रविवार, 30 जनवरी 2022

गांधी जी की पुण्य तिथि पर अवकाश की उठी काशी से मांग

किया गया श्रद्धा सुमन अर्पित, सत्य, अहिंसा के मार्ग पर चलने की शपथ

वाराणसी 30 जनवरी (dil india live)। सत्य और अहिंसा रुपी हथियार के बूते हुकुमते बरतानिया की चूले हिला देने वाले राष्टÑपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि श्रद्धापूर्वक काशी में मनाई गई। इस दौरान कई जगहों पर गोष्ठी, सभा और बैठक का आयोजन किया गया। इसी क्रम में बापू के बेनियाबाग स्थित गांधी चौरा पर डर्बीशायर क्लब की ओर से पुण्य तिथि का आयोजन किया गया। इस दौरान क्लब के अध्यक्ष शकील अहमद जादूगर ने मांग किया कि पुण्य तिथि पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आज ही के दिन गोडसे ने बापू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिस इंसान को अंग्रेजों ने नहीं मारा उसे अपने देश के नागरिक ने मार दिया। यह अक्षम्य था। गांधी चौरा पर रौशनी डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि ऐतिहासिक बेनियाबाग के इसी चौरा पर बापू का पवित्र अस्थि कलश लाकर रखा गया था। जिसक अंतिम दर्शन करने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दोस्त मोहम्मद, डा. सम्पूर्णानन्द व पं. कमलापति त्रिपाठी आदि भी दर्शन के दौरान मौजूद थे। आयोजन में प्रमोद वर्मा, हैदर मौलाई, कमालुद्दीन खां, चिंतित बनारसी आदि ने बापू के चित्र पर मार्ल्यापण कर नमन किया। उधर गौरीगंज में चांदक्रांतिकारी की अगुवाई में बापू की पुण्य तिथि मनाई गई। इस दौरान लोगों ने बापू के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने की लोगों से अपील की।  इस दौरान शपथ लिया गय कि बापू के बताये हुए रास्ते पर चलेंगे ताकि समाज में शांति स्थापित हो सके।

शहीद दिवस पर बरेका में  प्रात: 10:59 पर एक मिनट का सायरन बजा ठीक 11:00 बजे 2 मिनट का मौन रख बरेका महाप्रबंधक अंजली गोयल, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवार के सदस्यों ने अपने अपने आवासों अथवा कार्यस्थल पर ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीद सपूतों को श्रद्धांजलि दी।  इस समारोह में सर्वप्रथम दो मिनट का मौन धारण कर शहिदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धान्जलि दी गई ।  राजेश कुमार द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया, जिसमें विभिन्न वक्ताओं के द्वारा भारत के  स्वतंत्रता संघर्ष, राष्ट्रीय अखण्डता में योगदान देने वाले सेनानियों को याद करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त किया गया। इस समारोह में प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० देवेश कुमार  के अतिरिक्त वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी  डा. मिन्हाज अहमद, मंडल चिकित्सा अधिकारी  डा. एसके मौर्या,  सहायक कार्मिक अधिकारी श्री पियूष मिन्ज सहित राधावल्लभ तिवारी, श्याम मोहन तिवारी, कमलेश सिंह, रजनी, कमला निवासन, अनीता चंद्रा, कृष्णा उपाध्याय,प्रतिभा एवं अन्य कर्मचारियों ने अपना-अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया।  उक्त वक्ताओं के अतिरिक्त बरेका ओबीसी एसोसिएशन के पदाधिकारी कर्मचारी नेता राम नारायण, अरविंद यादव,रमेश प्रजापति एवं राजकुमार साव उपस्थित रहे। तथा नर्सिंग  चिकित्साकर्मी नितिर पूर्ति, आरती सिंह, अंजू सिह, उषा जैसल, चंदा यादव, कंचन मणि एवं हरीश ने भी शहीदो के प्रति तथा भारत की अखण्डता में योगदान देने वाले नायकों के योगदान को जनमानस में प्रसारित करने का संकल्प लिया।

