गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

UPSC Rank 1 Shakti Dubey के सम्मान का दौर शुरू

उग्र की धरती ने किया टॉपर बेटी का सम्मान

Mirzapur (dil India live)। यू.पी.एस.सी.की वर्ष 2024 की प्रतियोगी परीक्षा में अखिल भारतीय रैंकिंग में प्रथम स्थान हासिल करने वाली छात्रा शक्ति दूबे को पांडेय बेचन शर्मा उग्र की धरती चुनार के वरिष्ठ संपादक-समीक्षक राजीव कुमार ओझा ने शक्ति दूबे के नैनी स्थित पैतृक आवास पर शाल, स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने शक्ति को इस मुकाम तक पहुँचाने में नींव के पत्थर की भूमिका निभाने वाली उनकी माता श्रीमती प्रेमा देवी को भी स्मृति चिन्ह प्रदान कर श्रद्धा ज्ञापित की। श्री ओझा ने पुलिस सेवा में रहते हुए शक्ति के पठन  पाठन  की उत्तम व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शक्ति के दारोगा पिता देवेंद्र दूबे को भी बधाई दी। उन्होंने सिविल सेवा की टॉपर बिटिया शक्ति दूबे को कर्मक्षेत्र में जनसरोकारी भूमिका निभाने ,कार्यरत एवं सेवा निवृत्त सीनियर आईएएस अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त करने ,उनके अनुभवों से कर्मक्षेत्र का  व्यावहारिक  मार्गदर्शन प्राप्त करने की सलाह दी। श्री ओझा ने विंध्याचल मंडल के लोकप्रिय कमिश्नर ,लेबर कोर्ट वाराणसी के जज रहे श्री के.एम.पांडेय से टॉपर बिटिया की मोबाइल से बात कराई तथा उनसे निवेदन किया की अपने कर्मक्षेत्र  के अनुभव साझा कर समय समय पर मार्गदर्शन करते रहें। 


मूलतः बलिया की शक्ति दूबे ने यू.पी.एस.सी.की वर्ष 2024 की प्रतियोगी परीक्षा में सफल 1009 परीक्षार्थियों की अखिल भारतीय रैंकिंग में प्रथम स्थान हासिल करने वाली छात्रा शक्ति दूबे की स्नातक तक की शिक्षा इलाहाबाद से और बायो केमिस्ट्री की परास्नातक शिक्षा  मदन मोहन मालवीय के भागीरथ प्रयास से स्थापित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से हुई है। गत  वर्ष की यू.पी.एस.सी.की  प्रतियोगी परीक्षा में शक्ति दूबे ने सफलता हासिल की थी साक्षात्कार तक पहुँच कर वह अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई थी। शक्ति ने हिम्मत नहीं हारी ,निराशा को अपने जज्बे पर हॉबी नहीं होने दिया और इस वर्ष की टॉपर बनकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों को प्रेरक सन्देश दिया की लक्ष्य हासिल करने का आत्मबल बनाए रखा जाए तभी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उक्त अवसर पर लखनऊ यूनिवर्सिटी के मेधावी रिसर्च स्कॉलर सुमित मिश्रा और पत्रकार आत्मा त्रिपाठी, बृजेश साहू श्री ओझा के साथ शामिल थे।

बुधवार, 23 अप्रैल 2025

VKM Varanasi main सप्तदिवसीय ‘सर्जना’ का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का रंगारंग सम्पन्न

प्रतियोगिता व्यक्तित्व निर्माण के लिए अमूल्य-डा. रचना श्रीवास्तव

Varanasi (dil India live). वसन्त कन्या महाविद्यालय के प्रांगण में सप्तदिवसीय सांस्कृतिक एवं अकादमिक मंच ‘सर्जना’ के कार्यक्रमों का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न हुआ। इस वर्ष ‘सर्जना’ का मुख्य विषय था ‘जीवन के रंग’। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रबन्धक उमा भट्टाचार्या ने छात्राओं को उनकी उत्साहपूर्ण प्रतिभागिता एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें निरन्तर आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा प्रदान की। प्राचार्या प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने प्रतियोगिताओं को व्यक्तित्व निर्माण के लिए अमूल्य बताते हुए सर्जना की सफलता को छात्राओं की महत्त्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में रेखांकित किया एवं समस्त प्रतिभागी छात्राओं के सुनहरे भविष्य की कामना की। 


