राष्ट्रीय डाक सप्ताह में मेल दिवस पर उत्कृष्ट ग्राहकों का सम्मान
वाराणसी 16 अक्टूबर (न्यूज दिल इंडिया लाइव)। विभाग नवीन सेवाओं और नई टेक्नोलॉजी के साथ अपनी सेवाओं के क्षितिज का निरंतर विस्तार करते हुए नित्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है। मोबाइल, ईमेल और सोशल मीडिया के इस दौर में भी पत्रों की अपनी अहमियत है। आज भी तमाम महत्वपूर्ण दस्तावेज - सरकारी व कोर्ट संबंधी पत्रों के साथ आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आई कार्ड, पैन कार्ड, विभिन्न बैंकों की चेक बुक व एटीएम कार्ड डाकघरों से ही भेजे जाते हैं। 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' के अंतर्गत 'मेल दिवस' पर आयोजित 'ग्राहक सम्मेलन' को संबोधित करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने उक्त उद्गार व्यक्त किये।
इस दौरान डाक विभाग को स्पीड पोस्ट सेवा में सर्वाधिक बिजनेस देने हेतु भारतीय जीवन बीमा निगम, मंडलीय कार्यालय, भेलूपुर, फर्स्ट फॉरेन सर्विस और क्षेत्रीय कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय, पहड़िया को पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने सम्मानित भी किया।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादवने कहा कि डाक विभाग विभिन्न व्यवसाय समूहों के हिसाब से विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित कर रहा है। इसमें स्पीड पोस्ट, बिजनेस पार्सल, बिजनेस पोस्ट, मीडिया पोस्ट, बिल मेल सर्विस, रिटेल पोस्ट, लॉजिस्टिक्स पोस्ट, डायरेक्ट पोस्ट, ई-पोस्ट, ई-पेमेंट, इत्यादिप्रमुख हैं। वाराणसी में कैंट प्रधान डाकघर परिसर में इंटरनेशनल बिजनेस सेंटर की स्थापना के बाद विदेशों में डाक भेजने में भी काफी सहूलियत हुई है।
श्री यादव ने बताया कि, डाक विभाग ने तमाम कस्टमर फ्रेंडली सेवाएं आरंभ करके ग्राहकोंको अपनी तरफ आकर्षित किया है। श्री काशी विश्वनाथ सहित तमाम प्रसिद्ध मंदिरों के प्रसाद और पवित्र गंगा जल स्पीड पोस्ट से लोगों के पास पहुँच रहे हैं। पार्सल वितरण हेतु नोडल डिलीवरी सेंटर तो ई-कॉमर्स उत्पादों हेतु कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा दी जा रही है। लेटर बॉक्स से नियमित निकासी हेतु 'नन्यथा' एप और डाक वितरण हेतु पोस्टमैन मोबाइल एप के माध्यम से डाकिया को हाईटेक बनाया गया है। आज डाकिया सिर्फ पत्र ही नहीं लाता, वह चलता-फिरता बैंक बनकर वित्तीय समावेशन में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
इनकी रही खास मौजूदगी
वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर राजन, डाक अधीक्षक श्री संजय वर्मा, सहायक निदेशक राम मिलन, सीनियर पोस्टमास्टर चंद्रशेखर सिंहबरुआ, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक मैनेजर मुक्ता, सहायक अधीक्षक अजय कुमार, आरके चौहान, निरीक्षक श्रीकांत पाल, वीएन द्विवेदी, इन्द्रजीत पाल, शशिकांत कन्नौजिया सहित तमाम अधिकारी और विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
वाराणसी 15 अक्टूबर(न्यूज दिल इंडिया लाइव)। गमे हुसैन के अन्तिम दिन और शिया वर्ग के 11वें इमाम हजरत हसन असकरी की शहादत पर शुक्रवार को साठे का जुलूस निकाला गया। इसी के साथ ग़म का दो माह आठ दिन का अय्याम पूरा हो गया।
