शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023

Dr z a Ansari कि wife सुपुर्दे खाक

डा. नासिर की मां को कई संस्थाओं ने पेश की खिराजे अकीदत

Varanasi (dil india live)। छित्तनपुरा निवासी प्रख्यात चिकित्सक, नेशनल इंटर कालेज पीलीकोठी प्रबंधकारिणी के पूर्व अध्यक्ष Dr z a Ansari की wife, बनारस पब्लिक स्कूल के चेयरमैन डॉ मुहम्मद नासिर की माता बशीरुंनिसा का शुक्रवार की सुबह लंबी बीमारी के बाद 78 वर्ष की आयु में इंतेकाल हो गया। इनके निधन पर बनारस ही नहीं पूरे पूर्वांचल में फैले इनके अजीजो में अफसोस की लहर दौड़ गई। आपके बड़े बेटे डॉक्टर उबैदुर्रहमान, छोटे बेटे बनारस पब्लिक स्कूल के चेयरमैन डॉक्टर नासिर अंसारी हैं। वो दो पुत्र, चार पुत्रियों वो नाती पोतों का भरा पूरा परिवार छोड़ गई हैं।

कौन थे डाक्टर अंसारी 

मरहूमा बशीरुननिसा के पति डॉ. जेड ए अंसारी पूर्वांचल के ख्यातिलब्ध चिकित्सक थे। लोगों का वो कम खर्च में इलाज किया करते थे। एमबीबीएस के साथ एमडी की डिग्री थी। वो बीएचयू में कई वर्षों तक प्रोफेसर भी रहे। जामिया अस्पताल के मेडिकल सुपिरिटेंडेट थे समेत कई सामाजिक संस्थाओं से भी वो जुड़े हुए थे। उन्होंने गरीबों की सेवा करते करते अपनी पूरी जिंदगी गुजार दी।

फिर दगा दे गई 10 फरवरी 

यह एक इत्तेफाक है कि आज ही की तारीख 10 फरवरी 2004 को बशीरुन्निसा के पति डॉक्टर जेड ए अंसारी का इंतेकाल हुआ था। उनके अजीज़ो के बीच इस बात की चर्चा थी कि 10 फरवरी फिर दगा दे गई।

 बनारस की कई सामाजिक संगठनों में शोक सभा आयोजित कर खिराजे अकीदत पेश की गई। रसूलपुरा में सुल्तान क्लब की बैठक में डॉक्टर एहतेशामुल हक, जावेद अख्तर, एच हसन नन्हें, शमीम रियाज़, अब्दुर्रहमान, महबूब आलम, हाफिज मुनीर, वफ़ा अंसारी, नसीमुल हक, हाफिज मुनीर इत्यादि ने अफसोस किया। ऐसे ही आजाद पार्क में जमीअतुल अंसार कि अफसोस बैठक में Mufti e benaras मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी, इशरत उस्मानी, मरियम  फाउंडेशन के शाहिद अंसारी, आजाद हिंद रिलीफ सोसाइटी के जुल्फिकार अली, सर सैयद सोसाइटी के हाजी इश्तियाक अंसारी, असलम खलीफा इत्यादि ने अफसोस व्यक्त किया।

नमाजे जनाज़ा नेशनल इंटर कॉलेज पीली कोठी में Mufti e  benaras ने सैकड़ों लोगों की उपस्तिथि में अदा कराई। पास ही कब्रस्तान में सुपुर्द खाक किया गया।

Hajj 2023 का फार्म जारी, 10 मार्च अंतिम तिथि

अब निशुल्क कर सकेंगे हज का आवेदन


Varanasi (dil india live). हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज का फॉर्म लंबे इंतजार के बाद आज जारी कर दिया है। हज का फॉर्म जमा करने की 10 मार्च अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। खास बात यह है कि अब हज का फॉर्म पूरी तरह निशुल्क होगा। हज पर जाने वाला कोई भी शख्स ऑनलाइन हज कमेटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर सीधे सम्पर्क कर सकता है।

इससे पहले अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने हज 2023 की नई पॉलिसी जारी कर हज यात्रियों को कई सहुलियत को शामिल किया है। हज खिदमतगार हाजी अदनान खां ने बताया कि हज पर जाने की ख्वाहिश रखने वाले आजमीन अब निःशुल्क हज आवेदन कर सकेंगे। अभी तक हज यात्रियों को आवेदन शुल्क 300 रूपये जमा करने होते थे। 

