सोमवार, 23 सितंबर 2024

सुप्रसिद्ध शायर सुलेमान आसिफ़ चरित्र निर्माण के श्रेष्ठ नायक थे- मो. अब्दुस्समी

"प्रिज्म ऑफ़ जीसस" के शाहकार सुलेमान आसिफ़ का जन्म दिन मनाया गया 


Varanasi (dil India live). उर्दू जगत के सुप्रसिद्ध शायर मरहूम सुलेमान आसिफ़ के रग रग में हिंदुस्तानी तहज़ीब रची-बसी थी। वो चरित्र निर्माण के महान नायक थे। ये बातें मशहूर उर्दू स्कॉलर मुहम्मद अब्दुस्समी ने कही, मौक़ा था विश्व प्रसिद्ध पुस्तक" प्रिज्म ऑफ़ जीसस" के शाहकार प्रसिद्ध शायर स्व सुलेमान आसिफ़ के जन्म दिन के भव्य समारोह का। जिसका आयोजन मदर हलीमा फाउंडेशन ने किया। मो० अब्दुस्समी ने  शायर सुलेमान आसिफ़ के चरित्र, संस्कृति और शायरी के विभिन्न आयाम का सुन्दर वर्णन किया। इस समारोह में मदर हलीमा सेन्ट्रल स्कूल के डॉयरेक्टर नोमान हसन ने अपने संबोधन में कहा कि आसिफ़ साहब द्वारा स्थापित मदर हलीमा सेंट्रल स्कूल शिक्षा के प्रति प्रेम तथा हिंदुस्तानी तहजीब का एक खूबसूरत तोहफ़ा है। 

शबाना उस्मानी ने कहा कि आसिफ़ साहब ने हिंदुस्तानी तहज़ीब को ज़मींदोज़ कर देने वाले तूफ़ान को भाँप लिया था और इस खूबसूरत तहज़ीब को बचाने के लिये जीवनपर्यंत चरित्र निर्माण  पर बल देते रहे। प्रवक्ता इमरान हसन ने कहा कि आसिफ़ साहब का साहित्य धार्मिक एकता, सहिष्णुता और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है । नई नस्लों के लिये उनका साहित्य  शोध का विषय है। फ़रह जमाल ने आसिफ़ साहब के गज़लों की प्रस्तुति कर खूब तालियाँ बटोरीं। 

इस मौके पर प्रमुख वक्ताओं में अबूजर सिद्दीकी, सुबहान हसन, शबी हेरा, इस्मत जहां, अंजना गुप्ता, सोनी, अंजली प्रजापति, अरीबा अली, फहीमा, रिम्शा, मुस्कान जयसवाल, शिप्रा मिश्रा, नेहा जयसवाल आदि प्रमुख रहे। डॉयरेक्टर नोमान हसन ने मुख्य अतिथि अब्दुस्समी को "कैरेक्टर गाउन" पहनाया। इस समारोह में विशेष रूप से डॉक्टर खन्ना, अफसर जमाल, आलिया तसनीम, डा रशिक़ा, जीशान ख़ान, अदीबा आदि मौजूद रहे। समारोह का संचालन मदर हलीमा की वाइस प्रिंसिपल शालिनी सिंह ने किया।

रविवार, 22 सितंबर 2024

नातिया कलाम पर झूमते रहे नबी के दीवाने,

जश्ने ईद मिलादुन्नबी की धूम 

-अंजुमनों के खूबसूरत सजावट, बेहतरीन नातिया शायरी का लोगों ने लिया लुत्फ 




Varanasi (dil India live)। नबी के जश्न का दौर शहर भर में जारी है। ईद मिलादुन्नबी के मुख्य आयोजन के बाद अब मुहल्लों में नबी का जश्न मनाया जा रहा है। इसी फेहरिस्त में शिवाला में जश्ने ईद मिलादुन्नबी की पूरी रात धूम रही। शनिवार को देर रात से इतवार को फजर की नमाज तक अंजुमनों के नातिया कलाम पर नबी के दीवाने झूमते रहे। 


