बुधवार, 17 नवंबर 2021

सरकार ग़ौसे आज़म थे पैदाइशी वली

दावते इस्लामी के जलसे में जुटे लोग, हुई तकरीर


वाराणसी 16 नवंबर (dil india live)। जश्ने गौसुल वारा का जलसा दालमंड़ी में मसजिद रंगीले शाह में अकीदत व एहतराम के साथ किया गया। दावते इस्लामी की ओर से हुए जलसे में प्रमुख इस्लामी विद्वानों ने सरकार शेख अब्दुल कादिर जिलानी रहमुतल्लाह अलैह की जिन्दगी और उनके करामात पर रौशनी डाली। मो. महमूद साहब ने कहा कि ग़ौसे आज़म वो पैदायशी वली हैं जिन्होंने मां के पेट में रहते हुए पाक कुरान के 18 पारे याद कर लिया था। अगर ग़ौसे पाक के बताये रास्ते पर इंसान चले तो उसकी ज़िंदगी और आखिरत दोनों सवर जायेंगे। इस मौके पर मुबारक अत्तारी, मो. फारुक, मो. सादिक, कारी अब्दुल कादरी, मो. उमर अत्तारी, सलमान अत्तारी आदि ने शिरकत किया। लोगों का खैरमखदम डा. साजिद ने किया तो शुक्रिया मसजिद के इमाम मो. सऊद अत्तारी ने किया।

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