शुक्रवार, 30 जून 2023

Bakrid पर दूसरे रोज़ भी दिखा उत्साह और उल्लास

दो दिनों में हुए लाखों जानवर कुर्बान



Varanasi (dil India live)। बकरीद पर दो दिनो में मोमिनीन ने रब की रजा के लिए लाखों छोटे–बडे जानवरो की कुर्बानी दी। कुर्बानी के बाद उसका तबर्रुक लोगों ने अपने अजीजों व गरीब, मिस्कीनों व उनके हकदारों को तकसीम किया। इससे पहले अल सुबह लोगों ने मस्जिद की तैयारी की नहा धोकर ईदगाह व मस्जिदों का रुख किया। 

इस दौरान रब की रजा के लिए केवल अपने शहर बनारस में ही लाखों लोगों ने सिजदा किया। मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा करने लोगों का हुजुम पहुंचा हुआ था। कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईदुल अजहा कि नमाज सम्पन्न होते ही जिला व पुलिस प्रशासन ने राहत की सास ली। इस मौके पर ईदगाह मस्जिद लाटसरैया में बुनकर बिरादराना तंजीम चौदहों के सरदार मकबूल हसन ने पुलिस कमिश्नर का माला पहनाकर स्वागत किया। नमाज के बाद घरों में छोटे–बडे जानवरों की कुर्बानी का दौर का आगाज़ हुआ। इसी के साथ तीन दिनों तक चलने वाली ईदुल अजहा कि खुशियों में मोमिनीन डूब गये है।

मजहबी शहर बनारस में बकरीद को देखते हुए मस्जिदों में नमाजे ईदुल अजहा की तैयारियां पहले ही कर ली गई थी। ईदुल–अजहा कि नमाज सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच जुमेरात को अम्नो-मिल्ल्त के साथ मुकम्मल की गई। नमाज़ अदा करने के बाद कुर्बानी का जो सिलसिला शुरू हुआ समाचार लिखे तक जारी था और कुर्बानी के बाद उसका तबर्रुक पहुंचाने लोग अपने अज़ीजो और रिश्तेदारों के यहां आते जाते दिखाई दिए। 

 



Dr Sudhir Kumar agrawal को लीजेंड ऑफ इंडिया एवार्ड

एसके अग्रवाल को पुरस्कार से पूर्वांचल के चिकित्सकों में हर्ष 




Varanasi (dil India live)। पूर्वांचल के जाने माने चिकित्सक डा. एस. के. अग्रवाल को ‘लीजेंड ऑफ इंडिया’ जैसे उत्कृष्ट एवार्ड से विभूषित किया गया है। उन्हें सम्मानित किए जाने पर वाराणसी के चिकित्सकों में हर्ष व्याप्त है। डा. अग्रवाल को यह एवार्ड डॉक्टर्स डे की पूर्व संध्या पर दिल्ली में आयोजित डॉक्टर्स डे कॉन्क्लेव में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉक्टर मनसुख मंडाविया के हाथों मिला है। डॉक्टर अग्रवाल को डॉक्टर्स डे के अवसर पर स्मृति चिन्ह और इंस्पायरिंग लीजेंड ऑफ इंडिया २०२३ से डॉक्टर् जितेंद्र कुमार मंत्रालय एमओएस, स्वतंत्र प्रभार अर्थ साइंसेज एवं पीएम ऑफिस से संबद्ध अनेक मंत्रालय ने दिया। संपूर्ण भारत वर्ष से डा. अग्रवाल के साथ ही अलग अलग क्षेत्रों के २० डॉक्टर्स को सेवाकार्यों के लिए यह सम्मान दिया गया है। डाक्टर एसके अग्रवाल को पुरस्कार प्रदान किए जाने पर पूर्वांचल के चिकित्सकों, खासकर बनारस के चिकित्सकों में हर्ष है।

Bakrid par bijli कटौती से लोगों में उबाल


कांग्रेस बोली: त्योहार पर भी नही बक्शा विद्युत विभाग ने, करेंगे आंदोलन 


Varanasi (dil India live). वरुणापार के विभिन्न इलाकों में बकरीद के बावजूद भीषण बिजली कटौती से लोगों में उबाल है। कांग्रेस ने इसके लिए अधिकारियों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है। कहां कि बिजली विभाग के अधिकारियों कि उदासीनता के कारण बिजली संकट बरकरार है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेंहदी कब्बन, विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह एडवोकेट ने कहा कि पूरे वरुणापार के  इलाके में लोकल फाल्ट के नाम परक्रमवार  4 से 8 घंटे तक बिजली काटी जा रही है।इन इलाकों में पूरे 24 घंटे में मात्र 7 या 8 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है बाकी समय लोकल फाल्ट के नाम पर कटौती रहती है।यही नहीं बकरीद का त्योहार भी बिजली कटौती का शिकार हो गया। पहले दिन पूरे दिन मात्र 4 से 5 घंटे बिजली आपूर्ति हुई।

