ब्रह्मचारिणी देवी का दर्शन करने उमड़ा भक्तों का रेला
Varanasi (dil India live). 16.10.2023. शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन वाराणसी समेत पूर्वांचल के देवी मंदिरों में महिलाओं व पुरुषों की भारी भीड़ उमड़ी. पहले दिन जहां मां शैलपुत्री का दर्शन पूजन हुआ था वहीं दूसरी ओर दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी देवी का दर्शन पूजन हुआ. ब्रह्मचारिणी देवी का दर्शन पूजन करने के लिए श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा. मां ब्रह्मचारिणी का मंदिर काशी के सप्तसागर (कर्णघंटा) क्षेत्र में लोग भोर से ही जुटे हुए थे. दुर्गा पूजा के क्रम में ब्रह्मचारिणी देवी का दर्शन-पूजन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. इसलिए सुबह से ही यहां भीड़ लगी हुई थी. काशी के गंगा किनारे बालाजी घाट पर स्थित मां ब्रह्मचारिणी के मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी. श्रद्धालु लाइन में लगकर मां का दर्शन प्राप्त करते दिखाई दिए. श्रद्धालु मां के इस रूप का दर्शन करने के लिए नारियल, चुनरी, माला-फूल आदि लेकर श्रद्धा-भक्ति के साथ अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे.
होती है परब्रह्म की प्राप्ति
ब्रह्मचारिणी देवी का स्वरूप पूर्ण ज्योतिर्मय एवं अत्यन्त भव्य है. इनके दाहिने हाथ में जप की माला एवं बायें हाथ में कमंडल रहता है. जो देवी के इस रूप की आराधना करता है उसे साक्षात परब्रह्म की प्राप्ति होती है. मां के दर्शन मात्र से श्रद्धालु को यश और कीर्ति प्राप्त होती है.
पूरी होगी हर मनोकामना
यहां ना सिर्फ काशी बल्कि अन्य जिलों से भी लोग दर्शन एवं पूजन के लिए आते हैं. नवरात्रि पर तो इस मंदिर में लाखों भक्त मां के दर्शन करने के लिए आते हैं. ऐसी मान्यता है कि मां के इस रूप का दर्शन करने वालों को संतान सुख मिलता है. साथ ही वो भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं।
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