इमामबाड़ा दूल्हा कासिम नाल से लेकर रथखाने तक छह डायस लगाएं गये थे। जहां से तकरीबन पचास अंजुमनों ने अपने कलाम से लोगों को फैजयाब किया। शिवाला की खूबसूरत सजावट के बीच बेहतरीन नातिया शायरी का लोगों ने लुत्फ उठाया। अंजुमन 

रिजवानिया शिवाला की ओर से हुए आयोजन में पूरी रात बस नबी नबी की ही चर्चा तरन्नुम में होती रही। मुहम्मद ख़ालिद सिद्दीक़ी ने बताया कि नूर मोहम्मद राजू, नेसार अहमद, रिज़वान खां , ईमाम रज़ा, शानू खां, शेख सेराज अहमद, ईकराम खां, सैय्यद राशिद अली, बबलु, महफूज खां, अज़हर खां आदि व्यवस्था संभाले हुए थे।

शनिवार, 21 सितंबर 2024

खुशमिजाजी के कारण वाराणसी में डिमेंशिया के मरीज कम- प्रो. सत्यगोपाल

विश्व अल्जाइमर दिवस पर डीएवी में हुई संगोष्ठी

Varanasi (dil India live)। विश्व अल्जाइमर दिवस के अवसर पर शनिवार को डीएवी पीजी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य एवं डिमेंशिया के विषय विशेषज्ञ प्रो. सत्यगोपाल जी ने कहा कि डिमेंशिया कोई अभिशाप नही है, इसे नियंत्रित किया जा सकता है बशर्ते मरीज के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए, उन्हें अपनेपन का एहसास दिलाएं और कभी अकेला ना छोड़े। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था में अल्जाइमर के रोगी ज्यादा मिलते है, जिनमे भूलने की बीमारी बढ़ जाती है। स्वयं द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार प्रो. सत्यगोपाल ने बताया कि वाराणसी में डिमेंशिया अल्जाइमर के रोगी काफी कम है, इसके पीछे का मुख्य कारण उनका खुशमिजाज जीवन शैली है साथ ही साथ तीज त्योहार, धार्मिक उत्सवों की अधिकता और उम्रदराज लोगों के साथ अच्छा व्यवहार भी है। वहीं जम्मू कश्मीर राज्य में सबसे अधिक डिमेंशिया के मरीज मिले, जिसका मुख्य कारण लंबे समय से स्थानीय लोगों में उत्साह की कमी और हिंसा, आतंकवाद के कारण एक दूसरे से कमतर संपर्क रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती उम्र में डिमेंशिया अल्जाइमर से बचना है तो नियमित रूप से कम से कम आठ घण्टे की नींद लेना बेहद जरूरी है। 

अध्यक्षता करते हुए उपाचार्य प्रो. मिश्रीलाल ने कहा कि जीवन शैली में बदलाव भी इस तरह की बीमारियों का प्रमुख कारण है, व्यवहारिक पक्ष देखें तो एकाकी परिवार का बढ़ता चलन भी इसके लिए जिम्मेदार है। इस अवसर पर एम.ए. की विद्यार्थी मिनहाज और युक्ति ने अल्जाइमर पर कविता भी सुनाईं। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया।संयोजन विभागाध्यक्ष प्रो. ऋचारानी यादव ने किया। संचालन डॉ. अखिलेन्द्र कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कल्पना सिंह ने किया। कार्यक्रम में डॉ. ऐश्वर्या उपाध्याय, डॉ. अनुप्रिया सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल रहे।

शुक्रवार, 20 सितंबर 2024

junior football में मदन मोहन मालवीय स्टेडियम 'ए' चैंपियन




Allahabad (dil India live). खेल निदेशालय, लखनऊ के निर्देशानुसार19-20 सितम्बर, को जिला स्तरीय जूनियर बालक फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन मदन मोहन मालवीय स्टेडियम, प्रयागराज में किया गया। इस दौरान प्रथम सेमीफाइनल मैच यूथ फुटबाल एकेडमी एवं संगम सिटी फुटबाल एकेडमी के मध्य खेला गया, जिसमें संगम सिटी फुटबाल एकेडमी के उत्कर्ष ने 27 वें मिनट में एवं अनवार अहमद ने 63 वें मिनट में गोल कर टीम को 2-0 से विजेता बनाया। द्वितीय सेमीफाइनल मैच मदन मोहन मालवीय स्टेडियम - ए एवं नेशनल फुटबाल एकेडमी के मध्य खेला गया, जिसमें मदन मोहन मालवीय स्टेडियम - ए के रितिक ने 55 वें मिनट एवं रिषभ ने 68, 74 वें मिनट में गोल करकर 3-0 से न सिर्फ बढ़त हासिल की बल्कि विजेता भी बनी।

