गुरुवार, 11 फ़रवरी 2021

Ash Wednesday संग शुरु होगा 40 दिन का ईसाई रोज़ा

Ash Wednesday :

क्यों मनाया जाता है यहां जाने

17 फरवरी से इस बार महाउपवास होगा शुरु

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। ऐश वेडनेस डे संग 40 दिन का ईसाई रोज़ा 17 फरवरी बुधवार से इस बार शुरु होगा। विश्व भर के ईसाई ऐश वेडनेसडे से 40 दिन के उपवास की शुरुआत करते हैं। ऐश वेडनेसडे यानी राख बुधवार प्रभु यीशु के दुख भोग के रुप में मनाया जाता है। इन 40 दिनों तक ईसाई वर्ग भगवान से प्रार्थना करते हैं। लेंड के पवित्र समय के दौरान लोग प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हैं। ईसा मसीह ने 40 दिन का व्रत रखा था, उनके 40 दिन के व्रत को त्याग, बलिदान के रुप में मनाया जाता है। इन 40 दिनों में मसीही समुदाय ईसा मसीह द्वारा क्रूस पर दिये बलिदान को याद किया जाता है। इसका मकसद भगवान पर भरोसा करना होता है। लेंट को त्याग और मंथन के रुप में जाना जाता है। इस दौरान मसीही अहंकार को दूर करते हुए जहां पुण्य कार्यों में लगे रहते है वही महाउपवास काल के दौरान गुप्त दान भी खूब किया जाता है।

क्या है ऐश वेडनेस डे

ऐश वेडनेसडे ईसाई समुदाय का वो पवित्र दिन होता है। जिस दिन माथे पर पवित्र राख लगाकर मसीही चालीस दिनी महाउपवास की शुरुवात करते हैं। प्रभु यीशु के प्रति मसीही अपनी आस्था दिखाते हैं। पादरी आदित्य कुमार कहते है कि ऐश वेडनेसडे ईसाई वर्ग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है। ऐश वेडनेसडे से लेंट काल की शुरुआत होती हैं। यह पूरा समय ही आत्म मंथन का होता है, इस चालीस दिन को मसीही प्रभु यीशु के नाम कर देते है, प्रभु की आराधना, गुप्त दान आम हो जाता है।

मिट्टी में मिल जाओगे

राख बुधवार के दिन कैथलिक ईसाई पवित्र राख से माथे पर क्रूस का निशान बनाते हुए ईसा मसीह को याद करते हैं। इस दौरान पुरोहित माथे पर राख लगाते हुए लोगों को याद दिलाते है कि तुम मिट्टी हो और मिट्टी में मिल जाओगे। इसके साथ लोगों को अंहकार छोड़कर अच्छी सीख दी जाती है। 