शनिवार, 29 जनवरी 2022

जनपद में निःशुल्क इलाज की सुविधा, नहीं जाना पड़ेगा शहर से बाहर

 मेडिकल कॉलेज में सफलतापूर्वक हुआ कूल्हे का ऑपरेशन
गाजीपुर 29 जनवरी (dil india live)। गोरा बाजार स्थित महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य स्तरीय मेडिकल कॉलेज आमजन के लिए वरदान साबित हो रहा है। करीब एक सप्ताह पूर्व थाना करंडा के सिकंदरपुर निवासी कौशल्या देवी, उम्र 80 वर्ष के कूल्हे में फ्रैक्चर हो गया था। इसका सफलतापूर्वक इलाज कर, उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज के ऑर्थो सर्जन डॉ केके यादव बताते हैं कि इससे पहले किसी भी बड़े इलाज व सर्जरी के लिए लोगों को पड़ोस के जनपद का सहारा लेना पड़ता था। लेकिन अब गाजीपुर के मेडिकल कॉलेज (जिला अस्पताल) में भी बड़े व गंभीर ऑपरेशन शुरू हो चुके हैं। उनके द्वारा दो कूल्हे व दो घुटने के ऑपरेशन सहित 30 से 35 ऑपरेशन कर चुके हैं।

डॉ. केके यादव ने बताया कि करीब एक सप्ताह पूर्व कौशल्या देवी के कूल्हे में किसी कारण फ्रैक्चर आ गया था। जिसके बाद उनके परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। वहाँ मेरे द्वारा उनकी सम्पूर्ण जांच की गयी और फिर उनके ऑपरेशन की प्रक्रिया शुरू की गई। ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। ऑपरेशन के करीब एक सप्ताह बाद किसी प्रकार की परेशानी न होने पर उन्हें शुक्रवार को डिस्चार्ज भी कर दिया गया। उनका दावा है कि अगले 15 से 20 दिनों में वह अपने पैरों पर खड़े होने लगेंगी।

डॉ. केके यादव ने बताया कि इससे पहले भी एक मरीज का कूल्हे का ऑपरेशन किया जा चुका है। इसके साथ ही साथ दो बच्चे जिनकी उम्र लगभग करीब 12 साल है, उनके दोनों घुटने में मवाद भर गया था। जिसका सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर उन्हें उनके पैरों पर चलाने का काम किया गया है। उन्होंने बताया कि ऐसे मरीजों के ऑपरेशन में निजी नर्सिंग होम में करीब एक से डेढ़ लाख रुपए खर्च आते हैं। जबकि जिला अस्पताल में नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था प्रदान की गई है। उन्होने बताया कि सभी ऑपरेशन में डॉ चंद्रशेखर का भी विशेष योगदान रहा।

मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत संचालित जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ राजेश सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में मेडिकल कॉलेज में 50 जूनियर डॉक्टर, 17 सीनियर डॉक्टर और 45 शैक्षिणीक संकाय के डॉक्टर कार्यरत है। मौजूदा समय में जिला अस्पताल में सभी तरह के डॉक्टर की भरमार है। आर्थो की बात करें तो अब जिला अस्पताल में आर्थो से संबंधित गंभीर मरीजों का ईलाज एवं ऑपरेशन शुरू हो चुका है।

सपा ने इस नेता पर किया इतना भरोसा

सयुस के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद ज़ुबैर शहर दक्षिणी के "चुनाव प्रभारी" 

समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद फ़हद ने सौंपी अहम ज़िम्मेदारी


वाराणसी 29 जनवरी (dil india live)। समाजवादी युवजन सभा (सयुस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद फ़हद ने सयुस के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद ज़ुबैर को वाराणसी शहर दक्षिणी विधानसभा का "चुनाव प्रभारी" नियुक्त किया है। पार्टी द्वारा नई जिम्मेदारी सौंपे जाने पर मोहम्मद ज़ुबैर ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सयुस अध्यक्ष मोहम्मद फ़हद के प्रति आभार व्यक्त किया है। शहर दक्षिणी विधानसभा के नवनियुक्त चुनाव प्रभारी मोहम्मद ज़ुबैर ने कहा कि पार्टी ने उनकी निष्ठा और कार्यों के मद्देनजर उन पर जो भरोसा जताया है उसपर खरा उतरूंगा। कहा कि पहले से ही मैं पार्टी हित और चुनावी जीत के लिए मेहनत करता रहा हूँ। अब जो महत्वपूर्ण दायित्व मिला है उसके "रिटर्न गिफ्ट" के तौर पर इस विधानसभा सीट से पार्टी को जीत दिलाने की मेरी शत-प्रतिशत कोशिश होगी। इस विधानसभा के लोगों को पार्टी के "घोषणा-पत्र" की बातों से वाकिफ कराते हुए उन्हें पार्टी के फेवर में करना ही मेरा लक्ष्य है। साथ ही लोगों को "मतदान" के लिए जागरूक भी करूँगा। 