फाइनल मैच संगम सिटी फुटबाल एकेडमी एवं मदन मोहन मालवीय स्टेडियम्-ए के मध्य खेला गया, जिसमें मदन मोहन मालवीय स्टेडियम अपने शानदार प्रदर्शन के बूते 1-0 से विजेता रही। जिसमें कार्तिकेय द्वारा विजयी गोल किया गया।

सभी विजेता व उपविजेता खिलाडियों को मुख्य अतिथि शादाब रजा, उत्तर प्रदेश फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान व प्रशिक्षक एवं विशिष्ट अतिथियों मो० शाहिद राष्ट्रीय खिलाडी, श्री सतीश पटेल, राष्ट्रीय खिलाड़ी द्वारा सयुक्त रूप से पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता का संचालन स्टेडियम के फुटबॉल प्रशिक्षक संजय कुमार सिंह द्वारा किया गया।

इस अवसर पर देवी प्रसाद, सत्येन्द्र सिंह, आशीष कुमार यादव,  प्रेम कुमार, जितेन्द्र कुमार, मो० आमिर खान, प्रथम निषाद, अभय प्रताप श्रीमाली, कार्तिकेय शर्मा, रौनक कुमार आदि लोग उपस्थित रहे। इससे पहले अरविन्द कुमार सोनकर, उप कीड़ाधिकारी प्रयागराज द्वारा खिलाडियों से परिचय प्राप्त किया गया।

गुरुवार, 19 सितंबर 2024

Anjuman Ummat-e-Rasul-e-Karim केडायस पर इनामात से नवाज़ी गई कई अंजुमने

और खूबसूरत सजावट व भव्‍य आयोजन का किया गया ऐलान 


Varanasi (dil India live). नबी की पैदाइश का जश्न मनाएं जाने का सिलसिला मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जारी है। अलग अलग मुहल्लों में अंजुमनों द्वारा ईद मिलादुन्नबी का जश्न और नातिया मुकाबला किया जा रहा है। इसी मुबारक मौक़े पर अंजुमन उम्मती रसूले करीम के अध्यक्ष मोहम्मद इरफ़ान खान ने शहर की विभिन्न अंजुमनों को  ईद मिलादुन्नबी पर शहर को सजाने और जुलूस निकालने व नातिया बेहतरीन शायरी करने पर  योगदान के लिये इनामात से नवाजा और उनके कार्यो की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर इससे भी खूबसूरत सजावट व भव्‍य आयोजन किया जाएगा जिसमें सभी अंजुमनों के साथ मिलकर परामर्श किया जाएगा। कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों सहित  अंजुमन उम्मते रसूले करीम के सभी कार्यकर्ता व सहयोगी विशेष रूप से गुलाम ग़ौस, मोहम्मद फ़ैज़, असद खांन, शकील अहमद, रहमत अली, क़मर इक़बाल, अमन अहमद, आदिल खान, सैफ़ खान आदि मौजूद थे।