उक्त नेताओ ने कहा कि बिजली की इस समस्या के मुख्य जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारी है। अधिकारियों कि मिलीभगत से बिजली चोरी बदस्तुर जारी है,अधिकारियों के मिलीभगत की वजह से जिन उपभोक्ता के पास कनेक्शन है वो भी बिजली चोरी कर रहे है, ऐसी स्थिति में फाल्ट होना स्वाभिक है। यही नहीं जैसे ही बिजली कटती है तुरंत सबस्टेशन पावर हाउस पांडेपूर अपना फोन बिजी कर देता है जिससे उपभोक्ता को जानकारी के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कांग्रेस ने कहा कि यही हाल रहा तो जल्द ही कांग्रेस के लोग विद्युत विभाग में धरना, प्रदर्शन व घेराव करेंगे।

गुरुवार, 29 जून 2023

पर्यावरण संरक्षण में समाज, साहित्य और सिनेमा की बराबर भूमिका-प्रो. सुरेंद्र प्रताप

Dav में कई फिल्मों का हुआ प्रदर्शन, पुस्तकों का विमोचन


Varanasi (dil India live)। डीएवी पीजी कॉलेज में आइक्यूएसी के अंतर्गत डीएवी पीजी कॉलेज, लिवरम फॉउन्डेशन एवं के टु पब्लिकेशन के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण, साहित्य एवं सिनेमा विषय पर आयोजित दो दिवसीय महासम्मेलन के दूसरे दिन गुरुवार को भी कई विद्वानों ने विचार रखे साथ ही विभिन्न सामाजिक सरोकारों पर आधारित शॉर्ट फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। दूसरे दिन मुख्य वक्ता प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बाजारीकरण के दौर में साहित्य कही खो सा गया है, आधुनिकता की गहरी धुंध समाज मे फैल रही है जिसमे सिनेमा का बड़ा किरदार है। उन्होंने कहा कि आधुनिकता का पैमाना विचारों से है ना कि केवल परिवेश से है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने में समाज, साहित्य और सिनेमा सबकी समान हिस्सेदारी है।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो.अनुराग कुमार ने कहा कि साहित्य लोक का प्रतिपक्ष दर्शाता है, साहित्य ही एक ऐसा तत्व है जिसमें लोक की हिस्सेदारी होती है। जनतंत्र में आम नागरिक के लिए साहित्य एक बड़ा हथियार है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल एवं हजारी प्रसाद द्विवेदी जैसे हिंदी के महान रचनाकारों ने साहित्य और लोक की भूमिका पर गहराई से प्रकाश डाला है।

विशिष्ट वक्ता बिहार से आये प्रो. ब्रह्मदेव मंडल ने कहा कि साहित्य पर आधारित फिल्में जल्दी सफल नहीं होती परंतु एक सत्य यह भी है की बिना साहित्य की कोई फिल्म नहीं बन सकती। फिल्म और साहित्य को बराबरी में लाने के लिए कड़ी मेहनत की गई है जिसमें विदेशी निर्माता निर्देशकों बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की वर्तमान दशा के लिए विश्व की सरकारें जिम्मेदार हैं। डॉक्टर इंद्रजीत मिश्रा ने कहा की सिनेमा और साहित्य दोनों ही समाज को व्यापक स्तर पर प्रभावित करते हैं, सिनेमा एक कला है और साहित्य उसकी जननी। प्रो. विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि पर्यावरण के बिना इस सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती है। संचालन डॉ. विजय कुमार ने किया।

कई पुस्तकों का हुआ विमोचन

कार्यक्रम में विभिन्न लेखकों की पुस्तकों का विमोचन हुआ। महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य प्रो. सत्यगोपाल जी एवं अन्य अतिथियों ने गाँधी दर्शन, मनोहर श्याम जोशी के उपन्यासों में आधुनिक एवं उत्तर आधुनिक विमर्श सहित अन्य पुस्तकों का विमोचन किया। 

इन फिल्मों का हुआ प्रदर्शन

महासम्मेलन के अंतिम दिन सामाजिक सरोकार पर आधारित विभिन्न फिल्मों का प्रदर्शन हुआ। प्रवासन की समस्या पर आधारित स्वदेश देख सभी की आँखे नम हो गयी तो वहीं स्त्री वेदना पर आधारित अभिशप्त ने सबकी आँखे खोल दी। इसके अलावा मौन मंदिर, चलो प्रकाश की ओर, विसर्जन आदि फिल्मों का प्रदर्शन हुआ। 

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रो. सत्यगोपाल जी, प्रो. समीर कुमार पाठक, रूपेश गुप्ता, डॉ. श्वेता सरन आदि विद्वत जन उपस्थित रहे। 




