बुधवार, 1 सितंबर 2021

नगर निगम में पार्षद क्यों बैठे फिर धरने पर?




इस बार नगर निगम में घोटाले की आंच

वाराणसी 31 अगस्त(दिल इंडिया लाइव) । वाराणसी नगर निगम के लेखाधिकारी पर पचीस करोड़ के गबन का आरोप लगा है। कांग्रेस पार्टी के पार्षद दल के नेता सीताराम केशरी के नेतृत्व में इस गबन में शामिल भ्रस्ट अधिकारियो के ऊपर सख्त कार्यवाही के लिए पार्षदों ने नगर निगम परिसर में धरना दिया। धरने के दौरान सीताराम केशरी ने कहा की अपने अपने वार्डो के विकास के लिए पार्षद नगर निगम की रोज चक्कर काट रहे है लेकिन अधिकारियो के कान में जू तक नहीं रेंगती हे। वाराणसी के वार्डो में सीवर बजबजा रहे है सीवर युक्त पानी आरहा है। जनता उस पानी पी कर बीमार हो रही है उसकी चिंता इन अधिकारियो को नहीं है। ये जनता की गाढ़ी कमाई को गबन कर अपना जेब भर रहे है। इसका खुलासा निगम में आडिट के द्वारा हुआ है।

पार्षद रमजान अली ने कहा की मुख्य लेखा परीक्षक के द्वारा 2019-20और 2020-21 की आडिट रिपोर्ट दी तब उसमे ही पता चला की 25 करोड़ का बड़ा घोटाला मनोज त्रिपाठी ने किया है। परिवहन विभाग में पहले भी घोटाले हुए है इस बार भी हुए है ये हम पार्षद कतई बर्दास्त नही करेंगे । पार्षद हाजी ओकास अंसारी ने कहा की ये जो 25 करोड़ का गबन है इतने में हम सभी 100 पार्षदों के वार्डो में विकास कार्य करने के लिए पचीस पचीस लाख रुपये मिलते तो कितनी छतिग्रस्त गालिया बन जाती कितनी कच्ची गालिया बन जाती। वार्डो में एलईडी  लग जाती। जनता अपनी गाढ़ी कमाई से टैक्स भर रही है और जनता के पैसो को नगर निगम के कुछ भ्रस्ट अधिकारी अपने जेब भर रहे है। अभी तो ये एक घोटाले का पता चला है शासन से बहुत सारे पैसे आते है तो वो जाते कहा है काम तो कुछ होता नहीं। अभी इस तरह के कई घोटाले है जो सामने आने वाले है । धरने के दौरान नगर आयुक्त मौके पर आये और उन्होंने कहा की आडिट में कुछ गड़बड़िया है मैं उसका अध्यन कर के उचित कार्यवाही करूँगा ये उन्होंने ने वादा किया है उनके इस आस्वासन के बाद सारे पार्षद धरने पर से उठे। धरने में सामिल पार्षदों में  सीताराम केशरी, रमजान अली, हाजी ओकास अंसारी, विनय सदेज़ा,गुलशन अली, साज़िद अंसारी, अफ़ज़ाल अंसारी, अनिल शर्मा, असलम खान अरशद गुड्डू, डॉ अख्तर अली, प्रिंस राय खगोलंन, अनीसुर्रहमान, बेलाल अंसारी, एखलाक अहमद आदि पार्षद मौजूद थे। 

                      

1 टिप्पणी:

Imtiyaz khan ने कहा…

Ye sahi ripot hai karwai honi chahiye

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...