मंगलवार, 31 अक्तूबर 2023

bunkar's सरदार बने सरदार मोहम्मद असलम

बुनकरों के चौदह मोहल्लों के नये सरदार का ऐलान: हक और हुक़ूक़ के लिए किसी भी आंदोलन के लिए रहेंगे तैयार 




Varanasi (dil India live). 31.10.2023. जामा मस्जिद हैंसतल्ले वाराणसी में बुनकर बिरादराना तंजीम चौदहों (14 मोहल्ले) का एक अजीमुश्शान जलसे का आयोजन किया गया। जलसे में मरकजी बुनकर पंचायत चौदहों के नव नियुक्त सदर सरदार मोहम्मद असलम अंसारी  की दस्तारबंदी की गई। यह पद चौदहों के पूर्व सरदार मकबूल हसन अशरफी के इंतकाल के बाद खाली हुआ था।दसतारबंदी की सरपरस्ती इमाम-ए-बनारस मौलाना जियाउर रहमान साहब खतीम (ईदगाह मस्जिद लाट सरैया), सपा नेता अतहर जमाल लारी, शहर उत्तरी के पूर्व विधायक हाजी अब्दुल समद अंसारी कर रहे थे। इस मौके पर सरदार शमसुद्दीन साहब की भी दस्तारबंदी हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार अखलाक अंसारी ने की। इस दौरान महेंद्र, जमाल अंसारी, जियाउर्रहमान अंसारी, अजीमुद्दीन अंसारी, अमित यादव, मौलाना सिफादुर रहमान, हजरत मौलाना गुलाम नबी रहीमी, मौलाना गुलाम मुर्सलीम रहीमी अशरफी जलसे को खेताब फरमाया। मौलाना हारून रशीद नक्शबंदी, मौलाना नियाज अहमद कासमी, मौलाना नसीर अहमद सिराजी, मौलाना अमानूर रहमान, मौलाना मुश्ताक अहमद अशरफी, मौलाना रियाजुद्दीन, सरदार अतिकुल्लाह, सरदार मोहम्मद आसिफ, तंजीम पांचों के सरदार हाफिज हाजी मोईनुद्दीन, सरदार अजीजुर रहमान, सरदार अब्दुल मजीद, सरदार रहमतुल्लाह, महतो फ़याजुद्दीन, सरदार मोइनुद्दीन, सरदार हाफिज कमरुद्दीन, सरदार निहालउद्दीन, सरदार अनीसुररहमान, सरदार मोहम्मद हनीफ, सरदार फैजुररहमान, सरदार मोइनुद्दीन, सरदार हबीबुल्लाह, सरदार अनवारुल्लाह, सरदार हाजी अब्दुल कलाम, सरदार एनुअल हुदा एवं मुस्ताक अहमद, मोहम्मद निहालुद्दीन, मोहम्मद अजीमुद्दीन, मोहम्मद अब्दुल, अब्दुल्ला फैजान व मौलाना मोहम्मद अंसारी आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे। इस दौरान नए सरदार ने ऐलान किया कि वो हमेशा बुनकरों के साथ उनके छोटे-बड़े सभी मामलों में इंसाफ करेंगे। बुनकरों के हक और हुक़ूक़ के लिए किसी भी आंदोलन को वो हमेशा तैयार रहेंगे।

गुरु पूजा व भंडारे में उमड़े श्रद्धालु




Varanasi (dil India live). 31.10.2023. श्री सिद्धपीठ यमुनेशवर आश्रम‌ (आराम मठ) भदऊ चुंगी, राजघाट वाराणसी में श्री 81 वां अधिवेशन एवं गुरु पूजा का कार्यक्रम और भंडारा का आयोजन किया गया. जूमा अखाड़ा के श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर अभीमुक्तानंद गिरी महाराज एवं श्री श्री 1008 आशुतोष नंद जी, श्री निरंजनी श्री पंचायती महानिवाड़ी अखाड़ा के सचिव यम्मापूरी जी महाराज, श्री भारती जी अटल अखाड़ा एवं कोतवाल काशी मंडल पागल बाबा के नेतृत्व 13 अखाड़े के संत एवं महंत ने प्रसाद ग्रहण किया. इस कार्यक्रम का आयोजन श्री यमुनेशर के महंत श्री वैभव गिरी महाराज ने किया. कार्यक्रम मानता ध्यान अंजी महाराज का ब्रम्हलीन एवं श्रद्धांजलि के लिए हुआ. जिसने मटके पुजारी संजय पांडेय जी एवं उनके सपूत रिषू पांडेय, राहुल तिवारी एवं सभी भक्तगण शामिल थे.

