सोमवार, 26 मई 2025

Leopard के खौफ से छह गांवों के लोगों की उड़ी नींद

देर रात तक हो रही कॉम्बिंग, दहशतज़दा ग्रामीण दे रहे पहरा

Varanasi (dil India live)। चिरईगांव गौराकला इलाके की कामाख्या नगर काॅलोनी के पास दिखे तेंदुआ का समाचार लिखे जाने तक कोई भी पता नहीं लग सका। इस बीच वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम की तेंदुआ की तलाश में कॉम्बिंग जारी है। सोमवार की सुबह भी गांव में टीम तैनात रही। वहीं, तेंदुआ द्वारा इलाके के तीन युवकों पर हमला करने के कारण गौराकला, चिरईगांव, रुस्तमपुर, बरियासनपुर, सीवो और संदहा समेत छह गांवों में ज्यादा दहशत है। ग्रामीण रात भर लाठी-डंडा लेकर पहरा दे रहे हैं। साथ ही, रात में रह-रह कर पटाखे फोड़ते रहते हैं। 

गौराकला के ग्राम प्रधान राजेश उर्फ राजू ने कहा कि शुक्रवार को कामाख्या नगर कॉलोनी के पास बगीचे में तेंदुआ था। मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची थी, लेकिन संसाधन विहीन थी। ड्रोन कैमरे की व्यवस्था हमने की, लेकिन उसका लाभ वन विभाग की टीम नहीं उठा पाई। दोपहर में पिजड़ा बगीचे में रखा गया। कुछ देर बाद पिजड़ा में मांस रखने की बात आई तो हमने दो मुर्गा की व्यवस्था की। दिन भर वन विभाग की टीम रणनीति ही बनाती रही और शाम होते होते तेंदुआ भाग निकला। क्षेत्र के लोग शाम होते ही भयभीत हो जाते हैं और दिन में खेत-बगीचा की ओर निकलने में भी डरते हैं। 

चिरईगांव के पूर्व प्रधान धनंजय मौर्य ने कहा कि आखिरकार इलाके के ग्रामीण कब तक डर कर दिन-रात गुजारेंगे। जिला प्रशासन को ग्रामीणों की समस्या और उनके डर के बारे में विचार कर गंभीरता से उपाय करना चाहिए। ताकि, ग्रामीणों की दिनचर्या पहले जैसे सामान्य हो सके। इलाके के लोगों ने बताया कि तेंदुआ के हमले के डर के कारण हम लोग रोजमर्रा का अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। डर लगा रहता है कि न जाने तेंदुआ कब किधर से आ जाएगा और हमला कर देगा। 

क्या कहती हैं डीएफओ 

डीएफओ स्वाति सिंह कहती हैं कि शनिवार को तेंदुआ के जो पद चिह्न मिले हैं, उससे पूरी संभावना है कि वह इस इलाके से बाहर चला गया है। इसके बावजूद वन विभाग की टीम इलाके में लगातार काॅम्बिंग कर रही है। हम लोग किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। 

रविवार, 25 मई 2025

सुनील दत्त की पुण्यतिथि पर खिलाया मछली को चारा

वाराणसी में डर्बीशायर क्लब ने सिने अभिनेता सुनील दत्त की 20 वीं पुण्यतिथि मनाई

Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live). रविवार को डर्बीशायर क्लब द्वारा सिने अभिनेता व सांसद रहे स्वर्गीय सुनील दत्त की 20 वीं पुण्यतिथि पितरकुंडा कुंड पर सुबह 11:00 मछलियों को चारा खिलाकर मनायी गयी। इस मौके पर क्लब अध्यक्ष शकील अहमद जादूगर ने कहा कि आज ही के दिन 25 मई 2005 को इस दुनिया को छोड़कर सुनील दत्त हमेशा के रुखसत हो गए थे। शकील ने कहा 48 साल के अपने फिल्मी जीवन में 80 फिल्मों में उन्होंने काम किया। 70 के दशक में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में डाकुओं का बोलबाला था ऐसे में सुनील दत्त ने डाकुओं का रोल बहुत किया और दर्शकों को उनकी अदा बहुत पसंद आती थी उनकी काफी फिल्में हिट हुई।

