गुरुवार, 22 सितंबर 2022

Medical news:एक और निजी अस्पताल को बंद कराने का निर्देश

निरीक्षण में गड़बड़ी मिलने पर उठाया गया यह कदम 

 


Varanasi (dil india live). जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अवैध अस्पतालों के खिलाफ अभियान में नरिया स्थित सहयोग हास्पिटल के औचक निरीक्षण में गड़बड़ियां मिली। निरीक्षण के दौरान वहां कोई भी योग्य चिकित्सक नहीं मिला। अस्पताल को बंद कराने के साथ ही संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि अवैध निजी अस्पतालों के खिलाफ शुरू किये गये अभियान के तहत नारिया स्थित सहयोग अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया।  निरीक्षण के दौरान कोई भी चिकित्सक वहां नही पाया गया I मात्र एक स्टाफ उपस्थित थी जिन्होंने अपना नाम निशा बताया और यह भी बताया कि डा० टी०एस० उपाध्याय (बी०ए०एम०एस० ) यहा सुबह और शाम बैठते है और डा० एम० के० सिंह काफी समय से बीमार चल रहे है। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में 2 बेड पड़े थे। एवं एलोपेथिक दवायें तथा इन्जेक्शन रखे थे चिकित्सालय बिना पंजीयन के संचालित किया जा रहा है। दूरभाष पर डा० टी०एस० उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से चिकित्सालय बन्द करने के निर्देश दिये गये।  साथ ही आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

Majlis e taboot में जुटेंगे अजादार


Varanasi (dil India live).चेहल्लुम के बाद अर्दली बाजार के उल्फत कम्पाउन्ड में सक्का ए सकीना का मातम व मौला अब्बास का ताबूतहा जी एसएम जाफर एडवोकेट के आवास पर 26 सफ़र 24 सितंबर शनिवार को रात्रि 8 बजे से उठाया जाएगा।

उक्त जानकारी देते हुए हसन मेहंदी कब्बन ने बताया कि मजलिस का आगाज़ जीशान जौनपुरी की सोजखानी से होगा। जब कि पेशखानी तफसीर जौनपुरी, जैन बनारसी करेंगे।मजलिस को मौलाना सैयद कमब्बर अली रायबरेली खिताब करेंगे। बाद मजलिस मौला अब्बास का ताबूत व अलम  निकलेगा।जिसमें शहर की नामचीन अंजुमन आज़ादरे हुसैनी, अंजुमन जाफरिया अंजुमन सदाए अब्बास अंजुमन इमामिया नौहा व सक्का ए सकीना का मातम करेगी। जुलूस मास्टर ज़हीर हुसैन के इमाम बारगाह में जाकर समाप्त होगा। संचालन शाद सीवानी करेगें।

बुधवार, 21 सितंबर 2022

3914 आंगनबाड़ी केंद्रों पर कल होगी स्वस्थ बालक - बालिका प्रतियोगिता

स्वस्थ बच्चे होंगे पुरस्कृत, पोषण स्तर में लाएंगे सुधार



Varanasi (dil india live)। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत गुरुवार (22 सितंबर) को जनपद के सभी 3914  आंगनबाड़ी केंद्रों व ग्राम सभाओं पर स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन होगा। इसमें शून्य से पांच वर्ष तक के करीब 3.57 लाख बच्चों के प्रतियोगिता में भाग लेने की उम्मीद है। प्रतियोगिता में सबसे स्वस्थ तीन बच्चे का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डीके सिंह ने दी।     

डीपीओ ने बताया कि इस स्पर्धा को एक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस गतिविधि का मुख्य उद्देश्य जन्म से लेकर पाँच वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, पोषण की महत्ता पर जागरूकता बढ़ाना तथा एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाना। प्रतियोगिता में स्वास्थ्य विभाग की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। प्रतियोगिता के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का वजन और लम्बाई नापी जाएगी। उम्र के अनुसार बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। साथ ही अनुपूरक पोषाहार भी बांटा जाएगा। प्रतियोगिता में स्थानीय संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों, शैक्षणिक संस्थाओं, लायंस क्लब, रोटरी क्लब, आशा कार्यकर्ता और एएनएम का सहयोग लिया जाएगा। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता प्राप्त करने की कोशिश होगी। 