या हुसैन की दर्द भरी सदाओं के बीच पुरानी अदालत दालमंडी में स्थित शब्बीर और सफदर के अजाखाने से निकले जुलूस में शहीदाने कर्बला को आंसुओं का नजराना पेश किया गया। जुलूस में शामिल अलम, दुलदुल, तुरबत और अमारी की जियारत की गई और लोगों ने मन्नतें उतारीं। रास्ते भर अंजुमन हैदरी के दर्द भरे नौहें अकीदतमंदों की आंखें नम करते रहे। जुलूस नई सड़क काली महल पहुंचा तो यहां सैकड़ों की तादाद में मौजूद मर्द, ख्वातीन, बुजुर्ग, नौजवान, बच्चे और बच्चियों ने अमारी का इस्तकबाल किया। यहां से जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ और शासन के गाइडलाइन के अनुसार नौहा और मातम करता हुआ दरगाहे फातमान पहुंचा। जहां अलविदाई मजलिस हुई। इससे पूर्व हुईं मजलिसों में कर्बला की शहादत के मंजर को बताया गया।
साठे का जुलूस उठने से पहले मजलिस को खेताब करते हुए लखनऊ से आए मौलाना इरशाद अब्बास नक़वी ने बताया कि इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों जिसमें एक छह माह का बच्चा भी था। सबको तीन दिन का भूखा और प्यासा शहीद करने के बाद उस वक्त के दुर्दांत बादशाह और वक्त के पहले आतंकवादी यजीद के हुक्म पर उनकी औरतों, बच्चों और बीमार बेटे को पैदल करबला से कूफा और कूफा से शाम तक पैदल अजियत (यातनाए) देते हुए ले जाया गया। यज़ीदी फ़ौज ने बच्चों और औरते के गले एक रस्सी से बांध दिए थे। यदि औरतें उठती थीं तो बच्चों का गला कसने लगता था और वो दर्द से तड़प उठते थे। बच्चों को दर्द से बचाने के लिए इमाम के घर की औरतों ने 3590 किलोमीटर का सफर कमर को झुकाकर किया। यही नहीं यदि कोई औरत या बच्चा चलते चलते रुक जाता था तो उसे कोड़ों से मारा जाता था।
मौलाना की ये तकरीर सुन वहां मौजूद शिया समुदाय की महिलाएं और पुरूष बिलख पड़े। मौलाना ने बताया कि इमाम हुसैन और उनके साथियों को सिर्फ इसलिये शहीद कर दिया गया क्योंकि इमाम हुसैन ने अपने नाना पैगंबर साहब के दीन को बचाने के लिए यजीद की शर्तों पर अपनी हामी नहीं दी थी। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने बताया कि आज इमाम हसन असकरी की शहादत पर ताबूत भी उठाया गया। आखिर में असकरी रज़ा सईद ने शुक्रिया अदा किया।
यौमुन्नबी वीक में मनेगी खुशी
दो महीने आठ दिन, गम के दिन पूरे होने पर शनिवार को शिया हजरात खुशी मनाएंगे। गमों का लिबास उतारकर खुशियों के नए लिबास ओढ़ेंगे। घरों में पकवान बनेंगे। शिया जामा मसजिद के प्रवक्ता सै. फरमान हैदर ने बताया कि शिया वर्ग अब यौमुन्नबी वीक मनायेगा, घरों व इमामबाड़ों में महफिलें होंगी।
वाराणसी 13 अक्टूबर (दिल इंडिया लाइव)। आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने सरसौली स्थित जिला कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बूथ स्तर पर गठन करने पर जोर देते हुए कहा कि दूसरे दलों के पास कोई मुद्दा नहीं हैं जबकि आम आदमी पार्टी की सरकार बनती हैं तो 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जायेंगी, पिछला बकाया माफ कर दिया जायेगा, किसानों को कृषि कार्य हेतु फ्री बिजली दी जायेंगी और 24 घंटे बिजली दी जायेंगी।
बिजली के कमी के मुद्दे पर उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मित्र व्यवसायी अडानी जी को लाभ देने के लिये कृतिम कमी का ढिंढोरा पीटा जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि योगी राज्य में अपराधियों का मनोबल ऊँचा हैं। लखीमपुर में अपराधियों को बचाने के लिये सरकारी तंत्र सक्रिय दिखती हैं। कानपुर में व्यवसायी मनीष गुप्ता की निर्मम हत्या कर दीं जाती हैं और हत्यारें गिरफ्त से बाहर हैं।
इस दरम्यान लोकजनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष दीनानाथ सिंह, राजेन्द्र प्रसाद मौर्या (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पृथ्वीराज जनशक्ति पार्टी), भानू प्रताप सिंह (पूर्व डी. आई. जी.-स्टाम्प), वाचस्पति श्रीवास्तव (प्रदेश अध्यक्ष जू. हाईस्कूल एसोसिएशन ) सहित कई समर्थकों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया।