अब दो अंकों में सिमट चुकी है कुष्ठ रोगियों की संख्या

 अंतर्राष्ट्रीय कुष्ठ रोकथाम दिवस (30 जनवरी) पर विशेष

घर-घर खोजने पर मिले सिर्फ 26 नये कुष्ठ रोगी 

जिले में नये-पुराने कुष्ठ रोगियों की कुल संख्या महज 79 

वाराणसी 29 जनवरी (dil india live)। जिले में कुष्ठ रोगियों की संख्या दो अंकों में सिमट चुकी है। कुष्ठ रोगियों को घर-घर खोजने के लिए पूरे देश भर चले अभियान में भी महज 26 नये कुष्ठ रोगी मिले हैं। नये और पुराने कुष्ठ रोगियों की संख्या भी अब सिर्फ 79 रह गयी है। इसे एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।

कुष्ठ रोग से मुक्ति के लिए समय पर इलाज कराना जरूरी है। कुष्ठ रोग के उन्मूलन एवं रोगियों से भेदभाव को समाप्त करने के लिए हर साल कुष्ठ रोकथाम दिवस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) पर मनाया जाता है। जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि वर्ष 2016-17 में जिले में कुष्ठ रोगियों की संख्या 303 थी। वर्ष 2017-18 में यह घटकर 226 हो गयी। वर्ष 2018-19 में 133 और वर्ष 2019-20 में 128 कुष्ठ रहे। वर्ष 2020-21 में यह संख्या सिमट कर महज 79 हो गयी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में अप्रैल से दिसंबर तक चले इस अभियान में 26 नये कुष्ठ रोगी मिले। इसमें विद्यापीठ ब्लाक में सात, चिरईगांव में चार, आराजी लाइन में तीन, सेवापुरी में पांच, हरहुआ में एक बड़ागांव में तीन, पिण्डरा में दो और शहरी क्षेत्र में एक नया कुष्ठ रोगी मिला। चोलापुर ब्लाक में एक भी नया कुष्ठ रोगी नहीं पाया गया।

बताते हैं कि कभी कुष्ठ को लाइलाज रोग माना जाता था। इसके रोगियों को लोग अछूत मानते हुए उनसे दूरी बना लेते थे। यहां तक कि कुष्ठ रोगियों को घर-परिवार से दूर कर उन्हें असहाय हालत में छोड़ दिया जाता था। इस गंभीर समस्या को देखते हुए ही सरकार ने इस रोग के खिलाफ अभियान चलाया। नतीजा रहा कि वर्ष 2005 में कुष्ठ रोग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया, लेकिन सरकार ने इस रोग से अपनी लड़ाई निरंतर जारी रखी। कुष्ठ के रोकथाम व नियंत्रण के लिए सरकार ने इसके रोगियों को खोजने के लिए अभियान शुरू किया। घर-घर कुष्ठ रोगियों को खोजने के लिए 86 टीमों ने जिले में सभी ऐसे क्षेत्रों में सर्वे शुरू किया गया ।  जहां इस रोग के मरीजों के पाये जाने की संभावना थी। 

शून्य हुआ बाल एवं दिव्यांग कुष्ठ रोगियों का प्रतिशत

 कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम में जिले को महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है। वर्ष 2013-14 में बाल कुष्ठ रोगियों का प्रतिशत 4.17 था जो अब 2020-21 में शून्य हो चुका है । इसी तरह वर्ष 2013-14 में दिव्यांग कुष्ठ रोगियों का प्रतिशत 3.30 था, यह भी अब शून्य हो चला है। मतलब साफ है की नये कुष्ठ रोगियों में बाल एवं दिव्यांग कुष्ठ रोगी शून्य है।

कुष्ठ रोगियों को मिलती है आर्थिक सहायता

 जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डा. राहुल सिंह ने बताया कि द्वियांग कुष्ठ रोगियों को भरण-पोषण के लिए सरकार की ओर से हर माह 25 सौ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। दिव्यांग कुष्ठ रोगियों को यह सहायता आजीवन प्रदान की जाती है। जिले में 128 द्वियांग कुष्ठ रोगियों को यह सहायता प्रदान की जाती है।

