मंगलवार, 17 अगस्त 2021

...हे नारी

हे नारी,तू सबकी आशा है, अभिलाषा है

भावों को मुझे रूप देती, ऐसी तू मधुभाषा है ,

कभी बनी माता जब तो, कहलाती तब तू जननी है,

जब बन गई प्रेयसी किसी की कहलाती मृगनैनी है

जब बन गई किसी की बहू, तो तू भाग्यलक्ष्मी है कहलाती

राखी में किसी का प्यार संजोए, बहन भगिनी बन जाती है

तब भी इस निर्दयी समाज ने पल पल तुझे सताया है

जब भी जन्म हो बेटी का कहते मनहूस ये साया है:

हे समाज, सुन ले आज तू , नारी ही अभिमान सभी का नारी ही जग जननी है, थोड़ा सा सम्मान कर 

तू इसका, यही महिला सशक्तिकरण है।



दीपशिखा

कोई टिप्पणी नहीं:

Private School को जाओ भूल, सभी चलो सरकारी स्कूल

स्कूल चलो जागरूकता अभियान रैली निकाली गई Varanasi (dil India live)। चिरईगांव ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गौराकला से सोमवार को प्रधानाध्यापिक...