शनिवार, 12 जून 2021

अमन इस्लाम की बुनियाद

किसी के ऊपर जुल्म करना इस्लाम की तालीम नहीं

दुनिया से जाने के बाद होता है मां की कमी का एहसास

प्रयागराज (दिल इंडिया लाइव)। करेली में शनिवार को काजी हुसैन मेहदी मरहूम के अज़खाने में नफिसा मेहदी की बरसी की मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना आबिद रजा रिजवी ने कहा कि अमन इस्लाम की बुनियाद है। ऐसे में किसी के ऊपर जुल्म नाजायज है। उन्होंने रसूल अल्लाह की बेटी फातिमा के किरदार की खूबियां बयां की, उन्होंने कुरान की अहमियत बताई। उन्होंने कहा कि जिंदगी को आइना दिखाने का नाम मौत है। तुम अगर सच्चे हो तो मौत की तम्माना करो।


जो आले मोहम्मद की मोहब्बत में मर जाए वो शहीद कहलाता है।

मौलाना ने मां के महत्व को बताते हुए कहा कि मां का महत्त्व वा उनकी कमी बच्चो को मां के दुनियां से जाने के बाद होता है।पेशखनी करते हुए नबील हैदर वाराणसी ने कहीं की हूं मद्दाहे असगरे बेशीर, लोग मुझे नबील कहते है। मजलिस में इंतजार मेहदी,कैफ़ी मेहदी,,आर ए काजमी,शाहिद जैदी,आसिम अब्बास,अब्बास मेहदी,नबील हैदर बनारसी, हसन मेंहदी कब्बन ,नसीर साहब, इतरत नकवी आदि मौजूद थे। आए हुए मोमनीन का शुक्रिया मजलिस के आयोजक कैफ़ी मेंहदी ने किया।

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