ऋतिक बने मिस्टर पूर्वांचल, आदित्य को मिला मसलमैन का खिताब


Varanasi (dil India live).31.102023. मिस्टर पूर्वांचल के प्रतिष्ठापरक खिताब के लिए देररात तक चले कड़े मुकाबले में वाराणसी के ऋतिक जायसवाल ने द्वितीय मिस्टर पूर्वांचल का खिताब अपने नाम किया, वहीं आदित्य पाण्डेय मिस्टर मसलमैन बने। काशी डिस्ट्रिक्ट बॉडी बिल्डिंग एण्ड फिटनेस एसोसिएशन के तत्वावधान में रविवार को नगवा, लंका स्थित तुलसी विद्या निकेतन के प्रांगण में आयोजित स्पर्धा में प्रदेश भर के 250 से अधिक बॉडी बिल्डरों ने प्रतिभाग किया। स्पर्धा मे 14 वें शेर ए बनारस के लिए भी खिलाड़ियों ने जद्दोजहद की, जिसमें आदित्य पाण्डेय को शेर ए बनारस का टाइटल मिला, वही कुणाल यादव मिस्टर मसलमैन का ख़िताब अपने नाम करने में सफल रहे। फिटनेस फिजिक स्पर्धा में गोरखपुर के देवेश दुबे एवं बनारस के रजत सिंह ने बाजी मारी। विजेताओं को ट्रॉफी, नकद राशि, सर्टिफिकेट, सप्लीमेंट सहित अन्य पुरस्कार दिए गए। 

विभिन्न भार वर्ग में मे भी खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। 0 - 55 किलोग्राम भार वर्ग में संतोष कुमार, 55 से 60 किलोग्राम भार वर्ग में गोंडा के शिवम गुप्ता, 60 से 65 किलोग्राम भारवर्ग में वाराणसी के अली, 65 से 70 किलोग्राम भारवर्ग में वाराणसी के आदित्य पाण्डेय, 70 से 75 किलोग्राम भारवर्ग में वाराणसी के कुणाल यादव, 75 से अधिक किलोग्राम भारवर्ग में ऋतिक जायसवाल प्रथम रहे। इन विजेताओं को भी ट्रॉफी के साथ-साथ नकद पुरस्कार, सर्टिफिकेट, ट्रैकसूट एवं अन्य पुरस्कार प्रदान किए गए।

महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ ने किया शुभारंभ- प्रतिस्पर्धा का शुभारंभ मुख्य अतिथि अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने किया, इस अवसर पर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्पर्धा हार जीत से कही ज्यादा सतत प्रयास और कठिन परिश्रम के लिए मायने रखती है, इस दौर में खुद को फिट रखना सबसे बड़ी चुनौती है और शारिरिक परिश्रम इसमें काफी मदद करता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए जिससे प्रतिभा को उचित मंच और सम्मान मिलता है। संचालन अध्यक्ष अहमद फैसल महतो ने किया।

इनकी रही उपस्थिति- आयोजन में मुख्य रूप से महासचिव विकास चौरसिया, कोषाध्यक्ष पवन यादव, मयंक उपाध्याय, कार्पल इंटरनेशनल के इंडिया हेड आरिफ सिद्दीकी, हाईकोर्ट के एडवोकेट अब्बास मुर्तजा फिरदौसी, प्रताप बहादुर सिंह, राजेन्द्र, रियासुद्दीन, कैस अंसारी, संजू चौरसिया आदि रहे। 

निर्णायक मंडल में मुख्य रूप से चेयरमैन फसरूद्दीन खान, जौनपुर के अवधेश यादव, भदोही के आलम खान एवं वाराणसी के आनन्द यादव रहे।

सोमवार, 30 अक्तूबर 2023

Ma शेरावाली सबसे बड़ा है तेरा नाम रे...

महिलाओं ने डांडिया उत्सव में किया जमकर धमाल



Varanasi (dil India live).30.10.2023. महिला भूमिहार समाज वाराणसी का डांडिया कार्यक्रम  होटल मदीन, कैंटोमेंट में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रीति प्रिया व अतिथि भावना, प्रोफेसर उषा किरण राय और डॉक्टर आकांक्षा सिंह ने शमां रौशन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।  

मुख्य  अतिथि पटना से आयी हुई प्रीति प्रिया ने कहा कि भूमिहार एक भारतीय जाति है जो उत्तर प्रदेश, विहार, झारखंड  तथा अन्य  राज्यों में निवास  करती है। भूमिहार  का अर्थ होता है, भूमिपति, भूमि से आहार अर्जित करने वाला। प्रोफेसर  ऊषा किरन राय ने कहा 