इस बैठक में सर्वश्री अभिनव राय जी(प्रदेश सहप्रभारी), प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह जी, विनय पटेल जी(प्रदेश अध्यक्ष,पंचायत राज्य प्रकोष्ठ), कैलाश पटेल(जिलाध्यक्ष), अब्दुल्लाह खां(प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य),अखिलेश पांडेय(जिलामहासचिव),घनश्याम पांडेय (जिला मीडिया प्रभारी) शारदा टंडन, सतीश सिंह, मनीष गुप्ता, पल्लवी वर्मा, अमर सिंह पटेल, घनश्याम पांडेय, सौरभ यादव, स्वतंत्र सिंह, महफूज हुसैन, सरोज शर्मा, राजीव भारद्वाज, दीपक सिंह, विनोद जायसवाल,अरविंद पटेल, सी. के. नागवंसी, सेतुपति त्रिपाठी आदि मौजूद थे।
वाराणसी 13 अक्टूबर (दिल इंडिया लाइव)। अटेवा पेंशन बचाओ मंच वाराणसी की एक आवश्यक बैठक उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला कार्यालय (PWD) वाराणसी पर कोविड 19 गाइड लाइन का पालन करते हुए सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता विनोद यादव-जिला संयोजक एवं संचालन मनबोध यादव-जिला महामंत्री ने किया।
बैठक मेंआगामी 22 अक्तूबर, शुक्रवार को अटेवा मंच उत्तर प्रदेश के आह्वान पर एन पी एस, निजीकरण भारत छोड़ो पदयात्रा पर चर्चा की गयी। जिला कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि पद यात्रा महासंघ कार्यालय लोक निर्माण विभाग से कचहरी स्थित जिला मुख्यालय वाराणसी तक किया जाएगा। इस अवसर पर जिला संयोजक विनोद यादव ने कहा कि पेंशन हमारा हक़ है,इसे हम लेकर रहेंगे,जब सांसद विधायक को एक नहीं चार चार पेंशन मिल सकती है तो 35 साल सेवा करने वाले शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारियों को पुरानी पेंशन क्यों मिल सकती।
बैठक को सम्बोधित करते हुए संरक्षक राम चन्द्र गुप्ता ने कहा कि सभी लोग मिलकर पदयात्रा को सफल बनाएंगे। इसके अलावा 21 नवम्बर को लखनऊ में होने बाली एनपीएस, निजीकरण भारत छोड़ो महारैली सफल बनाने के लिए अभी से तैयार रहना है। उन्होंने कहा कि सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है, इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
बैठक में सत्येंद्र कुमार राय-प्रदेश उपाध्यक्ष,रामचंद्र गुप्ता-जिला संरक्षक, एहतेशामुल हक-जिला सह संयोजक,बेद सिंह-जिला सह संयोजक,बी एन यादव-जिला मंत्री, चंद्रप्रकाश गुप्त-जिला कोषाध्यक्ष, रामचंदर-जिला मीडिया प्रभारी, जफ़र अंसारी-जिला संगठन मंत्री, सुरेंद्र प्रताप सिंह-सोशल मीडिया प्रभारी, गुलाब चंद कुशवाहा-नगर अध्यक्ष, अंजनी सिंह-नगर महामंत्री, अजय यादव,आलोक मौर्य, सतीश वर्मा, प्रमोद कुमार पटेल, शकील अहमद, शैलेश कुमार, शशांक शेखर, शेषनाथ पाल सहित अनेक सक्रिय साथी उपस्थित थे।
बनकर तैयार है 50 बेड का मल्टी-स्पेसियालिटी हास्पिटल
स्त्री व प्रसूति रोग के साथ अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की होगी तैनाती
पंचकर्म, क्षारसूत्र व योग के जरिए भी होगा जटिल बीमारियों का उपचार
वाराणसी10 अक्टूबर (दिल इंडिया लाइव)| जिले को एक और आयुर्वेदिक अस्पताल का तोहफा शीघ्र मिलने वाला है। 50 बेड के इस मल्टी-स्पेसियालिटी अस्पताल का भवन मोहन सराय के समीप स्थित भद्रासी में बनकर तैयार है। जल्द ही यहां स्त्री व प्रसूति रोग के साथ ही अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम तैनात की जाएगी। इसके साथ ही मरीज यहां की चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
