शनिवार, 9 दिसंबर 2023

समाज की विभूतियां "द इंडियन हीरोज" एवार्ड से हुई सम्मानित




Varanasi (dil India live). 09.12.2023. द इंडियन हीरोज एवार्ड से समाज की विभिन्न विभूतियों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन अनमोल सेवा समिति व एआरके फाउन्डेशन द्वारा संत अतुलानंद इंटर कॉलेज कोयराजपुर वाराणसी में आयोजित किया गया। इस मौके पर दिल्ली, कानपुर, मिर्जापुर, इलाहबाद से आए समाज सेवा में सक्रिय और उत्कृष्ट कार्य  करने वाली हस्तियां का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अथिति अजीत प्रकाश श्रीवास्तव ने प्रशस्ति पत्र व फूलों का गुलदस्ता देकर तमाम हस्तियों को सम्मानित किया। इस मौके पर शहर की समाज सेविका डॉक्टर राजलक्ष्मी राय का विशेष तौर पर सम्मान किया गया। डा. राजलक्ष्मी पेशे से डाक्टर होते हुए भी वकालत भी की हुई है। जरूरतमंद को दवा देना, उनका केस लड़ना इनका मुख्य कार्य है। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों के लिए सदैव आवाज उठाती रहती है।

विशिष्ट अतिथि फिल्मी नायिका श्वेता ओझा,  फैशन डिजाइनर सियारह चावला थी। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुतियां देखने को मिली, जिसमें कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम में आईएस कोचिंग के डायरेक्टर अजीत प्रकाश श्रीवास्तव  आर्दश कॢमार, सीमा त्रिपाठी उपस्थित थे।

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों संग मना गुरुनानक इंग्लिश स्कूल का वार्षिकोत्सव

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गुरु नानक इंग्लिश स्कूल की किया सराहना 




Varanasi (dil India live).08.12.2023. रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों संग  गुरुनानक इंग्लिश स्कूल का वार्षिकोत्सव शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस दौरान समाज व संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को स्टूडेंट्स ने मंच पर अभिव्यक्त किया। सबसे पहले दीप प्रज्ज्वलित किया गया, उसके बाद स्वागत गीत, शबद, गणेश वंदना हुई। आयोजन में चेयर डांस, फेस्टिवल डांस, क्लासिकल डांस, वात्सल्य डांस से बाल कलाकारों ने समां बांधा।रेट्रो, स्किट (चंद्रयान), मोबाईल एडिक्शन, कव्वाली, इनकेडिबल इंडिया, भांगड़ा डांस आदि पेश कर बाल कलाकारों ने अनेकता में एकता का परिचय दिया। छात्राओं ने रंगारंग कार्यकम की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। वार्षिक दिवस समारोह पूरी भव्यता और चमक-दमक के साथ शुरू हुआ। जिसमें भाईचारे, प्रेम, ईमानदारी, सांप्रदायिक सद्भाव और विविधता में एकता पर जोर दिया गया। छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये कलात्मक कार्यकमों ने वार्षिक उत्सव में चार चांद लगा दिये। कार्यकम में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक तथा विशिष्ट अतिथि स्टांप पंजीयन मंत्री रविन्द्र

जायसवाल, जनपद वाराणसी के मेयर/महापौर अशोक तिवारी एवं विधायक कैण्ट वाराणसी सौरभ श्रीवास्तव भी मौजूद थे।  मुख्य अतिथि ने कहा कि समाज व देश के निरन्तर विकास के लिये यह जरूरी है कि विद्यार्थियों को दी जाने वाली शिक्षा का स्वरूप गुणवत्ता व संस्कारयुक्त होने के साथ-साथ तकनीकी विद्या से समावेशित हो। मैंने सुना था कि गुरूनानक पूर्वाचल में अपना एक स्थान रखता है। आज मैं यहाँ आकर खुद देखा और महसूस किया की वीकई गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल पूर्वाचल में एक विशेष स्थान लायक है। मैं अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ कि विद्यालय दिन प्रतिदिन आगे बढ़े। जब मुझे यह पता चला कि यहाँ कक्षा 6 से 12 तक केवल बालिकाओं को शिक्षा दी जाती है और गुरूनानक स्कूल के प्रबंध

