शनिवार, 13 नवंबर 2021

बाल सुरक्षा सप्ताह मनेगा आज से

बाल यौन शोषण के खिलाफ करेंगे जागरुकता 

वाराणसी,13 नवम्बर।(dil india live)। बच्चों एवं किशोरों के यौन शोषण को रोकने के लिए ‘राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम' के तहत 14 से 20 नवम्बर तक प्रदेश के सभी जिलों में ‘बाल सुरक्षा सप्ताह’ का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर बाल यौन शोषण के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के महाप्रबंधक डा. वेद प्रकाश ने इस सम्बंध में प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर कार्यक्रमों के आयोजन का निर्देश दिया है जो बाल यौन शोषण के मुददे पर लोगों को संवेदनशील बनाने के साथ ही बच्चों के लिए और सुरक्षित माहौल दे सके। ‘बाल सुरक्षा सप्ताह’ में किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत पीयर एजुकेटर द्वारा साथिया समूह के साथ तथा विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के साथ विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों जैसे क्विज प्रतियोगिता, पोस्टर चार्ट, जिंगल मेकिंग प्रतियोगिता आदि आयोजित कर इससे सम्बंधित जानकारी प्रदान करने और उन्हें जागरूक बनाने के साथ-साथ प्रोत्साहित करेंगे।  इन प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों व किशोरों को  प्रमाणपत्र के साथ सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक ब्लॉक के दो इण्टर कालेजों में किशोर स्वास्थ्य मंच का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही किशोर स्वास्थ्य काउंसलर / फेमिली प्लानिंग काउंसलर भी जागरुकता अभियान चलायेंगे। उपकेन्द्र स्तर पर ‘किशोर स्वास्थ्य और कल्याण दिवस’ एवं ’किशोर मित्रता क्लब’ की बैठकों का भी आयोजन किया जाएगा।


पीएमजी पहुँचे दीनदयाल उपाध्याय नगर उपडाकघर

किया निरीक्षण, दी ज़रूरी हिदायत

 बोले: विभाग घर बैठे उपलब्ध करा रहा तमाम सेवाएं 



वाराणसी 13 नवंबर(dil india live) ।डाक विभाग नित नवाचार के साथ अपनी सेवाओं को व्यापक बना रहा है तथा एक ही छत के नीचे तमाम सेवाएं उपलब्ध कराकर डाकघरों को कस्टमर-फ्रेंडली बनाया गया है। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर उपडाकघर, चंदौली की विजिट के दौरान व्यक्त किये। पोस्टमास्टर जनरल आज अचानक पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर उपडाकघर पहुँचे और वहाँ डाक सेवाओं की प्रगति का जायजा लिया व ज़रूरी हिदायत दी।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक अधिकारियों व सभी कर्मचारियों से विभिन्न सेवाओं में विभागीय लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करने को कहा। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत 10 साल की उम्र तक की सभी बेटियों को चिन्हित करते हुए डाकघरों में उनके सुकन्या समृद्धि खाते खुलवाने एवं समस्त गावों को सम्पूर्ण सुकन्या ग्राम बनाने के लिए जोर दिया और वित्तीय समावेशन के तहत अधिकाधिक लोगों को डाकघर बचत, डाक जीवन बीमा योजना और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की योजनाओं से जोड़ने पर विशेष जोर दिया। सभी प्रकार के बचत खातों से आधार एवं मोबाइल संख्या लिंक करने पर बल देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि आज भी डाकघर बचत योजनाओं में ब्याज सर्वाधिक है और डाक विभाग घर बैठे भी कई सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। किसानों सहित अन्य तमाम लाभार्थियों के बैंक खातों में आने वाली डीबीटी राशि की निकासी के लिए अब किसी को भी बैंक या एटीएम जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे ही सभी अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते से डाकिया के माध्यम से निकासी कर सकते है।दुपहिया-चौपहिया वाहनों का बीमा भी अब इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक कर रहा है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने हेतु आधार जरूरी है, ऐसे में अब घर बैठे डाकिया के माध्यम से ही आधार से लिंक मोबाइल नम्बर भी अपडेट किया जा सकता है। श्री यादव ने बताया कि एक अन्य सुविधा के रूप में अब पेंशनरों को जीवित प्रमाणपत्र जमा करने के लिए कोषागार या बैंक जाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे डाकिया के माध्यम से बायोमेट्रिक डिवाइस द्वारा डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवा सकते है। आमजन को विभिन्न सेवाओं के लिए भटकना न पड़े और सारी सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो सकें, इसके लिए अब डाकघरों में भी काॅमन सर्विस सेंटर की स्थापना की जा रही है। यहाँ एक साथ केंद्र व विभिन्न राज्य सरकारों की 73 सेवाएँ मिलेंगी। शीघ्र ही काॅमन सर्विस सेंटर की सेवा अब सभी शाखा डाकघरों से भी प्राप्त हो सकेगी । 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कर्मचारियों को जनमानस से नियमित संवाद कर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा डाक मेला लगाकर विभिन्न क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा व्यवसाय अर्जित करने तथा गाँवों को 5 स्टार विलेज बनाने हेतु निर्देशित किया ।

