शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

Post office: अधिकारियों का स्वागत और विदाई

वाराणसी परिक्षेत्र में अब नये डाक अधीक्षक, हुआ स्वागत



Varanasi(dil india live)। वाराणसी डाक परिक्षेत्र में अधिकारियों के स्थानांतरण पर विदाई और स्वागत समारोह का क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजन किया गया। कैण्ट स्थित पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय में सहायक निदेशक (प्रथम) श्री राम मिलन को अधीक्षक डाकघर, जौनपुर मंडल के पद पर स्थानांतरण पर भावभीनी विदाई दी गई। वहीं, जौनपुर मंडल से श्री पीसी तिवारी द्वारा अधीक्षक डाकघर, वाराणसी पश्चिमी मंडल पद पर और श्री ब्रजेश शर्मा द्वारा पोस्टमास्टर जनरल कार्यालय में सहायक निदेशक (प्रथम) का पद भार सँभालने पर डाककर्मियों द्वारा हार्दिक स्वागत किया गया। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने सभी अधिकारियों को उनके नए दायित्वों के लिए शुभकामनाएं दीं और मनोयोग से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। 

इस अवसर पर वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर  राजन राव, सहायक निदेशक (द्वितीय) कृष्ण चंद्र, सहायक लेखा अधिकारी संतोषी राय, सहायक डाक अधीक्षक आरके चौहान, निरीक्षक डाक श्रीकांत पाल, इंद्रजीत पाल, शशिकांत कन्नौजिया, प्रमोद कुमार, राजेंद्र यादव, श्रीप्रकाश गुप्ता, अजिता, अभिलाषा, राहुल वर्मा, राकेश कुमार सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कुमारी अजिता ने किया।

गुरुवार, 28 अप्रैल 2022

काशी के सौहार्द ने किया था बादशाह कुतुबुद्दीन ऐबक को प्रभावित

बनारस के गोविन्दपुरा में सबसे पहले मनी थी ईद  

ईद पर दोनों मजहब के लोगों की अलग-अलग पहचान करना था मुश्किल

Aman

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। ईद मिल्लत और मोहब्बत का त्योहार है। सभी जानते हैं कि हफ्ते भर चलने वाले इस महापर्व से हमें खुशी और एकजुटता का पैगाम मिलता है, मगर कम लोग जानते हैं कि ईद का ऐतिहासिक पक्ष क्या है। इस्लामिक विद्वान मौलाना अज़हरुल क़ादरी ने ईद की तवारीखी हैसियत पर रौशनी डालते हुए बताया कि सन् 2 हिजरी में सबसे पहले ईद मनायी गयी। पैगम्बरे इस्लाम नबी-ए-करीम हज़रत मोहम्मद (स.) का वो दौर था। उन्होंने सन् 2 हिजरी में पहली बार ईद की नमाज़ पढ़ी और ईद की खुशियां मनायी। उसके बाद से लगातार आज तक पूरी दुनिया में ईद की नमाज़े अदा की जाती है और लोग इसकी खुशियों में डूबे नज़र आते हैं।

जहां तक बनारस में ईद के त्योहार का सवाल है, इतिहासकार डा. मोहम्मद आरिफ तथ्यो को खंगालने के बाद बताते हैं कि बनारस में गोविन्द्रपुरा व हुसैनपुरा दो मुहल्ले हैं जहां सबसे पहले ईद मनायी गयी थी। वो बताते हैं कि हिन्दुस्तान में मुसलमानों के आने के साथ ही ईद मनाने के दृष्टांत मिलने लगते हैं। जहां तक बनारस की बात है यहां मुस्लिम सत्ता की स्थापना से पूर्व ही मुस्लिम न सिर्फ आ चुके थे बल्कि कई मुस्लिम बस्तियां भी बस गयी थी। दालमंडी के निकट गोविन्दपुरा और हुसैनपुरा में ईद की नमाज़ सबसे पहले पढ़े जाने का संकेत तवारीखी किताबों से ज़ाहिर है।

