शनिवार, 13 फ़रवरी 2021

औवेसी की अब पूर्वांचल पर नज़र



परवेज़ कादिर को बनाया एआईआईएम का प्रदेेश सचिव 

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसिलमीन (एआईआईएम) प्रमुख असदुउददीन औवेसी ने यूपी में अपने संगठन को मज़बूती देना शुरु कर दिया है। यहां दमतोड़ रहे संगठन को यूपी में बड़ी सफलता हाथ लगी है। बनारस के प्रमुख मुसिलम नेता आलमीन क्रांति दल के अध्यक्ष परवेज कादिर खां अपने समर्थको के साथ मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसिलमीन  (एआईआईएम) में शामिल हो गये। उन्होने आलमीन क्राति दल का मजलिस में पहले ही विलय करा दिया है। आज राष्द्रीय अध्यक्ष असदउद्दीन औवेसी की संतुति पर प्रदेश सचिव पद पर परवेज कादिर खां की नियुकित की गई है। उनका मनोनयन प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने किया है। माना जा रहा है कि परवेज़ कादिर खां के आने से एआईआईएम को पूर्वी यूपी खासकर पीएम के संसदीय क्षेत्र में नई ऊर्जा मिलेगी।

गुरुवार, 11 फ़रवरी 2021

यूपी में पंचायत चुनाव का बजा बिगुल

आरक्षण अधिसूचना की गई जारी

लखनऊ (दिल इंडिया लाइव/हिमांशु राय)। यूपी में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण नियमावली जारी कर दी गई है। इसके बाद अब आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। अपर मुख्य सचिव मनाेज कुमार सिंह की ओर से जारी आदेश में सभी जिलाधिकारियों को कहा गया है कि नियमावली के अनुसार, पंचायतों में आरक्षण चक्रानुक्रम रीति से ही होगा लेकिन जहां तक हो सके, पूर्ववर्ती निर्वाचनों अर्थात सामान्य निर्वाचन वर्ष 1995, 2000, 2010 और वर्ष 2015 में अनुसूचित जनजातियों को आवंटित जिला पंचायतें अनुसूचित जनजातियों को आवंटित नहीं की जाएगी और अनुसूचित जातियों को आवंटित जिला पंचायतें अनुसूचित जातियों को आवंटित नहीं की जाएंगी। इसी तरह पिछड़े वर्गों को आवंटित जिला पंचायतें पिछड़े वर्गों को आवंटित नहीं की जाएंगी। पंचायत चुनाव में कोई भी पंचायत जातिगत आरक्षण से वंचित नहीं रहेगी। अब तक चक्रानुक्रम आरक्षण से ऐसी कई पंचायतें बची रह गईं, जिन्हें ना ओबीसी के लिए आरक्षित किया जा सका और न ही अनुसूचित जाति के लिए। ऐसे में इस बार आरक्षण प्रक्रिया लागू करने के लिए चक्रानुक्रम के तहत नया फार्मूला अपनाया जाएगा। खास बात यह है कि वर्ष 1995 से अब तक के 5 चुनावों में जो पंचायतें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होती रहीं और ओबीसी के आरक्षण से वंचित रह गई, वहां ओबीसी का आरक्षण होगा लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा निगाहें जिला पंचायत परिषद अध्यक्ष पद के आरक्षण को लेकर लगी हुई है। बता दें कि इस बार उप्र के सभी 75 जिलों में एक साथ पंचायतों के वार्डों के आरक्षण की नीति लागू होगी। वर्ष 1995 में पहली बार त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था और उसमें आरक्षण के प्रावधान लागू किए गए थे लेकिन तब से अब तक हुए पांच पंचायत चुनावों में जिले के कई ग्राम पंचायतें ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत अध्यक्ष के पद आरक्षित होने से वंचित रह गए। ऐसे में इस बार जिला पंचायत परिषद के सभी 20 वार्डों, ग्राम प्रधान के 244 , क्षेत्र पंचायत के 505 और वार्ड सदस्य के 3322 पदों के आरक्षण में चक्रानुक्रम फार्मूला अपनाया जाएगा। पहले यह देखा जाए कि वर्ष 1995 से अब तक के पांच चुनावों में कौन सी पंचायतें अनुसूचित जाति (एससी) व अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षित नहीं हो पाई हैं और इन पंचायतों में इस बार प्राथमिकता के आधार पर आरक्षण लागू किया जाए। जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेन्द्र का कहना है कि इस नए फैसले से अब वह पंचायतें जो पहले एससी के लिए आरक्षित होती रहीं और ओबीसी के आरक्षण से वंचित रह गईं, वहां ओबीसी का आरक्षण होगा और इसी तरह जो पंचायतें अब तक ओबीसी के लिए आरक्षित होती रही हैं वह अब एससी के लिए आरक्षित होंगी।

