शनिवार, 27 मार्च 2021

नवागत पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बाबा कालभैरव और बाबा विश्वनाथ का किपा दर्शन

पारदर्शिता मेरी पहली प्राथमिकता :पुलिस कमिश्नर

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। नवागत पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने आज बाबा कालभैरव और काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया। काशी विश्वनाथ मंदिर में भोग आरती के बाद वह गर्भगृह पहुंचे। बाबा काल भैरव  के मंदिर के पुजारी नवीन गिरि, सोनू उपाध्याय ने उनको 108 नाम वाले भैरव अष्टक के साथ कपूर की आरती करायी तथा मंदिर की ओर से नवागत पुलिस कमिश्नर को प्रसाद तथा रूद्राक्ष की माला भेंट किया। दर्शन-पूजन करने के बाद कार्यभार ग्रहण करते हुए अपने कैम्प कार्यालय में विभागीय टीम, मीडिया तथा प्रबुद्धजनों से कहा कि काशी में जो भी आता है समर्पण भाव से आता है, मैं भी उसी भाव से आया हूं। बाबा की ड्योढ़ी से जो भी समर्पित भाव से रहता है वह कभी असफल नहीं रहता। मैं विश्वास दिलाता हूं कि पूरी पारदार्शिता से कार्य करने में सफल रहूंगा।

कंप्यूटर साइंस से बैचलर आॅफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले ए. सतीश गणेश मूल रूप से बिलासपुर के रहने वाले हैं। इससे पहले वर्ष 2012 में ए. सतीश गणेश वाराणसी में डीआईजी रेंज के पद पर तैनात रह चुके हैं। उन्होनें कहा कि काशी मेरे लिए नयी नहीं है। यहां के प्रबुद्धजन, आम नागरिक, मीडियाकर्मी मेरे परिचित रहे हैं, मेरे कार्यों को देखते-सुनते रहे हैं। 

हर आम-खास को स्वच्छ, निष्पक्ष, पारदर्शी ढंग से हर सुविधा मिले यह मेरी प्रथम प्राथमिकता रहेगी। उन्होनें कहा कि आने वाले समय में त्यौहार व पंचायती चुनाव हमारे सामने हैं। इसे परम्परानुसार शांतिपूर्ण व सोल्लास ढंग से सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी हम सबकी है। आवंछनीय तत्वों पर बराबर कड़ी निगाह रहेगी। उन्होनें पुलिस समेत जनता को सहयोग देने को कहा। चार्ज लेने से पूर्व पुलिस कमिश्नर को गार्ड आफ आॅनर देने वाले आरक्षी शिवमुनि यादव को उन्होनें शाबासी देते हुए पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाया। 

राष्ट्र के विकास के लिए लगन, श्रम और सेवा की जरुरत


डीएवी में सप्ताहव्यापी एनएसएस शिविर सम्पन्न

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। डीएवी पीजी कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना की आठों इकाईयो द्वारा चल रहे सप्ताहव्यापी विशेष शिविर का शनिवार को समापन हुआ। आजादी के अमृत महोत्सव पर आधारित शिविर में मुख्य अतिथि बीएचयू के एनएसएस के समन्वयक डॉ. बाला लखेन्द्र ने स्वंयसेवकों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि छात्र जीवन के दौर में लक्ष्य प्राप्ति के लिए समय का सदुपयोग करना और अपने श्रम, ऊर्जा, शक्ति को सकारात्मक कार्यो के साथ नई दिशा में लगाये। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र के विकास के लिए लगन, श्रम और सेवा की आवश्यकता है। विशिष्ट वक्ता बीएचयू के सहायक कुलसचिव डॉ. शार्दूल चौबे ने कहा कि  आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है, उस आजादी के लिए किए गए आंदोलन और बलिदान स्वंयसेवकों के लिए सदैव प्रेरणादायक रहेंगे। 

अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के उपाचार्य डॉ. शिव बहादुर सिंह ने सभी स्वयंसेवकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों को शुभकामना दी। संयोजन डॉ. मीनू लाकड़ा एवं डॉ. अखिलेन्द्र कुमार सिंह ने किया। संचालन डॉ. सिद्धार्थ सिंह, शिविर रिपोर्ट डॉ. शशिकान्त यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शिवनारायण ने दिया। इस अवसर पर डॉ. प्रतिमा गुप्ता, डॉ. नजमूल हसन, डॉ. राकेश कुमार मीना आदि जुड़े रहे।

