सोमवार, 9 मई 2022

जब टूट गयी थी आस, आयुष्मान कार्ड ने दिया साथ

कुल्हे का मुफ्त प्रत्यारोपण हुआ ही गृहस्थी भी बर्बाद होने से बची

१ लाखवें लाभार्थी ने कहा: आयुष्मान योजना गरीबों के लिए है वरदान  



Varanasi (dil India live) दोनों कुल्हे के जवाब देने  के साथ ही अचानक आयी मुसीबत से उन्हें अपनी जिंदगी की आस भी खत्म होती नजर आ रही थी। एक तो बुढापा दूसरे बीमारी से शरीर की हालत भी ऐसी हो गयी थी कि बिना सहारा चार कदम भी चलना मुश्किल था। लगता था कि जब तक सांस चलेगी, तब तक इस लाचारी को झेलना ही पड़ेगा। पास में जमा-पूंजी भी इतनी नहीं थी कि वह इतना महंगा उपचार कराकर अपने कुल्हे का प्रत्यारोपण करा सकें। कहीं से आर्थिक मदद की भी उम्मीद नहीं थी। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में साथ दिया ‘आयुष्मान कार्ड’ ने। यह कहना है जिले में आयुष्मान कार्ड योजना के एक लाखवें लाभार्थी बने गौरीशंकर गुप्त का।

आयुष्मान कार्ड के जरिये संकट से उबरने की कहानी बयां करते हुए बुजुर्ग गौरीशंकर गुप्त की आंखों से आंसू छलक उठते है। पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के आयुष्मान वार्ड में भर्ती गौरीशंकर बताते हैं कि एक फर्म में चतुर्थ श्रेणी की नौकरी करते हुए वह अपनी गृहस्थी की गाड़ी किसी तरह खींच रहे थे। परिवार में आर्थिक तंगी जरूर थी पर सब खुशहाल थे। दो बेटियों सपना व निशा का वह व्याह भी कर चुके है, जबकि एक और बेटी एकता की शादी करनी शेष है। इकलौते बेटे आकाश को वह पढ़ा रहे थे ताकि अपने पैरों पर खड़ा होकर भविष्य में परिवार की जिम्मेदारियों को संभाल सके। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। तभी उनके कुल्हे के खराब होने से उनकी जिंदगी में एक ऐसा तूफान आया जिसने उनके सारे सपने को तोड़ दिया। नौकरी तो छूटी तो परिवार का आर्थिक संकट से उबारना मुश्किल नजर आने लगा। ऐसे में अपना कुल्हा प्रत्यारोपण कराने के मंहगे इलाज के बारे में भला कैसे उम्मीद करते। इस मुसीबत में जब सब तरफ से रास्ते बंद नजर आये तभी उन्हें एक दिन अचानक आयुष्मान कार्ड का ख्याल आया। फिर तो उन्हें लगा कि यह कार्ड उन्हें सभी मुसीबतों से छुटकारा दिला देगा। मुफ्त में उनका उपचार तो होगा ही ठीक होने के बाद वह फिर से अपनी जिंदगी अच्छी तरह से जी सकेंगे और कामधाम कर पुनः गृहस्थी भी चला सकेंगे। गौरीशंकर बताते हैं  उनके दोनों कुल्हों के प्रत्यारोपण के बाद उन्हें अपना सपना सच होता नजर आ रहा है। वह कहते हैं  कि आयुष्मान कार्ड योजना की जितनी भी सराहना की जाए  कम है क्योंकि यह न सिर्फ हम जैसे गरीबों का मुफ्त में उपचार करा रहा है बल्कि उनकी गृहस्थी बर्बाद होने से भी बचा रहा है। अस्पताल से छुट्टी पाकर वह एक बार फिर नये सिरे से जिंदगी शुरू करेंगे। बेटे को पढाएंगे, सबसे छोटी बेटी की शादी  करेंगे और शेष जिंदगी खुशियों के साथ गुजारेंगे।

रविवार, 8 मई 2022

अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के रूप में आयोजित हुआ मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला

