नियमित टीकाकरण के लिए दिया प्रशिक्षण
किसी भी उम्र के बच्चे टीकाकरण से छूटने नहीं पाएं
गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए सभी टीके समय से लगवाएं
Varanasi (dil india live).नियमित टीकाकरण सुदृढ़ीकरण के लिए नगर एवं ब्लॉक के टीकाकरण पर्यवेक्षकों का जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के सहयोग से किया गया। गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी Dr. संदीप चौधरी के निर्देशन में सीएमओ कार्यालय सभागार में आईसीडीएस से मुख्य सेविकाएं, शहरी क्षेत्र से फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक और बेसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता को प्रशिक्षित किया गया।
इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी Dr. निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि छाया शहरी तथा ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के साथ हर बुधवार और शनिवार को आयोजित होने वाले नियमित टीकाकरण दिवस पर सभी बच्चों और गर्भवती को समय से सभी टीका लग सके, इसके लिए ड्यू लिस्ट तैयार करना, बच्चों और गर्भवती को चिन्हित करना और किसी भी टीका से छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित करना बेहद जरूरी है। जन्म के बाद 24 घंटे के अंदर शिशु को बर्थ डोज का टीकाकरण शत प्रतिशत होना चाहिए । साथ ही सभी टीकों को समय समय पर लगवाते रहें जिससे बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके। किसी भी उम्र का कोई भी बच्चा किसी भी टीकाकरण से छूटने न पाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखना है।
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी Dr. एके पांडे ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सभी टीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि छठवें, दसवें, 14वें, नौ से 12 माह, 16 से 24 माह, 5 से 6 वर्ष, 10 वर्ष और 16 वर्ष पर विभिन्न टीकाकरण को अवश्य लगवाएं। जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी हरिवंश यादव व यूनिसेफ के Dr. शाहिद ने समुदाय को मोबिलाइजेशन और कम्युनिकेशन अंतराल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ जयशीलन एवं डॉ सतरूपा ने जमीनी स्तर पर मिलने वाले आउटब्रेक और चुनौतियों के बारें में विस्तार से चर्चा की। साथ ही नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत किये जाने वाले कार्य, रिपोर्टिंग व सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।
इस मौके पर डॉ सुनील गुप्ता, डॉ यतीश भुवन पाठक, यूनिसेफ के क्षेत्रीय समन्वयक प्रदीप विश्वकर्मा, बीएमसी तबरेज अंसारी, अभिषेक उपाध्याय सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
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