शनिवार, 12 जून 2021

हज का सफर इस बार भी नहीं कर सकेंगे भारतीय

कोरोना के चलते फिर निरस्त हुई हज यात्रा


वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। मुकद्दस हज सफर 2021 को अन्य देशों के लोगों के लिए निरस्त कर दिया गया है। सऊदी हुकूमत ने दुनिया में फैले कोरोना महामारी के कारण पिछले बार की तरह इस बार भी हज में विभिन्न देशों के केवल स्थानीय व सऊदी नागरिकों को सीमित संख्या में हज कराने का फ़ैसला लिया है। उक्त जानकारी देते हुए सेण्ट्रल हज कमेटी के पूर्व सदस्य डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि इस बार भी हज-2021 में अंतरराष्ट्रीय हज रद्द कर दिया गया है। सऊदी में रह रहे केवल 60,000 लोगों को ही हज की अनुमति होगी।

अमन इस्लाम की बुनियाद

किसी के ऊपर जुल्म करना इस्लाम की तालीम नहीं

दुनिया से जाने के बाद होता है मां की कमी का एहसास

प्रयागराज (दिल इंडिया लाइव)। करेली में शनिवार को काजी हुसैन मेहदी मरहूम के अज़खाने में नफिसा मेहदी की बरसी की मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना आबिद रजा रिजवी ने कहा कि अमन इस्लाम की बुनियाद है। ऐसे में किसी के ऊपर जुल्म नाजायज है। उन्होंने रसूल अल्लाह की बेटी फातिमा के किरदार की खूबियां बयां की, उन्होंने कुरान की अहमियत बताई। उन्होंने कहा कि जिंदगी को आइना दिखाने का नाम मौत है। तुम अगर सच्चे हो तो मौत की तम्माना करो।


जो आले मोहम्मद की मोहब्बत में मर जाए वो शहीद कहलाता है।

मौलाना ने मां के महत्व को बताते हुए कहा कि मां का महत्त्व वा उनकी कमी बच्चो को मां के दुनियां से जाने के बाद होता है।पेशखनी करते हुए नबील हैदर वाराणसी ने कहीं की हूं मद्दाहे असगरे बेशीर, लोग मुझे नबील कहते है। मजलिस में इंतजार मेहदी,कैफ़ी मेहदी,,आर ए काजमी,शाहिद जैदी,आसिम अब्बास,अब्बास मेहदी,नबील हैदर बनारसी, हसन मेंहदी कब्बन ,नसीर साहब, इतरत नकवी आदि मौजूद थे। आए हुए मोमनीन का शुक्रिया मजलिस के आयोजक कैफ़ी मेंहदी ने किया।

ये देशी विदेशी सिख रहे शास्त्रीय संगीत के गुर

ठुमरी दादरा के तीन दिवसीय कार्यशाला का आगाज़


वाराणसी (प्रताप बहादुर सिंह/दिल इंडिया लाइव)। श्रीमती प्रमिला मिश्रा एकेडमी ऑफ इण्डियन क्लासिकल म्यूजिक के तत्वावधान में शनिवार को तीन दिवसीय ऑनलाइन ठुमरी-दादरा संगीत प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण कार्यशाला में दुनिया भर के दो दर्जन से ज्यादा संगीतप्रेमी जुड़े रहे। प्रख्यात शास्त्रीय गायक पण्डित धर्मनाथ मिश्र द्वारा प्रशिक्षुओं को शास्त्रीय संगीत के गुर सिखलाये गए। पहले दिन उन्होंने राग खमाज में बंदिश की ठुमरी और बोलबाट की ठुमरी राग मिश्र खमाज से प्रतिभागियों को अवगत कराया। इसके अलावा बनारस अंग गायकी की खूबसूरती से भी प्रतिभागियों को रूबरू कराया। उनके साथ तबले पर प्रशांत मिश्रा ने संगत किया।

कार्यशाला में विशेष अतिथि के रूप में ऑनलाइन जुड़ी पदमश्री शास्त्रीय गायिका मालिनी अवस्थी ने कहा कि ठुमरी और दादरा काशी की पुरातन शास्त्रीय संगीत की पहचान है जिसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना हमारा दायित्व है। पण्डित धर्मनाथ मिश्र जी काशी की शास्त्रीय संगीत के ध्वजवाहक है। एकेडमी का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। कार्यक़म संयोजक प्रख्यात सितरविद पण्डित देवब्रत मिश्र ने कहा कि बनारस के गायकी और वाद्ययंत्रों को जन-जन तक पहुँचाना ही हमारा लक्ष्य है ताकि ये कला विलुप्त होने से बचाई जा सके। 

