शनिवार, 1 जनवरी 2022

अंग्रेजों के बंगले में रणभेरी फेंकने वाले नहीं रहे

105 वर्षीय पत्रकार शम्भू नाथ भट अब नहीं रहे

Ghazipur 01 जनवरी (dil india live)। गाजीपुर जनपद के 105 वर्षीय पत्रकार शम्भू नाथ भट कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, आज वो दुनिया को अलविदा कह गए। 

नये वर्ष 2022 का पहला ही दिन शनिवार उनके व परिवार वालो के साथ ही गाजीपुर की पत्रकारिता के लिए भी तब अशुभ साबित हुआ, जब 01 जनवरी को उनके पैत्रिक निवास ताजपुर डेहमा में 11 बजे दिन में उन्होंने अंतिम सांस ली। पता कि स्व. भट्ट पराड़कर परम्परा के अंतिम पत्रकार थे। बताया जाता है कि 35 वर्षो तक उन्होंने रेलवे की सेवा की। सेवा के दौरान ही गुलाम भारत के समय वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार  बाबू विष्णु राव पराड़कर जी के संपर्क में आये और परड़कर जी द्वारा अग्रेजो के खिलाफ साइक्लोस्टाइल समाचार पत्र रणभेरी को रात्रि में अंग्रेज अधिकारियो के बगलों पर स्व. भट्ट फेंका करते थे। यही नही रेलवे निवृत होने के बाद दैनिक जागरण में समाचार लिखते रहे। विगत 10 वर्षो से राष्ट्रीय सहारा के  ताजपुर डेहमा में पत्रकार रहे और जिला पत्रकार समिति के सरक्षक थ। जीवन भर स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर सरकारी कर्मी एवं पत्रकरिता के क्षेत्र में काम करते हुए आज संसार को छोड़ के चले गये। इनके दो पुत्रो एवं पौत्रों से भरा पूरा परिवार है इनके निधन की सुचना मिलते ही जिला पत्रकार समिति की एक आवश्यक बैठक जिला कार्यलय तुलसी सागर लंका में अध्यक्ष सूर्य कुमार सिंह की अध्यक्षता में  हुई जिसमें भट जी के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए शोक सभा की गई। इस मौके पर महामंत्री डॉ विजय नारायण तिवारी अच्छन मिया, ब्रिजेश राय अनिल राय और ओमप्रकाश जायसवाल, ब्रहमानंद पाण्डेय, के के राय के अलवा दर्जनों पत्रकारों ने शोक जताया।  

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