52 पीएचसी पर मुफ्त मिलीं स्वास्थ्य सेवाएं, लाभान्वित हुईं 1571 महिलाएं

348 महिलाओं की हुई प्रसव पूर्व जांच, मुफ्त मिली आयरन, कैल्शियम, एलबेंडाजोल व फॉलिक एसिड की गोली



Varanasi (dil India live)। अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के अवसर पर रविवार को जिले के कुल 52 ग्रामीण व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि मेले में महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य व पोषण देखभाल को लेकर पूरा जोर दिया गया। इसके साथ ही प्रत्येक स्वास्थ्य इकाईयों पर 'एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर' अभियान के तहत फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम और एलबेंडाजोल की गोली निःशुल्क वितरित की गईं। आरोग्य स्वास्थ्य मेले में 2490 मरीजों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की गयी। इसमें 1571 महिलाओं की जांच हुई, जिसमें से 358 की प्रसव पूर्व जांच की गई। इसके साथ ही मरीजों निःशुल्क दवा एवं चिकित्सीय परामर्श भी दिया गया। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर संचारी रोगों डेंगू, मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों के लिए जागरूक किया गया। 

     सीएमओ ने बताया कि आरोग्य स्वास्थ्य मेले का उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हों। हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है। कोविड के खतरे को देखते हुए विभाग पूरी तरह से सतर्क है। सभी लोग  सहयोगात्मक व्यवहार करें जिससे जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से मिल सकेगी।          

      सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की कि संचारी रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया आदि से बचाव के लिए घर व आसपास ज्यादा दिन तक पानी जमा न होने दें, क्योंकि ठहरे व साफ पानी में ही डेंगू का मच्छर पनपता है। साफ-सफाई का जरूर ध्यान रखें। गर्म व ताजा खाना ही खाएं। पीने के पानी को हमेशा ढक कर रखें व स्वच्छ व साफ पानी का ही उपयोग करें। उन्होंने कहा कि "हर शनिवार व रविवार मच्छर पर वार" को ध्यान में रखते हुए जमा हुए पानी स्रोतों का विनष्टीकरण जरूर करें। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना, दो गज दूरी और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करना न भूलें।     

     मेले में 2490 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई जिसमें 660 पुरुषों, 1571 महिलाओं और 259 बच्चों को देखा गया । इन स्वास्थ्य मेलों में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगाकर 42 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए। इस दौरान कोविड हेल्प डेस्क पर 1224 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गईं, जिसमें 504 व्यक्तियों का एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें सभी व्यक्ति निगेटिव पाये गए। इसके अलावा 91 लोगों की हेपेटाइटिस-बी व सी की जांच हुई, 133 बुखार के, 91 लोगों की मलेरिया जांच में एक भी पॉजिटिव नहीं, 16 लिवर, 98 श्वसन, 199 उदर, 82 मधुमेह, 290 त्वचा संबन्धित मरीज, 6 टीबी के संभावित लक्षण दिखने वाले व्यक्ति, 59 एनीमिक महिलाएं, 55 हाईपेर्टेंशन, 348 महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) एवं 757 अन्य रोगों के मरीज देखे गए। वहीं 14 मरीजों को संदर्भित किया गया। मेले में एक भी कुपोषित बच्चे चिन्हित नहीं किए गए। 4 मरीजों को चिकित्सीय उपचार के लिए भेजा गया। इसके अलावा 20 मरीजों को आँख की स्क्रीनिंग की गयी जिसमें 5 मरीजों को सर्जरी, 2 मरीजों को जनरल सर्जरी, 1 मरीज की ईएनटी सर्जरी एवं 2 मरीजों को ओब्स एवं गायनी सर्जरी के लिए चिन्हित किया गया। जिला स्तर पर मेले में 100 मेडिकल ऑफिसर एवं 358 पैरामेडिकल स्टाफ ने कार्य किया।

मेला में मिलीं सुविधाएं -मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसव कालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सेवाएं दी गई। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।