सांस्कृतिक एवं अकादमिक प्रकोष्ठ के अंतर्गत लगभग 30 प्रतियोगितायें आयोजित की गयी। जिसमें आन द स्पाॅट पेंटिंग पिक्चर नरेशन, मोनो एक्टिंग, टर्नकोट, मिमिकरी, स्टैण्ड आॅफ काॅमेडी, गायन-वादन, स्वरचित कविता पाठ, लेखन, संभाषण, चित्रकला, रंगोली, मेहंदी और जीरो वेस्ट जैसी प्रतियोगितायें आयोजित की गयी थी। समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर सर्जना प्रभारी एवं गायन विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो. सीमा वर्मा द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. आरती चैधरी एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. सुमन सिंह द्वारा किया गया। पुरस्कारों की उद्घोषणा डाॅ. सौमिली मंडल ने किया।

कार्यक्रम में अर्पिता बरनवाल और जयन्तिका डे ने ‘स्पीरिट आफ सर्जना’ व वैदेही निमगांवकर ने ‘सर्जना क्वीन’ जैसे महत्त्वपूर्ण पुरस्कार प्राप्त किया। वहीं कला वर्ग स्नातक द्वितीय वर्ष ने अपने उत्साहवर्द्धक प्रतिभागिता एवं प्रस्तुति द्वारा चल बैजन्ती ट्राॅफी पर कब्जा किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का सकुशल संयोजन प्रो. सीमा वर्मा व सह संयोजन डाॅ. सुमन सिंह ने किया।

मंगलवार, 22 अप्रैल 2025

Aman की दुआओं संग yaqub shahid का उर्स संपन्न

हजरत याकूब शहीद के दो दिनी उर्स में जुटे जायरीन, मांगी मन्नतें व मुराद 


Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live)। हज़रत याकूब शहीद बाबा रहमतुल्लाह अलैह नगवां (लंका) का सालाना दो दिनी उर्स मुबारक  मुल्क में अमन, मिल्लत व तरक्की की दुआओं संग सम्पन्न हो गया। 
21 शव्वाल की रात 10 बजे गुस्ल मज़ार शरीफ के साथ शुरू हुए उर्स में दोनों मज़हब के लोगों ने हाजिरी लगाईं। मस्जिद हज़रत याकूब शहीद के इमामे जुमा हाफिज मोहम्मद ताहिर ने बताया कि उर्स के दौरान आम आवाम के साथ ही स्थानीय पार्षद डा. रविन्द्र सिंह, थाना प्रभारी लंका व नगवां चौकी प्रभारी ने भी उर्स का जायजा लिया और सारे इंतजाम की सराहना की।
उर्स में कुरान ख्वानी, कुल शरीफ, गुस्ल व चादरपोशी की रस्म में लोगों का हुजूम दूर दराज से उमड़ा हुआ था। उर्स के दौरान पूरा माहौल गंगा जमुनी तहज़ीब से लबरेज नज़र आया उर्स में आए हुए अकीदतमंद मन्नतें व मुराद के साथ ही कव्वाली के सुफियाना कलाम का लुत्फ उठाते दिखाई दिए।

Banaras हम शर्मिंदा हैं...बहन बेटियों के साथ हो रही अश्लीलता के खिलाफ विपक्षी हुए एकजुट

सर्वदलीय मार्च निकाल कर पीएम के संसदीय कार्यालय में सौंपा ज्ञापन 



Varanasi (dil India live). काशी में बढ़ रहे बलात्कार, अवैध स्पा सेंटर, हुक्काबार के आड़ में बनारस की बहन बेटियों के साथ आये दिन हो रही अश्लीलता और अत्याचार के खिलाफ विपक्षी बनारस में एकजुट नज़र आएं। इन मुद्दों पर मंगलवार को सर्वदलीय मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान स्थानीय सांसद व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम के संसदीय कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर काशी के बदलते हालात से अवगत कराया गया व न्याय की मांग की गई।

