राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने किया शुरू
वाराणसी, 25 अगस्त(दिल इंडिया लाइव)। बाल विवाह को रोकने के लिए जिले के पहले ‘बाल विवाह प्रतिषेध प्रकोष्ठ’ ने बुधवार से काम करना शुरू कर दिया । बुधवार को वन स्टाफ सेंटर में प्रकोष्ठ का शुभारंभ राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह प्रकोष्ठ बाल विवाह को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। किसी को भी कहीं बाल विवाह होने की जानकारी मिले तो, इसकी सूचना प्रकोष्ठ को दें जिससे जल्द से जल्द कार्रवाई की जा सके।
अंजू चौधरी ने कहा कि बाल विवाह को कानूनी तौर पर अपराध घोषित किया जा चुका है और ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है। इसे रोकने और जन जागरूकता के लिए सरकारी अमले के साथ ही सामाजिक संस्थाएं भी जुटी हुई हैं, लेकिन जब तक इसमें आम नागरिकों का सहयोग नहीं मिलेगा तब तक यह प्रयास पूरी तरह सफल नहीं होगा।
दीनदयाल राजकीय चिकित्सालय परिसर स्थित 'वन स्टाफ सेंटर' के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी ने प्रदेश में चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही है। पात्र सभी लोगों को इसका लाभ उठाना चाहिए। 'बाल विवाह प्रतिषेध प्रकोष्ठ' के उद्घाटन के बाद आयोजित महिला जन सुनवाई कार्यक्रम में कई महिलाओं ने अपनी पीड़ा महिला आयोग की उपाध्यक्ष के सामने बारी-बारी से व्यक्त की। इन सभी मामलों में उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को अग्रिम कार्रवाई के निर्देश दिये ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में वन स्टाप सेंटर की प्रभारी रश्मि उपाध्याय, महिला कल्याण अधिकारी अंकिता श्रीवास्तव, महिला शक्ति केन्द्र की समन्वयक रेखा श्रीवास्तव ने पुष्प गुच्छ देकर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी का स्वागत किया।