कमेटी द्वारा नारी शिक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। आज समाज में महिलाओं को सशक्तिकरण की

आवश्यकता है और सशक्तिकरण का सबसे अच्छा साधन शिक्षा है। नारी के लिये शिक्षा और भी अधिक आवश्यक है क्योंकि वह केवल स्वयं शिक्षित नहीं होती बल्कि अपने पूरे परिवार एवं बच्चों को भी शिक्षित करती है चाहें घर हो या बाहर दोनो की।  प्रधानाध्यापिका ने स्कूल का वार्षिक रिर्पोट कार्ड जारी करते हुये कहा कि

हमारे स्कूल का लक्ष्य शासन द्वारा निर्धारित पाठयक्रम के अनुसार नियमों और विनियमों के अनुसार अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। समारोह का समापन हर्षोउल्लास के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यालय में 

निदेशिका जगजीत कौर ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया एवं सम्मानित अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की स० अध्यापिका सोनाली चटर्जी व कोमल चौरसिया ने किया। गुरूनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज, वाराणसी की कार्यवाहक प्रधानाचार्या सुमेधा ने पूरे समय तक उपस्थिति देकर कार्यकम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया। समारोह के अन्त में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका नीलू कौर ने कार्यकम में उपस्थित सभी अतिथियों, छात्राओं, अभिभावकों, सिख समाज, सहयोग कर रहे विद्यालय के सभी कर्मचारियों, समस्त मीडिया कर्मियों का भरपूर सहयोग मिला तथा भिन्न-भिन्न विद्यालय से आये हुये प्रधानाचार्य एवं प्रधानाचार्या मौजूद रही इसके लिये सभी को शुक्राना अदा किया व धन्यवाद दिया। प्रधानाध्यापिका ने कार्यकम के अन्त में यह भी कहा कि मैं प्रबंधक कमेटी का विशेष रूप से आभार व्यक्त करती हूँ। जिन्होंने मुझे कार्यकम के लिये भरपूर सहयोग दिया।

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023

Aghani Juma2023 : कारोबार में बरकत व देश की खुशहाली के लिए दुआ में उठें हजारों हाथ

या अल्लाह हमारे मुल्क को खुशियों का गहवारा बना दे... आमीन

मुर्री बंद कर अगहनी जुमे की नमाज में उमड़ा अकीदतमंदों का हुजूम जनसैलाब 







Varanasi (dil India live). 08.12.2023. या अल्लाह हमारे मुल्क में खुशियां दे दे..., हमारे कारोबार में बरकत दे, हम गुनहगार है हमारी गुनाहों को माफ कर दे...। यह दुआएं अगहनी जुमे की ऐतिहासिक नमाज के दौरान फिज़ा में गूंजी तो नमाज में उमड़े अकीदतमंदों के हुजूम के लब से एक साथ आमीन...की सदाएं बुलंद हो उठी। इस दौरान कारोबार में बरकत व देश की खुशहाली के लिए दुआ में हजारों हाथ उठें।मौका था अगहन महीने के दूसरे शुक्रवार को आयोजित अगहनी जुमे की ऐतिहासिक नमाज का। 