शुक्रवार, 6 मई 2022

नये खंड शिक्षा अधिकारी का स्वागत

बेहतर शिक्षा से ही बनेगी अलग पहचान
Varanasi (dil India live)। नवागत खण्ड शिक्षा अधिकारी आदमपुर ज़ोन/रामनगर नगर क्षेत्र वाराणसी अमित कुमार दूबे का ज़ोरदार स्वागत नगर संसाधन केंद्र, कबीरचौरा पर किया गया। नवागत खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा दोनों ज़ोन के समस्त प्रधानाध्यापकों की गूगल मीट से मीटिंग ली गई। बैठक में विद्यालय कायाकल्प, नवीन नामांकन, शिक्षा की गुणवत्ता आदि पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिए शिक्षक कोई समझौता न करें। बेहतर शिक्षा से ही अलग पहचान बनाई जा सकती है। इस मौके पर देवी प्रसाद दूबे खण्ड़ शिक्षा अधिकारी वरुणापार ज़ोन, संजय पांडेय, विशाल पांडेय, रहमत अली, अतुल कुमार गुप्ता, संतोष पांडेय, संजय पाठक, उषा देवी, बालमुकुंद मिश्रा, शैलेन्द्र कुमार, अजय तिवारी आदि उपस्थित थे।

सपा नेता सभापति और सुभाष यादव को अलग अलग जेल में भेजा गया

सभापति रायबरेली और सुभाष गये कौशांबी जेल

Varanasi (dil India live ) उत्तर प्रदेश में दर्जनों आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता सुभापति यादव और सुभाष यादव को प्रतापगढ़ जेल से एहतियातन अलग अलग जेल में शुक्रवार को स्थानांतरित कर दिया गया है। जेल प्रशासन के आदेश पर सभापति को रायबरेली और सुभाष को कौशांबी जेल में भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश के रूप में फरार चल रहे दोनों भाईयों को गत 23 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के सियालदह से गिरफ्तार कर प्रतापगढ़ जेल में बंद किया गया था। प्रतापगढ़ जिले के थाना आसपुर के देवसरा का निवासी सभापति यादव सपा का पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहा है और सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य है।
पुलिस की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने सभापति को रायबरेली एवं सुभाष को कौशाम्बी की जेल में भेज दिया है। दोनो भइयो को राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) ने पश्चिम बंगाल के सियालदह में 23 अप्रैल को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था।
दोनों को सियालदह से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर प्रतापगढ़ की पुलिस 01 मई को लाई थी। दोनों के विरुद्ध चल रहे तमाम आपराधिक मामलों में पुलिस ने जेल में पूछताछ के बाद प्रशासनिक आधार पर अलग अलग जेलों में स्थानांतरित कर दिया।

गुरुवार, 5 मई 2022

प्रसव सुविधाओं का हो रहा सुदृढ़ीकरण

दुर्गाकुंड, चौकाघाट में सिजेरियन प्रसव की भी सुविधा

दुर्गाकुंड में हुए तीन सिजेरियन प्रसव, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ



Varanasi (dil India live)। जिले में प्रसव संबंधी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) दुर्गाकुंड में सामान्य के साथ सिजेरियन प्रसव की सुविधा पूर्ण रूप से सक्रिय हो गई है। यहां नगरीय इलाके की तीन गर्भवती का सफल ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के विशेष दिशा-निर्देश पर प्रसव की सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जनपद के तीन राजकीय चिकित्सालयों व दो एमसीएच विंग समेत दो ग्रामीण सीएचसी, छह ग्रामीण पीएचसी एवं 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर 24 घंटे प्रसव की सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके साथ ही शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड समेत चौकाघाट व शिवपुर पर भी सामान्य व सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद है। बुधवार को दुर्गाकुंड सीएचसी पर ऑपरेशन से तीन सफलतापूर्वक प्रसव कराये गए। इसके साथ ही गुरुवार को चौकाघाट सीएचसी पर भी एक सिजेरियन प्रसव कराया गया ।

सीएचसी दुर्गाकुंड के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सारिका रायने बताया कि सामने घाट महादेव नगर निवासी पूजा कुमारी (23), खोजवां सरायनन्दन निवासी सोनी कुमार (20) एवं नरिया साकेत नगर निवासी तन्नु (22) का मंगलवार को प्रसव पीड़ा बढ़ने पर भर्ती कराया गया। काफी प्रयास के बाद भी सामान्य प्रसव संभव नहीं हुआ तब उनका आपरेशन कर प्रसव कराया गया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं।उन्होने बताया कि दुर्गाकुंड सीएचसी में इस साल अब तक 19 सामान्य एवं पांच सिजेरियन प्रसव किए जा चुके हैं। 