इस मौके पर मुख्य रुप से, राधवेंद्र चौबे, अफसर खान, संजीव सिंह, हाजी तौफीक कुरेशी, सैय्यद फसाहत हुसैन बाबू, राजेन्द्र गुप्ता, सतनाम सिंह, विजय उपाध्याय,महफुज आलम मुन्ना, कुंवर सुरेश सिंह, वकील अन्सारी, वैभव त्रिपाठी, राजेश त्रिपाठी, साजिद अन्सारी, चंचल शर्मा, शमशाद खान, हीरा लाल यादव, बबलू शुक्ला, उमाशंकर शुक्ला, संतोष गुप्ता समेत सभी दलों के काफी संख्या में लोग पार्टी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।

UPSC Rank 1 Shakti Dubey

यूपी एससी में शक्ति दुबे ने किया टाॅप, हर्षिता दूसरे स्थान पर


New Delhi (dil India live)। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में सुश्री शक्ति दुबे ने प्रथम और सुश्री हर्षिता गोयल ने दूसरा स्थान हासिल किया है जबकि श्री डोंगरे अर्चित पराग तीसरे स्थान पर रहे।आयोग ने मंगलवार को परीक्षा का परिणाम घोषित करते हुए बताया कि शीर्ष पांच उम्मीदवारों में से तीन महिलाएं और दो पुरूष हैं।

परीक्षा में कुल 1009 उम्मीदवारों (725 पुरुष और 284 महिला) को विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति के लिए आयोग द्वारा अनुशंसित किया गया है।इनमें से भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए 180, भारतीय विदेश सेवा के लिए 55, भारतीय पुलिस सेवा के लिए 147 , सेन्ट्रल सर्विस ग्रुप ए के लिए 605 और ग्रुप बी के लिए 142 उम्मीदवार चुने गये हैं।सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के लिए कुल 9,92,599 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें से 5,83,213 उम्मीदवार वास्तव में परीक्षा में उपस्थित हुए। कुल 14,627 उम्मीदवार लिखित (मुख्य) परीक्षा के लिए योग्य पाये गये। इनमें से 2,845 उम्मीदवार परीक्षा के व्यक्तित्व परीक्षण के योग्य पाये गये।अंतिम रूप से 1009 उम्मीदवारों को नियुक्तियों के लिए अनुशंसित किया गया है। इन उम्मीदवारों में शीर्ष पांच में तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। सुश्री शक्ति दुबे ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

उन्होंने राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में स्नातक (बी.एससी.) किया है।सुश्री हर्षिता गोयल ,एमएस यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा से स्नातक (बी.कॉम.) ने राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर दूसरा स्थान प्राप्त किया।श्री डोंगरे अर्चित पराग, वीआईटी, वेल्लोर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक (बी.टेक.) ने दर्शनशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर तीसरा स्थान प्राप्त किया।सुश्री शाह मार्गी चिराग , गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बी.ई. ने समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर चौथा स्थान प्राप्त किया।

श्री. गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बी.टेक. आकाश गर्ग ने समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनकर पांचवां स्थान प्राप्त किया। शीर्ष 25 उम्मीदवारों में 11 महिलाएं और 14 पुरुष शामिल हैं। शीर्ष 25 सफल उम्मीदवारों ने लिखित (मुख्य) परीक्षा में मानव विज्ञान, वाणिज्य और लेखा, भूगोल, गणित, दर्शनशास्त्र, भौतिकी, राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध, लोक प्रशासन, समाजशास्त्र और तमिल भाषा के साहित्य सहित कई वैकल्पिक विषयों का चयन किया है।अनुशंसित उम्मीदवारों में बेंचमार्क विकलांगता वाले 45 व्यक्ति भी शामिल हैं, जिनमें 12 अस्थि विकलांग, 08 दृष्टिबाधित, 16 श्रवण बाधित और 09 बहु विकलांगता वाले व्यक्ति शामिल हैं।