मछली को चारा खिलाते जादूगर 

शकील ने कहा 1984 में दत्त साहब राजनीति में आए और उन्हें कांग्रेस से टिकट मिला जिससे जीतने के बाद वह सांसद हो गये और पांच बार सांसद थे। इसके बाद वो खेल मंत्री बनाये गये। दरअसल सुनील दत्त का जन्म 6 जून 1929 में पंजाब के पाकिस्तान में हुआ था।1968 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री दिया था। जब जब कभी देश में कोई आपदा आती थी सुनील दत्त मदद के लिए निकल जाते थे और लोगों की सहायता करते थे। इस मौके पर हैदर मौलाई, चिंतित बनारसी, जावेद हुसैन, हाजी असलम, राहुल यादव, साहिर खान, इफ्तिखार हुसैन गुड्डू, सैयद दुलारे हुसैन, जीशान कुरैशी आदि मौजूद थे।

यूद्ध से गाजा में मर रहे बच्चों के लिए बनारस में रखा उपवास

इसराइल फिलिस्तीन युद्ध रोकने, बच्चों को मदद की पीएम से की मांग 
सिगरा में उपवास करते सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता 

Varanasi (dil India live). साझा संस्कृति मंच की ओर से बनारस के नागरिक समाज के सदस्यों ने इसराइल फिलिस्तीन यूद्ध की वजह से गाजा में मर रहे बच्चों के लिए उपवास किया।
उपवास स्थल पर युद्ध के खिलाफ शांति के समर्थन में लोकमत तैयार करने की गरज से हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। सिगरा स्थित उपवास स्थल पर लोगो के बीच बातचीत रखते हुए गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता जागृति राही ने बताया कि बीते डेढ़ साल से इजराइल और फ़िलिस्तीन के बीच में लड़ाई चल रही है। जिससे जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। अस्पताल और स्कूलों तक पर सैन्य कारवाई हो रही है। डरावना है एकदम से कि बच्चे बम के साए में भूखे पेट पल रहे हैं। 
जागृति ने कहा कि आंकड़े कह रहे हैं कि गाज़ा में 90% बच्चे एक बार से अधिक भोजन नहीं कर पा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि यदि तत्काल सहायता नहीं पहुंचाई गई, तो अगले 48 घंटों में 14,000 बच्चों की जान जा सकती है।
फादर दयाकर ने कहा हम हिन्दोस्तानी घर आए मेहमान को खिलाकर खाने वाले संस्कारों के है। वसुधैव कुटुंबकम कहके हम पूरी दुनिया को अपना घर बतलाते रहे हैं। विश्व शांति के भावना हमारी प्रतिदिन की प्रार्थना का हिस्सा रहा है। 
फिलिस्तीन में शांति सद्भाव यात्रा पर भारत की ओर से गाजा जा चुके डॉ अनूप श्रमिक ने कहा कि रोजाना कम से कम 500 मदद के ट्रकों की जरूरत है, जबकि इजरायल फिलहाल केवल 5 से 10 ट्रकों को ही प्रवेश की अनुमति दे रहा है। ऐसे में गाजा की स्थिति हर दिन बदतर होती जा रही है। इजराइल-गजा की लड़ाई के बीच बेचारे मासूम बच्चे भूख से क्यों मरें? एक बार सोच कर देखें बच्चे तो बच्चे होते हैं, उनका क्या दोष ?
अभी हम भारत पाकिस्तान के बीच एक युद्ध की स्थिति से गुजरे हैं। सोचकर  सिहरन होती है की युद्ध की गोली बम मिसाइल बच्चों  को निशाना बनाते तो? लैंगिक मुद्दों पर काम कर रहे दख़ल संगठन की डॉ इन्दु पाण्डेय ने हम और आप ...कुछ लोग, उनके लिए कुछ बड़ा नहीं कर सकते। न हम युद्ध रोक सकते हैं, न राजनीति बदल सकते हैं। लेकिन हम चुप नहीं रह सकते। इसलिए गांधी की राह पर हम एक दिन का उपवास रख रहे हैं। ये उपवास उस पीड़ा को अपने भीतर उतारने की एक कोशिश है जिसे गाज़ा के बच्चे हर रोज जी रहे हैं।
हम चाहते हैं कि इस उपवास को देखकर दुनिया की अंतरात्मा जागे। नेताओं को शर्म आए, इंसानियत की नींद टूटे। हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह गाजा के इस संकट को तत्काल संबोधित करे। नेहरू जी की गुट-निरपेक्ष नीति के अनुरूप, भारत को संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मंचों पर तत्काल युद्धविराम और निर्बाध सहायता आपूर्ति की माँग को और मज़बूती से उठाना चाहिए। हम माँग करते हैं कि भारत सरकार भोजन, दवाइयाँ और चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करे, ताकि गाजा के बच्चों को बचाया जा सके।
हमारा देश, जिसने उपनिवेशवाद और शोषण के खिलाफ संघर्ष किया, इस त्रासदी को अनदेखा नहीं कर सकता। नेहरू जी ने कहा था, “शांति केवल युद्ध की अनुपस्थिति नहीं, बल्कि न्याय और समानता की उपस्थिति है।” फादर जयंत ने लोगो का आह्वान करते हुए कहा कि आइए, इस दृष्टिकोण को साकार करें और गाजा के बच्चों को एक बेहतर भविष्य मिले , इसके लिए आवाज़ उठाएं। उनका भूख से जूझता हर दिन हमसे कह रहा है कि मानवता की रक्षा हम सभी का साझा काम है।
उपवास में मुख्य रुप से जागृति राही, एकता शेखर, फ़ा. प्रवीण, सतीश सिंह, धनञ्जय, रवि शेखर, डॉ अनूप श्रमिक, डॉ आनंद प्रकाश तिवारी, जुबैर आदिल, रामजन्म, नीति, आसिम, शान्तनु,अरविंद, दिवाकर, अजित, प्रमोद, फा जयंत, अनिल, वल्लभाचार्य पाण्डेय, जितेंद्र, विनय, वन्दना, प्रबबुध, जमालुद्दीन, जकी मुख्तार, आदिल,दिशा छात्र संगठन BHU से ध्रुव और मुकुल, प्रेंरणा कला मंच से फादर दयाकर, फादर प्रवीण इत्यादि शामिल रहे।

