शनिवार, 8 जुलाई 2023

बरसी पर याद किए गए ट्रेजडी किंग

डर्बीशायर क्लब ने दिलीप कुमार को किया याद



Varanasi (dil India live)। डर्बीशायर क्लब वाराणसी के तत्वावधान में शुक्रवार को पितरकुण्डा त्रिमुहानी के पास क्लब अध्यक्ष शकील अहमद जादूगर के नेतृत्व में अभिनय सम्राट दिलीप कुमार की बरसी मनाई गई। इस मौके पर शकील अहमद जादूगर ने कहा कि दिलीप साहब का जन्म 11 दिसम्बर 1922 को पेशावर में हुआ था। दिलीप कुमार 12 भाई व  बहनें थी। उनके पिता लाला गुलाम सरवर पेशावर में फल बेचते थे। बंटवारे के बाद अपने परिवार के साथ भारत आ गये। उनका नाम युसुफ खां था मगर ज्वार–भाटा व मधुमती के बाद वो यूसुफ खान से दिलीप कुमार बन गये। आज भी लोग मुगले आजम में मरहूम दिलीप कुमार के बेजोड़ अभिनय को नहीं भूल पाये उसके बाद तो उन्हें बालीवुड का अभिनय सम्राट कहा जाने लगा।

दिलीप कुमार  ने पैगाम, नया दौर, राम और श्याम,  गंगा जमुना, आदमी,  गोपी,  बैराग व अस्सी के दशक में बनी क्रांति, विधाता, शक्ति, ईमानदार, व 90 के दशक में बनी सौदागर, कर्मा जैसी फिल्मों ने तो दिलीप साहब को एक्टिंग का इंस्टिट्यूट बना दिया। जाने कितने एवार्ड उनकी झोली में आये। अमिताभ बच्चन, शाहरूख खान जैसे न जाने कितने लोग दिलीप साहब को आदर्श मानकर फिल्मों में आये और सफल हुए। अन्त में शकील ने कहा कि आज ही के दिन 7 जुलाई 2021 को उन्होंने अंतिम सांस लेकर दुनिया को अलविदा कह दिया। आज मरहूम दिलीप कुमार हमारे बीच नहीं है लेकिन उनका बेजोड़  अभिनय हमेशा उनके चाहने वालों को याद रहेगा।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से हैदर मौलाई, हाजी असलम, राजू खां, प्रमोद वर्मा, हाजी रूस्तम, चिंतित बनारसी, सादिक अली शेर, अली अफसर,  सूरज जायसवाल, मोहम्मद अशरफ, फिरोज अहमद, एजाज अहमद कुरेशी, अजीम कुरेशी, समर्थ खां, मोहम्मद आजम व मोहम्मद अकरम आदि मौजूद थे।

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