महागिरजा समेत चर्चेज में येरुसलम की घटना का हुआ जिक्र
वाराणसी १० अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। ईसाई समाज ने प्रभु यीशु के यरुसलम में आने की खुशी में रविवार को खजूर इतवार मनाया। इस मौके पर गिरजाघरों को खजूर की पत्तियों से सजाया गया था। साथ ही विशेष प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में मसीही समुदाय के लोगो ने शिरकत की। आयोजन के दौरान महागिरजा समेत चर्चेज में येरुसलम की उस घटना का जिक्र जब प्रभु यीशु यरुशलम में राजाओं की तरह प्रवेश किया था।
इस दौरान सेंट मेरीज महागिरजा में बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में जुलूस निकाला गया तो फादर विजय शांति राज के संयोजन में प्रार्थना सभा हुई। ऐसे ही लाल गिरजा से पादरी संजय दान, चर्च आफ बनारस में पादरी बेन जान, राम कटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी दशरथ पवार, पादरी नवीन ज्वाय, सेंट पाल चर्च में पादरी सैम जोशुआ, सेंट थॉमस चर्च में पादरी न्यूटन स्टीवन्स व विजेता प्रेयर मिनीस्ट्रीज में पादरी ने अजय कुमार पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराया। ऐसे ही बनारस और आसपास के तमाम गिरजाघरों में खजूर की डालियों संग जुलूस निकाला गया। मसीही विश्वासी खजूर की डालियां लेकर चर्च जायें और धार्मिक अनुष्ठान में शामिल हुए। संडे को जुलूस सम्पन्न होने के साथ ही सोमवार से दुःख भोग सप्ताह की शुरुआत होगी। कोविड काल के बाद पहली बार यह पर्व जोश और उत्साह से मनाया गया।
दरअसल खजूर इतवार प्रभु यीशु के यरुशलम में प्रवेश करने की खुशी में मनाया जाता है। उस दौर में येरुशलम के लोगों ने उनका स्वागत खजूर की डालियां लहरा कर राजा की तरह किया था। उनकी इसी याद के रूप में पाम संडे मनाया जाता है। अब 14 अप्रैल को पवित्र गुरुवार होगा तो 15 अप्रैल को गुड फ्रायडे मनाया जाएगा। 17 को प्रभु यीशु मसीह के जी उठने की खुशी में ईस्टर मनेगा।
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