इस अवसर पर प्रवर अधीक्षक डाकघर राजन राव, निरीक्षक डाकघर बलबीर सिंह, श्रीकान्त पाल, पोस्टमास्टर अनुज कुमार शुक्ला तथा मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव दिनेश तिवारी सहित तमाम अधिकारी -कर्मचारी उपस्थित रहे।

शुक्रवार, 12 नवंबर 2021

मालवीय प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शाह ने फूंका चुनावी बिगुल

अमित शाह संग सीएम योगी भी पहुँचे बनारस



वाराणसी (dil india live)। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में गृहमंत्री अमित शाह ने लंका में मालवीय प्रतिमा पर माल्यार्पण कर विधान सभा चुनाव का बिगुल फूंका। इस दौरान हर हर महादेव...की गूंज से पूरा माहौल भगवा रंग में रंगा नज़र आया। इस दौरान शाह के साथ सीएम योगी भी साथ थे। दोनों नेताओं ने हाथ हीलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। इस मौके पर पूरा माहौल भाजपामय दिखाई दे रहा था। पूरा इलाका भगवा बैनर, पोस्टर और झंडों से सजा हुआ था।

इससे पहले वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अमित शाह सीधे लंका स्थित मालीवाल प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे। मालवीय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें माल्यार्पण कर अमित शाह ने चुनावी बिगुल फूंका। पता हो कि वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी ने भी मालवीय प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने लोकसभा चुनावी की शुरुआत की थी। ऐसे में अमित शाह विधानसभा चुनाव 2022 में चुनावी मंत्र फूंकने पीएम के गढ़ पहुंचे तो भाजपाई जोश से भरे नज़र आये।

दरअसल वर्ष 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर वाराणसी के बड़ा लालपुर टीएफसी में भाजपा की अहम् बैठक आज आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता देश के गृहमंत्री अमित शाह को करनी हैं। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों संग केंद्रीय मंत्री, प्रदेश प्रभारी, सीएम, डिप्टी सीएम का वाराणसी में आगमन हुआ है। इसी संदर्भ में गृहमंत्री अमित शाह वाराणसी पहुंचे हैं। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने लंका स्थित मालवीय प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अमित शाह ट्रेड फेसेलिटी सेंटर रवाना हुए।

मांगों को लेकर संविदा कर्मियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

एनएचएम संविदा कर्मचारी करेंगे लखनऊ में घेराव

हिमांशु राय.