मिशन फतह 2027 के लिए BSP Leader Aakash Aanand फिर हुए सक्रिय

आकाश आनंद तैयार कर रहे हैं बसपा की नई टीम

वाराणसी में दिनेश चंद्र, रामचंद्र गौतम व डॉ. विनोद कुमार को प्रभार

Lucknow (dil India live). मिशन फतह 2027 के लिए BSP Leader Aakash Aanand एक बार फिर पार्टी में सक्रिय भूमिका में न सिर्फ दिखाई दे रहे हैं बल्कि मुख्य कोऑर्डिनेटर बनने के बाद वो अब नए सिरे से संगठन खड़ा करने में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि 2027 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव पर बसपा की नज़र है। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को देखते हुए बसपा नयी टीम बना रही है। पहले फेस में काम ना करने वाले मंडल प्रभारियों को हटाया जाएगा और बसपा संगठन में नए लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी। आकाश आनंद विधानसभावार, बूथवार संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं।


मंडल स्तर पर प्रभारियों को जिम्मेदारी

मिशन फतह 2027 के लिए BSP Leader Aakash Aanand ने मंडल स्तर पर तीन से चार प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें घनश्याम चंद्र खरवार, शमसुद्दीन राइन, मौजी लाल गौतम को लखनऊ मंडल का प्रभार दिया गया है। ऐसे ही झांसी चित्रकूट में लालाराम अहिरवार को मंडल का प्रभारी बनाया गया। प्रयागराज में घनश्याम खरवार, राजू गौतम को प्रभार सौंपा गया है तो वाराणसी में दिनेश चंद्र, रामचंद्र गौतम व डॉ विनोद कुमार को प्रभार दिया गया है। ऐसे ही मिर्जापुर में अमरेंद्र बहादुर पासी, गुड्डू राम, विनोद बागड़ी को प्रभारी बनाया गया है। यह भी जो दिया गया है कि बसपा वोट बैंक अपना मजबूत करने के लिए 6 माह तक लगातार सदस्यता अभियान चलाएगी।

शनिवार, 24 मई 2025

Delhi main COVID -19 केसों में बढ़ोतरी ने बढ़ाई चिंता

दिल्ली में स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया नई एडवाइजरी 


Mohd Rizwan 
New Delhi (dil India live). दिल्ली सरकार ने कोविड-19 मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी पर न सिर्फ सतर्कता बढ़ा दी है बल्कि इसकी रोकथाम के लिए नई एडवाइजरी भी जारी की है। सरकार ने दिल्ली में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता जताई। इसके चलते दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों को सख्त निर्देश जारी किए हैं:

1. अस्पतालों की तैयारी सुनिश्चित की जाए–बेड, ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स अन्य दवाएं व वैक्सीन की उपलब्धता बनी रहे। वेंटिलेटर, Bi-Pap, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और PSA जैसी सभी मशीनें काम कर रही होनी चाहिए।