Dawat-e-Islami India का दस दिनी वृक्षरोपण अभियान 1 जुलाई से

जीएनआरएफ का आंदोलन हर हाल में बचाना पर्यावरण 


Varanasi (dil India live). धार्मिक व सामाजिक संगठन दावत-ए-इस्लामी हिन्द ने पर्यावरण को बचाने के मकसद से वायु प्रदूषण को कम करने के लिए देश भर में अपने हजारों स्वयंसेवकों के माध्यम से लाखों पेड़ लगाने का आंदोलन शुरू करने जा रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए दावते इस्लामी इण्डिया के राष्ट्रीय सदस्य तथा जीएनआरएफ प्रमुख हाजी यूसुफ अत्तारी ने कहा कि  असंतुलित जलवायु और बदलते पर्यावरण को देखते हुए दुनिया भर में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ गया है जिसे  देखते हुए दावत-ए-इस्लामी इण्डिया अपनी शाखा गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन के माध्यम से पिछले कई वर्षों से पौधारोपण अभियान चला रही है। इस अभियान से अब तक देश भर में लाखों पौधे सफलतापूर्वक लगाए जा चुके हैं। इसी आंदोलन को जारी रखते हुए 1 जुलाई से 10 जुलाई तक देश भर में वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। इसके लिए एक कार्ययोजना  तैयार की गई है जिसमें पर्यावरण संबंधी जनजागृति, वृक्षारोपण का महत्व बताना, ग्लोबल वार्मिंग का खतरा इत्यादि विषयों की जानकारी देते हुए पर्यावरण साफ सुथरा रखने संबंधी जागरुकता फैलायी जाएगी। इसके लिए ज़िला स्तर पर सार्वजनिक सभाओं का आयोजन करना, व्यक्ति मुलाकात करना, सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग्स लगाना, और विज्ञापनों के माध्यम से वृक्षारोपण की ओर आकर्षित करना है। इसी के साथ  वृक्ष रोपण के महत्व और आवश्यकता को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जानकारी पहुंचाने के प्रयास किये जा रहे है,  हाजी यूसुफ ने आगे जानकारी देते हुवे यह भी बताया कि दावत-ए-इस्लामी इंडिया द्वारा संचालित सभी शैक्षणिक संस्थान इस अभियान में शामिल हैं, शहर शहर छात्र वृक्षारोपण जनजागृति करने के उद्देश्य और लोगों को जोड़ने के लिए रॅलिया निकालने वाले हैं. इस अवसर पर उन्होंने  अपील की है कि इस मुहिम को सफल बनाए अपने परिसर में अपनी पसंद कि जगह पर कम से कम एक पौधारोपण लगाकर उसको वृक्ष बनाए।

Kashi International Art Exhibition-2023 में दिखा श्री कृष्ण का बाल रूप



Varanasi (dil india live)। गंगापुर स्थित  इंस्टिट्यूट ऑफ फाइन आर्ट कला दीर्घा में " काशी अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी -2023" इन दिनो लगी हुई है. इस कला प्रदर्शनी में बंग्लादेश, नेपाल तथा भारत के कई प्रदेशों के कलाकारों ने अपनी कृतियां प्रदर्शित की है. पिछले दिनों प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किया था. इस प्रदर्शनी में  जयपुर, राजस्थान से डॉ. रेणु शाही की कृति 'श्री नाथ जी' को काशी के दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा है. कैनवस पर बड़े आकार का यह चित्र मूलरूप से राजस्थान के नाथद्वारा कि लोककला शैली एवं लघु चित्रण से प्रभावित है.

श्री कृष्ण के बाल रूप में गोलार्धधारी स्वरूप को अभिव्यक्त करती यह कृति चित्रकार के प्रयोगात्मक कलाकर्म के आधर पर बनाया गया था. रेणु शाही वर्तमान में जयपुर में रहते हुए कला के क्षेत्र मे सक्रिय है तथा अध्यापन के साथ-साथ  लेखन एवं चित्रण का कार्य करते हुए देश-विदेश में कला प्रदर्शनियों में निरंतर सहभागिता बनाये हुये है.

eid-ul-azha 2023: desh duniya mai शुरु हुआ कुर्बानी का त्योहार

पहले रब कि इबादत, फिर शुरू कुर्बानी का सिलसिला





Varanasi (dil india live)। सुबह मोमिनीन ने पहले रब की रजा के लिए सिजदा किया, मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा करने लोग पहुंचे, इसके बाद घरों में छोटे–बडे जानवरों की कुर्बानी का दौर का आगाज़ हुआ। देश और दुनिया में इसी के साथ ईदुल अजहा कि खुशियों में मोमिनीन डूब गये है।
मजहबी शहर बनारस में बकरीद को देखते हुए मस्जिदों में नमाजे ईदुल अजहा की तैयारियां पहले ही कर ली गई थी। ईदुल–अजहा कि नमाज सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच जुमेरात को अम्नो-मिल्ल्त के साथ मुकम्मल की गई। नमाज़ अदा करने के बाद कुर्बानी का जो सिलसिला शुरू हुआ समाचार लिखे तक जारी था और कुर्बानी के बाद उसका तबर्रुक पहुंचाने लोग अपने अज़ीजो और रिश्तेदारों के यहां आते जाते दिखाई दिए। 