बुनकर बिरादराना तंज़ीम बावनी, बाईसी समेत तमाम बुनकर बिरादराना तंजीमों के ऐलान पर बाइसी के सरदार हाजी मोइनुद्दीन उर्फ कल्लू हाफीज व सरदार इकरामुद्दीन की सदारत में सदियों पुरानी पारंपरिक अगहनी जुमे की नमाज चौकाघाट ईदगाह व पुराना पुल स्थित ईदगाह पुलकोहना में अदा की गयी। इस मौके पर सरदार हाजी मोइनुद्दीन उर्फ कल्लू  ने बताया की अगहन के इस पवित्र महीने में पूरा बुनकर समाज अगहनी जुमे की नमाज हर साल ईदगाह में अदा करता है ये सिलसिला लगभग 460 साल पहले से चला आ रहा है। उस वक़्त देश के हालात ठीक नहीं थे किसान और बुनकर दोनो समाज के लोग परेशान और बदहाल थे बारिश न होने की वजह से खेती नही हो रही थी। देश में आकाल पड़ा था तब बुनकरों के कारोबार नही चल रहें थे, ऐसे में बुनकर  समाज के लोगो ने अपना कारोबार बंद कर ईदगाह में इकठ्ठा होकर अगहन के महीने में ईदगाह में नमाज़ अदा किया अल्लाह की बारगाह में हाथ फैला कर दुआ की और अल्लाह का करम हुआ और खूब जम कर बारिश हुयी। किसानों में खुशी की लहर दौड़ गयी और उसके साथ साथ बुनकरों के कारोबार में भी तेजी आई। तभी से इस परंपरा को बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी निभा रही है। बनारस की दूसरी तंज़ीम बुनकर बिरादराना तनजी बावनी के सद्र हाजी मुख़्तार महतो साहब के लड़के फैसल महतो ने बताया की ये अगहनी जुमा की नमाज़ गंगा जमुनी तहजीब की एक जीता जागता सुबूत है।  सदियो पहले जब मुल्क के हालात ख़राब थे सभी वर्ग के लोग परेशान और बदहाल थे तब उस बदहाली और परेशानी को दूर करने के लिए बुनकर समाज के लोग अपने अपने मुर्री बंद कर ईदगाह में नमाज़ अदा कर दुआए की और उस दुआ का असर हुआ चारो तरफ खुशाली आई।  बुनकर बिरादराना तंजीम बारहों के सरदार हाशिम अंसारी ने कहा की हमारे बुनकर समाज ने हमेशा गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की है। बुनाई के पेशे में हिंदू भाई और मुस्लिम भाई एक साथ मिल कर काम करते है और अगहनी जुमे में भी यही पैगाम देते है। आज के दिन हमारे किसानो द्वारा उगाई गयी गन्ने को जिसकी दुकान हमारे हिन्दू भाई लगाते है उन तमाम दुकानों से मुसलमान अगहनी जुमे की नमाज़ अदा कर दुकानों से गन्ना खरीद कर अपने अपने घर ले जाते है। यही हमारा हिंदुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब है। इस दौरान तक़रीर मौलाना जाहिर ने की । तक़रीर में मौलाना साहब ने सभी से मिल्लत और भाई चारगि बनाने की अपील की और कहा की सभी लोग आपस में मोहब्बत रखिये। मोहब्बत एक ऐसी चीज है जो सभी को एक धागे में पिरो कर एक साथ ले कर चलती है। आज हम सबको इसी की जरुरत है। आज अगहनी जुमे की नमाज़ मौलाना मुफ्ती अबु कासिम शैखुल हदीस मोहतमिम दारूल उलूम देवबंद ने पढाई। नमाज़ के बाद दुआखानी कर मौलाना ने मुल्क की तरक्की आपस में भाईचारगी बानी रहे इसके लिए दुआएं मांगी।  जुमा की नमाज में बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी,बावनी, चौतीसो, बारहों, पांचों की तंजीम के काबिना के लोग शामिल हुए। पुराना पुल ईदगाह में अगहनी जुमे की नमाज में आए सभी लोगों का इस्तकबाल पार्षद हाजी ओकास अंसारी ने किया। अजान मौलाना शाद ने दिया। अगहनी जूम की नमाज में मौजूद पूर्व सरदार गुलाम मोहम्मद उर्फ दरोगा, हैदर महतो, हाशिम सरदार, हाजी बाबू, हाजी तुफैल, अफरोज अंसारी, पार्षद हाजी ओकास अंसारी, मौलाना शकील, पाचों तंजीम के सरदार अतिकुल्ला, सरदार मो. असलम चौदहो तंजीम, हाफिज नसीर, बाबूलाल किंग, हाजी इश्तियाक, पार्षद गुलशन अली, पार्षद बेलाल अंसारी, पार्षद डा. इम्तियाजुद्दीन, हाजी स्वालेह, शमीम अंसारी, मो0.. अहमद, हाजी महबूब अली, सरदार नसीर, हाजी मतिउल्ला, हाजी मुमताज, मो. हारून, हाजी मोइनुद्दीन, हाजी बाबूलाल किंग,  वाजीहुद्दीन, हाजी शमसुद्दीन, हाजी नईम, आदि लोग मोजूद थे। सफाई व्यवस्था क्षेत्रीय पार्षद जितेंद्र कुशवाहा ने कराया।