मोहन सराय के पास मातलदेयी मार्ग पर भद्रासी गांव में बनाये गये इस अस्पताल का निर्माण राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत कराया गया है। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी भावना द्विवेदी ने बताया कि भद्रासी में बनकर तैयार 50 बेड के इस मल्टी-स्पेसियालिटी अस्पताल में मरीजों को आउटडोर के साथ ही इनडोर की चिकित्सा सुविधाएं भी मिलेंगी। अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग चिकित्सकों के अलावा अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों का उपचार करेंगे। अस्पताल में सामान्य रोगों के साथ ही गठिया, पाइल्स, सर्वाइकल, सुगर जैसे रोगो के उपचार की भी व्यवस्था होगी। यहां नेत्र रोगों का भी उपचार होगा।
पंचकर्म एवं क्षारसूत्र से भी होगा उपचार
इस आयुर्वेदिक अस्पताल में क्षारसूत्र एवं पंचकर्म विधि से भी उपचार की व्यवस्था होगी। गठिया, सर्वाइकल व व पाइल्स जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीज इस अस्पताल की सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
योग के जरिए भी बनेंगे निरोग
अस्पताल परिसर में एक योग कक्ष भी बनाया गया है। यहां तैनात होने वाले योग प्रशिक्षक लोगों को योग के जरिए निरोग रहने का हुनर सिखाएंगे। साथ ही कुछ रोगों का उपचार योग के जरिए भी किया जाएगा।
हर्वल गार्डेन में लगेंगी जड़ी-बूटियां
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी भावना द्विवेदी ने बताया कि अस्पताल परिसर की खाली जमीन पर हर्वल गार्डेन बनाने की भी योजना है। यहां जड़ी-बूटियों के पौधे लगाये जाएंगे जो मरीजों के उपचार में तो काम आयेंगे ही अस्पताल के वातावरण को प्रदूषण मुक्त रखने में सहयोग करेगे ।
वाराणसी 10 अक्टूबर (दिल इंडिया लाइव)। किसान न्याय रैली को लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा इंडियो एयरलाइंस के विमान से रविवार को वाराणसी पहुंचीं। लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सीधे श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना हुईं। यहां से दर्शन-पूजन के बाद दुर्गाकुंड में मां कूष्मांडा मंदिर पहुंचीं। जगतपुर में पार्टी की किसान न्याय रैली में को संबोधित करते हुए कहा कि लखीमपुर में किसानों से मिलने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री अभी तक नहीं गए। दुनिया के कोने-कोने तक पीएम घूम सकते हैं, देश-देश भ्रमण कर सकते हैं लेकिन अपने देश के किसानों से भेंट करने नहीं जा सकते। किसान आन्दोलन में अब तक 600 किसानों की मौत हुई लेकिन अभी भी आंदोलन जारी है क्योंकि किसानों को पता है कि हमारे फसल की कीमत उचित नहीं मिलेगी।
सब पूंजीपतियों के हाथ में चला जायेगा
सबकुछ पूंजीपतियों के हाथ में चला जायेगा। मोदी जी ने आंदोलन कर रहे किसानों को आन्दोलन जीवी कहा, आतंकी कहा। योगी ने किसानों को उपद्रवी कहा। लखीमपुर में देखा कि देश 6 किसानों को निर्ममता से कुचल दिया। पीड़ित किसानों ने न्याय की मांग की। मैं रात में वहां जाने की कोशिश की तो पुलिस की घेरेबंदी कर मुझे रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन अपराधी को पकड़ने को पुलिस नहीं भेजा गया। आरोपी को पुलिस ने निमंत्रण दिया, इतिहास में कभी आपने देखा और सुना नहीं होगा।
आजादी का अमृत महोत्सव जो मनाया जा रहा है वो आजादी हमें किसानों ने दिया है, किसान के बेटों ने दिया है। पुलिस प्रशासन विपक्ष के नेताओं को रोकने की कोशिश की।पीड़ित परिवार को नजरबंद किया गया। अपराधियों पर कोई लगाम नहीं है। जिसके बेटे ने ऐसा काम किया उसको बचाने का काम सरकार कर रही है। जो सीएम लखीमपुर जा सकते थे वे उनके हाथ पकड़ने और आंशु पोछने नहीं पहुंचे। इस सरकार में न दलित सुरक्षित हैं, न अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं, न महिला सुरक्षित हैं, न नौजवान सुरक्षित हैं। इस देश में केवल प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और उनसे जुड़े लोग और उनके खरबपति मित्र सुरक्षित हैं।