सोमवार, 21 अप्रैल 2025

pope Francis (पोप फ्रांसिस) को मोमबत्ती जलाकर दी गई श्रद्धांजलि

हार्टमनपुर चर्च में हुई प्रार्थना सभा 

Ghazipur (dil India live). आज 21 अप्रैल, 2025 का दिन पूरे विश्व के ईसाई धर्म के लोगों के लिए अत्यधिक दुखद रहा। इसकी मुख्य वजह कैथोलिक ईसाई धर्म गुरु pope Francis (पोप फ्रांसिस) का 88 वर्ष की उम्र में निधन होना है। वह फेफड़ों के इन्फेक्शन की वजह से पिछले कई हफ्तों से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने 20 अप्रैल 2025 को ईस्टर की शुभकामनाएं पूरे विश्व को दिया था और आज वेटिकन सिटी के समय अनुसार प्रातः 7:35 पर ईश्वर को प्यारे हो गए। यह बातें फादर पी. विक्टर ने हार्टमनपुर चर्च में शोक सभा की अगुवाई करते हुए कही। 


        इस दुखद घड़ी में हार्टमनपुर चर्च में शोक सभा में हार्टमनपुर छात्रावास के छात्र-छात्राए, सिस्टर्स, फादर्स आदि उपस्थित थे। इस प्रार्थना सभा का शुभारंभ पोप फ्रांसिस के चित्र के सम्मुख मोमबत्तियां जलाकर किया गया तथा धार्मिक विधि अनुसार प्रार्थना सभा किया गया। वक्ताओं ने इसे पूरे विश्व के लिए एक क्षति बताया। 

अलविदा pope Francis 


वेटिकन सिटी में दुनिया के सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया। उनका निधन वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित उनके निवास स्थान पर हुआ। कार्डिनल केविन फेरेल, वेटिकन कैमरलेन्गो ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि “सोमवार को रोम से पोप फ्रांसिस पिता के घर लौट गए। उनका पूरा जीवन प्रभु और उनके चर्च की सेवा के लिए समर्पित था।’ उन्होंने कहा कि पोप फ्रांसिस ने हमें मूल्यों, साहस और सार्वभौमिक प्रेम के साथ जीना सिखाया, खासकर सबसे गरीब और सबसे हाशिए पर पड़े लोगों के लिए। 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस अपने 12 साल के पोप कार्यकाल में वह कई बीमारियों से पीड़ित रहे। फ्रांसिस, पुरानी फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थे। युवावस्था में उनके एक फेफड़े का हिस्सा निकाल दिया गया था। उन्हें 14 फरवरी, 2025 को सांस की तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो बाद में डबल निमोनिया में बदल गया। उन्होंने वहां 38 दिन बिताए। रविवार को पोप फ्रांसिस ने ईस्टर संडे के अपने संबोधन में विचार की स्वतंत्रता और सहिष्णुता का आह्वान किया।

गाज़ा के हालात पर जताई थी चिंता 

बेसिलिका की बालकनी से 35,000 से अधिक लोगों की भीड़ को ईस्टर की शुभकामनाएं देने के बाद, फ्रांसिस ने अपने पारंपरिक “उर्बी एट ओर्बी” (“शहर और दुनिया के लिए”) आशीर्वाद को पढ़ने का काम एक सहयोगी को सौंप दिया।उन्होंने भाषण में कहा, “धर्म की स्वतंत्रता, विचार की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और दूसरों के विचारों के प्रति सम्मान के बिना शांति नहीं हो सकती है.” उन्होंने “चिंताजनक” यहूदी-विरोध और गाजा में ‘नाटकीय और निंदनीय’ स्थिति की भी निंदा की।

बनारस में शोक, बंद रहेंगे स्कूल कालेज 

पोप फ्रांसिस के निधन से बनारस समेत देश दुनिया में शोक की लहर है। शोक में मसीही संस्थाएं व स्कूल-कालेज कल बंद रहेंगे। खास तौर पर जीवन ज्योति हायर सेकेण्डरी स्कूल सारनाथ, सेंट मैरीज कांवेंट स्कूल कैंटोंमेंट व सोना तालाब, सेंट जांस व सेंट जोसेफ आदि की सभी शाखाओं में अवकाश की घोषणा की गई है।

कैसे हुआ पोप का निधन, क्या थी बीमारी 

वपोप फ्रांसिस का निधन 21 अप्रैल 2025 को वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित उनके निवास स्थान पर हुआ। वह 88 वर्ष के थे और लंबे समय से फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थे। उनके निधन की घोषणा वेटिकन केमरलेंगो कार्डिनल केविन फेरेल ने की, जिन्होंने कहा कि पोप फ्रांसिस ने अपने जीवन को प्रभु और उनके चर्च की सेवा के लिए समर्पित किया था।