28 को पाम संडे, 2 अप्रैल को गुड फ़्राई डे


17 Feb. 2021 : Ash Wednesday

28 March 2021 : Palm Sunday

01 April 2021 : Maundy Thursday

02 April 2021 : Good Friday

03 April 2021 : Holy Saturday

04 April 2021 : Easter Sunday

बुधवार, 10 फ़रवरी 2021

25 वीं अखिल भारतीय डाक कैरम प्रतियोगिता का हुआ आगाज़





केडी सिंह बाबू स्टेडियम में जुटे दिग्गज खिलाड़ी

लखनऊ(दिल इंडिया लाइव)। 25वीं अखिल भारतीय डाक कैरम प्रतियोगिता का 9 फरवरी, 2021 को लखनऊ के केडी सिंह बाबू  स्टेडियम में शुभारम्भ किया गया। इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि श्री रुद्र प्रताप सिंह, पूर्व सदस्य भारतीय क्रिकेट टीम ने शिरकत कर सभी प्रतिभागियों और खेल प्रेमियों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में विभिन्न डाक परिक्षेत्रों के पोस्टमास्टर जनरल सर्वश्री एस के स्वाइन आकाशदीप चक्रवर्ती विनोद कुमार वर्मा, संजय सिंह, कृष्ण कुमार यादव, महाप्रबंधक वित्त आर के वर्मा मंचासीन रहे। कार्यक्रम के आरम्भ में विभिन्न परिमण्डलों की टीम ने मार्च पास्ट किया और चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने ध्वजारोहण कर सलामी ली। मेजबान उत्तर प्रदेश कैरम टीम के कप्तान मोहम्मद ओवैस ने सभी टीमों को शपथ दिलाई। इस प्रतियोगिता में 17 राज्यों के 144 कैरम खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनके बीच 13 फरवरी तक टीम और वैयक्तिक स्तर पर कुल 425 मैच खेले जायेंगे। प्रथम दिन कुल 93 मैच खेले गए। 

इस अवसर पर चीफ पोस्टमास्टर जनरल श्री कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि कैरम का खेल जीवन के कई सबक सिखाता है। टीम भावना और अनुशासन के साथ किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है। खिलाड़ियों को अंतिम समय तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने उत्तर प्रदेश में इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता के आयोजन पर ख़ुशी भी जताई।

इस अवसर पर अपने संबोधन में विशिष्ट अतिथि एवं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य श्री रूद्र प्रताप सिंह ने कहा कि केडी सिंह बाबू स्टेडियम से मेरा आत्मीय नाता रहा है क्योंकि अपने गृह जनपद रायबरेली से लखनऊ पहली बार इसी स्टेडियम में आया था। उन्होंने डाक विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से श्रेष्ठ खिलाड़ी आगे आएंगे। अनुशासन सिर्फ खेल मैदान पर ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत व सामाजिक जीवन में भी होना चाहिये।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण इलाहाबाद परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री सुवेंदु कुमार स्वाइन और आभार ज्ञापन वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किया।

 इस अवसर पर निदेशक डाक सेवाएँ शाहनवाज़ अख्तर, सुनील कुमार, सतर्कता अधिकारी शशि कुमार उत्तम, प्रवर डाक अधीक्षक आलोक ओझा, चीफ पोस्टमास्टर आर. एन. यादव, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक एजीएम अविनाश सिन्हा स्मृति श्रीवास्तव, सहायक निदेशक खेल एवं कल्याण विनीत कुमार शुक्ला, खेल विकास अधिकारी नुपुर सिंह सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी व खिलाड़ी उपस्थित थे।

मंगलवार, 9 फ़रवरी 2021

मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत प्यारे मियां का कानपुर में एक्सीडेंट

खानकाह शक्कर तालाब के हैं सज्जादानशीं

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। कानपुर के पास, राजस्थान से आते समय, खानकाह शक्कर तालाब के सज्जादानशी, मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत, प्यारे मियां का एक्सीडेंट होने की खबर आ रही है। मुफ़्ती मोइनुद्दीन अहमद फ़ारूक़ी, प्यारे मियाँ और उनके साहबज़ादे हज़रत ताबिश मियाँ और कुछ अन्य जो हज़रत के साथ कार में थे। इस कार दुर्घटना में घायल हो गए। उन्हें कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह खबर सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। सभी से दुआ की अपील खबर में की गई है।

सोमवार, 8 फ़रवरी 2021

बैग पाकर खुशी से उछल पड़े बच्चे


स्कूल खुलने से पहले ही मिला बच्चो को बस्ता

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव/नवीन कुमार दुबे)। विकास खंड चिरईगांव के प्राथमिक विद्यालय गौराकला में सोमवार को छात्र एवं छात्राओं को निःशुल्क बैग वितरित किया गया, स्कूल खुलने के पहले ही बैग पाकर बच्चे खुशी से उछल पड़े। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रिंसिपल आरती देवी ने व संचालन श्रीमती अनीता सिंह ने किया।