रुपया नहीं न्याय चाहिए
प्रियंका ने कहा कि जो मैंने दो वर्षों में देखा उसका जिक्र कर रही हूं। सोनभद्र में नरसंहार हुआ जिसमें 13 लोगों को मारा गया, जब मैं मिलने गयी तो बहुत कष्ट हुआ। लोग मुझसे बोले मुझे रुपये नहीं न्याय चाहिए। उसके बाद मैं उन्नाव में गयी वहां भी इसी तरह का घटना हुआ। उस मामले में भाजपा के पूर्व विधायक और भाजपा से जुड़े लोग शामिल थे। कोरोना के समय सरकार मदद नहीं की। अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो गया था, लोग काफी परेशान हुए। कोरोना के समय रिपोर्ट आई कि हर जगह समस्या है। सरकार ने मदद नहीं की उसके बाद हाथरस कांड हुआ जिसमें एक बेटी को न्याय नहीं मिला। एक पिता से उसके बेटी का दाह संस्कार नहीं करने दिया गया। मुझसे परिवार ने बोला था कि दीदी न्याय चाहिए।
प्रियंका ने कहा कि अपने अंतरतम में झांकिए एक सवाल पूछिये। तरक्की आयी है। विकास आपके द्वार आया कि नहीं। जीवन में तरक्की नहीं हुई तो मेरे साथ कंधा से कंधा मिलाकर सरकार को बदलिए। जो आपको आतंकवादी कहते हैं उनको न्याय देने के लिए मजबूर करिये, कांग्रेस के नेता कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते हैं। हमें जेल में डालिये, कुंचलिये लेकिन जबतक न्याय नहीं मिलेगा हम लड़ते रहेंगे, लड़ते रहेंगे, लड़ते रहेंगे। चुनाव की बात नहीं है, अब देश की बात है।समय आ गया है अब। ये देश आपका देश है इस देश को कौन बचाएगा,आप किसान हो इस देश की आत्मा हो। जो आपको आंदोलनकारी कहते है उनको न्याय के लिए मजबूर करिये। कांग्रेस के कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते। हम कांग्रेस के कार्यकर्ता है हमें कोई चुप नहीं करा सकता। कोरोना के समय तमाम छोटे व्यपारी को रोजगार बंद करना पड़ा। सरकार ने राहत नहीं दी। प्रधानमंत्री ने दो हवाई जहाज खरीदे। एक हवाई जहाज आठ हजार करोड़ के खरीदे। अपने दोस्तों को बेच दी एयरलाइन। 16 हजार करोड़ का दो हवाई जहाज खरीद और अपने दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने पूरी एयर इंडिया को 15 हजार करोड़ में ही अपने पूंजीपति और खरबपति मित्र को बेच दी।
बिजली नहीं मिल रही, बिजली का बिल मिल रहा
बिजली नहीं मिल रही है, फिर भी बिजली के बिल मिल रहे हैं, क्या पीएम ने ये देखा है? खेती किसानी के सामानों पर भी सरकार ने जीएसटी लगाया है। पेट्रोल, डीजल महंगा है 1000 से ऊपर रसोई गैस काम दाम। प्रियंका ने कहा कि ने मुझे बताया की, किसी ने एमए, किसी ने बीए, किसी ने इंजीनियरिंग और उसमें ही कुछ ऐसे ही पढ़े लिखे लोग सफाईकर्मी थे। यह बताता है कि बेरोजगारी चरम पर है। बेरोजगारी चरम पर है। लखनऊ की बस्ती में गई थी। योगी जी ने सफाई करने वालों के प्रति अपशब्द कहे।2.35 से 3.04 तक करीब आधे घंटे तक चला प्रियंका का संबोधन। अंत में लोगों को धन्यवाद देते हुए नवरात्रि की शुभकामनाएं दी। जय माता दी, जय हिंद, जय किसान, जय जवान, जय हिन्द के नारे से खत्म हुआ प्रियंका का संबोधन। प्रियंका अब वापस बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गई।
इनकी रही खास मौजूदगी
