बहत्तर ताबूत की जियारत को उमड़ा जनसैलाब
जियारत कर आँखें हुई अश्क बार, अलम की भी हुई जियारत, ख्वातीन ने की मजलिस
मोहम्मद रिजवान
Varanasi (dil India live). १७ मोहर्रम को सदर इमामबाड़ा लाट सरैया में ११ वें साल भी बहत्तर ताबूत का जुलूस निकाला गया। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने बताया कि अंजुमन आबिदिया के जेरे इंतजाम तथा शहर की २७ अन्य अंजुमनों के सहयोग से ये बहत्तर ताबूत का अज़ीमो शान जुलूस उठाया गया। इस मौके पर कारी आबिद इमाम की तिलावत से प्रोग्राम का आगाज हुआ। शायरों ने कलाम पेश किए। सलीम बलरामपुरी, कैसे सुल्तानपुरी, रजब अली बनारसी, आदि ने इमाम की शान में कलाम पेश किया। मौलाना गुलज़ार हुसैन जाफरी अजमेरी ने मजलिस को खिताब करते हुए इमाम हुसैन, वाक्याते कुर्बला और उनके जीवन पर प्रकाश डाला। शहादत का तस्कीरा सुनकर लोगों की आँखें नम हुई। अंजुमन अज़ाये हुसैन दोषीपुरा ने दर्द भरा नोहा पेश किया। शामिल रिज़वी, वसीम अल्वी, वजीर हसन और इमामबाड़े के मुतवल्ली सज्जाद अली गुज्जन ने लोगो का इस्तेकबाल किया। पूरे प्रोग्राम का संचालन डॉ शफीक हैदर ने कर रहे थे।
इस अवसर पर 72 ताबूत का तार्रुफ (परिचय) जाने माने एंकर जीशान आजमी ने कराया। 6 महीने के शहीद अली असगर का तजकिरा सुनकर लोगों की आंखों से आंसुओं की बरसात होने लगी। बनारस के अलावा आसपास के शहरों से भी 72 ताबूत के लिए लोग सदर इमामबाड़े पहुंचे हुए थे। प्रोग्राम में लोगों ने इमाम हुसैन की विजय का नारा भी लगाया। दूसरी ओर हाड़ा सराय में आबिद हुसैन उर्फी के संयोजन में अलम निकाला गया। मौलाना तौसीफ अली ने मजलिस को खिताब किया। काली महल में हाजी बाबू के अजाखाने में मौलाना जमीर हसन रिज़वी, अर्दली बाजार में मौलाना यूसुफ mashhadi ने मौलाना फुरकान हैदर और मौलाना एजाज ग़दीरी की बरसी की मजलिस को खिताब किया। अंजुमन इमामिया ने नोहा ख्वानी व मातम किया। वहीं कालीमहल के आज़ाखाना इमदाद व फुरकान में खवातीन की मजलिस को बुतूल फातिमा, माहे तलत फातिमा, कनीज फातमा, नुजहत फातेमा मजलिस को खिताब किया।
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