लोकदल के अगुवा चौधरी अजित सिंह पंचतत्व में विलिन
गुरुग्राम (दिल इंडिया लाइव)। राष्ट्रीय लोकदल के अगुवा व पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का अंतिम संस्कार कोविड-19 प्रोटोकॉल की गाइडलाइन के चलते गुरुग्राम में गुरूवार को किया गया। मदनपुरी स्थित रामबाग श्मशान घाट में हुए अंतिम संस्कार में बेटे जयंत चौधरी ने उन्हे मुखाग्नि दी। चौधरी अजीत सिंह गरीबो और किसानों के नेता के तौर पर जाने जाते थे। एक समय उन्होने भारतीय किसान कामगार पार्टी भी बनायी थी, जो लोकदल बनने के बाद स्वतः खत्म हो गयी।
22अप्रैल से थे अस्पताल में भर्ती
हम बता दे कि रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह को 22 अप्रैल को कोरोना के कारण गुरुग्राम के आर्टिमिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी तबीयत कई दिन से खराब चल रही थी। फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने के कारण पिछले तीन दिन से वे वेंटिलेटर पर थे। आज गुरुवार सुबह ही उनका निधन गया।
कोविड प्रोटोकॉल के कारण उनका अंतिम संस्कार गुरुग्राम में करने का फैसला किया गया। उनके पुत्र रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने मुखाग्नि दी। दुख के इस क्षण में चौधरी अजीत सिंह की पुत्रवधू चारु चौधरी, दामाद विक्रम आदित्य सिंह और शैलेंद्र अग्रवाल मौजूद रहे। चौधरी अजित सिंह के निधन पर हर तरफ शोक की लहर है।
सभी ने जताया अफसोस
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सीएम योगी आदित्य नाथ समेत तमाम दलों के नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे चौधरी अजित सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत से सात बार सांसद रहे और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश ही नहीं देश की राजनीत में उनका दुनिया से जाना बड़ी क्षति है। लोकदल वाराणसी के पूर्व महानगर अध्यक्ष व एआईआईएम के प्रदेश सचिव परवेज़ कादिर खां ने अजीत सिंह के निधन पर ग़हरा अफसोस जताया है। उन्होंने कहा कि अजीत सिंह गरीबो और मजलूमो के नेता थे, उनके जाने से गरीब बेसहारा और किसानो को झटका लगा है।
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