कार्यशाला में पण्डित शिवनाथ मिश्रा के अलावा लंदन से शिवाली, अमेरिका से रवि कुमार, श्रीलंका से हंसी, जापान से राजेश कुशवाहा, अंजनी कुमार, खुशबू के अलावा दुबई, जर्मनी तथा भारत के मुंबई, दिल्ली, जबलपुर, पटना, लखनऊ आदि जगह से भी प्रतिभागियों ने भाग लिया।

बालश्रम विरोधी दिवस पर निकली रैली


बच्चों को बताया बाल अधिकार




वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। बाल श्रम विरोधी दिवस 12 जून को शहर में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया गया। इस दौरान डेयर (DARE) संस्था की ओर से कैंट स्टेशन, काशी स्टेशन, सिटी और सारनाथ रेलवे स्टेशन पर सभी चार अनौपचारिक शिक्षा केंद्रों पर बाल श्रम विरोधी दिवस की धूम रही। इस दौरान बाल श्रम कानून का सख्ती से पालन करने व बाल श्रम पूर्णतः बंद करने के लिए एक अभियान चलाया गया। डेयर संस्था के फादर लिजो (कार्यक्रम समन्वयक) की अगुवाई में कार्यक्रम की शुरुआत छावनी इलाके से रैली निकाल कर हुई। इस दौरान बच्चों को उनके कानूनी अधिकार भी बताया गया।

शुक्रवार, 11 जून 2021

कोविड के चलते नहीं जुटी उर्स में भीड़



हज़रत मुश्किल आसान शाह बाबा के उर्स में चढ़ी चादर 

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। हज़रत शेख जलालुद्दीन उर्फ मुश्किल आसान शाह (र.) के मिंट हॉउस, स्थित आस्ताने पर सालाना उर्स पूरी अकीदत व सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया गया। उर्स में हर बार की तरह भीड़ नहीं थी बाल्कि इस अकीदतमंदों की संख्या बहुत ही कम थी। कोविड का पालन सभी ने किया। इस अवसर पर सालाना उर्स में हज़रत शेख जलालुद्दीन उर्फ मुश्किल आसान शाह के मज़ार पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैदर अब्बास चाँद एवं मोर्चे के लोगो ने देश एवं प्रदेश में अमन और चैन के लिए चादर पेश की। वही समाज सेवी डाक्टर गुफरान जावेद और वाराणसी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिला महामंत्री मलिक शेख, शकील अंसारी, जिला मंत्री शेखु, जिला मंत्री इकबाल अंसारी आदि लोग उपस्थित थे।

कोरोना काल से राहत के बाद महागिरजा में गूंजे गीत



डेनिस डैनियल की याद में महागिरजा में हुई आराधना

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। सेंट मेरीज़ महागिरजा (कैथेड्रल) में कोरोना काल से राहत के बाद प्रार्थना सभा हुई। इस दौरान मीही गीतों के बोल जहां फिज़ा में बुलंद हुए वहीं शुक्रवार को डेनिस डेनियल की याद में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर धार्मिक पूजन विधि का संचालन सेंट मेरीज़ महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज ने किया। इस दौरान डेनिस डेनियल की जिन्दगी और उनके कार्यों पर रौशनी डाली गयी। मेमोरियल मास में पैट्रिक जैकब, प्रीतम जैकब, रवि जैकब, डैनियल, सरिता, रेज़ी, कविता, शैलीन अभिषेक, अनुग्रह, आदि लोगो ने भाग लिया।  डेनिस डेनियल सेंट थॉमस स्कूल शाहगंज के  प्रिंसिपल भी रहे हैं। एलॉयसियस स्कूल जबलपुर मे शिक्षक थे, हिंदी संपादन का भी उन्होंने रेडियो वेटिकन रोम मे काम किया। इस दौरान महागगिरजा में हुई पूजन विधि का यू ट्यूब के सत्य धारा चैनल पर लाइव प्रसारण भी हुआ। इसके चलते अन्य शहरों व प्रदेशों के लोगों ने भी मेमोरियल मास को देखा।

गुरुवार, 10 जून 2021

पत्रकार मो. शाहिद खां नहीं रहे

शोक में अफसोस बैठक

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। हिंदी दैनिक आज अखबार के दीनदयाल अस्पताल संवाददाता मो. शाहिद खां (50 वर्ष) का आज सुबह इंतकाल हो गया। वो पिछले 20 दिनों से पेट की बीमारी से पीड़ित थे। इसके अलावा बीपी और शुगर की भी बीमारी थी। वो आपने पीछे बीबी बच्चों का भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। उनके इंतेकाल पर एक अफसोस बैठक जिला मुख्यालय पर दोपहर 12.30 बजे बुलाई गई हैं। टकटकपुर कब्रिस्तान में उन्हें असर बाद सुपुर्दे खाक किया जायेगा।

लखनऊ में नई सियासी पैतरेबाजी

भाजपा कार्यालय पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर  Lucknow (dil India live)। लखनऊ से नई सियासी पैतरेबाजी की खबर है। दरअसल भाजपा कार्...