क्या है कुष्ठ रोग

 जिला कुष्ठ रोग अधिकारी बताते हैं कि अन्य रोगों की तरह कुष्ठ रोग भी एक प्रकार के सुक्ष्म कीटाणु से होता है। इसके रोगी की त्वचा पर हल्के पीले, लाल अथवा तांबे के रंग के धब्बे हो जाते है। इसके साथ ही उस स्थान पर सुन्नपन होना, बाल का न होना, हाथ-पैर में झनझनाहट आदि कुष्ठ रोग के लक्षण  हो सकते हैं।

होती है मुफ्त जांच व उपचार 

 डॉ. राहुल सिंह कहते हैं कि कुष्ठ रोग अब असाध्य नहीं रहा। इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं। प्रारम्भिक अवस्था में उपचार से ही इसके रोगी ठीक हो जाते है और उनमें दिव्यांगता  नहीं हो पाती। वह बताते हैं  कि सभी सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों में इसके जांच व उपचार की मुफ्त व्यवस्था है। इसके उपचार में यदि कहीं किसी को दिक्कत आ रही हों तो वह उनसे सीधे भी सम्पर्क कर सकता है। उन्होने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के कमरा नम्बर- 321 में प्रत्येक कार्यदिवस प्रातः 10 बजे से दोपहर दो  बजे तक निःशुल्क ओपीडी की जाती है। 

कुष्ठ रोग को हराने में रोल मॉडल बना काशी

कुष्ठ रोग को हराने में काशी रोल मॉडल बन चुका है। जिला कुष्ठ रोग अधिकारी राहुल सिंह बताते हैं कि सरकार ने वर्ष 2016 में कुष्ठ रोगियों को खोजने के लिए अभियान शुरू किया था। उस समय  सर्वे के दौरान चिरर्इगांव-कमौली के 42 घरों वाले पुरवे में 27 नये रोगी मिले। एक ही स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में कुष्ठ रोगियों का मिलना एक चुनौती भी थी। तब हमने कुष्ठ रोगियों का उपचार शुरू करने के साथ ही एक नया प्रयोग भी किया। रोगी को कुष्ठ रोग की दवा खिलाने के साथ ही उसके परिवार और आस-पास  के घरों में तपेदिक (टीबी) के  उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा की सिंगल खुराक दी। इसके सार्थक परिणाम आये। परिवार और पड़ोसियों का भी संक्रमित होना बंद हो गया। इस प्रयोग को पूरे जिले में उन सभी जगहों पर किया गया जहां-जहां सर्वे के दौरान कुष्ठ रोगियों का पता चलता था। नतीजा हुआ कि कुष्ठ रोग का संक्रमण पूरी तरह रुक गया। डा. राहुल सिंह बताते हैं कि काशी में हुए इस नव प्रयोग की प्रदेश भर में जमकर सराहना हुर्इ और और उप महानिदेशक (कुष्ठ) डा. अनिल कुमार ने अक्टूबर 2018 में इसे पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्देश दिया। अब बनारस ही नहीं पूरे प्रदेश में कुष्ठ के संक्रमण को रोकने के लिए इस मॉडल पर काम चल  रहा है।

गुरुवार, 27 जनवरी 2022

एनसीसी कैडेटों ने दी परेड की सलामी

डी.ए.वी में मनाया गया 73 वाँ गणतंत्र दिवस



वाराणसी, 26 जनवरी (dil india live)। डी.ए.वी. पी.जी. काॅलेज में बुधवार को 73 वाँ गणतंत्र दिवस समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रातःकाल महाविद्यालय के पी.एन. सिंह क्रीड़ा प्रांगण में प्राचार्य डाॅ. सत्यदेव सिंह एवं मंत्री/प्रबन्धक अजीत कुमार सिंह यादव ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान के उपरान्त महाविद्यालय के एन.सी.सी. प्रभारी कैप्टन डाॅ. सत्यगोपाल के नेतृत्व में प्राचार्य को परेड की सलामी दी गई। परेड में एनसीसी कैडेटों ने मार्चपास्ट कर कदम से कदम मिलाकर सलामी दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त अध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