शबे बरात पर मोमिनीन अदा करेंगे खास नमाज़

होगी पूरी रात इबादत, पढ़ी जायेगी फातेहा

-आस्तानों पर होगा चिरांगा, घरो में होगी हलवे की फातेहा


वाराणसी/(दिल इंडिया लाइव) कल शबे बरात कि अज़ीम रात है, इस बाबरकत रात रब के सभी नेक बंदे अपने पाक परवर दीगार कि इबादत में मशगुल रहेंगे सारी रात मोमिनीन खास नमाज़ अदा करेंगे शबे बरात पर अपनों व बुजुर्गो की क्रबगाह पर अज़ीज चिरागा करते हैं, घरों में रोशनी कि जाती है व शिरनी कि फातेहा होती हैं
घरो में लौटती है पुरखों की रूह 
शबे बरात से ही रुहानी साल शुरू होता है। इस रात रब फरिश्तों की डय़ूटी लगाता है। लोगों के नामे आमाल लिखे जाते हैं। किसे क्या मिलेगाकिसकी जिंदगी खत्म होगीकिसके लिये साल कैसा होगापूरे साल किसकी जिन्दगी में क्या उतार-चढ़ाव आयेगा। ये इसी रात लिखा जाता है साथ ही पुरखों की रूह अपने घरों में लौटती है जिसके चलते लोग घरों को पाक साफ व रौशन रखते हैं।
मर्द ही नही घरों में ख्वातीन भी शबे बरात की रात इबादत करती हैं। इबादत में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल होते हैं सुबह से शाम तक घरों में ख्वातीन हलवा व शिरनी बनाने में जुटती हैं। शाम में वो भी इबादत में मशगूल हो जाती हैंशबे बरात पर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पिछली बार चहल-पहल नही दिखाई दी थी वजह लाक डाउन जो था मगर इस बार कुछ हालात सुधरे हुए हैं  
 
लाकडाउन में नही हुआ था चिरागा  
पिछ्ली बार लाकडाउन था उस साल न तो मज़ारों पर चिरागा हुआ था और न ही रमज़ान और ईद कि नमाज़े ही अदा की जा सकी थी, मगर बुज़ुर्गो के नाम पर घर में ही शबे बरात पर शमां जलाया गया था और फातेहा पढ़ कर उनकी मगफिरत की दुआएं मांगी गई थीऔर उन पर सवाब पहुंचाया गया था

बनारस में यहाँ लगाई जाती है हाज़िरी

बनारस शहर के प्रमुख कब्रिस्तान टकटकपुरहुकुलगंज, भवनिया कब्रिस्तान गौरीगंजबहादर शहीद कब्रिस्तान रविन्द्रपुरीबजरडीहा का सोनबरसा कब्रिस्तानजक्खा कब्रिस्तानसोनपटिया कब्रिस्तानबेनियाबाग स्थित रहीमशाहदरगाहे फातमानचौकाघाटरेवड़ीतालाबसरैयाजलालीपुराराजघाट समेत बड़ी बाजारपीलीकोठीपठानीटोलापिपलानी कटराबादशाहबागफुलवरियालोहताबड़ागांवरामनगर आदि इलाक़ों की कब्रिस्तानों और दरगाहों में लोग हर साल पहुच कर शमां रौशन करते हैं, फातेहा पढ़कर अज़ीज़ों की बक्शीश के लिए दुआएं मगफिरत मांगते हैं

शुक्रवार, 26 मार्च 2021

होली पर अपनी तस्वीर के साथ जारी करायें डाक टिकट

#होली#डाक विभाग#माई स्टैम्प#

डाक टिकटों पर भी दिखेगी होली: पोस्टमास्टर जनरल

300 रुपये के खर्च में बनेगे 12 टिकट

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। होली का त्यौहार नजदीक आते ही इसका रंग लोगों पर चढ़ने लगा है। हर कोई अपनी होली को यादगार बनाने के लिए कुछ अनूठा करना चाहता है। पर कभी आपने सोचा है कि आपकी होली पर डाक टिकट भी जारी हो सकता है। जी हॉ आपके इस सपने को साकार किया है डाक विभाग के अधिकारियों ने। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि  डाक विभाग की 'माई स्टैम्प' सेवा के तहत लोग होली पर अपनी तस्वीर के साथ यादगार रूप में डाक टिकट भी जारी करवा सकते हैं। श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पाँच रूपये के डाक-टिकट, जिस पर होली के रंगों से सराबोर आपकी खूबसूरत तस्वीर होगी, वह देश भर में कहीं भी भेजी जा सकती है। इस डाक टिकट पर बाक़ायदा हिंदी और अंग्रेजी में ‘होली’ भी लिखा होगा और साथ में रंगों और अबीर-गुलाल के साथ गुझिया की डलिया भी। 