यह है विजेता बनने के मानक

 स्वस्थ बालक-बालिका का चयन करने के लिए मानक निर्धारित किए गए हैं जैसे मासिक वृद्धि निगरानी के लिए पांच अंक, व्यक्तिगत स्वच्छता (साफ हाथ, नाखून काटना) के लिए 10 अंक, ऊंचाई-लंबाई के सापेक्ष वजन संबंधी पोषण श्रेणी के लिए 10 अंक, आहार की स्थिति के संबंध में 10 अंक, उम्र के अनुसार टीकाकरण के लिए 10 अंक, डीवार्मिंग (पेट के कीड़े निकालने) के लिए पांच अंक निर्धारित हैं। इस तरह से प्रतियोगिता के लिए कुल 50 अंक निर्धारित हैं। पुरस्कार के चयन के लिए ग्राम स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पोषण पंचायत के सदस्य, ग्रामसभा के प्रतिनिधि, एएनएम, आशा कार्यकर्ता तथा स्थानीय शिक्षक को नामित किया गया है। विजेता का चयन प्रथम, द्वितीय और तृतीय तीन श्रेणियों में होगा। दो अक्टूबर को आयोजित होने पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र व स्थानीय स्तर पर निर्मित खिलौने दिए जाएंगे।

Mirzapur news: Jansewa Kendra से बरामद हुआ अवैध सिलेंडर





Ap tiwari 

Mirzapur (dil india live)। तहसील दिवस एवं आईजीआरएस पोर्टल पर अवैध रिफिलिंग किए जाने की शिकायत पर बुधवार को एसडीएम चुनार की टीम ने तहसीलदार चुनार नुपूर सिंह के नेतृत्व में जमालपुर क्षेत्र के मनउर गांव में सड़क किनारे दुकानों पर छापा मारकर बड़ी संख्या में खाली एवं भरा गैस सिलेंडर बरामद किया।

           तहसील टीम के छापेमारी में कुल 43 गैस सिलेंडर, 201 पासबुक, कार में गैस भरने वाला एक यंत्र और गैस सिलेंडर कटिग करने वाली बसुरी बरामद किया। मनउर सड़क पर सागर गैस सर्विस के नाम से और जन सेवा केंद्र चला रहे दीलिप की दुकान से 17 भरा और 10 खाली गैंग्स सिलेंडर बरामद किया गया। बगल में ही मंगरू उर्फ धर्मराज सिंह की दुकान से टीम ने 10 सिलेंडर बरामद किया, जिसमें 4 एचपी 4 इंडेन और 2 कामर्शियल गैस जिसमें 1 एचपी का और 1 इंडेन का बरामद किया। मंगरू उर्फ धर्मराज के बगल में विकास बीज भंडार का वीडियोग्राफी कराकर ताला तुड़वाकर 6 गैस सिलेंडर बरामद किया।

    तहसीलदार चुनार नुपूर सिंह ने बताया कि तहसील दिवस में पड़े प्रार्थना पत्र और आईजीआरएस की शिकायत पर एसडीएम के निर्देश पर छापेमारी कर अवैध रूप से दुकानो में रखे गैस सिलेंडर को बरामद किया गया है। जब्त कागजातों की जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी।

   जांच टीम ने सप्लाई इंस्पेक्टर जमालपुर सुनील कुमार, सीखड़ रविंद्र यादव, नारायनपुर काशीनाथ शामिल रहे। इस दौरान थानाध्यक्ष मनोज कुमार और चौकी इंचार्ज शेरवा मानवेंद्र सिंह सुरक्षा व्यवस्था संभालने हुए थे।

मंगलवार, 20 सितंबर 2022

Rashtriya poshan mah: आयुर्वेद से एनीमिया के बचाव की मिली जानकारी

किशोरियों-महिलाओं को किया जागरूक, दी गई जानकारी 

बाजार कालिका आंगनबाड़ी केंद्र पर हुई जन जागरूकता बैठक, निकली पोषण रैली




Varanasi (dil india live). जिले में आज कल राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत प्रतिदिन पोषण व स्वास्थ्य से जुड़ी विविध जन जागरूक गतिविधियां की जा रही हैं। इसमें बच्चे, किशोरियां व महिलाएं बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग कर रही हैं। इसी क्रम में मंगलवार को सेवापुरी के आंगनबाड़ी केंद्र बाजार कालिका पर जन जागरूकता के उद्देश्य से बैठक की गई। इसमें महिलाओं और कंपोजीट विद्यालय की छात्राओं को पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और आयुर्वेद को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। साथ ही पोषण रैली भी निकाली गई।