अनाथ बच्चों से प्रियंका गांधी ने किया संवाद



प्रियंका गांधी ने मौनी

अमावस्या पर लगाई डुबकी

प्रयागराज (दिल इंडिया लाइव) कांग्रेस की राष्द्रीय महासचिव प्रियंका गांधी गुरुवार को प्रयागराज पहुंचीं। आनंद भवन स्थित अनाथालय में प्रियंका गांधी ने बच्चों से संवाद किया और बच्चों का हाल जाना। प्रियंका गांधी ने नैनी स्थित अरैल घाट पर मौनी अमावस्या पर गंगा में डुबकी लगाई और स्नान के बाद पूजा-अर्चना की। उन्होंने द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मिलकर विभिन्न मुददो पर बातचीत की।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका पैतृक निवास स्वराज भवन पहुंचीं। उनके साथ उनके दोनों बच्चे भी थें। उन्होंने बताया कि गंगा स्नान के बाद कांग्रेस महासचिव मनकामेश्वर मंदिर के लिए प्रस्थान की, जहां उन्होंने द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से भेंट करने के बाद प्रियंका गांधी ने संवाददाताओं को बताया कि आज यहां आकर बहुत खुशी हुई क्योंकि शंकराचार्य और हमारे परिवार के बीच बहुत पुराना रिश्ता है। मैं हमेशा उनके संपर्क में रहती हूं और आज उनसे मिलने का मौका मिला। उनसे मिलकर खुशी होना स्वाभाविक है। 

कांग्रेसी पहुंचे जिलाधिकारी कार्यालय

विद्युत कर्मी की मौत पर मुआवजे की उठी मांग 



वाराणसी (दिल इंडिया लाइव/नवीन कुमार दुबे)। विद्युत विभाग में संविदा कर्मी की पिछले दिनों हुई मौत के मामले में आज कांग्रेसजनों का एक प्रतिनिधि मंडल जिला अधिकारी की अनुपस्थिति में अपर जिलाधिकारी आपूर्ति नलिनी सिंह से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए मृत्तक के परिजनों को मुआवज़ा देने की मांग की। 32 वर्षीय रोहित बिंद शिवपुरवा नगर निगम के पास पोल पर फाल्ट ठीक कर रहा था। विभाग की घोर लापरवाही के कारण अचानक बिजली चालू कर दी गई जिससे रोहित पोल पर ही लटक गया। मृतक परिवार का इकलौता कमाने वाला था। उसके 3 छोटे छोटे बच्चे है। प्रतिनिधि मंडल में कांग्रेस जनों ने मृतक परिवार को 25 लाख मुआवाजा व विधवा को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

प्रतिनिधि मंडल में सेवादल, अल्पसंख्यक कांग्रेस, युवा कांग्रेस सहित महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, महानगर उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के महासचिव हसन मेंहदी कब्बन, मनीष चौबे,ओम प्रकाश ओझा, मनीष मर्तोलिया, पार्षद विनय शादेजा, बबलू बिंद, आशीष पाठक, रोहित दुबे, विनीत चौबे, किशन यादव आदि मौजूद थे।

Ash Wednesday संग शुरु होगा 40 दिन का ईसाई रोज़ा

Ash Wednesday :

क्यों मनाया जाता है यहां जाने

17 फरवरी से इस बार महाउपवास होगा शुरु

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। ऐश वेडनेस डे संग 40 दिन का ईसाई रोज़ा 17 फरवरी बुधवार से इस बार शुरु होगा। विश्व भर के ईसाई ऐश वेडनेसडे से 40 दिन के उपवास की शुरुआत करते हैं। ऐश वेडनेसडे यानी राख बुधवार प्रभु यीशु के दुख भोग के रुप में मनाया जाता है। इन 40 दिनों तक ईसाई वर्ग भगवान से प्रार्थना करते हैं। लेंड के पवित्र समय के दौरान लोग प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हैं। ईसा मसीह ने 40 दिन का व्रत रखा था, उनके 40 दिन के व्रत को त्याग, बलिदान के रुप में मनाया जाता है। इन 40 दिनों में मसीही समुदाय ईसा मसीह द्वारा क्रूस पर दिये बलिदान को याद किया जाता है। इसका मकसद भगवान पर भरोसा करना होता है। लेंट को त्याग और मंथन के रुप में जाना जाता है। इस दौरान मसीही अहंकार को दूर करते हुए जहां पुण्य कार्यों में लगे रहते है वही महाउपवास काल के दौरान गुप्त दान भी खूब किया जाता है।

क्या है ऐश वेडनेस डे

ऐश वेडनेसडे ईसाई समुदाय का वो पवित्र दिन होता है। जिस दिन माथे पर पवित्र राख लगाकर मसीही चालीस दिनी महाउपवास की शुरुवात करते हैं। प्रभु यीशु के प्रति मसीही अपनी आस्था दिखाते हैं। पादरी आदित्य कुमार कहते है कि ऐश वेडनेसडे ईसाई वर्ग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है। ऐश वेडनेसडे से लेंट काल की शुरुआत होती हैं। यह पूरा समय ही आत्म मंथन का होता है, इस चालीस दिन को मसीही प्रभु यीशु के नाम कर देते है, प्रभु की आराधना, गुप्त दान आम हो जाता है।