ग़ाज़ीपुर (dil india live)। एनएचएम संविदा कर्मचारी जो अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आगामी आंदोलन करने का मन बनाया है। जिसके तहत 10 ,11 व 12 नवंबर को जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन देना के साथ ही 25 नवंबर को काला फीता बांधकर सांकेतिक विरोध करना। 26 नवंबर को 1 घंटे का कार्य बहिष्कार, 27 नवंबर को संविदा कर्मचारियों द्वारा ताली और थाली बजाकर विरोध दर्ज कराना। साथ ही 29 नवंबर को संख्या बल के साथ मिशन निदेशक कार्यालय लखनऊ का घेराव करना शामिल है। जिसको लेकर 29 नवंबर पर तक मांगे पूरी नहीं की गई तो 30 नवंबर से प्रदेश के समस्त जिलों में अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ विभाग की समस्त प्रकार की सेवाओं को बंद किया जाना आंदोलन में शामिल है। इसी को लेकर आज जिला अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह के अगुवाई में संविदा कर्मियों ने जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के द्वारा नामित गुरु गोविंद विश्वकर्मा एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर को संगठन का मांग पत्र संबंधित ज्ञापन सौंपा। इस दौरान साकेत कुमार सिंह कोषाध्यक्ष, अनिल कुमार शर्मा संघटन मंत्री,  अभिषेक यादव, ऋषि कुमार ,प्रवीण कुमार, सुनील कुमार ,अरुण कुमार सिंह, प्रतिभा विश्वकर्मा, राजेश कुमार आदि लोग शामिल रहे।

जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों का नि:शुल्क इलाज

 जिला अस्पताल में अब तक 23 बच्चों का हुआ इलाज 

  • दो वर्ष तक के बच्चों के निःशुल्क इलाज की सुविधा



हिमांशु राय

गाज़ीपुर 11 नवंबर(dil india live)।प्रत्येक मां बाप का सपना होता है कि उसका बच्चा स्वस्थ हो। उसके आने वाले जीवन में किसी भी तरह का संकट ना हो। लेकिन गाजीपुर के जखनिया ब्लॉक के खरनजी हरिहर गांव के रहने वाले वीरेंद्र के छह माह के पुत्र शिवम का जब जन्म हुआ तो वह उसके टेढ़े-मेढ़े पैर देखकर बहुत चिंतित हो गए थे। क्योंकि उन्हें पहले लगा कि उनका बच्चा पोलियो का शिकार है। लेकिन जब अपने पास के स्वास्थ्य केंद्र पर दिखाया तो डॉक्टरों ने पोलियो नहीं होने की बात कही ।  जब वीरेंद्र को जिला अस्पताल में टेढ़े-मेढ़े  पैरों के नि:शुल्क इलाज कराने की जानकारी मिली तो वे बहुत खुश हुए। और जिला अस्पताल आकर बच्चे के पैर का इलाज कराना शुरू कर दिया । कुछ इसी तरह की कहानी लाल दरवाजा के निवासी हनीफ के 8 माह के पुत्र  हम्ज़ा रहमान की है। हनीफ ने बताया कि हमारा बच्चा जब पैदा हुआ तो हम खुश होने की वजह अत्यधिक चिंतित थे। क्योंकि यह उनका पहला बेटा था और जब उन लोगों ने उसके पैरों पर ध्यान दिया तो उन्हें उसका पैर टेढ़ा होना महसूस हुआ। जिसके लिए उन्होंने पहले प्राइवेट डॉक्टरों को दिखाया। लेकिन डॉक्टरों ने इसके इलाज में अधिक खर्च होने की बात कही इस दौरान मोहल्ले के ही कुछ लोगों ने जिला अस्पताल में दिखाने की बात कही। जिला अस्पताल में पता करवाया तो पता चला कि ऐसे बच्चों का इलाज प्रत्येक बुधवार को हो रहा है, तो हम वहाँ गए, डाक्टर को दिखाने के बाद वहाँ से हमारे बच्चे के पैर में सुधार दिखना शुरू हो गया और iअब मेरे बच्चे का पैर एकदम ठीक है।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मिरेकल फीट इंडिया के सहयोग से बच्चों के जन्मजात टेढ़े पंजे (क्लबफुट) का निःशुल्क इलाज मिल रहा है। इस योजना के तहत इस वर्ष अब तक 17 बच्चों का नि:शुल्क इलाज किया जा चुका है। जिला अस्पताल में 17 में से दो बच्चों की टेनोटामी (ऑपरेशन) डॉ० तपिश कुमार व डॉ० कृष्ण कुमार यादव द्वारा सफलतापूर्वक की जा चुकी है। वर्तमान में चार बच्चे प्लास्टर (पोंसेटी मेथड) पर चल रहे हैं। डॉ० तपिश कुमार ने बताया कि जल्द ही इन दोनों बच्चों का टेनोटॉमी की जाएगी। इसके बाद ब्रेस (विशेष प्रकार के जूते) पहनाए जाएंगे।

