Varanasi (dil india live). मुसलमान अब सपा के झासे में आने वाला नहीं है, सपा की रणनीति है कि केन्द्र में भाजपा के रहने से राज्य में मुसलमान भय के कारण सपा को वोट करते रहेंगे। इससे उनका उल्लू सीधा होगा। बदले में मुसलमानों को कुछ नहीं मिलेगा।
उक्त बातें कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन ने आपकी पार्टी, आपके गांव की ओर कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि इस रणनीति का बार-बार शिकार होना नुकसान देह है, मुसलमान अब सपा के झसे मे आने वाला नहीं है। जब मुस्लमान पूरी तरह से कांग्रेस को वोट करते थे तो लोकसभा में भाजपा की मात्र 2 सीट होती थी।
कब्बन ने कहा कि मुसलमानों को कांग्रेस से दूर करने के लिए भाजपा, सपा, केजरीवाल और अन्य लोगों से तीसरा मोर्चा बनवाने कि कोशिश करेगी। मुसलमानो को इससे सतर्क रहना होगा। 2014 और 2019 मे देखा गया कि सपा का जातिगत वोटर हिंदुत्व के नाम पर भाजपा की ओर गया। मुलायम सिंह के सदन में इस बयान से कि मोदी जी मै दुबारा पीएम के रूप देखना चाहता हू। लोगो का वोट भजपा की तरफ शिफ्ट हो गया और सपा बसपा का गठबंधन मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बिजनौर, सहारनपुर, आजमगढ़ जैसे मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर ही जीत हासिल की, बदाऊ कनौज जैसे यादव बाहुल्य सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसे में कोई भी मुस्लिम सपा कि नियत समझ सकता है।
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