इस दौरान मस्जिद लंगडे हफिज में मौलाना जकीउल्लाह असदुल कादरी, ईदगाह लाट सरैया में मौलाना जियाउर्रहमान, ईदगाह पुरानापुल में इमाम मौलाना शकील, खानकाह हमीदिया रशीदिया शक्कर तालाब में मुफती–ए–बनारस ‘अहले सुन्नत’ मौलाना मोईनुदृीन अहमद फारुकी ‘प्यारे मियां’ शाही मुगलिया मसजिद बाद्शाहबाग में मौलाना हसीन अहमद हबीबी, ईदगाह गोगा की बाग में मौलाना नुरुल हसन, ईदगाह शक्कर तालब अहले हदीस में मौलाना हसन जमील मदनी, ईदगाह लंगर में मौलाना इरशाद रब्बानी, जामा मस्जिद खोजापुरा में मौलाना सगीर, मस्जिद शहीद बाबा में हाफिज गुलाम तो मस्जिद सुन्नी इमामबाड़ा सरैया में मौलाना इकबाल अहमद सेराजी ने बकरीद की नमाज़ अदा कराया. शिया इमामबाड़ा सरैया में मौलाना जफर हुसैनी, दरगाहे फातमान में मौलाना अकील हुसैनी, बड़ी मस्जिद सरैया में हाफिज खैरुद्दीन, मस्जिद इमिलियातल्ले छीत्तनपुरा में मौलाना मंजर हसन, मस्जिद ढाई कंगूरा पठानी टोला में हाफिज नसीम अहमद बशीरी, बड़ी मस्जिद काजीसादुल्लापुरा में मौलाना सकलैन, मस्जिद अहनाफ अहले सुन्नत सरायहडहा में मौलाना फैजानुल्लाह कादरी, मस्जिद उस्मानिया में मौलाना इनाम ने नमाज अदा कराया। ऐसे ही जामा मस्जिद अगागंज में मौलाना रमजान अली, बड़ी मस्जिद काज़ीसादुल्लाहपुरा में मौलाना शफीक अकमल, बड़ी मस्जिद भोज बाबा छीत्तनपुरा में मौलवी कय्युम, जामा मस्जिद कमनगडहा में मौलाना आजाद, मस्जिद मीनार कमालपुरा में मौलाना निजाम, बड़ी मस्जिद रसूलपुरा में मौलाना हाजी नसीरुद्दीन ने नमाज़ अदा कराया. 

ऐसे ही मस्जिद शाही ज्ञानवापी, मस्जिद दायम खां, मस्जिद आलमगीर धरहरा, ईदगाह मस्जिद लाटशाही बाबा, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार, मस्जिद नुरूददीन शहीद, मस्जिद हबीबिया, मस्जिद नयी बस्ती, मस्जिद खाकी शाह, मस्जिद बुलाकी शहीद, मस्जिद याकूब शहीद, अल्लू कि मस्जिद, मस्जिद नगीना, मस्जिद सुल्तानिया, मस्जिद गौसिया, मस्जिद ताड़ का बाग आदि में बकरीद कि नमाज़ अदा किया गया।बकरीद कि नमाज़ मुकम्मल होने के बाद ईदगाहों के आसपास मेले जैसा माहौल था। वहां बच्चे खिलौना गुब्बारा आदि खरीदते दिखाई दिए। लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी। शाम के बाद घरों में दावतों का दौर शुरू होगा जो देर रात तक जारी रहेगा।

सिकंदरपुर के विधायक का फोटो वायरल 


उधर बलिया के सिकंदरपुर में सपा विधायक मोहम्मद रिजवी अपने अज़ीजो को बकरीद कि नमाज़ के बाद ईदुल अजहा कि मुबारकबाद दी। वो ईदुल अजहा कि खुशियां लोगों से साझा करते नजर आए। सोशल मीडिया पर मोहम्मद रिजवी कि तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही थी। 

देर रात तक हुई खरीदारी 

बकरो और सेवईयो की खरीदारी का दौर इससे पहले देर रात तक चला। बकरों की खरीद के साथ ही खोवा, दूध, सेवई, मेवा, प्याज, अदरक, मसाले आदि की भी खरीदारी देर रात तक हुई। कुर्बानी के साथ ही घरों में लज़ीज सेवईयां बनाई गई थी. इसकी तैयारियों में ख्वातीन देर रात से ही जुटी हुई थी। दरअसल बकरीद के दिन को कुर्बानी और त्याग के दिन के रूप में याद किया जाता है। 









लक्ष्य को प्राप्त करने में नैपुण्य' पुस्तक सहयोगीः उमेश शुक्ल



Varanasi (dil India live)। उप शिक्षा निदेशक, प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ल ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सारनाथ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि निपुण लक्ष्य को प्राप्त करने में नैपुण्य' पुस्तक सहयोगी साबित होगी। उन्होंने 'नैपुण्य' नमक पुस्तक की जहां सराहना की वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. अरविन्द कुमार पाठक ने कहा कि बेसिक शिक्षकों के लिए टीएलएम का संकलन किसी पुस्तक के रूप में बेहद सुखद है। इस पुस्तक में वाराणसी जनपद के शिक्षकों का अभूतपूर्व सहयोग है इसमें प्राथमिक विद्यालय ठटरा प्रथम, सेवापुरी के अध्यापक अब्दुर्रहमान, संविलियन विद्यालय गंगापुर आराजी लाइन्स की अध्यापिका तूबा आसिम, प्राथमिक विद्यालय धवकलगंज बड़ागाँव के अध्यापक अरविन्द कुमार सिंह, संविलियन विद्यालय सरावां बड़ागांव के अध्यापक जहीर अख्तर एवं प्राथमिक विद्यालय पतेरवाँ चिरईगांव की अध्यापिका रीता विश्वकर्मा के टीएलएम और लेख संकलित हैं।

ज्ञात हो कि पिछले दिनों अर्चना पाण्डेय के संपादन में जीएल बजाज इंस्टीट्यूट गौतमबुद्ध नगर में नैपुण्य नामक पुस्तक का विमोचन उप शिक्षा निदेशक राज सिंह यादव ने किया था। इस पुस्तक में उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के 111 शिक्षकों के 111 टीएलएम को संकलित किया गया है।

