V.K.M की प्राचार्य रचना श्रीवास्तव ने जारी किया पूरा शिड्यूल
Varanasi (dil India live)। वसन्त कन्या महाविद्यालय कमच्छा में प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव की अगुवाई में फरवरी माह में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इस संबंध में पत्रकारों से बातचीत में वी.के.एम की प्राचार्य रचना श्रीवास्तव ने बताया कि 10 फरवरी को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित महाकुम्भः सनातन दृष्टि विषयक एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी महाविद्यालय सभागार में आयोजित होगी जिसमें उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के निदेशक प्रो. हीरामन तिवारी होंगे। संगोष्ठी में सनातन के प्रतीक के रूप में ‘महाकुम्भ’ के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। समापन सत्र में मुख्य वक्ता भारतीय जन संचार संस्थान में हिन्दी पत्रकारिता के निदेषक प्रो. राकेश उपाध्याय होंगे। संगोष्ठी की संयोजिका प्रो. पूनम पाण्डेय और डाॅ. नैरंजना श्रीवास्तव हैं। ऐसे ही 11 फरवरी को महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग और डी0ए0वी0पी0जी0 काॅलेज के संयुक्त तत्वावधान में अंग्रेजी नाट्य प्रतियोगिता का आयोजन होगा। 15 फरवरी को प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग द्वारा आनलाईन माध्यम से आदिवासी जनसमूहों के नृतत्व शास्त्रीय अध्ययन विषयक विशेष व्याख्यान मुख्य वक्ता पुणे विष्वविद्यालय में प्रोजेक्ट सहायिका डाॅ. तिष्यरक्षिता सिंह होंगी। प्राचीन इतिहास विभाग द्वारा ही 21 फरवरी को कलकत्ता विश्वविद्यालय की प्रो. सुष्मिता बसु मजूमदार का एक व्याख्यान होना सुनिश्चित है जिसमें छात्राओं को अभिलेखिकी के महत्व से परिचित कराया जाएगा। 11 से 18 फरवरी के बीच महाविद्यालय के इतिहास विभाग तथा आर्य महिला पी0जी0 काॅलेज, डी0ए0वी0पी0जी0 काॅलेज और वसन्त महिला महाविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से शोध प्रविधि विषय पर सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि अर्थशास्त्र विभाग द्वारा 8 फरवरी को वार्षिक बजट पर छात्राओं के बीच परिचर्चा का आयोजन होगा। इसी अवसर पर डी0ए0वी0पी0जी0 काॅलेज के असोसिएट प्रो0 डा. मयंक कुमार सिंह का व्याख्यान भी होगा। 18 फरवरी से महाविद्यालय की अकादमिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का वृहद मंच खुल जायेगा और विभिन्न प्रतियोगिताओं का रंगारंग आयोेजन सर्जना प्रकोष्ठ द्वारा किया जाएगा। महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों को और मजबूत करते हुए 10 दिनों की राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन सुनिश्चित है। जिसमें सामाजिक विज्ञान में एडवांस शोध प्रविधियों और डेटा अनालिसिस पर 20 फरवरी से 28 फरवरी के बीच गहन मंथन होगा। कार्यशाला का संयोजन डाॅ. शुभ्रा सिन्हा और डाॅ. कल्पना आनन्द द्वारा किया गया है।
महाविद्यालय परिसर में आयोजित इन विभिन्न कार्यक्रमों के अतिरिक्त विभागों द्वारा शैक्षणिक भ्रमण का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें हिन्दी विभाग के निर्देशन में छात्राएँ 8 और 11 फरवरी को क्रमशः राजदरी-देवदरी और प्रसाद भवन जाएंगी।
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