सीएचसी चौकाघाट के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मनमोहन ने बताया कि चौकाघाट सीएचसी पर पिछले वर्ष 595 सामान्य प्रसव हुएजबकि एक सिजेरियन प्रसव। वहीं इस साल अब तक 47 सामान्य एवं तीन सिजेरियन प्रसव कराये जा चुके हैं। 

यहां 24 घंटे प्रसव की निःशुल्क सुविधा

- जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, पं. डीडीयू चिकित्सालय पाण्डेयपुर

- एसवीएम चिकित्सालय, भेलूपुर

- एलबीएस चिकित्सालय, रामनगर

- शहरी सीएचसी चौकाघाट

- शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड

- शहरी सीएचसी शिवपुर

- ग्रामीण सीएचसी अराजीलाइन

- सीएचसी चोलापुर

- पीएचसी बड़ागांव

- पीएचसी चिरईगांव

- पीएचसी पिंडरा

- पीएचसी हरहुआ

- पीएचसी सेवापुरी

- पीएचसी काशी विद्यापीठ

- अन्य 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों

‘आपरेशन मुक्ति’ यानी बाल श्रम के खिलाफ जंग

मिशन शक्ति 4.0: बालश्रम के खिलाफ चला अभियान




Varanasi (dil India live )। मिशन शक्ति 4.0 के तहत बालश्रम रोकने के लिए जिले में शुरु हुआ अभियान ‘आपरेशन मुक्ति’ वृहस्पतिवार को भी जारी रहा। अभियान के तहत निकले दस्तों ने रामनगर क्षेत्र में दुकानों, प्रतिष्ठानों व कारखानों में छानबीन की। साथ ही लोगों को बालश्रम के खिलाफ जागरूक किया।

बाल संरक्षण अधिकारी निरूपमा सिंह ने बताया कि मिशन शक्ति 4.0 के तहत इन दिनों बालश्रम रोकने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी के निर्देशन में अभियान ‘आपरेशन मुक्ति’ चलाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को बालश्रम के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। साथ ही बालश्रम कराने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवार्इ भी की जा रही है। इसके तहत बुधवार को लंका क्षेत्र में अभियान चलाया गया। जिसमें चार नाबालिग किशोरों को दुकानों पर काम करते हुए पाया गया। इन बच्चों के पुर्नवास के साथ ही उनसे काम ले रहे लोगों के खिलाफ विधिक कार्रवार्इ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में बृहस्पतिवार को रामनगर क्षेत्र में भी अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि अभियान में महिला कल्याण विभाग से राजकुमार, रामकिशन के अलावा श्रम विभाग से श्रम प्रवर्तन अधिकारी संदीप सिंह, पंकज सिंह, कुंवर धनंजय पाण्डेय, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के उपनिरीक्षक आशिक अली, घनश्याम तिवारी, चाइल्ड लाइन के संतोष दुबे, राम प्रताप शामिल रहे।

बुधवार, 4 मई 2022

पुष्पांजलि से तिल्लाना तक भावपूर्ण मंचन ने किया रोमांचित

‘दीनन के करतार नाथ हे सुन ले मेरी पुकार’... बंदिश से किया मंत्रमुग्ध

- कर्नाटिक गायन के सुप्रसिद्ध कलाकार डॉ. पी नटराजन और सिद्धहस्थ तबला वादक अनूप बनर्जी को प्रिंटानिया पुरस्कार-2021 

-नवसाधना कला केन्द्र का 23 वाँ दीक्षांत समारोह





Varanasi (dil India live )। संगीत-नृत्य व वादन कला की सर्वाेत्तम अभिव्यक्ति है, यह अंतरात्मा को छूने में सक्षम है। संगीत की राह परमात्मा तक जाती है। यह कहना है मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक के सत्य नारायण का। वह बुधवार को शिवपुर-तरना स्थित नवसाधना कला केन्द्र के 23वें दीक्षांत समारोह में कलासाधकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संगीत हमें एक सरल और सच्चा मनुष्य बनाने में सक्षम है। संगीत के कारण ही असीम संवदेना विकसित होती है। दक्षिण के दिल का उत्तर में संगम अद्भुत है।