चौकाघाट में मौलाना अल्ताफुर्रहमान ने की इमामत 

बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी के सदर सरदार इकरामुद्दीन (रसूलपुरा) के आह्वान पर 8 दिसम्बर को अगहनी जुमा की नमाज़ चौकाघाट स्थित ईदगाह में भी सैकड़ों बुनकरों ने अपना कारोबार बंद कर मौलाना अल्ताफुर्रहमान की इमामत में अगहनी जुमा की नमाज़ सौहार्दपूर्ण वातावरण में अदा की। यह नमाज़ सैकड़ों वर्ष पुरानी परंपरा के अनुसार प्रत्येक वर्ष अगहन मास में अदा की जाती है, और कारोबार में बरकत मुल्क में अमन व सलामती के लिए दुआ की जाती है। इस दौरान सरदार साहब ने प्रशासन के लोगों को सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। 

इस मौके पर नमाज के बाद तमाम नमाज़ी किसानों से गन्ना खरीद कर अपने घरों को खुशी खुशी लौटते दिखाई दिए। अगहनी जुमा में सरदार इकरामुद्दीन, अब्दुल्ला अंसारी, जैनूल होदा अंसारी, जलीस अंसारी, वकार अंसारी, गुलाम मुनीर अंसारी, आफताब आलम अंसारी, नूरुल हसन अंसारी, मुन्ना अंसारी, मोहम्मद अली नक्शेबंद, यासीन फरीदी, सुलेमान अख्तर, मुस्लिम जावेद अख्तर, ज़हीर अहमद, बेलाल अहमद, हाजी अनवारूल हक, हाजी नजमूल हसन, शहंशाह, बाबू तार, अबू बकर, हाजी सरदार अमीनूद्दीन, हफीज़ अहमद, सरदार नसरुद्दीन आदि उपस्थित थे। 

गुरुवार, 7 दिसंबर 2023

मुर्री बंद रखेंगे बुनकर, अदा की जाएगी अगहनी जुमे की नमाज


Varanasi (dil India live).07.12.2023. बुनकर बिरादराना तंजीम बावनी (बावन मुहल्ला) पंचायत की ओर से जुमे को मुर्री बंद का ऐलान किया गया है। इस दौरान करघे बंद रहेंगे और बुनकर अपना कारोबार ठप रखेंगे। यही नहीं बावनी के महतो हाजी मुख्तार ने मुल्क की खुशहाली और अमन-चैन के लिए दुआ के लिए आयोजित होने वाली ऐतिहासिक अगहनी जुमे की नमाज 8 दिसम्बर को अदा किए जाने का भी ऐलान किया। इस जुमे की मुख्य नमाज पारम्पारिक रूप से लगभग 450 सालों से पुराना पुल, पुल कोहना स्थित ईदगाह व चौकाघाट में अदा की जाती है। बनारस के बुनकरों द्वारा अगहनी जुमे पर नमाज और मुर्री बंद की यह रवायत लगभग साढ़े चार सौ साल पुरानी है। बुनकर बिरादराना तंजीम बावनी के सदर हाजी मुख्तार महतो ने बताया कि यह नमाज पूरी दुनिया में सिर्फ बनारस में ही पढ़ी जाती है। वो इतिहास बताते हैं कि लगभग साढ़े चार सौ साल पहले देश मे भयंकर अकाल पड़ा था, बारिश ना होने से हाहाकार मचा हुआ था, जिसकी वजह से बेहाल किसान खेती नही कर पा रहे थे। खेती ना होने के कारण बाजार में जबरदस्त मंदी आ गयी और उसकी चपेट में बुनकर भी आ गए। ना किसान खेती कर पा रहा था और ना ही बुनकरों के कपड़े बिक रहे थे। हर ओर भुखमरी का आलम था । बुनकरों ने इस हालात को ठीक करने के लिए अल्लाह से दुआ मांगने के लिए अगहन महीने के जुमे के दिन ईदगाह में इकट्ठे हुए और बारिश के लिए दुआएं मांगी। अल्लाह के रहमो करम पर खूब बारिश हुई, किसानों और बुनकर दोनों के कारोबार चलने लगे तो मुल्क में फिर से खुशहाली छा गई। तब से यह परम्परा हर साल अगहन के जुमे के दिन बनारस के बुनकर बिरादरी की तरफ से मुर्री बंद कर निभाई जाती है।