      बैग वितरित करते हुए मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान श्री अनिल कुमार मौर्य एडवोकेट ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय गौराकलां मैं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है हमने देखा कि सभी अध्यापक खुशी से नवाचार के जरिए शिक्षण कार्य करते हैं, कोरोना कॉल में भी मेरा घर मेरा स्कूल के जरिए बच्चों को शिक्षा दी जा रही है,बच्चों से कहा कि स्कूल खुलते ही समय से आप सभी लोग नहा धोकर साफ सफाई के साथ विद्यालय आएंगे,शासन के आदेशानुसार 1 मार्च से विद्यालय खुल जाएगा।

        इस अवसर पर "अटेवा" पेंशन बचाओ मंच के जिला सह संयोजक एहतेशामुल हक ने कहा कि सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं सभी बच्चों को निशुल्क पुस्तक निशुल्क ड्रेस निशुल्क बैग निशुल्क स्वेटर और निशुल्क जूता व मोजा उपलब्ध कराया गया है, विद्यालयों का कायाकल्प के जरिए चमका दिया गया है, अब सिर्फ स्कूल खुलने का इंतजार है। अध्यक्षीय संबोधन में प्रिंसिपल श्रीमती आरती देवी ने कहा कि सभी अभिभावक अपने बच्चों का पूरा पूरा ध्यान दें और अध्यापकों द्वारा जो गृहकार्य दिया जाता है उसको पूरा कराने का प्रयास करें, बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं इन को आगे बढ़ाना और शिक्षा देना हमारा कर्तव्य है।

       निशुल्क बैग वितरण के अवसर पर प्रबंध समिति की अध्यक्ष श्रीमती अनीता देवी, प्रिंसिपल आरती देवी, एहतेशामुल हक,अनीता सिंह,सादिया तबस्सुम,शशि कला,शक्ति कुमारी,प्रमिला सिंह,संजय,सोनी,रीता,आशा,प्रेम इत्यादि मौजूद थे।

प्रेम, भाईचारा और सौहार्द्र की गौरवशाली परम्परा का देश है भारत : डॉ. मोहम्मद आरिफ



कार्यशाला में जन अधिकारों के प्रति सचेत रहने पर ज़ोर  

पंचायती चुनावों में युवा अपनी भूमिका को समझें और योग्य प्रत्याशियों का चयन करें : वल्लभाचार्य

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव) । सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट के तत्वावधान में  भंदहा कला गाँव में आयोजित दो दिवसीय जन अधिकार कार्यशाला में आपसी सौहार्द, एकता और शांति पर जहां जोर दिया गया वहीं प्रदेश में आगामी पंचायती चुनाव, तीन कृषि कानूनों,  खाद्य  सुरक्षा कानून और समाज में बढ़ते वैमनस्य एवं नफरत के माहौल के दृष्टिगत चर्चा भी की हुयी। वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि हमारा संविधान हमे समानता के साथ जीने का अधिकार देता है और अनेक जन अधिकार ऐसे हैं जिन्हें जनता को अपनी बेहतरी के लिए प्रयोग करना चाहिए।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए वरिष्ठ गांधीवादी विचारक डॉ. मोहम्मद आरिफ ने कहा कि  भारत आपसी प्रेम, भाईचारा और सौहार्द्र की गौरवशाली परम्परा का देश है दुर्भाग्य से कुछ मुट्ठी भर लोग इस विरासत को नकारने पर जुटे हुए है। ये कौन लोग है जो हमारी इस पवित्र विरासत के दुश्मन बने हुए हैं। यह इतिहास का साधारण प्रश्न नही बल्कि हमारे अस्तित्व का प्रश्न है। हमें इन्हें पहचानना होगा। यदि इस मिली-जुली सह अस्तित्व की भावना,जो हमारी राष्ट्रीय धरोहर है, को बचाये रखना है तो ऐसी ताकतों से न केवल होशियार रहना होगा बल्कि इनके खिलाफ लामबंद भी होना होगा। 