Varanasi की बहू को CM बनाकर क्या संकेत देने जा रहे हैं केजरीवाल

राजनीति से पहले आतिशी रहती थी लंका इलाके में 

दिल्ली की भावी मुख्यमंत्री आतिशी 

Varanasi (dil India live). Delhi की भावी मुख्यमंत्री आतिशी का बनारस से न सिर्फ गहरा नाता है बल्कि आतिशी वाराणसी की बहू भी हैं। उनके पति बीएचयू के निकट लंका थाना क्षेत्र में रहते। शायद यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली का सीएम वाराणसी में  गहरी दखल रखने वाली आतिशी को बनाया है। सियासी सोच और समीकरण कब और कहां कैसे सटीक बैठेगा यह तो सियासतदां ही जानते हैं मगर बनारस की बहू आतिशी को सीएम बनाएं जाने के ऐलान के बाद से ही तमाम लोग उसे अलग अलग चश्मों से देख रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार जनार्दन सिंह कहते हैं कि भले ही आज आतिशी पूरा देश जानता हो, लेकिन उनके पति के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। कुछ को तो ये भी नहीं पता कि आतिशी की शादी भी हुई है। आतिशी का बनारस और पूर्वांचल से गहरा नाता है। वह काशी की बहू हैं। मूलरूप से मिर्जापुर के मझवां ब्लॉक के अनंतपुर गांव के रहने वाले उनके पति प्रवीण सिंह का पूरा परिवार लंबे समय से वाराणसी के लंका क्षेत्र में निवास करता है। पति प्रवीण सिंह समाज सेवा से जुड़े हैं। उन्होंने आईआईटी Delhi से इंजीनियरिंग और आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के बाद सोशल वर्क की राह पकड़ी।
दरअसल आतिशी और प्रवीण की शादी 2006 में बनारस में ही धूमधाम से हुई थी। Delhi की सक्रिय राजनीति में आने से पूर्व तक आतिशी का काशी ही स्थायी ठिकाना हुआ करता था। प्रवीण बनारस के पढ़े-लिखे, बौद्धिक और प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते हैं।

- तो 21 को है शपथ ग्रहण!

सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी के विधायक दल ने नई मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की कोई तारीख प्रस्तावित नहीं की है। अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था और आतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था। आतिशी पार्टी के शेष कार्यकाल के लिए सरकार का नेतृत्व करेंगी। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने संकेत दिया कि आतिशी का शपथ समारोह राजभवन निवास में आयोजित होने की संभावना है। शपथ ग्रहण समारोह सादा रहने की उम्मीद है। एलजी सचिवालय के एक सूत्र के अनुसार, वीके सक्सेना ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे एक आधिकारिक नोट में 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी के शपथ ग्रहण की तिथि प्रस्तावित की है।

बुधवार, 18 सितंबर 2024

अखिलेश-ओवैसी के खिलाफ याचिका खारिज

ज्ञानवापी प्रकरण में आया कोर्ट का फैसला 

Varanasi (dil India live)। ज्ञानवापी प्रकरण में सपा प्रमुख अखिलेश यादव, एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर दाखिल प्रार्थना पत्र पर लंबित पुनरीक्षण याचिका अपर जिला जज (नवम) विनोद कुमार की अदालत ने निरस्त कर दिया। उक्त जानकारी बुधवार को कचहरी परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव के अधिवक्ता अनुज यादव ने दी। 

अधिवक्ता अनुज यादव ने बताया कि पुनरीक्षण याचिकाकर्ता हरिशंकर पांडेय ने अखिलेश और ओवैसी के बयान को हेट स्पीच की श्रेणी में मानते हुए एसीजेएम पंचम (एमपी-एमएलए) उज्ज्वल उपाध्याय की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। आरोप लगाया था कि इन नेताओं ने अमर्यादित एवं गैर कानूनी बयान देकर हिंदू समाज के प्रति घृणा फैलाने का आपराधिक कृत्य किया है। अदालत ने 14 फरवरी 2023 को प्रार्थना पत्र सुनवाई योग्य (पोषणीय) न मानते हुए निरस्त कर दिया था। इस आदेश के खिलाफ हरिशंकर पांडेय ने पुनरीक्षण याचिका दाखिल की थी। हरिशंकर पांडेय ने मामले में

अखिलेश, ओवैसी के साथ मुफ्ती-ए- बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी, अंजुमन इंऎजामिया के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल वाकी, संयुक्त सचिव एसएम यासीन सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी। सुनवाई के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव के अधिवक्ता अनुज यादव व एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के वकील एहतेशाम आब्दी ने उक्त बयान को हेट स्पीच मानने से इन्कार किया था। साथ ही अपने कथन के समर्थन में उच्च न्यायालय व उच्चतम न्यायालय की कई नजीरें कोर्ट में पेश की थी। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने व पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों के अवलोकन के बाद आरोप निराधार पाते हुए याचिका निरस्त कर दी।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...