Varanasi (dil India live)। सफर की पहली तारीख को अंजुमन सज्जादिया मोहसिन मंज़िल पठानी टोला के ज़ेरे इंतेज़ाम 25 वें साल शब्बेदारी का आयोजन हुआ। इस शब्बेदारी में शहर की 15 अंजुमनों ने नौहाख्वानी व मातम का नजराना पेश किया।
जिसमें मुख्य रूप से अंजुमन हुसैनिया, अंजुमन हैदरी, अंजुमन अबिदिया, अंजुमन जाफ़रिया, अंजुमन अज़ादार ए हुसैनी, अंजुमन पैग़ाम ए हुसैनी, अंजुमन चिराग़ ए अली, अंजुमन नसिरुल मोमिनिन, अंजुमन अंसार ए हुसैनी, अंजुमन ज़्याद ए आख़ेरत, अंजुमन अंसार ए हुसैनी अवामी, अंजुमन अंसारिया, अंजुमन सदा ए अब्बास, आखिर में अंजुमन सज्जादिया ने ताबूत उठाया। इस मौके पर मौलाना अकील हुसैनी ने मजलिस को ख़िताब करते हुए जनाबे सकीना के अहम किरदार पर रौशनी डाली। लईक हैदर ने मर्सिया पढ़ा, शफ़ीक़ हैदर और अतहर बनारसी ने संचालन किया। नजफ़ अली ने अजादारों का इस्तेकबाल किया। 10 दिवसीय मजलिस के सिलसिले से दरगाह ए फातमान में अर्दली बाजार, मदनपुरा, दालमंडी में मजलिसें आयोजित हुई।
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