किसान नेता राम जनम भाई ने कहा कि आज खेती किसानी घाटे के दौर में है ऐसे में स्वामीनाथन आयोग की संस्तुतियों को लागू होना आवश्यक है। किसानो की बेहतरी के लिए उनकी उपज का समर्थन मूल्य मिल पाना सुनिश्चित करना होगा।

आगामी पंचायती चुनावों के बारे में आगाह करते हुए कार्यक्रम संयोजक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा इन चुनावों में युवा अपनी भूमिका को समझें और योग्यतम प्रत्याशियों का चयन करें तभी हम अपने गाँव को आदर्श बना सकेंगे। अधिवक्ता प्रेम प्रकाश सिंह यादव ने कहा कि जन अधिकारों के प्रति सचेत रह कर ही हम मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकेंगे, हमे इन अधिकारों का व्यापक जन हित में प्रचार प्रसार करना चाहिए।

संचालन कर रहे वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्ता अरविन्द मूर्ति ने कहा कि असंगठित खेत्र अथवा भवन निर्माण में लगे मजदूरो, खेती किसानी  के कार्य में लगे भूमिहीन किसान व खेतिहर मजदूरों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली अति आवश्यक है वर्तमान दौर में कार्पोरेट घरानों के दबाव में इस व्यवस्था पर अस्तित्व का संकट आसन्न है, हमे इसे मजबूत करने के लिए तत्पर होना होगा.

कार्यशाला को कमलेश यादव, धनञ्जय त्रिपाठी, दिवाकर सिंह, दीन दयाल सिंह, उर्मिला विश्वकर्मा, हौशिला यादव, अजय पटेल, विनय सिंह, रमेश कुमार, राम बचन, राम किशोर चौहान, सीमा देवी आदि ने भी सम्बोधित किया।

शनिवार, 6 फ़रवरी 2021

पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग

पीएम मोदी की काशी में पत्रकारों ने दिया धरना, रखा उपवास

वाराणसी, 6 फरवरी(दिल इंडिया)। उत्पीड़न, झूठे मुकदमे, पत्रकारों की गिरफ्तारी, कलम पर बंदिश से क्षुब्ध काशी के पत्रकारों ने शनिवार को धरना और उपवास कर विरोध जताया साथ ही उत्पीड़न बन्द करने व पत्रकार सुरक्षा कानून अविलम्ब लागू करने की मांग की। काशी पत्रकार संघ के आह्वान पर शास्त्रीघाट  (वरुणा पुल) पर हुए इस धरना व उपवास में उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा), प्रादेशिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन, आॅल इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन, विधिक पत्रकार संघ, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन समेत अन्य कई पत्रकार संगठनों के लोग शामिल थे। भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य अशोक नवरत्न ने धरना स्थल पर पहुचकर विरोध प्रदर्शन को अपना नैतिक समर्थन दिया। 



धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने पत्रकारों के उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं की कड़ी निन्दा करते हुये सरकार को चेतावनी दी कि दमनात्मक कार्रवाई बन्द नहीं हुई तो इसके खिलाफ पूरे देश में आंदोलन शुरू किया जायेगा। वक्ताओं ने पत्रकारों पर लादे गये फर्जी मुकदमों को वापस लेने और कलम पर बंदिश पर विरोध जताया। वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में जिस तरह पत्रकारों के साथ दमनात्मक कार्यवाही हो रही है, उससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में पड़ गयी है। धरने के पश्चात अपनी मांगों से सम्बंधित एक ज्ञापन एसीएम चतुर्थ को सौंपा गया। प्रधानमंत्री को भेजे गये इस ज्ञापन में सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए मांग की गयी कि पत्रकारों के उत्पीड़न को बंद करने के साथ ही पत्रकार सुरक्षा कानून तत्काल लागू किया जाए।