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने हज 2023 की नई पॉलिसी जारी कर हज यात्रियों को कई सहुलियत को शामिल किया है। इसके अलावा भारत को मिले हज सीटों के कोटे में इस बार निजी टूर ऑपरेटरों के मिलने वाले हज सीटों के कोटे में 10 फीसद तक की कटौती की गई है। हज कमेटी ऑफ इंडिया देश भर में हज यात्रा कार्यक्रम को संचालित करने के लिए पांच साल के लिए हज की पॉलिसी तैयार करती है। साल 2018 में तैयार की गई हज पॉलिसी साल 2022 में समाप्त हो गई थी। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने सोमवार को हज 2023 के लिए नई हज पॉलिसी जारी कर हज यात्रियों को कई सहुलियतें दी हैं। उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी के चेयरमैन मोहसिन रजा ने बताया कि हज 2023 की नई हज पॉलिसी में हज आवेदन को निःशुल्क कर दिया गया है। अब हज यात्रियों को कोई शुल्क नहीं देना होगा। हज कमेटी के चेयरमैन ने बताया कि नई पॉलिसी में निजी टूर ऑपरेटरों की हज सीटों के कोटे में 10 फीसद की कटौती करते हुए सऊदी अरब सरकार से भारत को मिलने वाले हज सीटों का 80 फीसद हज कमेटियों को आरक्षित किया गया है। जबकि 20 फीसद सीटे निजी टूर ऑपरेटरों को दी जाएंगी। 

अभी तक निजी टूर ऑपरेटरों को 30 फीसद सीटें मिलती थीं। उन्होंने बताया कि इस बार भारत के लिए 1,75,025 सीटें सऊदी अरब सरकार ने जारी की हैं। हज खर्च को कम करने के लिए हज यात्रियों से बैग, सूटकेस, छाता, चादर का पैसा जमा नहीं कराया जाएगा। हज यात्री इन सामानों को अपने स्तर से खरीद सकेंगे। उन्होंने इस बार 50 से 60 हजार रुपये हज खर्च सस्ता होने का भी दावा किया है।

गुरुवार, 9 फ़रवरी 2023

Post office news: रू. 250 में खुलवाएं बेटी का सुकन्या समृद्धि खाता

सुकन्या समृद्धि योजना 9 व 10 फरवरी को विशेष अभियान


Varanasi (dil india live). डाक विभाग 9 और 10 फरवरी को पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के तहत  बेटियों के सुकन्या समृद्धि योजना खाते खुलवाने का अभियान चलाएगा। आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत डाक विभाग द्वारा प्रगति मैदान, नई दिल्ली में राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी 'अमृतपेक्स' का आयोजन 11 से 15 फरवरी तक किया जायेगा। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस अवसर को यादगार बनाने हेतु 'अमृतपेक्स प्लस' के तहत बालिकाओं के सशक्तिकरण के क्रम में  9 और 10 फरवरी को सुकन्या समृद्धि खाता खोलने का अभियान चलाया जायेगा और आज़ादी की 75 वीं वर्षगांठ के मद्देनजर देश भर में 7.5 लाख बालिकाओं के खाते डाकघरों में खोले जायेंगे। पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग 90 हजार और वाराणसी परिक्षेत्र में 9 हजार बेटियों का खाता खोलने का लक्ष्य दिया गया है। लोग नजदीकी डाकघरों में जाकर अपने बेटियों का सुकन्या खाता खुलवा सकते हैं, वहीं डाक विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविरों का भी आयोजन किया जायेगा।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 10 साल तक की बालिकाओं का मात्र ₹ 250 से डाकघर में खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इसमें ब्याज दर 7.6 प्रतिशत है खाता खोलने की तिथि से 15 साल तक ही राशि जमा होती है। बालिका के 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने अथवा 10वीं कक्षा पास कर लेने के उपरांत जमा राशि का 50 प्रतिशत निकाला जा सकता है। खाते की परिपक्वता अवधि खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष है, तथापि बालिका द्वारा 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद विवाह के समय बंद किया जा सकता है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। बेटी के जन्म पर उसके नाम मासिक 1000 रूपये से सुकन्या समृद्धि खाता खोलने पर 15 साल तक मात्र 1 लाख 80 हजार रूपये जमा करने होंगे। 21 वर्ष की आयु में खाता परिपक्व होने पर बेटी को 5 लाख 10 हजार रूपये मिलेंगे यानी 3 लाख 30 हजार रूपये ब्याज के रूप में प्राप्त होंगे।    