   यह कार्यक्रम बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग व आयुष - आयुर्वेद विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इसमें राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय सेवापुरी के चिकित्सक डॉ त्रिभुवन राम और डॉ विनोद सहित प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) लालिमा पाण्डेय और मुख्य सेविका अनुराधा सिंह ने किशोरियों और महिलाओं को आयुर्वेद से एनीमिया (खून की कमी) का बचाव, पौष्टिक आहार के खानपान, सूक्ष्म पोषक तत्व, साफ-सफाई, स्वच्छता प्रबंधन आदि के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि आंवले का जूस, लाल चुकंदर का जूस, अनार, सेब, आयरन युक्त हरी पत्तेदार सब्जियां आदि के नियमित सेवन से एनीमिया को दूर किया जा सकता है। उन्होने कहा कि प्रतिदिन कम से कम पांच खाद्य समूह अपने भोजन में अवश्य शामिल करें। किशोरियां सप्ताह में कम से कम एक बार आयरन की गोली अवश्य खाएं। साथ ही योग और शारीरिक व्यायाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

वहीं पोषण रैली के माध्यम से ‘साफ-सफाई पर ध्यान दें, भोजन संक्रमण रहित रखें’, ‘माँ-बच्चे की सेहत का उपचार-सही उपचार उचित व्यवहार’, ‘स्वस्थ संतुलित आहार, ऊर्जा दे शरीर को अपार’, फल सब्जी अनाज का सेवन बढ़ाएं, फास्टफूड से बचें व शरीर को सेहतमंद बनाएं’ आदि संदेश दिये गए। अंत में आयुष विभाग द्वारा सभी को लोहासव एवं अश्वगंधा चूर्ण दिया गया। 

   इस मौके पर स्कूल की अध्यापिका, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सीमा विश्वकर्मा, शशिकला सिंह, नुसरत जहां, मंजू सिंह, माधुरी देवी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

Professor ramyatna shukl नहीं रहे

संस्कृत व सनातन जगत के वृहद स्तंभ थे प्रो. रामयत्न शुक्ल 


Varanasi (dil india live)। प्रो. रामयत्न शुक्ल अब इस दुनिया में नहीं रहे। आज उनका निधन हो गया। उनके निधन पर धर्मसंघ पीठाधीश्वार स्वामी शंकर देव चैतन्य ब्रह्मचारी ने दुख प्रकट किया। उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रो. रामयत्न शुक्ल के निधन से संस्कृत और सनातन जगत की अपूरणीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई कठिन है। काशी आगमन के बाद प्रो. रामयत्न शुक्ल प्रथम बार धर्मसंघ शिक्षा मंडल में प्रवेश लिए और वहीं, उन्होंने संस्कृत की शिक्षा प्राप्त किए। अपने जीवन काल के बाल्यावस्था व वृद्धावस्था का लम्बा समय इसी प्रांगण में उनका व्यतीत हुआ था। प्रो. शुक्ल धर्मसम्राट करपात्री जी महाराज के अनन्य शिष्यों में रहे और उनपर धर्मसम्राट की विशेष कृपा रही। वहीं, धर्मसंघ महामंत्री जगजीतन पांडेय ने कहा कि प्रो. रामयत्न शुक्ल देश ही नहीं अपितु विश्व स्तर के मूर्धन्य विद्वान थे। उनसे ज्ञान व शिक्षा प्राप्त करने के लिए देश-दुनिया के मनीषी भी काशी आते रहे हैं। वह संस्कृत और शिक्षा जगत के वृहद स्तंभ रहे।

World Alzheimer's day (21 September)

भूलने की समस्या है तो करायें  Alzheimer's की जांच, पायें निदान

 • बुढ़ापे  में तेजी से कमजोर होती यादाश्त इस गंभीर बीमारी का है संकेत

 • 65 वर्ष की उम्र के बाद इस रोग के होने का रहता है अधिक खतरा


Varanasi (dil india live). यदि आप की उम्र 65 वर्ष से अधिक है और आप भूलने की समस्या से परेशान है तो आपको अल्जाइमर रोग हो सकता है। बुढ़ापे में तेजी से कमजोर- होती यादाश्त इस गंभीर बीमारी का संकेत है। 65 वर्ष की उम्र के बाद इस रोग के होने की सम्भावना  अधिक रहती  है। समय पर उपचार शुरू न होने पर यह रोग इस कदर बढ़ता है कि व्यक्ति अपने परिवारजनों को भी नहीं पहचानपाता। यहां तक कि वह खुद की भी पहचान भूल जाता है। यह कहना है *मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी* का । उन्होंने बताया कि न्यूरो से जुड़ी इस गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये ही दुनियाभर में प्रत्येक वर्ष 21 सितम्बर को "वर्ल्ड अल्जाइमर-डे"  मनाया जाता है।

शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय के मानसिक/ मनोरोग विभाग के *वरिष्ठ चिकित्सक डा. रविन्द्र कुशवाहा* बताते है कि दिमाग में प्रोटीन की संरचना में गड़बड़ी के कारण अल्जाइमर के समस्या की शुरुआत होती है। दरअसल प्रोटीन की संरचना में गड़बड़ी से ब्रेन में कुछ ऐसे अवांछित तत्व एकत्र होने लगते है जो धीरे-धीरे मेमोरी के सेल्स को नष्ट करना शुरू कर देते हैं। नतीजा होता है कि व्यक्ति की यादाश्त कमजोर होती जाती है और वह अल्जाइमर का शिकार हो जाता है। अल्जाइमर रोग डिमेंशिया बीमारी का ही एक प्रकार है जो अधिकांशतः बुजुर्गो में होता है। ऐसे ही बुजुर्गो में शामिल हैं सेवानिवृत्त बैंककर्मी रामचरण शर्मा ( परिवर्तित नाम) । रामचरण शर्मा के पुत्र संजय बताते है कि 67 वर्षीय उनके पिता जी  की उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनके भूलने की समस्या गंभीर होती जा रही थी। चश्मा, पर्स खुद कहीं रखकर उसे भूलने की बात तो सामान्य रही पर जब दामाद के साथ घर आयी बेटी को जब वह पहचान नहीं सके तब हम सभी को यह एहसास हो गया कि उनकी यादाश्त तेजी से कमजोर हो रही है। शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय में दिखाने पर पता चला कि वह अल्जाइमर रोग के शिकार हो चुके हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति  ईश्वरगंगी की रहने वाली 70 वर्षीय अपर्णा घोष ( परिवर्तित नाम) की भी रही । पड़ोस में स्थित मंदिर से घर लौटते समय अक्सर ही वह रास्ता भूल जाती थी। पड़ोसियों की नजर जब भटकती हुई अपर्णा घोष पर पड़ती थी तब वह उन्हें उनके घर पहुंचाते थे। परिजनों ने जब उनका उपचार मण्डलीय चिकित्सालय में शुरू कराया तब पता चला कि वह भी अल्जाइमर से पीड़ित हैं। उपचार शुरू होने के बाद अपर्णा व रामचरण की हालत में अब काफी सुधार है ।

 मनोचिकित्सक डा. रविन्द्र कुशवाहा कहते हैं कि मण्डलीय चिकित्सालय के मानसिक/ मनोरोग विभाग की ओपीडी में हर माह ऐसे चार-पांच बुजुर्ग आते हैं जो अल्जाइमर रोग के शिकार होते हैं। वह बताते है कि यह ऐसा रोग है जिसका लक्षण दिखते ही उपचार शुरू कर देना चाहिए वर्ना उपचार जितनी देर से शुरू होगा मरीज की यादाश्त उतनी ही जा चुकी होगी। ऐसा इसलिए भी जरूरी है कि अल्जामर से जा चुकी यादाश्त को लौटाया नहीं जा सकता लेकिन शेष रह गयी यादाश्त को दवाओं से रोका जा सकता है। ऐसे मरीजों के साथ उपचार के साथ-साथ परिजनों की सहानुभूति भी जरूरी होती है। लिहाजा 65 वर्ष की उम्र में पहुंच चुके बुजुर्गो में यदि अल्जाइमर के लक्षण नजर आ रहे हो तो शिव प्रसाद गुप्त चिकित्सालय के मानसिक/ मनोरोग विभाग (कक्ष संख्या -दस) में प्रत्येक  सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को सुबह 8 बजे से दोपहर दो बजे तक लगने वाली ओपीडी में सम्पर्क कर इसका उपचार कराया जा सकता है। 

 यह है अल्जाइमर के लक्षण

रखी हुई चीजों को भूल जाना

कुछ भी याद करने, निर्णय लेने की क्षमता कमजोर होना

रात में नींद का न आना 

डिप्रेशन में रहना और हमेशा भयभीत रहना

एक ही सवाल को बार-बार दोहराना

कपड़ों का उल्टा-सीधा पहनना

चिड़चिड़ापन और परिजनों पर गुस्सा करना

दैनिक कार्यो को भी भूल जाना

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...