2. स्टाफ को दोबारा प्रशिक्षण दिया जाए–समर्पित कर्मचारियों के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग कराई जा सकती है।3. ILI और SARI मामलों की रिपोर्टिंग अनिवार्य – सभी OPD/IPD मामलों की रिपोर्ट IHIP पोर्टल पर रोजाना दी जाए। कोविड-19 और इन्फ्लुएंजा मामलों की पुष्टि होने पर ‘L फॉर्म’ में रिपोर्ट भेजें।


4. दिल्ली स्टेट हेल्थ डाटा मैनेजमेंट पोर्टल पर रोजाना रिपोर्टिंग – सभी पैरामीटर्स की रिपोर्टिंग अनिवार्य है।

5. कोविड टेस्टिंग में तेजी–ILI के 5% और SARI के 100% मामलों की कोविड टेस्टिंग की जाए। ICMR गाइडलाइन अनुसार परीक्षण करें।

6. WGS के लिए सैंपल भेजें – सभी पॉजिटिव केसों के सैंपल लोकनायक अस्पताल भेजें ताकि नए वेरिएंट्स का समय पर पता चल सके। राज्य निगरानी इकाई को भी रिपोर्ट दें।

7. सख्त मास्क नीति – सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में मास्क पहनने के नियम का पालन सुनिश्चित करें।

Buxar में गोलियों की तड़तड़ाहट से मचा कोहराम तीन की मौत

गोली बारी में दो अन्य भी गंभीर रूप से घायल 

हत्या का कारण बालू व्यवसाय में पुरानी रंजिश-पुलिस 

Mohd Rizwan 

Buxar (dil India live). Bihar के बक्सर जिले में राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में शनिवार को पांच लोगों को गोलियों से भून डाला गया, जिसमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए।

ये सभी लोग एक ही परिवार के सदस्य बताए जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, सुबह लगभग पांच बजे नहर के पास विनोद सिंह, सुनील सिंह और वीरेंद्र सिंह टहल रहे थे तभी कार से कुछ अपराधी आए और गोलीबारी करने लगे। अपराधियों ने इन तीनों को लक्ष्य कर गोली चलाई दी। इन्हें बचाने आए दो अन्य सदस्यों को भी अपराधियों ने गोली मार दी। पुलिस के अनुसार इस घटना में विनोद और सुनील सिंह की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि वीरेंद्र सिंह ने अस्पताल जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।


घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया इस घटना के पीछे गिट्टी-बालू के व्यवसाय को लेकर विवाद बताया जा रहा है। कुछ ही दिन पहले इनका गांव के ही कुछ लोगों से विवाद हुआ था। घटना की सूचना मिलने के बाद बक्सर के पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य और सदर एसडीपीओ धीरज कुमार भी मौके पर पहुंचे।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बताया जा रहा है कि वाहन से अपराधी आए थे और घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। इस मामले की जांच और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन कर दिया गया है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए गए हैं। मामले की आगे की कार्रवाई की जा रही है। इधर, इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोग अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी करने की मांग कर रहे हैं। एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या से परिवार में कोहराम मच गया। चीख पुकार और मातम के बीच शव का पंचनामा करके पुलिस ने लाश पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है। घटना स्थल पर भारी फोर्स मौजूद है।

शुक्रवार, 23 मई 2025

निजीकरण पर बिजली कर्मचारियों ने किया मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग

आरोप : पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन वीडियो कान्फ्रेसिंग कर दमन की बोल रहे भाषा



Varanasi (dil India live)। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 के बैनर तले आज तीसरे दिन वाराणसी के भिखारीपुर स्थित प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर संघर्ष समिति के केंद्रीय पदाधिकारीयो ने विरोध सभा की। इस दौरान बिजलीकर्मियो में गजब का उत्साह भरा जिसमें केंद्रीय पदाधिकारियो ने ऊर्जा प्रबन्धन द्वारा बिजली के निजीकरण के दौरान जो तीन विकल्प दिए है उसके संदर्भ में जब बिजलीकर्मियो कि राय मांगी तो सभी बिजलीकर्मियो ने एक सूर में तीनो विकल्प को नाकार दिया। 


 सभा को सम्बोधित करते हुये अभियंता संघ के प्रदेश महासचिव ई0 जितेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि  पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम पर प्रबंधन की हठवादिता के चलते विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश ने प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी से अपील की है कि वे इस मामले में प्रभावी हस्तक्षेप कर निजीकरण की प्रक्रिया को निरस्त कराने की कृपा करें। जिला अधिकारियों द्वारा बिजली कर्मी नेताओं की बुलाई गई बैठकों में बिजली कर्मियों ने उन्हें दो टूक बता दिया है कि निजीकरण पर कोई भी बात करनी है तो संघर्ष समिति के केंद्रीय पदाधिकारियों से की जाए। आज लगातार तीसरे दिन बिजली कर्मियों ने प्रदेश भर में तीन घंटे का विरोध प्रदर्शन जारी रखा।