वाराणसी मंडल के प्रवर डाकघर अधीक्षक राजन ने बताया कि खाता खुलवाने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक के पते और पहचान का प्रमाण पत्र और अभिभावक की दो फोटो की आवश्यकता होती है। इस खाते में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम राशि 1.50 लाख तक का निवेश किया जा सकता है और जमा धनराशि व अर्जित ब्याज पर आयकर छूट भी है।

"आजादी का अमृत काल में बालिकाओं के सशक्तिकरण हेतु 10 साल तक की प्रत्येक बालिका का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाना इस अभियान का उद्देश्य है। मात्र ₹ 250 से खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के द्वारा भविष्य में नारी सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।"

बुधवार, 8 फ़रवरी 2023

Hazrat Malang shah baba के उर्स में उमड़ेगा हुजूम


Varanasi (dil india live). हजरत मलंग शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स आज बुधवार से से शुरू हो रहा है। बाबा के मदनपुरा स्थित आस्ताने पर उर्स के दौरान जायरीन का मजमा उमड़ता है। उर्स को देखते हुए बाबा का आस्ताना विद्युतीय झालरों से सजाया गया है। 

उर्स में पहले रोज़ आज रात 11:00 बजे बाबा का गुसल होगा। गुसल के बाद फातेहा पढ़ी जाएगी। दूसरे दिन मुख्य आयोजन 09 फरवरी को सुबह कुरानख्वानी के साथ शुरू होगा। हाजी अब्दुल वहीद (मौला दा) ने बताया कि शाम में असर कि नमाज के बाद चादर गागर, कव्वाली का आयोजन होगा। मगरिब कि नमाज के बाद बाबा का कुल शरीफ व चादरपोशी होगी।इस दौरान लोगों का हुजूम बाबा कि जियारत के लिए उमड़ेगा।

मंगलवार, 7 फ़रवरी 2023

Nagar nigam कर रहा बुनकरों का उत्पीड़न

नगर आयुक्त को बुनकरों ने सौंपा ज्ञापन



Varanasi (dil india live). मुत्तहिदा (संयुक्त) बुनकर बिरादराना तंजी़म बनारस का एक प्रतिनिधिमंडल 7 फरवरी 2023 मंगलवार, नगर आयुक्त डॉ प्रणय सिंह से नगर निगम स्थित उनके कार्यालय में मिला और नगर निगम के भवन कर विभाग द्वारा बुनकरों के पावरलूम की संख्या के आधार पर कमर्शियल रेट पर भवन कर मूल्यांकन किए जाने, वर्ष 2014 से कमर्शियल रेट पर भवन शुल्क का असेसमेंट किए जाने, तथा विभाग द्वारा बुनकरों का ज़बरदस्त शोषण एवं उत्पीड़न किए जाने जैसी समस्याओं से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने यह तथ्य भी रखा कि जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन द्वारा निवेश को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट कैंपेन चला रही है ऐसे में बुनकारी जैसे कुटीर उद्योग जो देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान रखती है, उस परंपरा को आगे बढ़ाने वाले बुनकरों के ऊपर इस तरह का अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालना तर्कसंगत एवं न्याय संगत नहीं है। विभाग का यह कदम प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना के भी विपरीत है। इसलिए पावरलूम बुनकरों के भवनों को कमर्शियल टैक्स श्रेणी से बाहर किया जाए तथा इस संबंध में विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।

नगर आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल की शिकायतों को गंभीरतापूर्वक सुना एवं यथाशीघ्र समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित अफ़सरों को अपने कार्यालय में बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया। 

प्रतिनिधिमंडल में सरदार इकरामुद्दीन, सरदार हाजी मक़बूल हसन, सरदार हाजी ज़ियाउल हसन, अब्दुल्लाह अंसारी, इशरत उस्मानी, अख़लाक़ महतो, मौलाना अब्दुल अज़ीज़, जै़नुल हुदा, सरदार मोहम्मद अहमद, तुफै़ल अंसारी पार्षद, सरदार मोहम्मद फा़रुक़, यासीन फ़रीदी, शरफुद्दीन, हाजी हसीन अहमद, सैफुद्दीन उर्फ बाबुल,हाजी इरफ़ान अहमद, सरदार अमीनुद्दीन आदि उपस्थित थे।

