शनिवार, 29 मई 2021

मृत शिक्षको के परिजनो को मिले नौकरी

मृतक आश्रित को मुआवज़ा देने की भी उठी मांग 


वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ (पंजिकृत1160) के प्रांतीय अध्यक्ष राम प्रकाश साहू ने यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ व शिक्षा सचिव से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एवम मतगणना की ड्यूटी में कोरोना जैसे भयानक बीमारी से संक्रमित होकर जान गवा देने वाले 1600 से ज्यादा शिक्षको केे परिजनों को मुआवज़ा दिये जाने की मांग की। उन्होंने कहां कि देश में तकरीबन 1600 से  ज्यादा शिक्षको के सापेक्ष बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा महज 03 शिक्षकों की मृत्यु होने क का बयान दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण एवम भ्रामक है। इसे स्याहझुठ की संज्ञा देते हुए उन्हांने इस पर गम्भीर चिंता जाहिर की । उन्होंने ड्यूटी रत शिक्षको शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों को अपनी श्रदांजलि अर्पित करते हुये ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की कामना की। उन्होंने आगे कहा कि कोविड 19 के संक्रमण के पश्चात किसी भी व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु 24 घंटे या 48 घंटे में होना निश्चित नही है। उन्होंने कहा कि सरकार की गाईड लाइन के अनुसार संक्रमण की अवधि मात्र 14 दिन की बताई गई जो समीचीन नही है अभी भी कुछ शिक्षको के संक्रमण से ग्रसित होने की सूचना प्राप्त हो रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने संक्रमण की अवधि में मृत शिक्षको के लिए कोविड पॉजिटिव प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग करते हुए आगे कहा कि चुनाव अवधि में कार्मिक की सेवा का चुनाव में अधिग्रहण करने के पश्चात 50 लाख रुपये की बीमा धनराशि फिक्स हो जाती है इस संदर्भ में उच्च न्यायालय ने भी मृतक कर्मी के आश्रितों को कम से कम एक करोड़ रुपये की धनराशि से कंपनसेट करने के संबंध में टिप्पणी भी की जो समयानुकूल और स्वागत करने योग्य और हर आईना न्यायसंगत है। ऐसी दशा में उन्होंने संक्रमित शिक्षको के समुचित इलाज की व्यवस्था तथा मृतक आश्रित को अविलम्ब योग्यतानुसार नॉकरी देने की मांग की है ताकि उनके परिवार जन को किसी भी प्रकार का आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े। अन्यथा बाध्य होकर संघ को आन्दोलन का सहारा लेना पड़ेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ।

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