 सबसे प्रसिद्ध  अवधारण  के अनुसार ऐसा माना जाता है  कि भगवान  परशुराम ने क्षत्रिय  को पराजित किया और उनसे जीते हुए राज्य व भूमि बाहणों को दान  कर दी । बाह्णणो ने खेती करना शुरु किया और बाद में युद्ध  में भी भाग लिया  इन बाह्यण को ही भूमिहार बाह्णण कहते है।

भावना और डा. आकांक्षा ने भी महिलाओ के उत्थान पर विचार व्यक्त 

किया। इस कार्यक्रम की सफलता भूमिहार समाज की महिलाओं की एकता और परस्पर प्रेम और मित्रता का प्रतीक है। कार्यक्रम  की शुरुआत जाह्नवी सिंह ने माॅ शेरावाली, मां जोधा वाली, सबसे बड़ा है तेरा नाम रे... नृत्य से किया।  कार्यक्रम में उपस्थित सभी  महिलाओं ने डांडिया रास किया और साथ ही मां अंबे की अराधना की। वहां उपस्थित  सभी लोगो ने यह शपथ लिया कि  वे सभी अपने समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहेंगे, और इसकी शुरूआत वह अपने ही गांव, परिवार और घर से करेंगी। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर राजलक्ष्मी राय, किरन सिंह, शुभ्रा सिंह, मंजुला चौधरी ने किया। पूनम सिंह, प्राची राय, सोनिया राय ,मयूरी सिंह, शिवि राय, सरिता सिंह, प्रियंका सिंह, सौम्या राय, वंदना सिंह और आयुषी प्रधान  ने कार्यक्रम को सफल बनाने मे सहयोग दिया।आये हुए लोगो का धन्यवाद  किरन सिंह , डॉक्टर राजलक्ष्मी ने किया।

रविवार, 29 अक्तूबर 2023

घर बना अस्पताल: वायरल बुखार और डेंगू ने एक भी घर नहीं छोड़ा

वाराणसी के इस गांव में कई मौतों से मचा हाहाकार

suman Lata 

Varanasi (dil India live).29.10.2023. वाराणसी के कई गांव बुखार की चपेट में हैं। कछवा रोड सेवापुरी ब्लाक के ठटरा गांव में वायरल बुखार एवं मलेरिया की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं दर्जनों लोग बीमार हैं। कोई भी घर नहीं छूटा जहां बुखार का कोई मामला ना हो।

अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव की कुंती देवी (70 वर्ष) की वायरल बुखार के चलते 20 अक्टूबर को इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके अलावा 27 अक्टूबर को सोमारु बिंद (50 वर्ष), 28 अक्टूबर को किशन जमादार सफाई कर्मी (65 वर्ष) 29 अक्टूबर की सुबह बचाऊ राम गुप्ता (75 वर्ष) की वायरल बुखार के चपेट में आने पर इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके अलावा गांव के दर्जनों लोग निजी अस्पताल में बीमार होने पर अपना इलाज कर रहे हैं। ज्यादातर वायरल बुखार के चलते सर्दी, जुकाम, सिर में दर्द, पूरे शरीर में दर्द होने पर निजी अस्पतालों में लोग अपना इलाज कर रहे हैं। निजी अस्पताल में जगह न मिलने पर निजी चिकित्सक की सलाह पर घर में ही बीमार होने वाले मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

वायरल  बुखार की चपेट में ठटरा गांव निवासी अरविंद सिंह व मोहन गुप्ता की रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई। इसी तरह चित्रसेनपुर पूरे गुड़िया बिहड़ा डोमैला छतेरी सहित अन्य गांव में वायरल बुखार एवं अन्य बीमारी के चपेट में आने से निजी क्लीनिक संचालकों के यहां इलाज करा रहे हैं

शुक्रवार, 27 अक्तूबर 2023

Desh Duniya में ‘ग्यारहवीं शरीफ’ का जश्न

दावते इस्लामी इंडिया के इज्तेमा में बड़े पीर साहब का चला जिक्र 

-बड़े पीर साहब के उर्स पर हुई घरों में फातेहा

-गौसे पाक का वलियों में सबसे ऊंचा है मर्तबा


Varanasi (dil India live). 27.10.2023. गौसे आज़म हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिर्रहमां (बड़े पीर साहब) का उर्स-ए-पाक ‘ग्यारहवीं शरीफ’ के रूप में अदबो-एहतराम के साथ देश दुनिया के साथ ही बनारस में भी मनाया जा रहा है। फजर की नमाज़ के बाद से ही मदरसों, मस्जिदों व घरों में कुरानख्वानी, फातिहा व महफिल-ए-गौसुलवरा का आयोजन शुरु हो गया। इससे पहले जुमेरात को दावते इस्लामी इंडिया की ओर से मस्जिद रंगीले शाह दालमंडी में इज्तेमा का खास एहतमाम किया गया। इज्तेमा में बड़े पीर साहब का जिक्र चला। इस दौरान जुमे को सुबह फज्र की नमाज के बाद कुरआन ख्वानी, नियाज-फातिहा का जो सिलसिला शुरू हुआ वो अब पूरा महीना चलता रहेगा। इस दौरान जगह जगह गौस़े पाक का लंगर भी चलेगा। उधर शिवाला में खालिद कादरी के जेरे इंतेज़ाम दूल्हे वाली गली में लंगरे गौसिया का एहतमाम किया गया। लंगर चखने अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ पड़ा। समाचार लिखे जाने तक सैकड़ों लोग लंगर चखने जुटे हुए थे। खालिद कादरी ने बताया कि गौसे पाक की फातेहा के साथ ही लंगर का दौर शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहेगा।

मौलाना अज़हरूल कादरी कहते हैं कि अल्लाह के वलियों में सबसे ऊंचा मरतबा हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी यानी गौस-ए-आज़म का है। हमारे औलिया-ए-किराम व मशायख जिस रास्ते से गुजरे उन रास्तों में तौहीद व सुन्नत-ए-नबी का नूर व खुशबू फैल गई। हिन्दुस्तान में ईमान व दीन-ए-इस्लाम बादशाहों के जरिए नहीं आया बल्कि हमारे इन्हीं बुजुर्गों, औलिया व सूफिया के जरिए आया। ऐसे लोग जिनके चेहरों को देखकर और उनसे मुलाकात करके लोग ईमान लाने पर मजबूूर हो जाते थे। हमें भी इनकी तालीमात पर मुकम्मल अमल करना चाहिए। जिससे दुनिया व आखिरत की कामयाबी मिलेगी। मौलाना कादरी ने कहा कि हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिर्रहमां अम्बिया अलैहिस्सलाम के सच्चे जानशीन हैं। इस्लाम व ईमान की रोशनी इन्हीं के जरिए से हम तक पहुंची है। हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी अपने मुरीदों के लिए फरमाते हैं कि जब तक मेरा एक-एक मुरीद जन्नत में नहीं चला जाएगा तब तक मैं भी जन्नत में नहीं जाऊंगा।

पहले पातशाह नानक देव के 554 वें प्रकाशोत्सव पर निकली प्रभातफेरी

ऐतिहासिक गुरूद्वारा गुरूबाग पहुंची दो प्रभातफेरी


Varanasi (dil India live). 27.10.2023. सिक्ख धर्म के संस्थापक पहले पातशाह जगत गुरु श्री गुरूनानक देव महाराज का 554 वॉ प्रकाशोत्सव 27 नवंबर को, कार्तिक पूर्णिमा के दिन है. गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी एवं समूह साध-संगत के सहयोग से बड़े उत्साह श्रद्धा के साथ गुरूद्वारा गुरूबाग में प्रकाशपर्व मनाया जायेगा. इसी उपलक्ष्य में एक माह तक गुरुद्वारे से प्रभातफेरी निकाली जाती है.

शुक्रवार को पहले दिन दो प्रभात फेरी गुरूद्वारा गुरूबाग पहुंची. प्रभातफेरी का पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया. गुरु महाराज के आगमन पर्व (प्रकाशोत्सव) के उपलक्ष्य में ऐतिहासिक दोनो प्रभात फेरियां 27-10-2023, दिन शुक्रवार को प्रातः 6:00 बजे गुरूद्वारा गुरूबाग पहुंची. पहली प्रभात फेरी गुरूद्वारा बड़ी संगत नीची बाग (आस भैरव) से चलकर चौक, बॉसफाटक, गोदौलिया लक्सा होते हुए गुरुद्वारा गुरूबाग पहुंची तथा दूसरी प्रभात फेरी मलदहिया लाजपत नगर से चलकर सिगरा, नानक नगर, रथयात्रा होते हुये गुरूबाग पहुंची. जहां पर संगत का भव्य स्वागत किया गया. इसके उपरान्त गुरूद्वारा गुरूबाग के रागी जत्था भाई नरेन्द्र सिंह ने गुरूवाणी कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया, तत्पश्चात गुरु का अटूट लंगर बरताया गया. ये प्रभात फेरियॉ लगातार 30 दिन तक रोजाना चलेगीं. दोनो प्रभात फेरी के गुरूद्वारे पहुंचने पर गुरूद्वारे के ग्रन्थी भाई रंजीत सिंह, भाई महंत सिंह ने अरदास किया तथा गुरूद्वारे में उपस्थित समूह साध-संगत को धन्यवाद दिया.

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...