इतिहासकार डा. मोहम्मद आरिफ बताते हैं कि जयचन्द की पराजय के बाद बनारस के मुसलमानों की ईद को देखकर बादशाह कुतुबुद्दीन ऐबक को उस दौर में आश्र्चर्य हुआ था कि ईद की नमाज़ के बाद बनारस में जो सौहार्दपूर्ण माहौल दिखाई दिया था उसमें उन्हें हिन्दू-मुसलमान की अलग-अलग पहचान करना मुश्किल था। यह बनारसी तहज़ीब थी जो देश में मुस्लिम सत्ता की स्थापना के पूर्व ही काशी में मौजूद थी। जिसने एक नई तहज़ीब, नई संस्कृति हिन्दुस्तानी तहज़ीब को जन्म दिया। तब से लेकर आज तक ईद की खुशियां बनारस में जितने सौहार्दपूर्ण और एक दूसरे के साथ मिलकर मनाया जाता है उतना अमनों-सुकुन और सौहार्दपूर्ण तरीके से दुनिया के किसी भी हिस्से में ईद नहीं मनायी जाती।

ईद का इस्लामी पक्ष

प्रमुख इस्लामी विद्धान मौलाना साक़ीबुल क़ादरी कहते हैं कि ईद रमज़ान की कामयाबी का तोहफा है। वो बताते हैं कि नबी का कौल है कि रब ने माहे रमज़ान का रोज़ा रखने वालों के लिए जिंदगी में ईद और आखिरत के बाद जन्नत का तोहफा मुकर्रर कर रखा है। यानि रमज़ान में जिसने रोज़ा रखा है, इबादत किया है नबी के बताये रास्तों पर चला है तो उसके लिए ईद का तोहफा है।

दूसरों को खुशिया बांटना है पैगाम

आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां फाजिले बरेलवी पर रिसर्च करने वाले प्रमुख उलेमा मौलाना डा. शफीक अजमल की माने तो ईद का मतलब केवल यह नहीं कि महीने भर जो इबादत करके नेकियों की पूंजी एकत्र किया है उसे बुरे और बेहूदा कामों में ज़ाया कर देना बल्कि ईद का मतलब है कि दूसरों को खुशियां बांटना। अपने पड़ोस में देखों कोई भूखा तो नहीं है, किसी के पास पैसे की कमी तो नहीं है, कोई ऐसा बच्चा तो नहीं जिसके पास खिलौना न हो, अगर इस तरह की बातें मौजूद है तो उन तमाम की मदद करना फर्ज़ है। मौलाना शफी अहमद कहते हैं कि दूसरो की मदद करना ईद का सबसे बड़ा मकसद है तभी तो रमज़ान में जकात, फितरा, खैरात, सदका बेतहाशा निकालने का हुक्म है ताकि कोई गरीब, मिसकीन, फकीर नये कपड़े से महरुम न रह जाये। ईद की खुशी में सब खुश नज़र आयें। यही वजह है कि ईद पर हर एक के तन पर नया लिवास दिखाई देता है।  

ईद ग्लोबल फेस्टिवल

एक माह रोज़ा रखने के बाद रब मोमिनीन को ईद कि खुशियो से नवाज़ता है, आज वक्त के साथ वही ईद ग्लोबल फेस्टीवल बन चुकी है जो टय़ूटर, वाट्स एप, स्टेलीग्राम से लेकर फेसबुक तक पर छायी हुई है।

जिला कारागार पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

168 मरीजों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण


गाज़ीपुर (दिल इंडिया लाइव)। शासन के द्वारा जिला जेल में बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं गंभीर रूप से पीड़ित बंदियों के ईलाज का निर्देश दिया गया है। जिस के क्रम में प्रतिमाह जिला अस्पताल की एक टीम जिला कारागार पहुंचकर बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण करती है। इसी के क्रम में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश सिंह के निर्देश पर 4 डॉक्टरों की टीम जिला कारागार पहुंचकर कुल 168 बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया एवं दवा का वितरण भी किया।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर प्रतिमाह जिला कारागार में बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए जिला अस्पताल गोरा बाजार की टीम जाती है।। जिस के क्रम में बुधवार को डॉ नारायण पांडे फिजीशियन, डॉ तपिश कुमार ऑर्थो, डॉ स्नेहा सिंह आई एवं अनुकृति सिंह चर्म रोग विशेषज्ञ जिला कारागार पहुंची। सभी लोगों ने एक एक कर 168 बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जिसमें से 6 बंदियों का इसीजी भी कराया गया। परीक्षण के दौरान डॉक्टरों के द्वारा बताए गए दवा का भी फार्मासिस्ट संजय श्रीवास्तव के द्वारा वितरित किया गया।