एक बजे अदा की जाएगी अगहनी जुमे की नमाज

बुनकर बिरादराना तंजीम बावनी के सदर हाजी मुख्तार महतो ने बताया की जुमे की नमाज दोपहर 1 बजे पुराना पुल  स्थित पुल कोहना ईदगाह में अदा की जाएगी। 

बुधवार, 6 दिसंबर 2023

Hajj 2024: जायरीन फार्म भरने में करें जल्दी: सरवर सिद्दीकी

आनलाइन व आफलाइन 20 दिसंबर तक जमा होंगे हज फार्म 



Bhadohi (dil India live). 06.12.2023. उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के सद‌स्य सरवर सिद्दीकी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आवाम से अपील किया है की पवित्र हज यात्रा का फार्म भरने में जल्दी करें। उन्होंने मुसलमानो से आह्वान किया है कि वर्ष 2024 के लिए हज का आफलाइन व आनलाइन आवेदन फार्म हज कमेटी आफ इण्डिया की अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध हो है। इच्छुक लोग हज यात्रा 2024 के लिए आवेदन आनलाइन कर सकते है। उन्होंने बताया कि मोबाइल एप के जरिए भी आवेदन फार्म भरा जा सकता है। साइबर कैफे जाकर तथा "हज सुविधा" जिला केन्द्र के माध्यम से आवेदन फार्म भर सकते है। काफी खिदमतगार भी क्ष हज का आफलाइन व आनलाइन आवेद‌क भरवा रहे हैं । उन्होंने बताया कि जो हज फार्म भरने वाले हैं वो यह ध्यान रखें कि उनका अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट 31 जनवरी 2025 तक वैध होना चाहिए, आवेदन करने की अन्तिम तिथि 20 दिसम्बर 2023 तक है । जो लोग हज याता 2024 पर जाने के इच्छुक है, उनसे गुजारिश है कि जल्द से जल्द अपना फार्म आनलाइन भर कर जमा करें।

सोमवार, 4 दिसंबर 2023

NDRF के जवानों ने बेजुबान को कुएं से निकाला

संकट में थी गाय, जांबाज़ जवानों ने बचाई जान





Varanasi (dil India live).04.12.2023. एनडीआरएफ वाराणसी की टीम आपदा के समय जन मानस की सहायता हेतू राहत-बचाव कार्य के लिए सदैव तत्पर रहती है, लेकिन कभी यदि जीव-जंतुओं को बचाने की बात आती है तो मानवता के नाते अपने दायित्व को निभाते हुए एनडीआरएफ के बचाव कर्मी अपनी सार्थक भूमिका निभाते है। इसी क्रम में आज एक घटना गांव मजीठिया, थाना लालपुर पांडेयपुर के अंतर्गत घटित हुई I जिसमें एक गाय 50-60 फिट गहरे कुएं में जा गिरीI कुआं खेतों के बीच में था जिसका बहुत समय से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा थाI जैसे ही गांव वालों को इसकी जानकारी  मिली तो उन्होंने गाय को निकालने का प्रयास किया, कुएं में जहरीली गैस होने के कारण स्थानीय लोग गाय तक पहुंच नहीं बना पा रहे थेI जिसके बाद जिला प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई और घटना का संज्ञान लेते हुए चौकाघाट स्थित एनडीआरएफ टीम को घटना की जानकारी दी गई I 