पोप फ्रांसिस के निधन की वजह 

- पोप फ्रांसिस पुरानी फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थे, जिसके कारण उनके गुर्दे में भी खराबी के शुरुआती चरण नजर आने लगे थे।

- उन्हें 14 फरवरी 2025 को सांस की तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो बाद में डबल निमोनिया में बदल गया।

- वह अस्पताल में 38 दिन रहे और हाल ही में ईस्टर कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

मोदी व राहुल गांधी समेत कई की प्रतिक्रियाएं

-भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद किया।

- कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पोप फ्रांसिस के निधन पर दुख जताया और कहा कि उन्हें एक सच्चे धर्मगुरु के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।


कौन बनेगा नया पोप, क्या है प्रकिया 

नए पोप के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और कई नाम चर्चा में हैं। कुछ प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं :

- फिलीपींस के कार्डिनल लुई एंटोनियो: अपनी धार्मिक नेतृत्व क्षमता और वैश्विक प्रभाव के लिए जाने जाते हैं।

- इटली के कार्डिनल पेट्रो पैरोलिन: वेटिकन के अनुभवी राजनयिक और चर्च के एक प्रमुख नेता।

- हंगरी के कार्डिनल पीटर एर्डो: चर्च के एक प्रमुख विद्वान और नेता।

- अमेरिका के कार्डिनल रेमंड लियो बर्के: एक अनुभवी कार्डिनल और चर्च के एक प्रमुख नेता।

- इटली के कार्डिनल मैटो जुप्पी: चर्च के एक युवा और गतिशील नेता।

- नीदरलैंड के कार्डिनल विलियम्स जैकब आइजक: चर्च के एक प्रमुख विद्वान और नेता।

- माल्टा के कार्डिनल मारियो ग्रेच: चर्च के एक अनुभवी नेता और वेटिकन के एक प्रमुख अधिकारी।

- जॉर्ज कूवाकड: एक वेटिकन राजनयिक और इंटररिलिजियस डायलॉग के प्रमुख।

नए पोप का चयन "कॉन्क्लेव" नामक प्रक्रिया के तहत किया जाएगा, जिसमें दुनिया भर के कार्डिनल भाग लेंगे। मतदान वेटिकन स्थित सिस्टीन चैपल में आयोजित किया जाएगा। नए पोप के नाम की घोषणा सेंट पीटर्स बेसिलिका की बालकनी से "हैबेमस पापम" की घोषणा के साथ की जाएगी।


pope Francis के निधन से Banaras से Rome तक शोक

अलविदा pope Francis 

मसीही संस्थाएं व स्कूल-कालेज कल रहेंगे शोक में बंद 

ईस्टर संडे को किया था दुनिया को संबोधित, सहिष्णुता पर दिया था जोर


Varanasi (dil India live). वेटिकन सिटी में दुनिया के सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया। उनका निधन वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित उनके निवास स्थान पर हुआ। कार्डिनल केविन फेरेल, वेटिकन कैमरलेन्गो ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि “सोमवार को रोम से पोप फ्रांसिस पिता के घर लौट गए। उनका पूरा जीवन प्रभु और उनके चर्च की सेवा के लिए समर्पित था।’ उन्होंने कहा कि पोप फ्रांसिस ने हमें मूल्यों, साहस और सार्वभौमिक प्रेम के साथ जीना सिखाया, खासकर सबसे गरीब और सबसे हाशिए पर पड़े लोगों के लिए। 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस अपने 12 साल के पोप कार्यकाल में वह कई बीमारियों से पीड़ित रहे। फ्रांसिस, पुरानी फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थे। युवावस्था में उनके एक फेफड़े का हिस्सा निकाल दिया गया था। उन्हें 14 फरवरी, 2025 को सांस की तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो बाद में डबल निमोनिया में बदल गया। उन्होंने वहां 38 दिन बिताए। रविवार को पोप फ्रांसिस ने ईस्टर संडे के अपने संबोधन में विचार की स्वतंत्रता और सहिष्णुता का आह्वान किया।