डॉ सिंह ने बताया कि जिला कारागार में डॉ नारायण पांडे 52, डॉ सतीश कुमार 37, डॉ स्नेहा सिंह 53 और डॉ अनुकृति ने 26 बंदी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जिसमें से कोई भी गंभीर रूप से बीमार मरीज नहीं मिला। सभी को उचित परामर्श एवं दवा दिया गया।

अवधेश राय हत्याकांड:हड़ताल के चलते नहीं हो सकी अजय राय की सुनवाई

अब 6 मई को होगी सुनवाई, कड़ी सुरक्षा में अजय राय पहुंचे कोर्ट

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। लगभग तीन दशक पूर्व हुए चर्चित अवधेश राय हत्याकांड मामले में मुकदमे की सुनवाई के लिए गुरुवार को पूर्व विधायक अजय राय कड़ी सुरक्षा में अदालत पहुंचे। विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) सियाराम चौरसिया की अदालत में विचाराधीन इस मुकदमे में अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। जिसके बाद अदालत ने इस मुकदमे में सुनवाई के लिए अगली तिथि 6 मई नियत कर दी है।


बता दें कि तीन अगस्त 1991 को लहुराबीर क्षेत्र में स्थित आवास के गेट पर ही अवधेश राय के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई थी। अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह व राकेश न्यायिक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसी मुकदमे में गुरुवार को अदालत ने पूर्व विधायक को जरिये सम्मन अदालत में उपस्थित होने का आदेश दिया था। साथ ही चेतगंज पुलिस को कड़ी सुरक्षा में उन्हें कोर्ट लाने व ले जाने का आदेश दिया था। जिस पर अजय राय अपने अधिवक्ता अनुज यादव व अधिवक्ता विकास सिंह के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में अदालत में हुए, जहां उनसे जिरह की कारवाई होनी थी, लेकिन गुरुवार को बनारस बार एसोसिएशन में संविधान संशोधन के लिए हो रहे मतदान के कारण अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के चलते मुकदमे में सुनवाई नहीं हो सकी। जिसके बाद अदालत ने इस मुकदमे में सुनवाई के लिए 6 मई की तिथि नियत कर दी। अदालत में तारीख पड़ने के बाद चेतगंज पुलिस पूर्व विधायक को कड़ी सुरक्षा में लेकर वापस लौट गई।

स्कूल चलो अभियान:दो करोड़ बच्चों का नामांकन लक्ष्य



वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। मुख्यमंत्री के स्कूल चलो अभियान के दो करोड़ नामांकन लक्ष्य को हासिल करना हम सभी की प्रतिबद्धता है, इस तरह के आयोजन निश्चित ही जनमानस को शिक्षा के प्रति जागरूक करने व लक्ष्य प्राप्ति में सहायक होंगे l उक्त बातें मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक), वाराणसी मण्डल डॉ अवध किशोर सिंह ने  मॉडल प्राथमिक विद्यालय द्वारा आयोजित स्कूल चलो अभियान जन जागरण रैली एवं नामांकन उत्सव में बतौर  मुख्य अतिथि कही l

     ज्ञातव्य हो कि शासन की मंशानुरूप प्रदेश को दो करोड़ नामांकन का लक्ष्य रखा गया है तत्क्रम में जन जागरूकता रैली एव नामांकन उत्सव की अध्यक्षता कर रहे *मा0 विनोद कुमार उपाध्याय जी प्रमुख,क्षेत्र पंचायत-हरहुआ ने विद्यालय के प्रयासों एवं परिसर की हरियाली से अभिभूत होकर कहा कि पंचायत स्तर पर सरकारी विद्यालयों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु मैं कृत संकल्पित हूँ l शिक्षकों द्वारा होलापुर, ऐढ़े सहित अन्य विद्यालयों में रिबोर की समस्या बताने पर तत्काल निस्तारित कराने का आश्वासन दिया l कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती व माँ भारती के चित्र पर माल्यार्पण व अतिथियों के स्वागत माल्यार्पण,अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर हुआ l

 रैली में विद्यालय के बच्चों द्वारा जगह- जगह प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक : सब पढ़े, सब बढ़ें के बोल --। पढ़ लो स्कूलों में हक़ से, सरकारी स्कूलों में मुफ्त की शिक्षा व अनेकों सुविधाएं अलग से... l