मिट्टी में मिल जाओगे

राख बुधवार के दिन कैथलिक ईसाई पवित्र राख से माथे पर क्रूस का निशान बनाते हुए ईसा मसीह को याद करते हैं। इस दौरान पुरोहित माथे पर राख लगाते हुए लोगों को याद दिलाते है कि तुम मिट्टी हो और मिट्टी में मिल जाओगे। इसके साथ लोगों को अंहकार छोड़कर अच्छी सीख दी जाती है। 

28 को पाम संडे, 2 अप्रैल को गुड फ़्राई डे


17 Feb. 2021 : Ash Wednesday

28 March 2021 : Palm Sunday

01 April 2021 : Maundy Thursday

02 April 2021 : Good Friday

03 April 2021 : Holy Saturday

04 April 2021 : Easter Sunday

बुधवार, 10 फ़रवरी 2021

25 वीं अखिल भारतीय डाक कैरम प्रतियोगिता का हुआ आगाज़





केडी सिंह बाबू स्टेडियम में जुटे दिग्गज खिलाड़ी

लखनऊ(दिल इंडिया लाइव)। 25वीं अखिल भारतीय डाक कैरम प्रतियोगिता का 9 फरवरी, 2021 को लखनऊ के केडी सिंह बाबू  स्टेडियम में शुभारम्भ किया गया। इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि श्री रुद्र प्रताप सिंह, पूर्व सदस्य भारतीय क्रिकेट टीम ने शिरकत कर सभी प्रतिभागियों और खेल प्रेमियों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में विभिन्न डाक परिक्षेत्रों के पोस्टमास्टर जनरल सर्वश्री एस के स्वाइन आकाशदीप चक्रवर्ती विनोद कुमार वर्मा, संजय सिंह, कृष्ण कुमार यादव, महाप्रबंधक वित्त आर के वर्मा मंचासीन रहे। कार्यक्रम के आरम्भ में विभिन्न परिमण्डलों की टीम ने मार्च पास्ट किया और चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने ध्वजारोहण कर सलामी ली। मेजबान उत्तर प्रदेश कैरम टीम के कप्तान मोहम्मद ओवैस ने सभी टीमों को शपथ दिलाई। इस प्रतियोगिता में 17 राज्यों के 144 कैरम खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनके बीच 13 फरवरी तक टीम और वैयक्तिक स्तर पर कुल 425 मैच खेले जायेंगे। प्रथम दिन कुल 93 मैच खेले गए। 

इस अवसर पर चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि कैरम का खेल जीवन के कई सबक सिखाता है। टीम भावना और अनुशासन के साथ किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है। खिलाड़ियों को अंतिम समय तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने उत्तर प्रदेश में इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता के आयोजन पर ख़ुशी भी जताई।

इस अवसर पर अपने संबोधन में विशिष्ट अतिथि एवं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य श्री रूद्र प्रताप सिंह ने कहा कि केडी सिंह बाबू स्टेडियम से मेरा आत्मीय नाता रहा है क्योंकि अपने गृह जनपद रायबरेली से लखनऊ पहली बार इसी स्टेडियम में आया था। उन्होंने डाक विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से श्रेष्ठ खिलाड़ी आगे आएंगे। अनुशासन सिर्फ खेल मैदान पर ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत व सामाजिक जीवन में भी होना चाहिये।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण इलाहाबाद परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री सुवेंदु कुमार स्वाइन और आभार ज्ञापन वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किया।

 इस अवसर पर निदेशक डाक सेवाएँ शाहनवाज़ अख्तर, सुनील कुमार, सतर्कता अधिकारी शशि कुमार उत्तम, प्रवर डाक अधीक्षक आलोक ओझा, चीफ पोस्टमास्टर आर. एन. यादव, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक एजीएम अविनाश सिन्हा स्मृति श्रीवास्तव, सहायक निदेशक खेल एवं कल्याण विनीत कुमार शुक्ला, खेल विकास अधिकारी नुपुर सिंह सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी व खिलाड़ी उपस्थित थे।

मंगलवार, 9 फ़रवरी 2021

मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत प्यारे मियां का कानपुर में एक्सीडेंट

खानकाह शक्कर तालाब के हैं सज्जादानशीं

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। कानपुर के पास, राजस्थान से आते समय, खानकाह शक्कर तालाब के सज्जादानशी, मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत, प्यारे मियां का एक्सीडेंट होने की खबर आ रही है। मुफ़्ती मोइनुद्दीन अहमद फ़ारूक़ी, प्यारे मियाँ और उनके साहबज़ादे हज़रत ताबिश मियाँ और कुछ अन्य जो हज़रत के साथ कार में थे। इस कार दुर्घटना में घायल हो गए। उन्हें कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह खबर सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। सभी से दुआ की अपील खबर में की गई है।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...