कैंट विधायक ने बच्चों को विटामिन-ए पिलाकर किया अभियान का शुभारंभ
जनपद में 3.56 बच्चों को पिलाई जा रही विटामिन ए – सीएमओ
बुधवार व शनिवार को स्वास्थ्य केन्द्रों पर पिलाई जाएगी विटामिन ए
Varanasi (dil india live). बच्चों को सुपोषित रखने के लिए बुधवार को ‘विटामिन ए सम्पूरण’ कार्यक्रम ‘बाल स्वास्थ्य पोषण माह’ की शुरुआत की गयी । भेलूपुर स्थित स्वामी विवेकानंद मेमोरियल चिकित्सालय पर टीकाकरण सत्र के दौरान *कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी* ने अख्तर (3), अंश (3) सहित अन्य बच्चों को विटामिन-ए पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया ।
इस अवसर पर कैंट विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए बेहद गंभीर है। बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए कई योजनाएँ व अभियान चलाये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पहले घंटे के अंदर माँ का पीला गाढ़ा दूध, छः माह तक सिर्फ स्तनपान व सम्पूर्ण टीकाकरण के साथ ही साथ साल में दो बार विटामिन-ए खुराक पिलाना आवश्यक है। उन्होने अपील की है कि सभी माताएँ जिनके बच्चे नौ माह पूर्ण कर चुके हैं, वह अपने बच्चों को विटामिन-ए की खुराक अवश्य पिलाएँ। यह अभियान बुधवार एवं शनिवार को स्वास्थ्य केन्द्रों में आयोजित होने वाले ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस सत्रों (वीएचएनडी एवं यूएचएनडी) पर विटामिन-ए निःशुल्क पिलाई जाएगी ।
सीएमओ ने कहा कि बुधवार से जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बाल स्वास्थ्य पोषण माह अभियान की शुरुआत की गयी। बुधवार व शनिवार को लगने वाले वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों सहित स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर जनपद के नौ माह से पाँच वर्ष तक के लक्षित 3.56 लाख को विटामिन ए की खुराक पिलायी जायेगी। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के करीब 2.17 लाख व नगरीय क्षेत्रों के 1.36 लाख बच्चे चिन्हित किए गए हैं। सभी केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा मेन विटामिन ए भेज दी गयी है। *सीएमओ* ने कहा कि अभियान के दौरान पूर्ण टीकाकरण (24 माह तक), सम्पूर्ण टीकाकरण, वजन लेना और अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करना, सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाना, एक घंटे के अंदर और छह माह तक सिर्फ स्तनपान को लेकर जन जागरूकता, आयोडीन युक्त की नमक के सेवन के प्रति जागरूक करने पर ज़ोर दिया जाएगा। कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं नियमों को ध्यान में रखते हुये अभियान के तहत सभी गतिविधियों का आयोजन किया जाए। वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों के दौरान बच्चों को अलग-अलग चम्मचों से विटामिन ए खुराक पिलायी जाए।
इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ एके पांडे, चिकित्सा अधीक्षक डॉ क्षितिज तिवारी, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, यूनिसेफ से डीएमसी डॉ शाहिद, एएनएम ममता सिंह, आशा कार्यकर्ता नेहा पांडे, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य लाभार्थी माताएं व उनके बच्चे मौजूद रहे।
न होने दें विटामिन-ए की कमी
विटामिन ‘ए’ की कमी से बच्चों में नजर का कमजोर होना, रात्रि के समय कम दिखाई देना, अंधेपन का शिकार हो जाना, रूखी आँख, रूखी त्वचा और त्वचा से संबन्धित समस्या हो सकती है। इसकी कमी से बचपन में होने वाली दस्त जैसी आम बीमारियाँ भी जानलेवा हो सकती हैं। इन सभी कमियों को पूरा करने के लिए बच्चों को विटामिन ए की खुराक देना बेहद आवश्यक है।
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