्थ्य की अवधारणा मधुमेह का रोकथाम एवं नियंत्रण सामान्य औषधीय पौधे एवं उनके प्रयोग के बारे में जानकारी दी, साथ ही उनको प्रशिक्षित करते हुए गांव गांव कस्बे मोहल्लों में जाकर भारतीय परंपरा योग के द्वारा खास तौर पर मधुमेह संचारी गैर संचारी रोगों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी जो दी गई है  उसे  लोगों के बीच इस जानकारी को बांटे और उन्हें जागरूक करें।

 जिला समन्वयक परितोष अवस्थी ने कहा कि हमारा उद्देश्य हर ब्लॉक पर आशा और एएनएम को जागरूक कराना और उन के माध्यम से दूर-दराज गांवों की जनता को योग एवम आयुर्वेद के माध्यम से किस प्रकार स्वस्थ रखा जा सकता है यह प्रयास किया जा रहा है इस मौके पर डॉ सुजीत कुमार डॉ बीके यादव इंटिको लखनऊ से सौरभ  श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।

Varanasi : गुटखा व्यवसायी ने खुद को गोली से उड़ाया

व्यापारी ने खुद को अपनी ही लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारी, मचा कोहराम  सरफराज अहमद Varanasi (dil India live)। चेतगंज थाना के पान दरीबा के काली...