छत्तीसगढ़ के सीएम भपेश बघेल, राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी, सलमान खुर्शीद, राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, आराधना मिश्रा मोना, अजय कुमार लल्लू, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पीएल पुनिया, इमरान प्रतापमढ़ी, देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, पूर्व विधायक अजय राय, नदीम जावेद,डा. ज़फरुल्लाह ज़फर, जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, राघवेन्द्र चौबे, सतीश राय, मुनाज़िर हुसैन मंजू, सतीश चौबे, अफसर खां, हाजी ओकास अंसारी, सलीम खां, सीता राम केसरी, रमज़ान अली, अफज़ाल अंसारी, हसन मेहंदी कब्बन, बेलाल अहमद, सैयद फसाहत हुसैन बाबू, कुशल रौशनी जायसवाल, शकील अहमद जादूगर आदि मौजूद थे।
पीएम के संसदीय क्षेत्र काशी में प्रियंका ने दिखाया दम
प्रियंका की एक झलक पाने के लिए लोग रहे बेताब
पुष्प वर्षा और भीड़ देखकर गदगद हुई प्रियंका
वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। किसान न्याय यात्रा रैली में शामिल होने पहुंची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दर्शन, पूजन और जगह-जगह स्वागत के ज़रिये कांग्रेसियों में उत्साह और गजब का जोश भर दिया। प्रियंका गांधी की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब दिखाई दिये। जिस-जिस रास्तों से प्रियंका गुज़री, उन्हें देखने की होड मच गई। गगनभेदी नारों के बीच प्रियंका गांधी लोगों का हाथ जोड़कर और अपने ही अंदाज़ में हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार करती दिखीं। इस दौरान पुष्पवर्षा और लोगों की भीड़ देखकर प्रियंका गदगद दिखाई दी।
इस दैरान श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर व अन्नपूर्णा मंदिर में प्रियंका गांधी ने पूजन अर्चन किया। अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी ने उन्हे दर्शन पूजन कराया। यहां मंदिर से निकली तो गगनभेदी नारा, अब नहीं होगा अन्याय, दीदी दिलायेंगी किसानों को न्याय...जैसी गूंज सुनाई दी।
इससे पहले अपने तय समय पर प्रियंका गांधी व छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल सुबह सवा 11 बजे एयरपोर्ट पहुंच गये। एयरपोर्ट पर कांग्रेसजनों ने अपनी नेता का गगनभेदी नारों से ज़ोरदार स्वागत किया। स्वागत के बाद प्रियंका गांधी व भूपेश बघेल बाबा विश्वनाथ मंदिर में दर्शनपूजन के लिए सड़क मार्ग से पहुंची। इस दौरान रास्ते भर प्रियंका गांधी का स्वागत कांग्रेसजन कर रहे थे। विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद प्रियंका गांधी वहां से रोड शो करते हुए मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप मां कूष्मांडा के दर्शन करने दुगार्कुंड मंदिर पहुंची। प्रियंका गांधी को वहां से लंका होते हुए बीएचयू सिंह द्वार पर लगी महामना पं. मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना था मगर अंतिम समय में उनका कार्यक्रम सुरक्षा कारणों से बदल गया और वो रैली के लिए जगतपुर रवाना हो गयी। उनके पहुंचने से पहले वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सफाई अभियान चलाया और प्रतिमा के आसपास सफाई की।
कांग्रेस की रैली के चलते लम्बे समय के बाद सड़क पर कांग्रेस की सक्रियता और हलचल देखने को मिली। इस दौरान लोग अपने मोबाइल से प्रियंका गांधी की तस्वीर और वीडियों बनाते दिखाई दिये। जो सेल्फी ले सकता था उसने काफिले के साथ खुद की सेल्फी ली और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। एयरपोर्ट से प्रियंका गांधी का काफिला काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचा। मंदिर से दुगार्कुंड स्थित मां कूष्मांडा मंदिर में दर्शन पूजन के बाद उनका काफिला सीधे रोहनिया के जगतपुर इंटर कॉलेज मैदान पर किसान न्याय रैली को संबोधित करने पहुंच गया।