डासना के महंत को गिरफ्तार करने की उठी मांग
संगठन के लोग पहले ख्वाजाकुतुब स्थित कार्यालय पर जमा हुए, यहां से संगठन के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद अब्दुल्ला रजा कादरी के नेतृत्व में रवाना हुए। कार, बाइक और पैदल लोगों का यह जुलूस कलक्ट्रेट तक पहुंचना था, इससे पहले ही पुलिस ने नावेल्टी चौराहे पर ही जुलूस को रोक लिया। उनका कहना था कि आज राम बरात भी निकलनी है, लिहाजा आप लोग यहीं ज्ञापन दे दें। प्रदर्शनकारी वहीं पर ज्ञापन सौंप कर वापस चले गए। यह प्रदर्शन आरएसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अदनान रजा कादरी के सरपरस्ती में संपन्न हुआ। इसमें संगठन के तमाम कार्यकर्ता शामिल रहे।
वहीं दूसरी तरफ जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद साहब पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले महंत के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। मौलाना मदनी का कहना है कि देश में फसाद फैलाने वाले तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। अपने बयान में मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि दिल्ली स्थित प्रेस क्लब आफ इंडिया में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा इस्लाम व पैगंबर मोहम्मद साहब के प्रति अमर्यादित टिप्पणी करने से मुस्लिम समाज में भारी रोष बना हुआ है। नरसिंहानंद का इस प्रकार की टिप्पणी करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी वे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी करते रहे हैं, लेकिन आज तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। इसके साथ ही जमीयत पदाधिकारियों की ओर से थाना आईपी स्टेट में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
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