किला कोहना के 250 घरों को गिराये जाने के खिलाफ आंदोलन तेज करेगा कम्युनिस्ट फ्रंटVaranasi (dil india live) कम्युनिस्ट फ्रंट ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि 31 मई को राजघाट स्थित किला कोहना बस्ती के 250 घरों को जमींदोज कर दिया जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
कम्युनिस्ट फ्रंट ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि योगी मोदी सरकार गरीबी मिटाने की नहीं बल्कि गरीबों को ही मिटा देने वाली कहावत को पूरा कर रही, और पूरी तरीके से भू-माफिया वाली भूमिका निभाया जा रहा है। जिस किला कोहना की जमीन पर रेलवे दावा कर रही की जमीन उसकी है असल में वह जमीन वक्फ बोर्ड और आबादी की है जो कि माननीय न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन योगी मोदी सरकार न्यायलय को भी नहीं मानती और पुलिस के बल पर 250 घरों को तोड़ देती है, जिसका कम्युनिस्ट फ्रंट घोर निंदा व विरोध करता है।
कम्युनिस्ट फ्रंट के मनीष शर्मा ने कहा कि आखिर योगी सरकार किसका विकास करना चाहती है, जाहिर सी बात है कि योगी सरकार अदानी अंबानी जैसे कारपोरेट घरानों का विकास गरीबों के विनाश से करना चाहती है।
मनीष शर्मा ने सरकार से पूछा कि जो 250 परिवारों के साथ अन्याय हुआ है जिन्हें बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के सड़क पर भूखों मरने के लिए छोड़ दिया गया है, आखिर उसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने आगे कहा कि कम्युनिस्ट फ्रंट इस भयंकर विनाश पर चुप नहीं बैठेगी और अपने आंदोलन को और तेज करेगी।