सेंट मेरीज़ महागिरजा घर से निकला जुलूस
- मसीही समुदाय ने जलाई कैंडिल
- पूजन विधि का हुआ समापन
- अगले इतवार से शुरु होगा आगमन
वाराणसी 21नवंबर (dil india live)। इतवार को कैथोलिक मसीही समुदाय के लोगों ने उल्लासपूर्ण मौहाल में ख्रीस्त राजा का पर्व मनाया। इसी के साथ वर्ष 2021 की चर्च पूजन विधि का समापन हो गया। अब प्रभु यीशु के आगमन की तैयारियां 27 नवंबर से शुरु हो जाएंगी। क्रिसमस के पूर्व पड़ने वाले 4 इतवार को आगमन काल कहते हैं। 27 से आगमन काल का आगाज़ हो जायेगा।
ख्रीस्त राजा के पर्व पर इतवार को चर्च के बाद शाम में कैंडिल लाइट के साथ धूमधाम से जुलूस निकला। जुलूस की अगुवाई वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप डा. यूजिन जोसेफ कर रहे थे। इस दौरान सेंट मेरीज़ महागिरजा घर के पुरोहित फादर विजय शांतिराज, फादर फिलिप डेनिस, फादर सुसाई राज, फादर हेनरी, फादर जान, सिस्टर एन वीटा, सिस्टर अंजू, सिस्टर मंजू, सिस्टर तारा, फादर मुकुल, राकी आदि मिस्सा बलिदान में शामिल हुए।
क्या बोले बिशप
बिशप ने अपने संदेश में कहा कि प्रभु यीशु ख्रीस्त ने अपने समय में कभी खुद को राजा के रूप में प्रस्तुत नहीं किया। लेकिन, विश्वासियों ने उनकी शिक्षा और जीवन को मुक्तिदाता और नबी के रूप में स्वीकार किया।
जाने क्या है इतिहास
साल 1925 में संत फादर पायस द्वारा ख्रीस्त राजा का पर्व मनाने की घोषणा की गई थी। तभी से यह पर्व मनाया जा रहा है। मान्यता के अनुसार वर्ष के अंतिम पूजन रविवार को ख्रीस्त राजा का पर्व मनाया जाता है। हमारा विश्वास है कि यीशु राजा के रूप में प्रेम, शांति और भाईचारा का संदेश देने निकलते हैं।
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