 साथ ही बच्चों के गगन भेदी नारों ने लोगों को खूब आकर्षित किया। रैली विद्यालय से निकलकर यादव बस्ती, ठकुरान, पन्ना विहार कॉलोनी होते हुए हरिजन बस्ती में पहुंची जहाँ प्रभावित अभिभावक मौके पर ही चार बच्चों का विद्यालय में प्रवेश कराया। 

रैली में सर्व श्री शिव कुमार चौबे, डॉ आर आर शर्मा पूर्व उपनिदेशक स्वास्थ्य, उत्तर प्रदेश, जय शंकर सिंह, वैदेही सिंह, बेच कुमार सिंह, रीतेश सिंह, संगीता उज्जैन, अंशू सिंह, मनोज सिंह, लाल बहादुर, राजीव सिंह,शैलेंद्र विक्रम सिंह,अखिलेश पाण्डेय सहित आँगनबाड़ी, आशा, ए एन एम सहित शिक्षक व अभिभावक प्रतिभाग किये l कार्यक्रम का संचालन शैलेन्द्र विक्रम सिंह राज्य शिक्षक पुरस्कार '2019 सम्मानित प्रधानाध्यापक ने किया।

नींद की आगोश में "बिजली" का 'झटका'

हंकार टोला की गलियों में चला चेकिंग अभियान

बिजली चोरी में 11 लोगो के खिलाफ दर्ज करायी गयी है एफआईआर

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। बिजली चोरी करने वालों के लिए ‘खास खबर’। विजिलेंस की टीम अब भोर में छापेमारी कर रही है। अगर आप बिजली चोरी कर रहे हैं तो सुधर जाएं, नहीं पता चलेगा आप नींद में हैं और आपके घर छापा पड़ गया। ऐसा हम नहीं कहते, बिजली विभाग के लोग इस तरह की कार्रवाई शुरू कर दिए हैं। छापेमारी करने वाली टीम में शामिल लोगों का कहना था कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।

दरअसल, हंकार टोला में बुधवार की भोर में बिजली विभाग सहित विजिलेंस टीम ने छापा मारा। छापेमारी में करीब 11 लोग गलत तरीके से बिजली का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए। भोर में पहुंची विजिलेंस टीम और फोर्स को देखकर मोहल्ले में हड़कंप मच गया। टीम में शामिल लोगों ने वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ एविडेंस के लिए फोटोग्राफी भी कराई।

छापेमारी करने वाली टीम में शामिल बेनिया पावर हाउस के जेई- पिन्टू कुमार सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों शिकायत मिल रही थी जिस पर भोर में छापे मारी की गई। इसमें 11 लोग अवैध रूप से डारेक्टर कटिया कनेक्शन करते पकड़े गए। इन लोगो पर बिजली चोरी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई साथ ही बताया की आगे भी करवाई जारी रहेगी।

बुधवार, 27 अप्रैल 2022

स्मार्ट क्लास में पढ़ेंगे आंगनबाड़ी के बच्चे

जनपद के 500 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर चलेगी स्मार्ट क्लास

  • 302 केन्द्रों पर स्मार्ट क्लास शुरू, बच्चे ले रहे पढ़ाई में रुचि 
  • जनपद के 500 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर चलेगी स्मार्ट क्लास3
  • 02 केन्द्रों पर स्मार्ट क्लास शुरू, बच्चे ले रहे पढ़ाई में रुचि  



वाराणसी, 27 अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)।प्राइमरी विद्यालयों की तर्ज पर अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को स्मार्ट तरीके से प्री स्कूल शिक्षा प्रदान की जाएगी । इसके लिए जनपद के 500 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्मार्ट क्लास की स्थापना की जा रही है।  

     जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डीके सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए शासन की ओर दिशा-निर्देश प्राप्त हुये हैं। इस क्रम में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में आंगनबाड़ी केंद्रों का नवीनीकरण शुरू कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में जनपद के 500 आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्मार्ट क्लास की व्यवस्था शुरू की जा रही है। वर्तमान में जनपद के 302 आंगनबाड़ी केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करा स्मार्ट क्लास शुरू की जा चुकी हैं। बाकी 198 केंद्रों पर कार्य प्रगति पर है। पहले चरण में जिन केंद्रों पर यह व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है उसमें आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के 73, आराजीलाइन के 92, हरहुआ के 27, काशी विद्यापीठ के 47, पिंडरा के 22, बड़ागांव के 20, चोलापुर के 13 एवं चिरईगांव के 8 आंगनबाड़ी केंद्र सम्मिलित हैं। 