         


संघर्ष समिति के केंद्रीय पदाधिकारी महेंद्र राय ने कहा है कि बिजली कर्मचारी इस भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं को कोई तकलीफ नहीं होने देना चाहते। इसी दृष्टि से पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारी शांतिपूर्वक ध्यान आकर्षण आंदोलन चला रहे हैं। किंतु प्रबंधन इस ध्यान आकर्षण आंदोलन को हड़ताल बताकर बिजली कर्मियों को डराने, धमकाने, उत्पीड़न करने, ट्रांसफर करने ,संविदा कर्मियों  की बड़े पैमाने पर छटनी करने आदि जैसे उत्पीड़नात्मक कदम उठाकर ऊर्जा निगमों में अनावश्यक तौर पर अशांति का वातावरण बना रहा है। 

       राज्य विद्युत प्राविधिक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सी0बी0 उपाध्याय ने कहा कि बिजली कर्मचारियों का माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पर पूरा विश्वास है। उनके नेतृत्व में बिजली कर्मचारियों ने 2017 में 41% ए टी एंड सी हानियों को घटाकर 2024 तक 16.5% कर दिया है। किंतु निजी घरानों से मिली भगत के चलते पावर कारपोरेशन का प्रबंधन उनके सामने झूठे मनगढ़ंत आंकड़े रखकर घाटे का हवाला देकर निजीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है और टकराव का वातावरण बना रहा है। संघर्ष समिति ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी हस्तक्षेप कर निजीकरण की प्रक्रिया निरस्त कराएं तो बिजली कर्मी और अधिक मनोयोग  से सुधार की प्रक्रिया में जुट जाएंगे।

        पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा शांतिपूर्वक ध्यानाकर्षण आंदोलन को हड़ताल बताते हुए जिला अधिकारियों को भेजे गए पत्र के बाद जिला अधिकारियों ने विभिन्न जनपदों में बिजली कर्मचारियों के स्थानीय नेताओं को बुलाकर बात की। बिजली कर्मचारियों के  स्थानीय नेताओं ने जिला अधिकारियों को स्पष्ट बता दिया है कि वे संघर्ष समिति के निर्णय का पालन करेंगे और निजीकरण के संबंध में यदि कोई भी बात की जानी है तो विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के केंद्रीय नेताओं से की जाए।

        जूनियर इंजीनियर संगठन के केंद्रीय पदाधिकारी ई0 दीपक गुप्ता ने कहा कि संघर्ष समिति  के आह्वान पर आज लगातार तीसरे दिन बिजली कर्मियों ने अपराह्न 02 बजे से शाम 05 बजे तक व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। बिजली कर्मियों ने कहा कि वे शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन  कर  मुख्यमंत्री जी का ध्यानाकर्षण कर रहे हैं किन्तु प्रबंधन उत्पीड़न कर रहा है । इससे उत्पन्न होने वाले टकराव के परिणाम की सारी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। संघर्ष समिति ने कहा कि पावर कारपोरेशन के चेयरमैन के इशारे पर हजारों बिजली कर्मचारियों को परामर्श के नाम पर धमकी भरे पत्र दिए जा रहे हैं। निजी घरानों की मदद करने हेतु बड़े पैमाने पर संविदा कर्मियों की छटनी की जा रही है। पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन रोज वीडियो कान्फ्रेसिंग कर दमन की भाषा बोल रहे हैं। इन सब बातों से कार्य का वातावरण बिगड़ रहा है।

    सभा की अध्यक्षता संतोष वर्मा ने और संचालन अंकुर पाण्डेय ने किया। सभा को ई0 मायाशंकर तिवारी, ई0 जितेंद्र सिंह गुर्जर, महेंद्र राय, सी0बी0 उपाध्याय, ई0 जगदीश पटेल, रविन्द्र यादव, ई0 प्रीति यादव, मोनिका केशरी, नेहा कुमारी, अलका कुमारी, रमाशंकर पाल, ई0अविनास कुमार, ई0 हेमन्त सिंह, ई0नीरज बिंद, दीपक गुप्ता, ई0 प्रमोद कुमार, राजेश कुमार, मदन श्रीवास्तव, अजित यादव, मनोज यादव आदि ने संबोधित किया।