मंगलवार, 23 मार्च 2021

गांधी जी भगत सिंह के मार्ग अलग लेकिन लक्ष्य एक था

युगों तक युवाओं को प्रेरणा देगा भगत सिंह का जीवन

एनएसएस का तीसरा दिन रहा शहीदों के नाम

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। डीएवी पीजी काॅलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना की आठों इकाईयों द्वारा चल रहे सप्ताहव्यापी विशेष शिविर के तीसरे दिन विभिन्न सत्रों में आनलाइन व्याख्यान आयोजित हुए, उसके साथ ही स्वयंसेवकों द्वारा काव्यपाठ एवं भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ। प्रथम सत्र में सामाजिक कार्यकर्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट डाॅ. धनंजय त्रिपाठी ने शहीद दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गांधी और भगत सिंह के मार्ग अवश्य अलग थे लेकिन दोनों का लक्ष्य एक ही था। दोनों ने देश को स्वाधीन देखने के लिए साधना की। भगत सिंह का जीवन युवाओं के लिए युगों युगों तक आदर्श और प्रेरणा प्रदान करने वाला रहेगा।

द्वितीय सत्र में हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. राकेश कुमार द्विवेदी ने स्वतंत्रता संघर्ष और हिन्दी पत्रकारिता विषय पर स्वयंसेवकों को विस्तृत जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आजादी के पूर्व पत्रकारिता का मूल उद्देश्य ही स्वतंत्रता आन्दोलन का नेतृत्व करना था। महात्मा गांधी, भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, प्रताप नारायण मिश्र, मुंशी प्रेमचन्द्र आदि विभूतियों ने साहित्य के साथ साथ पत्रकारिता को भी स्वाधीनता आन्दोलन का बड़ा हथियार बनाया। तीसरे सत्र में स्वयंसेवको द्वारा शहीदों को समर्पित काव्यपाठ एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजन कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. मीनू लाकड़ा ने किया। स्वागत डाॅ. अखिलेन्द्र कुमार सिंह, डाॅ. प्रतिमा गुप्ता एवं डाॅ. शिवनारायण ने किया। संचालन डाॅ. शशिकान्त यादव एवं राकेश कुमार मीना तथा धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. सिद्धार्थ सिंह तथा डाॅ. नजमूल हसन ने दिया।

1 टिप्पणी:

Imtiyaz khan ने कहा…

I. Love sardar bhagat sings

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