शनिवार, 4 फ़रवरी 2023

कम्बल वितरण समारोह में जुटे सैकड़ों



Varanasi (dil india live). निःशुल्क कम्बल वितरण समारोह का आयोजन मोहल्ला रसूलपूरा, बाकराबाद में मरहूम हाजी मोहम्मद फारुख साहब के निकट मैदान में गया। इस निःशुल्क कम्बल वितरण समारोह में ज़रूरत मंदों को  सोसाइटी फॉर ब्राईट फ्यूचर की जानिब से बड़ी संख्या में कम्बल वितरण किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी अशफाक अहमद डब्लू ने नेक काम के लिए आयोजकों की सराहना की।  

इस मौके पर मुस्लिम जावेद अख्तर (सचिव सुल्तान क्लब), सरफराज खान (राष्ट्रीय सचिव अल्पसंख्यक सभा सपा), सुलेमान अख्तर अंसारी (समाज सेवी), ऐनुल हक अंसारी (समाज सेवी), ज़ीशान अख्तर अंसारी, मेराज अहमद अंसारी,  शमीम रज़ा, अज़हर सिद्दीकी, डाक्टर एम. अकबर (अध्यक्ष जमात ए इस्लामी हिन्द बनारस), उर्फी साहब एवं इलाके के गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

Sant Ravidas ka anokha Mandir




Varanasi (dil india live)। मजहबी शहर बनारस गंगा जमुनी तहजीब के लिए देश दुनिया में विख्यात है। यहां मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर व गुरुद्वारों के ऐतिहासिक दस्तावेज पग पग पर मौजूद है। यही वजह है कि इनके दर्शन के लिए देश दुनिया से भक्त खींचे चले आते हैं। ऐसा ही ऐतिहासिक और अनूठा आस्था का एक केन्द्र है, राजघाट पर स्थित संत रविदास मंदिर। यह मंदिर सफेद संगमरमर से निर्मित है। यह मंदिर जहां श्रम साधना का संदेश देता है वहीं सर्वधर्म समभाव की एक शानदार मिसाल भी है।

संत रविदास सर्वधर्म समभाव के प्रतीक थे। इसका अंदाजा उनकी स्मृति में राजघाट में बनाए गए मंदिर को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। यह मंदिर संत रविदास के संदेशों के अनुकूल बनाया गया है। राजघाट स्थित संत रविदास का मंदिर सर्वधर्म समभाव का इकलौता ऐसा प्रतीक है जहां पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और बौद्ध धर्म के दर्शन होते हैं। सभी धर्मों के प्रतीक चिन्ह को मंदिर के गुंबद पर स्थान दिया गया है।

दी रविदास स्मारक सोसायटी के महासचिव सतीश कुमार उर्फ फगुनी राम ने बताया कि मंदिर का शिलान्यास 12 अप्रैल 1979 में हुआ और 1986 में बनकर जब तैयार हुआ तो सभी देखते रह गए। मंदिर पर पांच गुंबद हैं जिन पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई एवं बौद्ध धर्म के मंगल चिह्न अंकित हैं। इस मंदिर का निर्माण देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम ने कराया था। उन्होंने बताया कि संत रविदास मानवता, समता व समरसता के पोषक थे। इसी भावना को केंद्र में रखकर बाबू जगजीवन राम ने इस मंदिर की स्थापना की। यह मंदिर सभी जाति एवं धर्म के लोगों के लिए सदैव खुला रहता है। मंदिर के सुनहरे गुंबद से जब सूर्य की रोशनी टकराती है तो मंदिर की छटा और बढ़ जाती है। बेहद खूबसूरत एवं भव्य मंदिर की चमक दूर से ही दिखाई देने लगती है।


संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती कि तैयारी पूरी 

संत रविदास की जयंती को मनाने के लिए मंदिर में तैयारियां पूरी हो गई हैं।  रविदास जयंती पर दर्शनार्थियों का मंदिर में तांता लगा रहता है। खासकर पंजाब से तो जत्थे में श्रद्धालु मंदिर में पहुंचते हैं। जगजीवन राम की बेटी व पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार हर साल मंदिर में मत्था टेकने आती हैं। इस बार भी वो यहां आ चुकी हैं।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...