एनडीआरएफ के उप महानिरिक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा ने त्वरित कार्यवाही करते हुए एनडीआरएफ टीम को घटना स्थल पर बचाव कार्य के लिए निर्देशित कियाI घटनास्थल पर पहुंची टीम ने स्थिति का जायजा लिया। कुएं में गिरी गाय की स्थिति को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए डीप डाइविंग सेट लगाकर, रोप रेस्क्यू के माध्यम से रेस्क्यूअर को नीचे उतारा गयाI अपनी जान जोखिम में डालकर एनडीआरएफ के रेस्क्यूअर ने गाय तक पहुंच बनाई और गाय को लगी चोटों को ध्यान में रखते हुए गाय को बाँधा और टीम ने रोप रेस्क्यू के माध्यम से सुरक्षित गाय को कुएं से बाहर निकाला। पुलिस की मौजूदगी में गाय को गांव वालों को सौंपा गया।

रविवार, 3 दिसंबर 2023

"आगमन" का पहला संडे, हुई प्रभु यीशु के जन्म का जश्न की शुरुआत

चर्चेज में अमन के राजकुमार की आराधना में डूबे मसीही 

में


Varanasi (dil India live).03.12.2023. अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक...। हो हो प्यारी रात, हो खुशी की रात आयी है...। कुछ ऐसे ही कैरोल गीत फिज़ा में संडे को बुलंद हो उठें। मौका था प्रभु यीशु के जन्म के पूर्व पड़ने वाले "आगमन" काल के पहले संडे का।

क्रिसमस का ग्लोबल पर्व भले ही 25 दिसंबर को मनाया जायेगा मगर क्रिसमस सीजन का आगाज इतवार को प्रभु यीशु आगमन काल के पहले इतवार से हो गया। इस दौरान गिरजाघरो में यीशु की स्तूति के गीत गूंजे, आराधना और प्रार्थना का दौर अलग अलग चर्चेज में सुबह से शाम तक चलता रहा। इसी के साथ अब क्रिसमस अपने रंग में रंगता चला जायेगा। 25 दिसंबर यानी प्रभु यीशु के जन्म पर क्रिसमस अपने शबाब पर होगा।

दरअसल आगमन काल प्रभु यीशु के आगमन की आध्यात्मिक तैयारी को कहते है जो 3 दिसंबर से इस बार शुरू हो गया है। दरअसल ईसा मसीह की जयंती के लिए खुद को हृदय से तैयार करने का समय आगमन काल कहलाता है। चर्च आफ बनारस में पादरी बेन जान ने आराधना कराते हुए कहा कि हम मसीही है इसका हमें गर्व है, हमें अपने सांसारिक जीवन पर चिंतन-मनन कर यह आकलन करना हैं कि मसीही होने के नाते हमने अब तक के जीवन में प्रभु यीशु के आदर्शों पर कितना अमल किया। सेंट पाल चर्च के पादरी सैम जोशुआ व पादरी आदित्य कुमार ने कहा कि प्रभु यीशु ने हमें जो जिन्दगी दी है उसके सदा हम आभारी है, हमारा फर्ज हैं कि हम भी प्रभु यीशु की सदा स्तूति करें। फादर फिलिप डेनिस ने बताया कि क्रिसमस भले ही 25 दिसंबर को दुनिया भर में मनाया जाता हो मगर क्रिसमस की तैयारियां क्रिसमस के पूर्व पड़ने वाले उन चार इतवारों में से पहले इतवार से ही शुरू हो जाती है। आगमन का पहला इतवार इस बार 3 दिसंबर है। वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में सभी चर्चेज में आराधना व प्रार्थना एक साथ शुरू हुई। सभी ने अमन के राज कुमार की स्तूति की। सेंट मैरीज महागिरजा में पल्ली पुरोहित ने प्रार्थना करायी। अब आगमन का दूसरा इतवार 10 दिसंबर और 17 दिसंबर आगमन का तीसरा और इसके बाद क्रिसमस आयेगा। इस मौके पर लाल चर्च में आगाज़-ए-मसीह का आयोजन किया गया जिसमें पादरी संजय दान ने आराधना करायी। आयोजन में शशि प्रकाश, विशाल लयूक, सरिता फिलिप्स, विजय दयाल आदि मौजूद थे। ऐसे ही मुगलसराय में फादर विजय शांति राज की अगुवाई में प्रभु यीशु मसीह की आराधना और प्रार्थना कर विश्व शांति की दुआएं मांगी गई। इस दौरान दूर दराज से काफी संख्या में मसीही समुदाय के लोग जुटे हुए थे।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...