विशिष्ट अतिथि प्रिंटानिया मुंबई के अध्यक्ष अल्बर्ट डिसूजा ने कहा कि संगीत के कलाकारों  की साधना अद्भुत होती है। संगीत साधना के दम पर ही ज्ञान के सर्वोत्तम स्रोत का अनुभव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रिंटानिया द्वारा कलाकारों को सम्मानित करना उनकी तपस्या को सम्मानित करना है।

दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता कर रहे वाराणसी धर्मप्रान्त के धर्माध्यक्ष बिशप डॉ. यूजिन जोसफ ने कहा कि संगीत व नृत्य साधना कलासाधकों की संगीत के प्रति रुचि और उनकी सीखने के प्रति समर्पण पर निर्भर करती है। कहा कि संगीत साधना में गुरु भक्ति और उस पर पूर्ण विश्वास साधक को निरंतर आगे बढ़ाता है।

      अतिथियों का स्वागत करते हुए नवसाधना कला केन्द्र के प्राचार्य डॉ. फादर फ्रांसिस डिसूजा ने कहा कि संगीत तपस्या की तपोभूमि है। इसमें तपने के बाद ही साधक संगीत को लोगों के दिलों तक ले जाता है। सबके दिलों में अपना घर बनाता है। दीप प्रज्ज्वलन, शोभायात्रा के बाद कलासाधकों ने अपनी शिक्षा को अनवरत जारी रखने और इसे निरंतरता प्रदान करने की शपथ लीं।

        अद्धा ताल, राग मालकौंस में बंदिश ‘दीनन के करतार नाथ हे सुन ले मेरी पुकार’ को कुमकुम, शादमानि, अंशिका, सुजाता, निशी, मोनोलिता, मनीष, रंजीत, मोहित, पीयूष अभिषेक, विनोद व लक्ष्मण ने प्रस्तुत कर ढेरों वाहवाही लूटीं। हारमोनियम पर संगत लक्ष्मण मुनि व तबले पर संगत अनंग गुप्त ने और संगीत संयोजन गोविंद कुमार वर्मा ने किया।

       बीपीए चतुर्थ वर्ष के कलासाधकों ने शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम् का प्रारम्भ सभा वंदन नृत्य ‘पुष्पांजलि’ से की। राग गम्भीर नाट्टेइ, ताल आदि में कामिनी मोहन पाण्डेय रचित गीत पर नृत्यांगनाओं ने ईश्वर का गुणगान कर उनसे प्रार्थना की और गुरु व श्रोताओं पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद मांगा।

इसके बाद सभी ने नव राग मल्लिका व ताल आदि में ‘वर्णनम्’ प्रस्तुत किया। नृत्यांगनाओं ने पल्लवी, अनुपल्लवी, मुत्तई स्वरम्, चित्तई स्वरम्, चरणम् को प्रस्तुत किया। इसमें त्रिकाल जाति और पूर्वांगम और उत्तरांगम का बखूबी चित्रण किया। भगवान शिव व माता पार्वती के प्रति प्रेम प्रकट करते हुए नृत्यांगनाओं के पदचाल व अंग संचालन ने सौन्दर्य सृजन करते हुए भावपूर्ण नृत्याभिनय किया। नृत्य के विस्तार में शृंगार, वीर, करुण और शांत रस की प्रमुखता रहीं। नायक व नायिका की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। दण्डायुद्ध वाणी पिल्लई के संगीत पर इस नृत्य का संयोजन रोस्मा रुबा ने किया। इसमें तोड़ी, मोहनम्, वसंता, देवमोहनी, शंकरावर्णनम्, सारंगा, कानड़ा, आरवी के खूबसूरत संयोजन ने सभी को मुग्ध कर दिया।