धरना व उपवास में काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी, महामंत्री मनोज श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष देवकुमार केशरी, मंत्री पुरूषोत्तम चतुर्वेदी, वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष चंदन रूपानी, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार, विकास पाठक, सुभाषचन्द्र सिंह, पूर्व महामंत्री डा॰ अत्रि भारद्वाज, के अलावा सुरेश प्रताप, एके लारी, सुधीर गणोरकर, सुनील शुक्ला, रमेश चन्द्र राय, संदीप त्रिपाठी, विनय सिंह, जयनारायण मिश्र, डा॰ नागेन्द्र पाठक, संदीप गुप्ता के साथ ही नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट (इंडिया) के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डा॰ अरविन्द सिंह, उपजा के अध्यक्ष विनोद कुमार बागी, महामंत्री आनंद मिश्र, भारतेन्दु तिवारी, उपाध्यक्ष धीरेन्द्र नाथ शर्मा, राजेन्द्र जायसवाल, अनिल अग्रवाल, प्रदीप सिंह, आल इंडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष डा॰ राजकुमार सिंह, समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी, इंडियन एसोसिएशन आफ जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश सिंह विकास भी शामिल थे। बार काॅंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैन हरिशंकर सिंह ने धरना स्थल पर पहुंच कर पत्रकारों की मांगों को समर्थन दिया और कहा कि पत्रकारों की जायज मांगों के साथ अधिवक्ता समाज भी हर पल खड़ा रहेगा।

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2021

वेलेन्टाईन 2021: प्यार के पंछी भरने लगे उड़ान



रोज़ डे के साथ शुरु होगा वेलेन्टाईन वीक

वाराणसी (नवीन कुमार दुबे/दिल इंडिया)। इंतेज़ार की घड़ी जल्द खत्म होने वाली है। 7 फरवरी से वैलेंटाइन वीक का आगाज़ होगा। प्यार के पक्षी अभी से ही अपने युवा साथियों के साथ उड़ान भरते दिखाई दे रहे हैं। कोई प्रेमी के लिए गिफ्ट खरीद रहा है तो कोई किमती चाकलेट। प्रेमी प्रेमिकाओं का उत्‍सव जो आने वाला है। वेलेन्टाईन डे का क्रेज विदेशों से ज्यादा अब भारतीय लोगों में भी दिखाई देता है। 

आइये जाने कब है कौन सा डे

सात फरवरी को रोज डे, आठ फरवरी को प्रपोज डे, नौ फरवरी को चॉकलेट डे, दस को टेडी डे, ग्यारह फरवरी को प्रॉमिस डे, बारह फरवरी को किस डे, तेरह फरवरी को हग डे और चौदह फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाएगा। 

दरअसल 14 फरवरी वैलेंटाइन डे का वो खास दिन होता है, जिस दिन आशिक और माशुक अपने प्यार का इजहार करते है। प्यार और मोहब्बत के इस खास दिन को देखते हुए दुनिया भर का बड़ा छोटा बाजार भी इसे भूनाने में लगा जाता है। तरह तरह के गिफ्ट आइटम प्यार के जोड़ो को केन्द्र करके बाजार में उतारा गया है। छोटी गली कूचों की दुकानों से लेकर बड़े माल व फूलों की दुकान तक पर रेड रोज, यलो और व्हाईट रोज़ से लेकर गुलदस्‍तों तक की डिमांड शुरू हो जाती है। फूलों के कारोबारी इस सीजन में लग्न न होने से वैलेंटाइन डे पर फूलों का कारोबार कर युवओं को आकर्षित करने में जुटे हैं। रेड रोज की कीमत दस रुपये से लेकर बीस और चेरी रेड तक पचीस रुपये प्रति पीस से लेकर छोटा बुके सौ रुपये से लेकर हजारों रुपये तक पैकेज में उपलब्ध है। कारोबारी बता रहे हैं कि ग्राहक अभी खरीदारी तो नहीं कर रहे हैं मगर पूछताछ और बुकिंग का दौर शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि रोज़ डे की पूर्व संध्या पर यह कारोबार अपने शबाब पर होगा।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...