ऐसे ही डीएवी इंटर कॉलेज में 73 वें गणतंत्र दिवस की धूम रही। डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यदेव सिंह, प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव, प्रधानाचार्य डॉ. दयाशंकर मिश्र ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर एनसीसी प्रभारी नरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में एनसीसी कैडेटों ने परेड की सलामी दी। इस अवसर पर कॉलेज के कोषाध्यक्ष हरिबंश सिंह भी उपस्थित रहे। वहीं डीएवी काॅलेज परिसर में संचालित मानव शिक्षण संस्थान में भी गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि डाॅ. सत्यदेव सिंह एवं अजीत कुमार सिंह यादव ने ध्वजारोहण किया। 

बनारस पत्रकार एसोसिएशन ने मनाया गणतंत्र दिवस, किया ध्वजारोहण

बीपीए के सदस्यों ने देश की रक्षा के लिए ली शपथ 


वाराणसी 27 जनवरी (dil india live)। सारनाथ के तिलमापुर स्थित बनारस पत्रकार एसोसिएशन के प्रांतीय कार्यालय पर ध्वजारोहण धूमधाम से किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश अध्यक्ष सुधीर दुबे एवं सारनाथ प्रभारी अर्जुन सिंह ने ध्वजारोहण कर किया।उक्त अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष सहित संगठन के समस्त पषदाधिकारीयो एवं सदस्यों ने शपथ लिया कि हम भारत  माता की रक्षा व सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेगे। इस दौरान संगठन को मजबूत बनाने पर भी ज़ोर दिया ग्या।कार्यक्रम मे मुख्य रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष सत्येंद्र प्रकाश उपाध्याय, माया शंकर दुबे, प्रदेश महामंत्री अनिल पाठक, जिला अध्यक्ष भारतेन्दु तिवारी, ज्ञान प्रकाश सिंह,  डा. रमेश कुमार सहित संगठन के सभी पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित रहे।धन्यवाद ज्ञापन जिला अध्यक्ष भारतेन्दु तिवारी ने किया।

सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मना गणतंत्र दिवस

सुल्तान क्लब में शान से लहराया तिरंगा


वाराणसी 27 जनवरी (dil india live)। सामाजिक संस्था " सुल्तान क्लब" की ओर से संजय गाँधी नगर कालोनी , बड़ी बाज़ार में कोविड -19 का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के वातावरण में मनाया गया। संस्थाध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक व समाजसेवी हाजी सलमान बशर ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया।ध्वजारोहण के पश्चात राष्ट्रगान पढ़ा गया, देश प्रेम से सरोबार नज्मे भी पढ़ी गई। स्वच्छता व मतदाता जागरूकता अभियान के लिए लोगों को जागरूक भी किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने खिताब करते हुए कहा कि देश की एकता एवम अखण्डता को कायम रखने के लिए सभी धर्मों का सम्मान व देश के कानून पर अमल करना होगा,मिल जुलकर रहने पर ही हमारा देश तरक्की करेगा यही हमारी गंगा जमनी तहजीब की पहचान है।हमें धार्मिक शिक्षा के साथ साथ दुनियावी व साइंस की तालीम भी लेनी होगी,देश की आजादी व सविधान में सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया,लाखों उलमा - ए - एकराम शहीद हुए।डॉ भीमराव अंबेडकर जी का बनाया हुआ संविधान पर सभी लोगों को चलना होगा तभी हमारा देश एक बार फिर सोने की चिड़िया कहलाएगा,आतंकवाद व भ्रष्टाचार के विरोध में हमेशा खड़ा रहना होगा।अध्यक्षीय सम्बोधन में डॉ. एहतेशामुल हक ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं देश में तरक्की व खुशहाली लाने के लिए हमे सत्य और अहिंसा के रास्ते पर हर हाल में चलना होगा। 

कार्यक्रम का संचालन कोषाध्यक्ष शमीम रियाज़ ने किया उपाध्यक्ष महबूब आलम ने लोगों का स्वागत किया। इस अवसर पर समाजसेवी हाजी सलमान बशर, अध्यक्ष डॉ. एहतेशामुल हक, सचिव जावेद अख्तर, महासचिव एच. हसन नन्हें, कोषाध्यक्ष शमीम रियाज़, उपाध्यक्ष अजय वर्मा, मुहम्मद इकराम, अब्दुर्रहमान, मौलाना अब्दुल्लाह, हाफिज़ मुनीर, इरफान इत्यादि ने भाग लिया।

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...