अगली कड़ी में नृत्यांगनाओं ने राग मल्लिका शणमुख प्रिया, ताल आदि में पुरंदर दास के संगीत में कीर्तनम् द्वारा परमबह्म्र परमात्मा के दशावतार श्रीहरि विष्णु के स्वरुप को प्रस्तुत किया। उनके विविध रुपों से जगत की रक्षा और भक्तों द्वारा उनका गुणगान देख सभी भक्ति प्रवाह में बह चले। इस राग में शृंगार रस के विप्रलंभ तथा उत्तान दोनों रुपों का वादी-संवादी व आरोह-अवरोह के साथ प्रस्तुति ने सबके मन को मोह लिया।

इसके बाद कलासाधकों ने राग कदनकुदुहलम, ताल आदि में बालमुरलीकृष्ण के संगीत में पल्लवी, अनुपल्लवी और चरणम् के साथ पूर्ण ‘तिल्लाना’ प्रस्तुत किया। ताल आदि राग मध्यमावती में ईसा को समर्पित मंगलम नृत्य ने सभी को भावविभोर कर दिया। इसी के साथ सभी देव गुरुजनों और दर्शकों को भावांजलि अर्पित कर नृत्य का समापन हुआ।

 भरतनाट्यम् की प्रस्तुतियों को देख सभी निरंतर तालियां बजाते रहे। नृत्यांगनाओं की भाव भंगिमा व पद संचालन, नृत्य क्षमता की सभी ने सराहना की। पुष्पांजलि से तिल्लाला तक सभी नृत्यों का संयोजन एवं नाट्वंगम् पर संगत रोस्मा रुबा, कर्नाटिक गायन गुरु राजेश बाबू, मृदंगम पर राकेश एडविन और वायलिन पर शारदा प्रसन्न दास ने संगत किया। साधकों में अनुराग, रोशन, अंकिता, अंजना, अस्मिता, एक्सीना, डेविड, फ्रांसिस्का, नैन्सी, निशा, प्रीति, सपना, संध्या, सोनिया, सुप्रिया, तेरेसा, विंशिका, करिश्मा शामिल थीं।

       कर्नाटिक गायन के सुप्रसिद्ध कलाकार डॉ. पी नटराजन और सिद्धहस्थ तबला वादक अनूप बनर्जी को प्रिंटानिया पुरस्कार-2021 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान दोनों कलाकारों को परंपरागत व नव-सर्जनात्मकता के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु प्रदान किया गया। इसे प्रिंटानिया के संस्थापक अल्बर्ट डिसूजा द्वारा प्रदान किया गया।  

   अन्त में कलासाधिकाओं द्वारा बाइबिल से दृष्टांत ‘डरो मत’ को भरतनाट्यम शैली में नृत्य नाटिका रुप में प्रस्तुत किया गया। ईसा के द्वारा लोगों में विश्वास को बल प्रदान करने की घटना को सुन्दर ढंग से कलासधिका एंसी, मेरी, सुष्मिता, श्रेया, दयामणि, निशा, शालिनी, प्रीति, रेशमा, रिया, खुशबू, अंजना, एंजेला, शशि, अंकिता व श्वेता ने प्रस्तुत किया। नृत्य संयोजन ए. रॉबिन ने किया।

 नवसाधना की ओर से क्लचरल फ्यूजन भाग-11’ व पांच नाटक व नृत्य नाटिका का एक साथ डिजिटल विमोचन मुख्य अतिथि व वाराणसी धर्मप्रान्त के बिशप ने किया। सभी प्रस्तुतियों का संयोजन और निर्देशन फादर सी.आर. जस्टी ने किया। मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक के सत्य नारायण द्वारा स्नातकों को सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि व सभी गुरुजनों  कलाकारों व  प्रवीणता में अव्वल कलासाधकों को नवसाधना के अध्यक्ष बिशप यूजिन जोसफ ने सम्मानित किया।

मंच संचालन डॉ. राम सुधार सिंह ने किया। कॉलेज लीडर सुप्रिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में सिस्टर रोज़ली, सिस्टर मंजू, सिस्टर लुसी, फादर जैकब, फादर विल्फ्रेड मोरस, फादर रोजलीन राजा, फादर सी.आर. जस्टी, गोविन्द कुमार वर्मा, ए. राबिन, नैन्सी केसरी, रोस्मा रुबा, कामिनी मोहन पाण्डेय, राकेश एडविन, अनंग गुप्त समेत अनेक कलाकार व अभिभावक मौजूद रहे।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...