Bakrid की कहानी मोहब्बत और बलिदान पर केन्द्रीतः हाजी बदरुददीन अहमद

हाजी कटरे में हुई aman or millat के लिए दुआख्वानी


Varanasi (dil India live)। बकरीद पर अमनो–मिल्लत व सौहार्द बनाए रखने के लिए हाजी कटरा सरैया में दुआख्वानी का आयोजन दिलशाद अहमद की अगुवाई में किया गया। इस दौरान पूर्व मेयर उम्मीदवार हाजी बदरुददीन अहमद ने दुआख्वानी में काशी की गंगा जमुनी तहजीब पर रौशनी डाली। उन्होंने कहा कि त्योहार कोई भी हो वो अमन और मिल्लत का पैगाम देता है। बकरीद की कहानी तो ऐसे भी अमन और बलिदान पर केन्द्रीत है। दिलशाद अहमद ने कहा कि आज जो नफरत का माहौल है उसे मोहब्बत से ही खत्म किया जा सकता है। इस मौके पर अतीकुर्रहमान, अव्वल अंसारी, रमजान, अफजाल खां, साजिद, रितेश केशरी, राजेश, हाजी मतीउर्रहमान, सरदार जावेद, इरफान आदि मौजूद थे।

बुधवार, 28 जून 2023

Varanasi main bakrid ki namaz ka time

बकरीद की नमाज और इमामे ईदुल अजहा 



Varanasi (dil India live). बनारस में ईदुल अजहा कि नमाज़ कि तैयारियां पूरी कर ली गई है। सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच ईदुल अजहा कि नमाज़ अदा कि जाएगी। श्री सड़क कि मस्जिद लंगडे हफिज में मौलाना जकीउल्लाह कादरी सुबह 10.30 बजे जहां बकरीद की नमाज अदा कराएंगे वहीं ईदगाह लाट सरैया में मौलाना जियाउर्रहमान सुबह 8:30 बजे, ईदगाह पुरानापुल में इमाम मौलाना शकील सुबह 7:30 बजे। खानकाह हमीदिया रशीदिया, शक्कर तालाब में मुफती–ए–बनारस ‘अहले सुन्नत’ मौलाना मोईनुदृीन अहमद फारुकी ‘प्यारे मियां’ सुबह 8:00 बजे बकरीद की नमाज अदा करायेंगे। ईदगाह गोगा की बाग में ईमान मौलाना नुरुल हसन सुबह 7:00 बजे नमाज अदा कराएंगे तो ईदगाह शक्कर तालाब अहले हदीस में इमाम मौलाना हसन जमील मदनी सुबह 6:45 बजे, ईदगाह लंगर मस्जिद में इमाम मौलाना इरशाद रब्बानी सुबह 7:00 बजे, जामा मस्जिद खोजापुरा में इमाम मौलाना सगीर सुबह 7:15 बजे, मस्जिद शहीद बाबा में इमाम हाफिज गुलाम साहब 7:30 बजे तो मस्जिद सुन्नी इमामबाड़ा सरैया में मौलाना इकबाल अहमद सेराजी 7:30 बजे, इमामबाड़ा शिया हजरात सरैया में इमाम मौलाना जफर हुसैनी 9:30 बजे, बड़ी मस्जिद सरैया में हाफिज खैरुद्दीन 7:30 बजे, मस्जिद इमिलियातल्ले छीत्तनपुरा में मौलाना मंजर हसन सुबह 8:00 बजे, मस्जिद ढाई कंगूरा पठानी टोला में इमाम हाफिज नसीम बशीरी 8:00 बजे, बड़ी मस्जिद काजीसादुल्लापुरा में मौलाना सकलैन 7:30 बजे, मस्जिद अहनाफ अहले सुन्नत सरायहडहा में मौलाना फैजानुल्लाह कादरी 9 बजे, मस्जिद उस्मानिया में मौलाना इनाम 7:30 बजे नमाज अदा कराएंगे। ऐसे ही जामा मस्जिद अगागंज में मौलाना रमजान अली 6:45 बजे, बड़ी मस्जिद धनधरौवा काजिसदुल्लपूरा में मौलाना शफीक अकमल 7:30 बजे, बड़ी मस्जिद भोज बाबा छीत्तनपुरा में मौलवी कय्युम 7:30 बजे, जामा मस्जिद कमनगडहा में मौलाना आजाद सुबह 7:00 बजे, मस्जिद मीनार कमालपुरा  में मौलाना निजाम 7:30 बजे, बड़ी मस्जिद रसूलपुरा में इमाम मौलाना हाजी नसीरुद्दीन 7:30 बजे, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार में सुबह 7:30 बजे व मस्जिद नुरूददीन शहीद में सुबह 7:30 बजे बकरीद की नमाज अदा की जाएगी।