गाज़ा के हालात पर जताई थी चिंता 

बेसिलिका की बालकनी से 35,000 से अधिक लोगों की भीड़ को ईस्टर की शुभकामनाएं देने के बाद, फ्रांसिस ने अपने पारंपरिक “उर्बी एट ओर्बी” (“शहर और दुनिया के लिए”) आशीर्वाद को पढ़ने का काम एक सहयोगी को सौंप दिया।उन्होंने भाषण में कहा, “धर्म की स्वतंत्रता, विचार की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और दूसरों के विचारों के प्रति सम्मान के बिना शांति नहीं हो सकती है.” उन्होंने “चिंताजनक” यहूदी-विरोध और गाजा में ‘नाटकीय और निंदनीय’ स्थिति की भी निंदा की।

बनारस में शोक, बंद रहेंगे स्कूल कालेज 

पोप फ्रांसिस के निधन से बनारस समेत देश दुनिया में शोक की लहर है। शोक में मसीही संस्थाएं व स्कूल-कालेज कल बंद रहेंगे। खास तौर पर जीवन ज्योति हायर सेकेण्डरी स्कूल सारनाथ, सेंट मैरीज कांवेंट स्कूल कैंटोंमेंट व सोना तालाब, सेंट जांस व सेंट जोसेफ आदि की सभी शाखाओं में अवकाश की घोषणा की गई है।

कैसे हुआ पोप का निधन, क्या थी बीमारी 

वपोप फ्रांसिस का निधन 21 अप्रैल 2025 को वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित उनके निवास स्थान पर हुआ। वह 88 वर्ष के थे और लंबे समय से फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थे। उनके निधन की घोषणा वेटिकन केमरलेंगो कार्डिनल केविन फेरेल ने की, जिन्होंने कहा कि पोप फ्रांसिस ने अपने जीवन को प्रभु और उनके चर्च की सेवा के लिए समर्पित किया था।

पोप फ्रांसिस के निधन की वजह 


- पोप फ्रांसिस पुरानी फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थे, जिसके कारण उनके गुर्दे में भी खराबी के शुरुआती चरण नजर आने लगे थे।
- उन्हें 14 फरवरी 2025 को सांस की तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो बाद में डबल निमोनिया में बदल गया।
- वह अस्पताल में 38 दिन रहे और हाल ही में ईस्टर कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

मोदी व राहुल गांधी समेत कई की प्रतिक्रियाएं

-भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद किया।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पोप फ्रांसिस के निधन पर दुख जताया और कहा कि उन्हें एक सच्चे धर्मगुरु के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।

कौन बनेगा नया पोप, क्या है प्रकिया 

नए पोप के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और कई नाम चर्चा में हैं। कुछ प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं :
- फिलीपींस के कार्डिनल लुई एंटोनियो: अपनी धार्मिक नेतृत्व क्षमता और वैश्विक प्रभाव के लिए जाने जाते हैं।
- इटली के कार्डिनल पेट्रो पैरोलिन: वेटिकन के अनुभवी राजनयिक और चर्च के एक प्रमुख नेता।
- हंगरी के कार्डिनल पीटर एर्डो: चर्च के एक प्रमुख विद्वान और नेता।
- अमेरिका के कार्डिनल रेमंड लियो बर्के: एक अनुभवी कार्डिनल और चर्च के एक प्रमुख नेता।
- इटली के कार्डिनल मैटो जुप्पी: चर्च के एक युवा और गतिशील नेता।
- नीदरलैंड के कार्डिनल विलियम्स जैकब आइजक: चर्च के एक प्रमुख विद्वान और नेता।
- माल्टा के कार्डिनल मारियो ग्रेच: चर्च के एक अनुभवी नेता और वेटिकन के एक प्रमुख अधिकारी।
- जॉर्ज कूवाकड: एक वेटिकन राजनयिक और इंटररिलिजियस डायलॉग के प्रमुख।
नए पोप का चयन "कॉन्क्लेव" नामक प्रक्रिया के तहत किया जाएगा, जिसमें दुनिया भर के कार्डिनल भाग लेंगे। मतदान वेटिकन स्थित सिस्टीन चैपल में आयोजित किया जाएगा। नए पोप के नाम की घोषणा सेंट पीटर्स बेसिलिका की बालकनी से "हैबेमस पापम" की घोषणा के साथ की जाएगी।