पूर्व संध्या पर हुई घरों में मजलिसे, 18 जुलाई को निकलेगा जुलूस
Mohd Rizwan
Varanasi (dil India live). 19 मोहर्रम, मंगलवार को कर्बला के 72 शहीदों का दसवां पर्व संध्या पर पूरी अकीदत के साथ मनाया गया। इस दौरान पूर्व संध्या पर मजलिसों का एहतमाम शहर के विभिन्न हिस्सों में किया गया। मजलिसों में नोहाख्वानी व मातम के दौरान लोगों की आंखें अश्कबार हो गई।
शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने काली महल की शिया मस्जिद में मजलिस को खिताब करते हुए कहा कि १४०० साल पहले इमाम हुसैन और उनके साथियों का दसवां मनाने वाला कोई न था। जो थे भी वो कैद में थे लेकिन आज उनका परचम सारी दुनिया में लहरा रहा है और इमाम हुसैन का किरदार सर चढ़ कर बोल रहा है। बनारस की सभी २८ अंजुमनों ने अपने अपने इलाके में मजलिस व नोहाख्वानी व मातम के साथ इमाम हुसैन समेत कर्बला के शहीदों व असीरो को खिराजे अकीदत पेश किया।
कालीमहल के आज़ाखाना इमदाद व फुरकान के पांच दिवसीय मजलिस के अंतिम दिन बड़ी संख्या में खवातीन ने शिरकत कर नोहाख्वानी व मातम किया। मजलिस को बतूल फातमा ने खिताब किया। नुजहत फातमा के संयोजन में नौशीन फातमा और आनया फातमा ने दर्द भरे नोहे पेश किए। फरमान हैदर ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को भी मजलिस और ताबूत का आयोजन होगा। वहीं दसवें का जुलूस अठारह जुलाई शुक्रवार को अंजुमन हैदरी चौक के जेरे इंतजाम दालमंडी चाहममा से रात नौ बजे निकाला जाएगा। अलम और ताबूत का ये कदीमी जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ दरगाहे फातमान पर समाप्त होगा।
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