Ash Wednesday :
क्यों मनाया जाता है यहां जाने
17 फरवरी से इस बार महाउपवास होगा शुरु
वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। ऐश वेडनेस डे संग 40 दिन का ईसाई रोज़ा 17 फरवरी बुधवार से इस बार शुरु होगा। विश्व भर के ईसाई ऐश वेडनेसडे से 40 दिन के उपवास की शुरुआत करते हैं। ऐश वेडनेसडे यानी राख बुधवार प्रभु यीशु के दुख भोग के रुप में मनाया जाता है। इन 40 दिनों तक ईसाई वर्ग भगवान से प्रार्थना करते हैं। लेंड के पवित्र समय के दौरान लोग प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हैं। ईसा मसीह ने 40 दिन का व्रत रखा था, उनके 40 दिन के व्रत को त्याग, बलिदान के रुप में मनाया जाता है। इन 40 दिनों में मसीही समुदाय ईसा मसीह द्वारा क्रूस पर दिये बलिदान को याद किया जाता है। इसका मकसद भगवान पर भरोसा करना होता है। लेंट को त्याग और मंथन के रुप में जाना जाता है। इस दौरान मसीही अहंकार को दूर करते हुए जहां पुण्य कार्यों में लगे रहते है वही महाउपवास काल के दौरान गुप्त दान भी खूब किया जाता है।
क्या है ऐश वेडनेस डे
ऐश वेडनेसडे ईसाई समुदाय का वो पवित्र दिन होता है। जिस दिन माथे पर पवित्र राख लगाकर मसीही चालीस दिनी महाउपवास की शुरुवात करते हैं। प्रभु यीशु के प्रति मसीही अपनी आस्था दिखाते हैं। पादरी आदित्य कुमार कहते है कि ऐश वेडनेसडे ईसाई वर्ग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है। ऐश वेडनेसडे से लेंट काल की शुरुआत होती हैं। यह पूरा समय ही आत्म मंथन का होता है, इस चालीस दिन को मसीही प्रभु यीशु के नाम कर देते है, प्रभु की आराधना, गुप्त दान आम हो जाता है।
मिट्टी में मिल जाओगे
राख बुधवार के दिन कैथलिक ईसाई पवित्र राख से माथे पर क्रूस का निशान बनाते हुए ईसा मसीह को याद करते हैं। इस दौरान पुरोहित माथे पर राख लगाते हुए लोगों को याद दिलाते है कि तुम मिट्टी हो और मिट्टी में मिल जाओगे। इसके साथ लोगों को अंहकार छोड़कर अच्छी सीख दी जाती है।
28 को पाम संडे, 2 अप्रैल को गुड फ़्राई डे
17 Feb. 2021 : Ash Wednesday
28 March 2021 : Palm Sunday
01 April 2021 : Maundy Thursday
02 April 2021 : Good Friday
03 April 2021 : Holy Saturday
04 April 2021 : Easter Sunday
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