Allah or Mohammad लिखा बकरा बना सेल्फी पार्टनर

इस बकरे में न जाने क्या है आकर्षण कि जुट रही तमाशबीनों की भीड़ 

Mohd Rizwan 



Varanasi (dil India live)। ईद-उल-अजहा यानी बकरीद इस बार 29 जून को मनाया जाएगा। बकरीद के पर्व पर कुर्बानी के लिए वाराणसी में बकरा मंडी सज गई है। यहां की मंडी में आए एक खास बकरे की पूरे पूर्वांचल में चर्चा है। इस बकरे को कुदरत का करिश्मा बताया जा रहा है। वाराणसी समेत आसपास के जिलों के लोग इसे देखने के लिए न सिर्फ पहुंच रहे हैं बल्कि यह बकरा सेल्फी पार्टनर तक बन गया है। हर कोई इस बकरे के साथ सेल्फी पोज देता लेता दिखाई दे रहा है। बरबरा नस्ल के इस बकरे की पीठ पर एक तरफ मुहम्मद और दूसरी तरफ अल्लाह लिखा हुआ है। इस बकरे की डिमांड बकरा मंडी में काफी ज्यादा है। 

वाराणसी के बेनिया बाग मंडी में आजमगढ़ के पी कुमार बरबरा नस्ल के बकरे को लेकर पहुंचे हैं। हर कोई इस बकरे को खरीदना चाहता है, लेकिन इसकी कीमत सुनकर लोगों के होश उड़ जा रहे। बकरा मालिका ने इसकी कीमत 6 लाख रुपए रखी है। अब तक मंडी में इसकी कीमत 4 लाख रुपए तक लग चुकी है। 6 लाख रुपए के इस बकरे को मालिक ने बेचने से इंकार कर दिया और कुर्बानी के लिए ले जाने वालों के लिए कीमत 6 लाख रुपए की डिमांड की। बकरे के मालिक ने एक और खास ऐलान किया जिसे सुन हर मुस्लिम समाज के लोग बकरा मालिक की सराहना कर रहे है। बकरे के मालिक पी.कुमार मंडी में खुला ऐलान किया है, कि यदि को इस बकरे को कुर्बानी की जगह पालने के लिए लेगा तो वह इस नायब बकरे को मात्र 3 लाख रुपए में ही दे देंगे।

बकरा मंडी के संचालक मुहम्मद अजहर ने कहा कि मंडी में मुहम्मद अल्लाह बकरे के साथ फोटो खींचने के लिए मंडी में आने वाले नवयुवकों की होड़ लगी हुई है। बकरा मंडी के संचालकों की मानें तो इस बार सबसे महंगा मुहम्मद अल्लाह बकरा है। इससे पहले सबसे ज्यादा 80 हजार रुपए का बकरा मंडी में बिका है। ऐसे में यह बकरा वाराणसी के बकरा मंडी का सबसे महंगा बकरा है।

मंगलवार, 27 जून 2023

Mini Sadan me 550 करोड़ का प्रस्ताव पारित

अधिकारियों द्वारा पार्षदों के फोन न उठाने कि शिकायत पर मेयर नाराज़

  • मेयर बोलें इस बात कि दोबारा न मिले शिकायत



Varanasi (dil India live)। नगर निगम के मिनी सदन की बैठक मंगलवार को सम्पन्न हुई। इस दौरान सदन की कार्यवाही में सर्वसम्मति से 550 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पास किया गया। नए वार्डों में 10 करोड़ और पुराने वार्डों में 5 करोड़ से विकास कार्य कराने की स्वीकृति प्रदान की गई। सभी 100 वार्डों का प्रपोजल बनाकर उत्तर प्रदेश शासन को 30 जून के पहले भेज दिया जाएगा। इस फंड से शहर का बेहतर विकास होगा। सभी वार्डों से प्रस्ताव मांगा गया था। इस दौरान सभी पार्षद सीवर और पेयजल की समस्या पर मुखर थे। सदन की बैठक में गाउन न पहनने को लेकर मेयर पर सवाल उठे। शिवाला के पार्षद राजेश यादव ने संशोधन प्रस्ताव पेश कर कहा कि सदन की गरिमा के मुताबिक, गाउन पहनना होता है। इस पर मेयर अशोक तिवारी ने कहा कि यहां बैठा हर सदस्य जनता द्वारा चुनकर आया है। गाउन पहनने से कोई मेयर पद कि गरिमा नहीं बढ़ती। गरिमा अपने काम से बढ़ती है। मेयर अशोक तिवारी ने कहा कि वाराणसी नगर निगम में 84 नए गांव मिलाए गए हैं। यहां पर किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। शहर और गांव के विकास की दूरी खत्म होगी। पार्षदों का कहना है कि सीवर और पेयजल की समस्या है, जिस पर काम होगा। हम लोग सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी ओर जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे। पार्षदों का अधिकारियों द्वारा फोन न उठाना घोर अनुशासनहीनता है। कल बैठक करके यह स्पष्ट करूंगा कि यदि आपने आज के बाद यदि पार्षदों का फोन नहीं उठाया तो अधिकार क्षेत्र के तहत कड़ी कार्यवाही करेंगे। एक सप्ताह के अंदर जिम्मेदारी और जवाबदेही तय होगी।

नगर निकाय चुनाव के बाद यह पहली विशेष बैठक थी। इसमें सावन पर कावंड़ियों के लिए शहर में खाना, पेयजल, ठहरने, लाइटिंग और सफाई से संबंधित कुछ जरूरी फैसले लिए गए हैं। इसके साथ ही वाराणसी शहर के विकास से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स और प्रपोजल्स करे हरी झंडी दिखाई गई। यह बैठक मैदागिन के टाउनहाल में चली। आज शहरी विकास से जुड़े कई प्रपोजल को मंजूरी मिली।