 कुछ नया चाहते है युवा

युवा पीढ़ी कुछ नया चाहती है,  ऐसे में नए जन्मे बच्चों की पहली होली हो या नवयुगल की पहली होली हो, अथवा होली में एक साथ इकट्ठा हुए संयुक्त परिवार की यादगार होली हो, इन सब पर 'माई स्टैम्प' के माध्यम से डाक टिकट जारी किया जा सकता है। वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर श्री सुमीत कुमार गाट ने बताया कि, मात्र 300 रुपए के खर्च में 12 डाक-टिकटों की एक शीट बनवाई जा सकती है। विश्वेश्वरगंज स्थित प्रधान डाकघर, वाराणसी के फिलेटलिक ब्यूरो में इसके लिए संपर्क किया जा सकता है। 

गौरतलब है कि इससे पूर्व डाक विभाग ने शुभ विवाह, सालगिरह से लेकर बर्थडे तक के चित्रों पर 'माई स्टैम्प' के माध्यम से डाक टिकट जारी किये जाने की सुविधा प्रदान की है, जिसे लोगों ने भरपूर सराहा। अब होली पर डाक विभाग की इस नयी कोशिश को सभी पसंद कर रहे हैं।


शानदार मुकाबले में यूपी बना चैम्पियन

स्वर्गीय मूलचंद स्मारक फुटबॉल प्रतियोगिता

एजीयूपी ने रॉयल स्टार को टाई ब्रेकर में 5-3 से हराया

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। स्वर्गीय मूलचन्द स्मारक फुटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल मैच मे  एजीयूपी ने रॉयल स्टार को टाई ब्रेकर में 5-3 से हराकर विजेता बनी।  मैच के 9वें मिनट में रॉयल स्टार के कमालुद्दीन ने ए जी यू पी के गोलकीपर अविनाश की गलती का  फायदा  उठाते हुए गोल कर रॉयल स्टार को 1-0 से आगे कर दिया। मध्यांतर तक रॉयल स्टार 1-0 से आगे थी। दूसरे हाफ में एवं मैच के 50वें मिनट में एजीयूपी के प्राती कनौजिया ने हेड से गोल कर टीम को बराबरी पर ला दिया। मैच 1-1 की बराबरी पर रहने से ट्राई बेकर का सहारा लेना पड़ा।

टाई ब्रेकर में ए जी यू पी के हिमांशु गुप्ता, अंकित, मनीष खत्री, प्राती कनौजिया एवं अविनाश राव और रॉयल स्टार से कमालुद्दीन,सद्दाम एवं हुसैन ने गोल किया। अंत मे एजीयूपी 6-4 से विजयी रही , विजेता टीम एजीयूपी के प्रशिक्षक शादाब रज़ा ने इस शानदार जीत का श्रेय अपने जाबाज़ खिलाड़ियों को दिया।

मैच से पूर्व  मुख्य अतिथि माननीय सिद्धार्थ नाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, और ओलिंपियन अभिन्न श्याम गुप्ता के पिता श्याम बाबू गुप्ता और पत्नी नलिनी गुप्ता ने खिलाडियों को पुरस्कार प्रदान किया। फाइनल मैच के बेस्ट डिफेंडर ए जी के अंकित पिल्लई और बेस्ट फारवर्ड रॉयल स्टार के कमालुद्दीन को दिया गया। रेफरी: शशी मोहन, सुनील कनौजिया, संतोष कुमार तथा अविनाश गोल्डी थे।

उक्त जानकारी आयोजक सचिव श्री संदीप ठाकुर द्वारा दी गई है। धन्यवाद ज्ञापन संजय भटटाचार्य एंव गणेश सिंह ने किया।

बुधवार, 24 मार्च 2021

पांच बार विधायक रहा फिर भी योगी सरकार ने हटा दी सुर्क्षा

अवधेश राय हत्याकांड के चश्मदीद गवाह हैं पूर्व मंत्री अजय राय

पत्रकारों से रूबरू हुए अजय राय ने सरकार को घेरा

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक/पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा हैं कि कितने दुःख और हैरत की बात है कि मै (अजय राय) वाराणसी के पिंडरा विधानसभा से लगातार 1996 से 2017 तक पांच बार विधायक रहा व प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुका हूँ।फिर भी मेरी सुरक्षा को लेकर वर्तमान की निक्कमी भाजपा सरकार घृणित मानसिकता से कार्य कर रही है।मेरे लगभग 3 दशक के राजनैतिक / सामाजिक जीवन मे एक भी ऐसा आरोप नही लगा जो की कानून की नजर में आपत्तिजनक व अलोकतांत्रिक हो।मैं सदैव जनहित के कार्य किया।साथ मै अपने बड़े भाई स्व.अवधेश राय जी की हत्या का चश्मदीद गवाह हु।जिसका मुकदमा इलाहाबाद एमपी/एमएलए कोर्ट में चल रहा है।मेरी गवाही कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी के खिलाफ है।

