Varanasi (dil India live). नादश्री संगीत अकादमी एवं रूपवाणी स्टूडियो, वाराणसी की ओर से तबला सम्राट पद्मविभूषण पंडित किशन महाराज के जन्मशताब्दी के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम लयोत्सव का शनिवार संध्या शुभारंभ के पश्चात रविवार रात्रि भव्य समापन हुआ। दूसरे दिन किशन महाराज के चित्र पर पुष्पहार अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। पहली निशा की कड़ी में दूसरे दिन प्रारंभ गौरव चक्रवर्ती के तबला वादन से हुआ। आपने बसंत ताल एवं मत्त ताल में वादन प्रस्तुत किया। सारंगी पर सकुशल संगत अनीश मिश्र ने किया ।
इसके पश्चात किशन महाराज के शिष्य परंपरा के ही युवा तबला वादक देव नारायण मिश्र ने अपनी प्रस्तुति दी। आपने ताल धमार एवं तीनताल में पारंपरिक बंदिशों को गुंजायमान किया। संगत हारमोनियम पर ध्रुव सहाय ने किया। अंत में श्रीकांत मिश्र की प्रस्तुति से कार्यक्रम को इस वर्ष विराम लगा। आपने ताल झपताल से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आपके साथ मोहित सहानी ने हारमोनियम पर बखूबी संगत प्रदान की ।
इस अनूठे कार्यक्रम के समापन समारोह में पद्मश्री डॉ राजेश्वर आचार्य, पंडित पूरण महाराज, पंडित कामेश्वरनाथ मिश्र, पंडित नंदकिशोर मिश्र, डॉ० प्रीतेश आचार्य, पंडित दीपक सहाय आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।
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