रविवार, 5 मार्च 2023

Dr mukta बोलीं: रचना का रचित होना व्यक्ति के जीवित होने का प्रमाण:

देव लखनवी द्वारा रचित पुस्तक "चरखी" का विमोचन 


Varanasi (dil india live). बेलिहाजी़ अंदाज़  एवं प्रेमचंद मार्गदर्शन केंद्र ट्रस्ट लमही के संयुक्त तत्वाधान में देव लखनवी द्वारा रचित  "चरखी" पुस्तक का विमोचन किया गया साथ में युवा काव्य पाठ किया गया। मुख्य अतिथि डॉ मुक्ता ने कहा," रचना का रचित होना व्यक्ति के जीवित होने का प्रमाण है रचनाएं वह बीज की तरह होती है, जो आगे चलकर वृक्ष का रूप लेती है। देव लखनवी की रचनाएं भी आगे चलकर एक वट वृक्ष बनकर तैयार होगा।

साथ में निज़ाम बनारसी ने कहा कि युवा कवि तो युवा है पर इनकी कविताएं परिपक्व  देंगी। इस अवसर पर अमित कुमार सिंह, अंकिता वर्मा, असला अंबर, नंदिता कृष्णा, ऋषिकेश रोशन, साजिद हयात, सरताज़ फकीर, श्रुति गुप्ता  मकबूल आलम, प्राप्ति, प्रतिभा, लाल चंद्र, सोनू, सुनील, रेहान, दिव्या, की काव्य प्रस्तुति के साथ में सांस्कृतिक आयोजन भी किया गया।

सच्चितानंद व राजीव गोंड और प्रितेश आचार्य,  डा शुभा श्रीवास्तव द्वारा बच्चों का सम्मान किया गया कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर ज्योति सिंह ने किया धन्यवाद ज्ञापन - इंस्पा (प्रमोद कुमार), ने किया। स्वागत पुस्तक के रचयिता देव लखनवी ने किया। इस अवसर पर नगर के अनेक गणमान्य साहित्य प्रेमी जन सुधि जन उपस्थित रहे।

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