ऐसे में यह सरकार द्वारा मेरी सुरक्षा हटाना अफसोसजनक व दुर्भाग्यपूर्ण विषय है।यह सरकार चाहती है की मैं गलत का विरोध करना बंद कर दूँ,सड़को पर सँघर्ष करना बंद कर दूँ।जनता की लड़ाई न लडू व साथ ही सरकार की जनविरोधी नीतियों पर आवाज न उठाऊ।लेकिन अजय राय न कभी डरे है न कभी डरेंगे।डटकर लड़ेंगे और इस जनविरोधी सरकार के जमींदोज होने तक आवाज उठाते रहेंगे क्योंकि जनता की लड़ाई लड़ना हमारा कर्तव्य है जनता के लिए सँघर्ष करना मेरी नैतिकता है हम न बिके है न बिकेंगे।जनता के लिए सँघर्ष जारी रखेंगे।और हर मोर्चे पर मोदी-योगी सरकार को घेरेंगे चुप नही बैठेंगे। क्योंकि यह सरकार लोकतांत्रिक विरोधी सरकार है और हम सब लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था करने वाले लोग है। सरकार को मैं आगाह करता हूं की भविष्य में अगर मुझपर कोई घटना घटित होती है तो उसका सीधा जिम्मेवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उनकी सरकार होगी।

पत्रकार वार्ता में पूर्व विधायक अजय राय, जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे,ओमप्रकाश ओझा, मनीष मोरोलिया, शैलेन्द्र सिंह, अशफाक रिजवी, चंचल शर्मा, रोहीत दुबे, अनुभव राय आदि मौजूद थे।



अली अकबर की विलादत् पर सजी मेहफिलें

कई जगह हुई दुआख्वानी, दिलाई गयी फातेहा

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। शहीदे करबला इमाम हुसैन के बेटे जनाबे अली अकबर की विलादत् का जश्न शहर भर मे जोश ओ खरोश के साथ मनाया गया। उनकी जयंती का १४०० साल हुआ पुरा। जनाबे अली अकबर के बारे मे ये मशहूर है के उनकी शक्ल हज़रत मुहम्मद (स.) से मिलती थी। इमाम हुसैन कहा करते थे के जब मुझे मेरे नाना हज़रत मुहम्मद को देखना होता तो मैं अपने बेटे अली अकबर को देख लिया करता। ये वही अली अकबर है जिन्होंने करबला मे अपनी शहादत पेश की थी। केवल १८ वर्ष के थे अली अकबर। आज सुबह से ही मेहफ़िलों का सिलसिला शुरू हो गया। मदनपुर, भेलूपुरा, बजरडीहा, रामनगर, दोषीपुरा, दलमंडी, चौक, पठानी टोला, कच्चीबगा, लल्लापुरा, आदि शेत्रो मे महफ़िलों का दौर चला। कई शायरो ने कलाम पेश किये। जिसमे मुख्य रूप से प्रोफेसर अज़ीज़ हैदर बनारसी, रिजवान बनारसी, अथर बनारसी, रोशन बनारसी, मेहंदी बनारसी, अंसार बनारसी, वफा बनारसी, आदि लोग शामिल रहे। कई नए उभरते हुए नौजवानों ने भी कलाम पेश किया जिसमे आशूर बनारसी, नक़वी बनारसी, अमीर बनारसी, आदि लोग शामिल रहे। कई जगह ओल्मा ने तक़रीर भी की। जिसमे मुख्य रूप से मौलाना अक़ील हुसैनी, मौलाना ज़मीरुल हसन, मौलाना इकबाल हैदर, मौलाना ज़ाएर हुसैन, आदि लोग शामिल रहे। शिया मस्जिद के परोवक्ता हाजी फरमान हैदर करबालाई ने बताया के जनाबे अली अकबर  ९ रजब को सन ४२ हिजरी मदीने मे पैदा हुए थे। उनकी माँ का नाम उम्मे लैला था। इस दौरान सभी लोगों ने आज उन्हे याद किया और फातेहा दिलाई, और लोगों मे फल, मेवा, मिठाई, आदि का तबर्रूक तकसीम किया गया।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...