Kaba mai hajj के अय्याम शुरु, काशी कि बढ़ी धड़कने

काबा में हो रहा हज, काशी में कि जा रही दुआएं



Varanasi (dil India live)। काबा में हज के अय्याम शुरु हो गये है वही काशी से हज पर गये लोगो के अज़ीज़ों कि धड़कने तेज हो गई है। हर कोई अपने अज़ीज़ों के लिए दुआएं मांग रहा है कि उनके अज़ीज़ हज का सफर कामयाबी से पूरा करके काशी हंसी–खुशी लौटें। लोगों की इस बात की खुशी भी है कि उनके अजीज हज करके जब लौटेंगे तो उनके नाम के आगे हाजी लग जाएगा मगर बेचैनी इस बात कि है कि कहीं कोई अनहोनी न हो’ बस यही वजह है कि दुआओं का दौर तेज हो गया है। काबा में हज हो रहा है और काशी में दुआएं। हज खिदमतगार हाजी अदनान खां ने बताया कि जायरीन मिना से रवाना होकर आज अराफात पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हज के दौरान पांच दिन केवल और केवल रब की इबादत ही होती है। इस दौरान जायरीन का अपने अजीजों से सम्पर्क टूट जाता है यही वजह है कि लोग दुआओं में लग जाते हैं।

दरअसल कई बार हज के अय्याम के दौरान हादसे हुए हैं कभी कंकड़ी मारते समय तो कभी तवाफ करते या फिर मिना के मैदान में खाना बनाते समय आग लगने के कारण। इसी के चलते लोग तब तक सुकुन नहीं ले पाते जब तक कि हज का पांच दिन का अय्याम मुकम्म्ल नहीं हो जाता है। 

इस साल हज 26 जून से शुरू हुआ है जो 1 जुलाई को मुकम्म्ल होगा। इस बार दुनिया भर से तकरीबन चालीस लाख ज़ायरीन हज के लिए रवाना हुए हैं। इस्लाम में हज फर्ज माना गया है। ये इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। इस्लाम के मुताबिक अल्लाह की रज़ा के लिए ज़िंदगी में एक बार हज पर जाना बेहद जरूरी है। इस्लाम में माना जाता है कि हज करके लौटने वाला जब हाजी बनकर लौटता है तो वो गुनाहों से ऐसे पाक हो जाता है जैसे मां के पेट से पैदा हुआ बच्चा मासूम और बेगुनाह होता है। इसलिए हज का इस्लाम में खासा महत्व है। हर कोई जिन्दगी में एक बार हज करने की ख्वाहिश जरुर दिल में पाले रहता है।

भामाशाह जयंती को व्यापारी दिवस घोषित करे सरकार




Ghazipur (dil India live). प्रदेश अध्य्क्ष मुकुंद मिश्रा के आह्वान पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल गाजीपुर का एक प्रतिनिधि मंडल जिला अध्यक्ष विजय शंकर वर्मा के नेतृत्व में शिक्षक दिवस, श्रमिक दिवस आदि के तर्ज पर दानवीर भामाशाह की जयंती को व्यापारी दिवस के रुप में घोषित करने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्रक भेजा गया। पत्रक में बताया गया है कि भामाशाह अपने त्याग एवं दानवीरता के कारण इतिहास में अमर हो गए। ऊन्होंने अपने जीवन काल में महाराणा प्रताप को राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी सारी जमा पूंजी दान कर दी थी। भामाशाह कि दानवीरता के किस्से आज भी व्यापारी समाज को प्रेरणा देते हैं। पत्रक के माध्यम से पूर्व में भी व्यापारिक संघठन  मुख्यमंत्री से मांग कर चुका है कि व्यापारी समाज के सम्मान व लोकहित के लिए अपना सर्वस्व दान करने वाले व्यापारी समाज के प्रेरणाश्रोत भामाशाह की जयंती को शिक्षक, श्रमिक दिवस आदि की तर्ज पर व्यापारी दिवस घोषित किया जय।

प्रतिनिधि मंडल में विजय शंकर वर्मा,  सरदार दर्शन सिंह, रुद्रेश निगम,  अच्छेलाल कुशवाहा, निर्गुण दास केसरी, गणेश वर्मा, अभय कुमार गुप्ता, संजय केशरी, नईम अहमद, मल्लन राम बिंद्रा, संजय गौतम, अनिल भारती, रामजी कुशवाहा, नैय्यर अहमद, सोनू राय, गोपाल आदि मौके पर उपस्थित थे।