जिला अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ० तपिश कुमार ने बताया कि जन्म के समय जिन बच्चों के पैर का पंजा अंदर की ओर मुड़ा होता है। उन बच्चों का इलाज पोंसेटी मेथड के द्वारा सही किया जा सकता है। उन बच्चों को पहले प्लास्टर लगाया जाता है तथा फिर उन बच्चों के टेंडेंट को रिलीज करने के लिए टेनोटोमी की जाती है। इसके बाद बच्चों को विशेष प्रकार के जूते पहनाए जाते हैं जोकि मिरेकल फीट इंडिया के द्वारा नि:शुल्क दिया जाता है। 

जिला अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ० कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि क्लब-फुट जन्म के समय से ही बच्चों के पैर का पंजा मुड़ा हुआ होता है। पोंसेटी तकनीकी के सहयोग से क्लब-फुट का उपचार संभव है। इसमें धीरे-धीरे बच्चे के पैर को बेहतर स्थिति में लाया जाता है और फिर इस पर एक प्लास्टर चढ़ा दिया जाता है, जिसे कास्ट कहा जाता है। यह हर सप्ताह 5 से 8 सप्ताह तक के लिए दोहराया जाता है। आखिरी कास्ट पूरा होने के बाद, अधिकांश बच्चों के टेंडन को ढीला करने के लिए एक मामूली ऑपरेशन की आवश्यकता होती है। यह बच्चे के पैर को और अधिक प्राकृतिक स्थिति में लाने में मदद करता है। जिससे पैर अपनी मूल स्थिति पर वापस न आ जाये।

जिला अस्पताल में कार्यरत हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि बच्चों के इस जन्मजात विकृति का इलाज ठीक समय पर नहीं किया गया तो यह आगे चलकर विकलांग हो जाएंगे। इलाज के प्रक्रिया का अहम हिस्सा है कि माता पिता बच्चे को ब्रेस (विशेष प्रकार का जूता) अवश्य पहनाए । कभी-कभी इस प्रक्रिया के काम नहीं करने का मुख्य कारण यह होता है कि ब्रेसिज़ (विशेष प्रकार के जूते) लगातार उपयोग नहीं किये जाते हैं। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपका बच्चा लंबे समय तक विशेष जूते और ब्रेसिज़ आमतौर पर तीन महीने के लिए पूरे समय और फिर रात में भी पहनाने होते हैं।

  मिरेकल फीट इंडिया के प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव आनंद कुमार ने बताया कि प्रत्येक बुधवार को  जिला अस्पताल में जन्म से दो साल तक के बच्चे नि:शुल्क लाभ ले सकते है । संस्था द्वारा बच्चों के प्लास्टर में लगने वाला जिप्सोना तथा और ब्रेस ( विशेष प्रकार का जूता ) नि: शुल्क प्रदान किया जाता है।

