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अभिभावक अहमदुल्लाह |
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छात्रा जैनब व फातेमा |
जौनपुर में हिजाब पर हुआ विवाद, बिना एग्जाम लौटीं छात्राएं
दरअसल यूपी के जौनपुर जिले में परीक्षा देने आई छात्राओं को हिजाब हटाने के लिए कहा गया, तो उन्होंने ऐसा नहीं करने के लिए इसे अपने धार्मिक अधिकार का हनन बताया और परीक्षा छोड़ने का फैसला कर लिया मगर हिजाब नहीं उतारा। इस दौरान वो बिना पेपर दिए ही घर लौट गईं। छात्राओं का आरोप था कि उन्होंने सेंटर इंचार्ज से कहा कि चेहरे का मिलान एडमिट कार्ड से कर लें और परीक्षा हाल में हिजाब पहन कर परीक्षा देने दें रहने दें मगर केंद्र व्यवस्थापक ने कहा कि हिजाब उतार कर गेट के पास रखकर ही हाल में जाना होगा दुपटटा भी सिर पर नहीं रखना है। इसकी जानकारी अभिभावक भी पहुंचे मगर बहस के बाद भी जब हिजाब पहन कर परीक्षा देने से मना कर दिया गया तो सभी बिना पेपर दिए लौट गयी। अभिभावक अहमदुल्लाह का कहना था कि उनके परिवार की दस बच्चियों के कैरियर से खिलवाड़ किया गया है। दस बच्चियों ने हिजाब हटाने के चलते परीक्षा छोड़ दी।
घटना जौनपुर जिले के खुदौली के सर्वोदय इंटर कॉलेज की है, जहां यूपी बोर्ड की 10 वीं की परीक्षा हो रही थी। परीक्षा केंद्र पर छात्राओं को हिजाब हटाने को कहा गया और ड्रेस कोड का हवाला दिया गया कहा गया कि एग्जाम में ड्रेस कोड का पालन करना होता है, जिसमें चेहरा पूरी तरह से दिखना चाहिए, ड्यूटी में लगे शिक्षकों ने छात्राओं से हिजाब हटाने को कहा, तो उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। शिक्षकों का कहना था कि उन्हें समझाने की कोशिश की कि परीक्षा में सुरक्षा कारणों से चेहरा दिखाना ही होगा। इस पर छात्राएं यह कहते हुए बिना एग्जाम दिए चली गई कि हिजाब नहीं हटाएंगी। जाहिर है कि बोर्ड नियमों के अनुसार अब यह सभी छात्राएं दोबारा परीक्षा में इस बार शामिल नहीं हो पायेगी। उनका एक साल बर्बाद होना तय माना जा रहा है मगर छात्राओं और अभिभावक का कहना है कि जानबूझकर छात्राओं को एग्जाम से रोका गया है।
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