    डीपीओ ने बताया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र (स्मार्ट क्लास) पर 102 सेंटीमीटर साइज का एक टेलीविजन और 500 वाट का सोलर सिस्टम उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शैक्षिक विषय को रोचक और बोधगम्य बनाने के लिए विकास सहयोगियों के माध्यम से टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) तैयार कराया गया है जिसमें कहानियां, भाव-गीत, फिजिकल एक्टिविटी को कार्टून के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग तथा आईसीडीएस के विकास सहयोगी संस्था वेदांता फाउंडेशन की ओर से दिया गया है। जिलाधिकारी के अथक प्रयास से यह व्यवस्था वेदांता फाउंडेशन द्वारा सीएसआर फंड के अंतर्गत की जा रही है। डीपीओ ने कहा कि स्मार्ट क्लास की स्थापना से आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है और बच्चों का ठहराव भी बढ़ा है। वह पूरी रुचि के साथ चार घंटे आंगनबाड़ी केंद्र पर बैठ कर कुछ न कुछ सीखते रहते हैं।

   आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के सिरिहरा आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को प्री स्कूल शिक्षा देतीं सुपरवाइज़र लालिमा पांडे व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आरती सिंह ने बताया कि टेलीविज़न व अन्य शिक्षा साधनों के जरिये बच्चे जल्दी सीखते हैं। चित्रों और संगीत का बच्चों के दिमाग पर बेहतर प्रभाव पड़ता है। जिससे उन्हें ज्यादा समय तक याद रखने में मदद मिलती है।


प्राइमरी विद्यालयों की तर्ज पर अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को स्मार्ट तरीके से प्री स्कूल शिक्षा प्रदान की जाएगी । इसके लिए जनपद के 500 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्मार्ट क्लास की स्थापना की जा रही है।  

    जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डीके सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए शासन की ओर दिशा-निर्देश प्राप्त हुये हैं। इस क्रम में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में आंगनबाड़ी केंद्रों का नवीनीकरण शुरू कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में जनपद के 500 आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्मार्ट क्लास की व्यवस्था शुरू की जा रही है। वर्तमान में जनपद के 302 आंगनबाड़ी केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करा स्मार्ट क्लास शुरू की जा चुकी हैं। बाकी 198 केंद्रों पर कार्य प्रगति पर है। पहले चरण में जिन केंद्रों पर यह व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है उसमें आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के 73, आराजीलाइन के 92, हरहुआ के 27, काशी विद्यापीठ के 47, पिंडरा के 22, बड़ागांव के 20, चोलापुर के 13 एवं चिरईगांव के 8 आंगनबाड़ी केंद्र सम्मिलित हैं। 

   डीपीओ ने बताया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र (स्मार्ट क्लास) पर 102 सेंटीमीटर साइज का एक टेलीविजन और 500 वाट का सोलर सिस्टम उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शैक्षिक विषय को रोचक और बोधगम्य बनाने के लिए विकास सहयोगियों के माध्यम से टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) तैयार कराया गया है जिसमें कहानियां, भाव-गीत, फिजिकल एक्टिविटी को कार्टून के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग तथा आईसीडीएस के विकास सहयोगी संस्था वेदांता फाउंडेशन की ओर से दिया गया है। जिलाधिकारी के अथक प्रयास से यह व्यवस्था वेदांता फाउंडेशन द्वारा सीएसआर फंड के अंतर्गत की जा रही है। डीपीओ ने कहा कि स्मार्ट क्लास की स्थापना से आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है और बच्चों का ठहराव भी बढ़ा है। वह पूरी रुचि के साथ चार घंटे आंगनबाड़ी केंद्र पर बैठ कर कुछ न कुछ सीखते रहते हैं।

  आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के सिरिहरा आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को प्री स्कूल शिक्षा देतीं सुपरवाइज़र लालिमा पांडे व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आरती सिंह ने बताया कि टेलीविज़न व अन्य शिक्षा साधनों के जरिये बच्चे जल्दी सीखते हैं। चित्रों और संगीत का बच्चों के दिमाग पर बेहतर प्रभाव पड़ता है। जिससे उन्हें ज्यादा समय तक याद रखने में मदद मिलती है।

'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'

'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...