गुरुवार, 11 नवंबर 2021

पूरानी पेंशन के लिए रेलवे कर्मचारी भी भरेगा हुंकार

अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंधु का कार्यक्रम 13 को


वाराणसी 11 नवंबर (dil india live)। वरुणापुल स्थित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ भवन (पी डब्लू डी कार्यालय) में अटेवा पेंशन बचाओ मंच वाराणसी की आवश्यक बैठक हुई। अटेवा की 13 नवंबर को प्रेक्षागृह वसुंधरा कॉलोनी लहरतारा वाराणसी,तथा 21 नवंबर 2021 को प्रदेशव्यापी पुरानी पेंशन बहाली हेतु शंखनाद रैली इको गार्डन लखनऊ में संपन्न होगा,जिसको सफल बनाने हेतु जिला संरक्षक रामचंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित किया गया।

समस्त एन पी एस कर्मचारियों शिक्षकों से अहवाह्न किया है कि 13 नवंबर को लहरतारा स्थित प्रेक्षागृह में अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु जी एवम  फ्रंट अगेंटस एन पी एस इन रेलवे के राष्ट्रीय संयोजक सरदार अमरीक सिंह के उद्घोष को सुनें।बैठक में अटेवा के जिला संरक्षक रामचंद्र गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष सत्येंद्र राय,

 मंडल अध्यक्ष पीडब्ल्यूडी उमेश बहादुर सिंह,जिला अध्यक्ष अटेवा वाराणसी विनोद यादव, रेलवे से राजेंद्र पाल, जिला कोषाध्यक्ष अटेवा वाराणसी चन्द्र प्रकाश गुप्त, जिला सहसंयोजक एहतेशामुल हक, महानगर अध्यक्ष अटेवा गुलाब चन्द्र कुशवाहा उपस्थित रहे, ज़िला संगठन मंत्री जफर अंसारी इत्यादि थे। 

हुनर-ए-बनारस से चमकेगा माहिलाओं का प्रोडक्ट

फूल से मिलोगा रोज़गार, बनेगी पूजन सामाग्री

 

वाराणसी 11 नवम्बर(dil india live)। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत  प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनके स्वछता अभियान को गति देते हुए एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर वाराणसी के मंदिरों पर चढ़ाए जाने वाले भारी मात्रा में फूलों को अब गंगा नदी में नहीं डाला जाएगा। ये फूल अब रोजगार का जरिया बनेंगे। उक्त को चरितार्थ करते हुए ग्रामीण महिलाओ को मंदिर में चढ़ाये गए फूलों से अगरबत्ती, धुप, हर्बल गुलाल, आदि सामग्री का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एस.बी.आई. जनरल इंश्योरेंस कम्पनी के सहयोग से एवं सी.एस.आई.आर. सीमैप एवं एफ.एफ.डी.सी. कन्नौज के तकनीकी सहयोग से तथा साई इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, वाराणसी के तत्वाधान में “अगरबत्ती, धुप एवं हवन कप कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम” 15 नवम्बर से 30 नवम्बर (15 दिवसीय) का शुभारम्भ रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क, बसनी विकास खंड बडागांव में किया जा रहा है। कार्यक्रम में 25 -25 महिलाओ के बैच में मंदिरों पर अर्पित फूलो से विभिन्न प्रकार के हर्बल प्रोडक्ट बनाने की विधि के साथ- साथ उनको उद्यमिता व् मार्केटिंग का हुनर सिखाया जायेग। जिससे  महिलाओं की आय में बढ़ोत्तरी हो सके और साथ ही महिलाओ को वेस्ट मेटेरियल से पैसा कमाने का हुनर भी सिखाया जायेगा। उक्त जानकारी संदेते हुए साई इंस्टिट्यूट के निदेशक अजय सिंह ने बताया कि इच्छुक महिलाओ का रजिस्ट्रेशन स्टार्ट हो गया है और महिलाओ के द्वारा बने सभी प्रोडक्ट को हुनर-ए-बनारस के ब्रांड नाम से उसके पोर्टल व् मोबाईल एप्प के माध्यम से बाज़ार उपलब्ध कराया जायेगा। ताकि उनके हुनर को लोकल से वोकल बनाया जा सके।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...