सोमवार, 26 जून 2023

Varanasi में जल्द स्थापित होंगे न्यू बोर्न केयर कॉर्नर

वजन मशीन, विटामिन-के, आपातकालीन व आवश्यक सुविधाओं से होंगे लैस

  • प्री-मेच्योर, कम वजन, सांस लेने व अन्य दिक्कतों वाले शिशुओं का होगा उपचार




Varanasi (dil India live)। दूर-दराज के क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे उपकेंद्र स्तरीय आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही मातृ व शिशु स्वास्थ्य देखभाल, नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम और संचारी व गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के उपकेंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (प्रसव केन्द्रों) पर जल्द ही नवजात शिशु देखभाल कॉर्नर (न्यू बोर्न केयर कॉर्नर-एनबीसीसी) स्थापित किए जाएंगे। शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए हर चिन्हित प्रसव केंद्र पर न्यूबोर्न केयर कॉर्नर अहम भूमिका निभाएंगे। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी। सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर इस दिशा में बेहतर प्रदर्शन के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कोशिश की जा रही है कि प्रसव केंद्र के रूप में बने सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर वजन मशीन, आपातकालीन दवा व इंजेक्शन, विटामिन-के, ऑक्सीज़न युक्त बेड एवं अन्य जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता हो। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) डा. एचसी मौर्या ने बताया कि जनपद में उपकेंद्र स्तरीय प्रसव केंद्रों की संख्या 98 है। जल्द ही सभी इन प्रसव केन्द्रों पर न्यू बोर्न केयर कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे। यहाँ एक चिकित्सक व एक स्टाफ नर्स तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चे जिनके पैदा होने के बाद जिन्हें चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता होती है। जैसे जन्म से पहले (प्री मेच्योर) पैदा हो गया हो, पैदा होने के बाद नहीं रोया हो, कम वजन का हो, सांस लेने में तकलीफ हो, पल्स रेट बढ़ी हो, ऑक्सीज़न की कमी हो, मां का दूध नहीं पी पाता हो, गंदा पानी पेट में चला गया हो, हाथ-पैर नीले पड़ गए हों एवं जन्म के तुरंत बाद झटके आ रहे हों तो उन्हें सर्वप्रथम न्यू बोर्न केयर कॉर्नर में भर्ती किए जाएंगे। आवश्यक उपचार के साथ कंगारू मदर केयर से देखभाल की जाएगी। गंभीर स्थिति होने पर उसको जिला व सीएचसी स्तरीय चिकित्सा इकाइयों पर भर्ती कर इलाज किया जाएगा।

UP helth ranking में लगातार दूसरी बार वाराणसी अव्वल

मातृ-शिशु स्वास्थ्य व परिवार नियोजन सेवाओं में हो रहा गुणवत्तापूर्ण सुधार


Varanasi (dil India live)। उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर से वाराणसी ने 80 फीसदी स्कोर हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। पिछले माह भी जनपद ने हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया था। इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की। साथ ही भविष्य में गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई है। इसमें वाराणसी ने गर्भावस्था में एचआईवी की जांच, गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों (अंतरा, छाया, कॉपर-टी, पीपीआईयूसीडी व आईयूसीडी), सीएचसी पर प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव समेत 16 संकेतकों पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मई माह में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि पर सीएमओ ने जिले की समस्त नगरीय व ग्रामीण स्तरीय पीएचसी-सीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है और सेवाओं की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। 

सीएमओ ने कहा - पिछले माह वाराणसी ने हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया है। इससे पहले वह दूसरे और तीसरे स्थान पर रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक संतोष कुमार सिंह के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। संकेतकों में सुधार के लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम की अहम भूमिका है। बताया कि 22 अप्रैल से 21 मई 2023 के बीच लक्ष्य के सापेक्ष 100 फीसदी गर्भावस्था में एचआईवी की जांच हुई। गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल में 100 फीसदी उपलब्धि हासिल हुई है। इन संकेतकों में जनपद ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों व सीएचसी में प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव, प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण, आशा कार्यकर्ताओं की उपलब्धता आदि सेवाओं में जनपद ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा जनपद मुख्यालय (नगर क्षेत्र) और ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्रों की बात करें तो जनपद स्तर पर अराजीलाइन ने सभी संकेतकों में पहला (83%), हरहुआ ने दूसरा (82%), काशी विद्यापीठ ने तीसरा (81%) स्थान प्राप्त किया है। अराजी लाइन ब्लॉक सीएचसी पिछले कई माह से डैशबोर्ड में पहले स्थान पर बना हुआ है। सेवापुरी चौथे, चिरईगांव पाचवें, पिंडरा छठवें, बड़ागांव सातवें, चोलापुर आठवें और जनपद मुख्यालय नौवें स्थान पर है।  

पेज आठ बाटम

श्रेयांसनाथ दिगंबर जैन मंदिर से चार मूर्तियां चोरी





Varanasi (dil India live)। श्रेयांसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सारनाथ रिंग रोड (सिंहपुर) में रात्रि को चोरों ने मन्दिर से भगवान की चार मूर्तिया और दान पात्र से सारा पैसा चुरा ले गये। यह मामला तब प्रकाश में आया जब सुबह 6 बजे मन्दिर के पुजारी बाल चन्द्र जैन वहां पूजा अर्चना कराने प्रति दिन कि भांति पहुंचे और देखा कि दान पात्र खुला हुआ है उसमें से कैश गायब है। यही नहीं वहां से चार मूर्तियां भी पुजारी बाल चन्द्र जैन को नहीं मिली। इस बात की सूचना पूजारी ने मंदिर के व्यवस्थापकों को दी। मंदिर से जुडी शोभा जैन’ उनके पुत्र विशाल जैन व बहु श्रुति जैन आदि ने सारनाथ थाने को मूर्ति व पैसा चोरी होने की सूचना दी। समाचार लिखे जाने तक चोरी गई मूर्ति व पैसे का कोई अता पता नहीं चल सका था।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...