गुरुवार, 13 मई 2021
ये कहानी है नन्हें रोज़ेदार की
वाराणसी (दिल इंडिया लाइव) बडागांव, कविरामपुर, गांव के मो. सलीम के साहबज़ादे मो. आहिल ने छोटी सी उम्र में रोज़ा रखकर मिसाल पेश किया है। जयपुरिया स्कूल, बाबतपुर में क्लास यूकेजी के इस बच्चे ने सहरी की और जिद करके रोज़ा रख लिया। मो. आहिल के दादा डॉ. अब्दुल गफ्फार ने शाम को मसजिद से अज़ान हेाने पर रोज़ा खुलवाया। वो कहते हैं कि नन्हीं सी उम्र में रोज़ा रखने से आहिल अपने दोस्तों में काफी चर्चित हो गया। बच्चे कह रहे हैं कि अगले साल वो भी रोज़ा रहेंगे।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Khwaja Garib Nawaz के दर से Ajay Rai का बुलावा
Mohd Rizwan Varanasi (dil India live)। हज़रत ख़्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिशती ग़रीब नवाज़ रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह से उत्तर प्रदेश कांग्रेस क...
-
मुकम्मल की कुरान तो हाफिज साहेब को मिला इनाम में Varanasi (dil India live). अमूमन मस्जिदों में मुक़द्दस रमजान की खास नमाज़ तरावीह मुकम्मल कर...
-
कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...
-
सुल्तान ने 275 लोगों का किया स्वास्थ्य परीक्षण निःशुल्क दवा वितरित की गई व 25 गुमशुदा बच्चों को अभिभावकों से मिलाया गया Varanasi (dil India...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें